जब हमारे गले में उपस्थित एडेनोइड्स में सूजन आ जाता है और संक्रमण हो जाता है तो संक्रमण को कम करने और सांस लेने में सुधार लाने के लिए इन्हें सर्जरी के जरिए हटा दिया जाता है। एडेनोइड्स हटवाने के बाद संक्रमण खत्म हो जाता है लेकिन, इसके कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। आइये उनके बारे में जानते हैं।
एडेनोइड्स क्या है? What are Adenoids in Hindi?
गला के ओपनिंग के ऊपरी हिस्से और नाक के नीचे,दो ग्लैंड होते हैं जिन्हें हम एडेनोइड्स कहते हैं। टॉन्सिल्स की तरह ये भी हमारे इम्म्यून सिस्टम का एक आंतरिक हिस्सा हैं जो संक्रमण से सुरक्षा करने में अहम भूमिका निभाते हैं। जब हम सांस लेते हैं तो हवा के साथ बहुत से जर्म्स भी आते हैं, यह उन जर्म्स को भीतर जाने से रोकता है। बैक्टीरिया और वायरस से लड़ाई करते-करते ये संक्रमित हो जाते हैं जिससे एडेनोइड्स में सूजन हो जाता है।
सूजे हुए एडेनोइड्स साँस लेने में तकलीफ और खर्राटा का कारण बन जाते हैं। कई बार इनकी वजह से नाक और कान को जोड़ने वाली ट्यूब भी ब्लाक हो जाती है जिससे कान में फ्लूइड जमा होने लगता है। इस सभी दुष्प्रभावों से बचने के लिए एडेनोइड्स को हटाना एक बहुत ही अच्छा कदम है।
एडेनोइड्स हटाने के दुष्प्रभाव – Adenoids hatane ke side effects
1. खाने-पीने में परेशानी
एडेनोक्टोमी के बाद जब तक पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ नहीं होता है तब तक कुछ भी खाने-पीने या निगलने में उसे परेशानी होगी। इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि आप जल्दी रिकवर हो जाएं तो डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी सावधानियों का पालन करें।
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2. उल्टी और मितली
सर्जरी के बाद रोगी को दुरुस्त करने के लिए तरह-तरह की दवाइयां दी जाती हैं। इन दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण उल्टी और मितली हो सकती है। फिर भी आपको दवाइयों का सेवन करना चाहिए। कुछ दिनों बाद यह दुष्प्रभाव खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगा।
3. ब्लीडिंग
एडेनोइड्स की सर्जरी के दौरान भारी रक्तस्त्राव हो सकता है। कई बार रोगी को रिकवरी टाइम के समय भी ब्लीडिंग होती है, ऐसी स्थिति में ब्लीडिंग रोकने के लिए खुद से प्रयास करें और तुरंत ही डॉक्टर के पास जाएं।
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4. इन्फेक्शन
एडेनोइड्स हटवाने के बाद संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसलिए, यह बहुत आवश्यक है कि डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी दवाइयों का समय-समय पर सेवन करें। यदि संक्रमण से जुड़े कोई भी लक्षण प्रकट हो तो तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श करें।
5. डिहाइड्रेशन
हेल्दी रिकवरी के लिए शरीर में पानी की सही पूर्ति होता बहुत जरूरी है। लेकिन, कई बार दर्द के कारण रोगी तरल पदार्थों का बहुत कम सेवन करता है जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। डिहाइड्रेशन होने से लूज मोशन का खतरा रहता है और जख्म को भरने में समय लग सकता है। इसलिए दर्द का आड़ न लें और भरपूर मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें।
6. सिर दर्द और बुखार
एडेनोइड्स की सर्जरी के बाद सिर दर्द और बुखार होना आम है। यह लगभग हर किसी के साथ होता है। लेकिन, यदि बुखार 102 F से ज्यादा है तो डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। वहीँ, सिर में तेज दर्द होने पर सर्जन द्वारा बताए गए दर्द निवारक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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7.मुंह में पपड़ी
एडेनोक्टोमी के बाद दवाइयों के इस्तेमाल के कारण मुंह में पपड़ी जम सकती है। हालांकि, यह साइड-इफेक्ट्स कॉमन है जो 10 से 12 दिनों में दूर हो जाता है।
8. मुंह से दुर्गन्ध आना
ब्रश नहीं करने, तरह-तरह की दवाइयों का सेवन करने, मुंह में पपड़ी जम जाने आदि के कारण मुंह से दुर्गन्ध आ सकती है। कुछ दिनों बाद यह दुर्गन्ध स्वयं ही दूर हो जाती है।
9. सांस लेने में समस्या
एडेनोक्टोमी के बाद सांस लेने में तकलीफ हो सकती है लेकिन, कुछ समय बाद यह समस्या अपने आप ठीक हो जाती है। सोते समय सांस लेने पर आवाज आती है। अगर सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही है तो डॉक्टर से मिलें।
10. पेशाब कम आना
बच्चों में एडेनोक्टोमी के बाद पेशाब से जुड़ी समस्या देखने को मिल सकती है। दिन में केवल दो से तीन बार ही पेशाब आती है। इसके साथ चक्कर आना और सिर दर्द भी शामिल है।
निष्कर्ष – conclusion
एडेनोइड्स की सर्जरी के कई नुकसान हो सकते हैं लेकिन, बार-बार एडेनोइड्स में सूजन की समस्या होती है सर्जरी ही बेहतर विकल्प है। आपको एडेनोक्टोमी की जरुरत है या नहीं यह डॉक्टर से पूछें। सर्जरी के बाद किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट से बचने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पिएँ और समय-समय पर दवा लेते रहें।
एडेनोक्टोमी के लिए प्रिस्टिन केयर एक बेहतर विकल्प है|
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|