हर रोग का रोगी के खान-पान से बहुत बड़ा नाता होता है, ठीक इसी तरह थायराइड रोग और खान-पान के बीच अटूट संबंध है। रोगी द्वारा खाया जाने वाला आहार स्थिति को बिगाड़ भी सकता है और सुधार भी सकता है। इस लेख में आप जानेंगे कि थायराइड रोग में आपको क्या नहीं खाना चाहिए?
थायराइड के बारे में-
थायराइड एक ग्रंथि है, जो टी2 और टी3 नाम के दो हार्मोन का उत्पादन करती है और शरीर की कई गतिविधियों को नियंत्रित करने में अपना योगदान निभाती है।
जब थायराइड हॉर्मोन का उत्पादन अधिक या कम मात्रा होने लगता है तो इसका शरीर के कई क्रियाकलापों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
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थायराइड रोग में क्या नहीं खाना चाहिए? – Thyroid me kya kya nahi khana chahiye
थायराइड रोग को मुख्य रूप से दो वर्ग में विभाजित किया गया है-
जब थायराइड हार्मोन का उत्पादन अधिक होता है तो उस स्थिति को हाइपरथायरायडिज्म कहते हैं, और यदि हार्मोन का कम उत्पादन होता है तो उसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है। दोनों ही स्थिति में रोगी को शारीरिक और मानसिक वेदना मिलती है।
पढ़ें – हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण
पढ़ें- हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण
चलिए जानते हैं कि थायराइड के दोनों प्रकार में क्या नहीं खाएं-
हाइपरथायरायडिज्म में क्या नहीं खाना चाहिए – Hyperthyroidism me kya nahi khaye
आयोडीन से भरपूर खाद्य पदार्थ
आयोडीन के कारण थायराइड का अधिक उत्पादन होता है और कई बार आपकी परिस्थिति के लिए यही जिम्मेदार होता है। ऐसे में यदि आप आयोडीन का अधिक सेवन करते हैं तो समस्या बढ़ सकती है। इसलिए आपको आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करना पड़ेगा।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार एक दिन में एक एडल्ट व्यक्ति के आयोडीन की जरूरी खुराक 0.15 मिलीग्राम होनी चाहिए। जबकि इसकी लिमिट 1.1 मिलीग्राम है।
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खाना पकाने के लिए अच्छे आयोडीन नमक का उपयोग करने पर हमें आयोडीन की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है। इसलिए, हाइपरथायरायडिज्म से पीड़ित वयस्कों के लिए बेहतर यही होगा कि वे निम्नलिखित आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ से परहेज करें।
- मछली
- दूध और डेयरी
- पनीर
- अंडे की जर्दी
- आयोडीन युक्त नमक
- आयोडीन युक्त पानी
कुछ दवाओं में भी आयोडीन होता है, यदि आप उनका सेवन करते हैं तो सेवन बंद करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
ग्लूटेन
कुछ लोगों में ग्लूटेन का सेवन थायराइड में सूजन और लालिमा का कारण बन सकता है। यदि आपको ग्लूटेन से एलर्जी नहीं भी है तो भी इसके अधिक सेवन से परहेज करें।
ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ
- गेहूं
- जौ
- माल्ट
गेहूं या मैदा में ग्लूटेन पाया जाता है, इसलिए यह उचित होगा कि आप बाजार से ग्लूटेन फ्री आटा खरीदें।
सोया उत्पाद
कई रिसर्च में पाया गया है कि सोया उत्पाद से हाइपरथायरायडिज्म रोगियों में जोखिम और अधिक हो जाता है, इसलिए सोया उत्पाद का अधिक सेवन न करें या इसे बिल्कुल ही न खाएं।
कुछ सोया उत्पाद-
- सोय दूध
- सोया सॉस
- टोफू
- सोया आधारित क्रीमर
- सोया बड़ी
कैफीन
ऐसे खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ जिनमें कैफीन होता है, जैसे कॉफी, चाय, सोडा और चॉकलेट आदि हाइपरथायरायडिज्म के लक्षणों (चिंता, घबराहट, चिड़चिड़ापन, हार्ट रेट ) को बढ़ा सकते हैं। इसलिए इन्हें नहीं खाना चाहिए।
हाइपोथायरायडिज्म में क्या नहीं खाना चाहिए – Hypothyroidism Me Kya Nahi Khana chahiye
सोया उत्पाद
हाइपरथायरायडिज्म की तरह हाइपोथायरायडिज्म में भी सोया उत्पाद का सेवन वर्जित है। सोया दूध, सोया सॉस, टोफू, सोया आधारित क्रीमर, सोया बड़ी आदि के सेवन से परहेज करें।
पत्तेदार सब्जियां
कुछ पत्तेदार सब्जियाँ, जैसे- गोभी, ब्रोकोली, काले, फूलगोभी, पालक, आदि का सेवन नहीं करना चाहिए, दरअसल कई रिसर्च के मुताबिक़ इन सब्जियों के सेवन से थायराइड ग्रन्थि के आयोडीन को उपयोग करने की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है, नतीजन हार्मोन के उत्पादन में कमी आ जाती है और हाइपोथायरायडिज्म की समस्या तीव्र हो जाती है।
फैट युक्त आहार
फैट युक्त आहार खाने पर थायराइड के हार्मोन उत्पादन की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए आपको हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति में वसायुक्त खाद्य पदार्थ के सेवन से परहेज करना चाहिए, कुछ हाई फैट कंटेनिंग फूड नीचे दिए गए हैं।
- फ्राइड फूड
- डार्क चॉकलेट
- बर्गर
- फैटी स्नैक्स
- प्रोसेस्ड मीट
- मांस
- अंडा
- फैटी मछली
- मेवे
- चिया बीज
- शुद्ध जैतून का तेल
- नारियल का तेल
फाइबर
फाइबर का सेवन पूरे स्वास्थ्य के लाभदायक है, लेकिन यदि इसका सेवन लिमिट से अधिक है तो हाइपोथायरायडिज्म का उपचार करने वाली थायराइड हार्मोन रिप्लेसमेंट ड्रग्स को अवशोषित होने में परेशानी होगी।
50 तक की उम्र के महिलाओं और पुरुषों को 25 और 38 ग्राम फाइबर का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन हाइपोथायरायडिज्म के उपचार को प्रभावित करेगा।
हाई कैलोरी फूड
हाई कैलोरी फूड का सेवन करने से वजन बढ़ जाता है और यह थायराइड ग्रन्थि में हॉर्मोन के उत्पादन क्षमता को प्रभावित करता है। इसलिए हाई कैलोरी फूड का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
कुछ हाई कैलोरी खाद्य पदार्थ
- मछली
- टोफू
- एवोकैडो
- डेरी प्रोडक्ट
- स्वीट पोटैटो
- मीट
- नट्स
कुछ पेय पदार्थ
थायराइड रोग में कुछ ख़ास पेय पदार्थ जैसे- शराब, कॉफी, ग्रीन टी, कोल्डड्रिंक्स आदि नहीं पीना चाहिए।
निष्कर्ष – Conclusion
यराइड रोग के दौरान खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है, इसलिए आपको ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थ का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|