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प्रेगनेंसी का आठवां महीना वाकई बहुत ही खास होता है। यह खुशियों के एहसास से भरा होता है। इस समय आपके घर के अभी लोग आने वाले नन्हे मेहमान की तैयारी में लग जाते हैं। इस दौरान अगर आप भी अपने आने वाले नन्ही परी या नन्हे नवाब के लिए खरीदारी करना चाहती हैं तो इसमें कोई भी बुराई नहीं है। आप ऑनलाइन शॉपिंग कर सकती हैं। प्रेगनेंसी का यह 29 से 32वां सप्ताह आपके लिए बहुत स्पेशल होता है। इस समय आप पूर्ण रूप से गर्भवती होती हैं। आप लगभग प्रेगनेंसी की संपूर्ण प्रक्रिया को पूरा करने वाली होती हैं।    

प्रेगनेंसी की इस स्टेज में आपको अपने खान पान और दैनिक जीवन पर बहुत ही खास ध्यान देना चाहिए। क्योंकि आपके गर्भ में पल रहा शिशु इस दुनिया में आने के लिए लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुका होता है। आपका खान पान और दैनिक जीवन की गतिविधियां किसी न किसी तरह से आपके शिशु को प्रभावित करती हैं। इसलिए यह आवश्यक है की आप इन सभी चीजों का खास ध्यान रखें। खान पान के अलावा प्रेगनेंसी के आठवें महीने के दौरान आपको कुछ सावनाधियां बरतनी भी जरूरी हैं।  

प्रिस्टीन केयर के इस खास ब्लॉग में हम आपको प्रेगनेंसी के 30 Week Pregnancy in Hindi आठवें महीने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बन्दुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप इस बात को अच्छी तरह से समझ जाएंगी की आपको इस दौरान किन चीजों को खाना है, किन चीजों से परहेज करना है, आपका दैनिक जीवन कैसा होना चाहिए, आप कौन कौन सी शारीरिक परिवर्तन से गुजरती हैं, आपके शिशु में क्या क्या बदलाव आते हैं और आपको किन चीजों को लेकर सावधान रहना चाहिए।   

प्रेगनेंसी के आठवें महीने के लक्षण:- 

अब आप अपनी Pregnancy in 8th Month in Hindi प्रेगनेंसी के आठवें महीने में कदम रख चुकी हैं। आपने इस खूबसूरत पल के सात महीनों को पूरा कर चुकी हैं, उनका अनुभव कर चुकी हैं। इसलिए अब आप इस बात से भी रूबरू हो चुकी हैं की 30th Week of Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 29 से 32 सप्ताह के दौरान आपके अंदर प्रेगनेंसी के लक्षण दिखाई देंगे और यह बिलकुल नेचुरल है। नीचे हम उन सामान्य लक्षणों के बारे में बात कर रहे हैं जिन्हे आप इस समय अपने अंदर महसूस कर सकती हैं।   

पीठ में दर्द होना

जैसा की हम पहले ही बात कर चुके हैं की 31 Week Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के आठवें महीने में आपके शिशु का आकार और वजन काफी बढ़ता है जिसके कारण आपके गर्भ का आकार भी बढ़ जाता है। गर्भ का आकार बढ़ने की वजह से आपका पेट सामने की तरफ बाहर निकल जाता है जिससे आपकी पीठ पर भर पड़ता है और उसमें दर्द की शिकायत आती है। लंबे समय तक बैठने या खड़े होने के कारण आपकी पीठ में दर्द शुरू हो जाता है। 

इससे बचने के लिए लंबे समय तक बैठने या खड़े होने से बचें साथ ही कठोर सतह यानी की सख्त जमीन पर भी बैठने और सोने से बचें। Pregnancy in Hindi 8th Month – इन सब के अलावा आप कुछ व्यायाम और योग कर सकती हैं जो आपके पीठ की दर्द को दूर करने में मदद करते हैं। लेकिन कोई भी व्यायाम या योग करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर की राय जरूर लें।    

स्तनों से दूध का रिसाव होना 

प्रेगनेंसी के आठवें महीने के दौरान आपका शरीर पूरी रह से मां बनने की तैयारी में जुड़ जाता है। स्तनपान यानी की ब्रेस्टफीडिंग की शुरुआती तैयारी के तौर पर आपका शरीर पहले ही कोलोस्ट्रम तैयार कर लेता है। इसलिए इस दौरान आप आपके स्तनों से पीले रंग के दूध का रिसाव महसूस कर सकती हैं। यह प्रेगनेंसी के 29 से 32 सप्ताह के बीच होने वाले लक्षणों में से एक है। इस दौरान आपके स्तानों का आकार और वजन भी बढ़ जाता है। 

सांस फूलना 

प्रेगनेंसी के आठवें महीने में 31st week of pregnancy in hindi आपके शिशु का आकार पहले की तुलना में काफी बढ़ जाता है जिसके कारण आपका पेट आगे की तरफ निकल जाता है। साथ ही आपके वजन में भी वृद्धि होती है। शिशु का वजन बढ़ने की वजह से आपके गर्भाशय का आकार भी बढ़ता है जो आगे जाकर आपके फेफड़ों पर दबाव डालता है। फेफड़ों पर दबाव होने और शरीर में दूसरे कई बदलाव होने के कारण आपको सांस लेने में तकलीफ होती है। यह एक आम लक्षण है लेकिन अगर आपको सांस लेने में ज्यादा दिक्कत आने लगे तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर उन्हें अपनी परेशानी के बारे में बताना चाहिए।  

बवासीर की शिकायत होना 

31 Week of Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 29 से 32वें सप्ताह के दौरान आपके शिशु का विकास काफी तेजी से होता है जिसके कारण गर्भाशय का आकार बढ़ता है। गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण पेल्विक क्षेत्र में मौजूद आंत और दूसरे आंतरिक अंग के लिए उपलब्ध खाली स्थान संकुचित हो जाते हैं जिसके कारण इस दौरान आपको स्टूल पास (मल त्याग) करते समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

कभी अभी एनस पर ज्यादा प्रेशर पड़ने के कारण आपके स्टूल के साथ साथ खून भी बाहर निकल सकता है जो आगे बवासीर का रूप ले लेता है। इसके अलावा बढ़ते गर्भाशय के कारण नीचे वाली नसों सूजन की शिकायत भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए। इन सब के अलावा भी आप कुछ और लक्षणों को अनुभव कर सकती हैं। इसमें कृत्रिम संकुचन, कब्ज, ब्रेक्सटन हिक्स, थकान, कमजोरी आदि शामिल हैं।  

प्रेगनेंसी के आठवें महीने में खान पान:- 

प्रेगनेंसी के आठवें महीने 32 Week of Pregnancy in Hindi यानी की 29 से 32 सप्ताह के दौरान आप और आपके शिशु में काफी बदलाव आते हैं। आपका शिशु जन्म लेने के लिए तैयार होता है और आप मां बनने के लिए। इस दौरान आप दोनों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए प्रेगनेंसी के इस महीने में आपको अपने खान पान पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं की इस समय आपको कौन कौन सी चीजों का सेवन करना चाहिए।  

फाइबर 

जैसा की हम पहले ही इस बात पर चर्चा कर चुके हैं की Pregnancy 8th Month in Hindi प्रेगनेंसी के आठवें महीने में कब्ज की समस्या आम बात है और कभी कभी बवासीर की समस्या भी होती है। इन सब से बचने के लिए आपको फाइबर से भरपूर पदार्थों का सेवन करना चाहिए। फाइबर का सेवन आपकी पाचन क्रिया को ठीक रखता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, ऐवकाडो, फ्रूट, ब्राउन ब्रेड, गेंहू और ओट्स फाइबर के सबसे अच्छे स्रोत हैं। आपको इन सभी को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए।   

आयरन, विटामिन और कैल्शियम 

प्रेगनेंसी के आठवें महीने में आप मां बनने और आपके गर्भ में पल रहा शिशु जन्म लेने के लिए लगभग पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं। 8th Month of Pregnancy in Hindi – इस दौरान आपके खान पान में किसी तरह की कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। यही कारण है की डॉक्टर प्रेगनेंसी के 29 से 32 सप्ताह के दौरान 32 week pregnancy in hindi आयरन, विटामिन और कैल्शियम से भरपूर पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेवन करने की सलाह देते हैं। इन अभी चीजों की पूर्ति करने के लिए आपको हरी पत्तेदार सब्जियां, डेयरी प्रोडक्ट, नट्स और दूसरी ऐसी ही चीजों को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। 

प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा 

प्रेगनेंसी की यह अवस्था ऐसी होती है Pregnancy Ka 8 Va Mahina जहां आपको प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा से समृद्ध पदार्थों को खासकर अपने खान पान में शामिल करना चाहिए। ये आपके शरीर और शिशु के पौष्टिक की पूर्ती करते हैं तथा 8th month pregnancy in hindi प्रेगनेंसी के आठवें महीने में होने वाले लक्षणों को कम तथा आपके शरीर को मां बनने के लिए तैयार होने में मदद करते हैं। इस दौरान आपको दूध, अंडा, मछली, चिकन, सूखा मेवा, शकरकंद, आलू, बिन्स आदि का सेवन करना चाहिए। अगर आपको किसी भी चीज से एलर्जी है तो उसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से मिलकर उनकी राय जरूर लें।

प्रेगनेंसी के आठवें महीने में शरीर में होने वाले बदलाव 

प्रेगनेंसी के आठवें महीने Pregnancy 8 Month Hindi में आपके शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। ये सभी बदलाव आपके शरीर में हो रहे हार्मोनल असंतुलन और गर्भ में बढ़ रहे शिशु के कारण होते हैं। इसलिए आपको इससे घबराने की जरूरत नहीं है। 

  • गर्मी महसूस करना। 
  • चिड़चिड़ापन होना। 
  • जल्दी जल्दी पिशाब लगना। 
  • कभी अभी पिशाब लीकेज भी हो सकता है। 
  • आपके बेबी बंप का आकार बड़ा हो जाता है। 
  • शरीर में और खासकर हाथ, पैर और चेहरे पर सूजन होना। 
  • सीने में जलन होने के कारण रात में नींद आने में समस्या हो सकती है।  
  • शिशु और गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण सांस लेने में परेशानी। 

इन सब के अलावा भी आप अपने शरीर में कुछ बदलाव महसूस कर सकती हैं। लेकिन आपको इससे घबराने की जरूरत नहीं है। किसी तरह की कोई गंभीर समस्या होने पर स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलें और उनसे अपनी परेशानी के बारे में बात करनी चाहिए।    

प्रेगनेंसी के आठवें महीने में शिशु का विकास 

प्रेगनेंसी के आठवें महीने Pregnancy 8 Month in Hindi यानी की प्रेगनेंसी के 29 से 32वें सप्ताह के दौरान शिशु अपने विकास के आखिरी स्टेज में होता है और इस समय उसके शरीर में काफी तेजी से बदलाव आते हैं। 8 month pregnancy in hindi – इस दौरान शिशु जन्म लेने के लिए तैयार होता है और उसके अंदर हो रहे सभी बदलाव को आप महसूस भी करती हैं। आइए जानते हैं की इस खूबसूरत पल के दौरान आपके शिशु में क्या क्या बदलाव आते हैं।  

  • शिशु के सिर पर बाल उग जाते हैं। 
  • शिशु अपनी आंखों को खोल और बंद कर सकता है। 
  • शिशु के फेफड़े विकसित की आखिरी स्टेज में होते हैं। 
  • शिशु की पलकें और आंखें पूरी तरह से विकसित हो जाती हैं। 
  • इस महीने के अंत शिशु की लंबाई लगभग 12 से 14 इंच होती है। 
  • गर्भ में अगर लड़की होती है तो उसके योनि का विकास शुरू हो जाता है। 
  • गर्भ में अगर लड़का होता है तो उसके जननांग का विकास शुरू हो जाता है। 
  • शिशु का दिमाग काफी तेजी से विकसित होता है क्योंकि इस समय न्यूरॉन्स तेजी से बढ़ते हैं।    
  • शिशु का आकार और वजन बढ़ने से गर्भ में कम जगह बचती है जिसके कारण वो कम से कम घूम या हिल डुल पाता है। 
  • शिशु का वजन ये महीना खत्म होते होते लगभग 1000 ग्राम से 1500 ग्राम तक होता है। कभी कभी वजन इससे ज्यादा या कम भी हो सकता है।     

प्रेगनेंसी का आठवां महीना आपके लिए बहुत ही खूबसूरत होता है। इस दौरान आपको किसी भी तरह की चिंता नहीं करनी चाहिए। साथ ही आपको कम से कम काम और ज्यादा से ज्यादा आराम करनी चाहिए। अगर आप किसी भी तरह की कोई गंभीर समस्या को महसूस करें तो बिना समय गंवाए तुरंत डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए।

 

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|