एनल फिस्टुला (भगंदर) के लिए जल्द इलाज करवाना ज़रूरी है क्योंकि यह समस्या अपने आप ठीक नहीं होती। Pristyn Care में, आप सबसे अच्छा लेजर उपचार, मेडिकल केयर कोऑर्डिनेटर और सर्जरी के बाद की देखभाल जैसी सुविधाओं के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों से एनल फिस्टुला(भगंदर) का इलाज प्राप्त कर सकते हैं।
एनल फिस्टुला (भगंदर) के लिए जल्द इलाज करवाना ज़रूरी है क्योंकि यह समस्या अपने आप ठीक नहीं होती। Pristyn Care में, आप सबसे ... और पढ़ें
निशुल्क परामर्श
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एनल फिस्टुला (भगंदर – Bhagandar) के अंदर बनने वाली एक लंबी सुरंग होती है जो दो ऐसी नसों या अंगों को जोड़ देती है जो प्राकृतिक रूप से नहीं जुड़ी होती हैं। जब किसी व्यक्ति को भगंदर होता है तो गुदा मार्ग के पास एक फोड़ा हो जाता है जिससे खून और पस निकलने लगता है और तेज दर्द होता है। अगर भगंदर शुरुआती स्टेज में है तो डॉक्टर पस निकालकर मरीज को दवा देकर सही करने की कोशिश करते हैं। लेकिन अगर भगंदर के फोड़े ने अंदर लंबी सुरंग बना ली है तो इसकी सर्जरी कराना ज़रूरी है।
• बीमारी का नाम
एनल फिस्टुला
• सर्जरी का नाम
लेजर ऑपरेशन
• अवधि
15 से 20 मिनट
• सर्जन
जनरल सर्जन
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डॉक्टर फिस्टुला के बाहरी जगह को देख कर जांच करता है की कोई दुर्गंधयुक्त पस तो नहीं है। फिस्टुला यानी भगंदर कितना गंभीर है ये देखने के लिए डॉक्टर एंडोस्कोपी या कोलोनोस्कोपी जैसे परीक्षण भी करवा सकता है। फिस्टुला (भगंदर) का सही निदान करने के लिए एमआरआई(MRI) या अल्ट्रासाउंड किया जा सकता है। Pristyn Care प्रोक्टोलॉजिस्ट (proctologist) अनुभवी हैं और शारीरिक परीक्षण के बाद एनल फिस्टुला(भगंदर) का निदान कर सकते हैं।
एनल फिस्टुला (Bhagandar) अपने आप से ठीक नहीं होता है इसलिए इस समस्या के इलाज के लिए सर्जरी की ज़रूरत होती है। एनल फिस्टुला (भगंदर) के इलाज के लिए सबसे प्रभावी उपाय है लेजर सर्जरी। लेजर सर्जरी भगंदर का एडवांस और तकनीक उपचार है, जिसमें एनल क्षेत्र में कट की कोई जरूरत नहीं होती है। लेजर उपचार से भगंदर का इलाज मात्रा 30 मिनट में समाप्त हो जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, मरीजों को पहले सामान्य या स्थानीय एनेस्थीसिया दिया जाता है। फिर जब मरीज सो जाता है तब सर्जन नियंत्रित लेजर किरणों को भगंदर पर डालता है और भगंदर सिकुड़कर ठीक हो जाता है। उपचार के दौरान कोई दर्द नहीं होता है और ना ही कोई रक्तस्त्राव होता है। उपचार के बाद 24 घंटे के भीतर बीमार व्यक्ति को हॉस्पिटल/क्लीनिक से छुट्टी दे दी जाती है।
ऑपरेशन की तैयारी करते समय अपने डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है ताकि यह तय हो पाए की आपके ठीक होने की प्रक्रिया सही दिशा में है।
एनल फिस्टुला (भगंदर) लेजर सर्जरी से ठीक होने की प्रक्रिया सरल है। हालांकि, यह ज़रूरी है कि आप डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें। इसके अलावा, निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
भोजन और जीवनशैली से जुड़े सुझाव
सर्जरी के बाद मुफ्त चैकअप
मुफ्त कैब सुविधा
24*7 सहायता
भगंदर की गंभीरता के अनुसार डॉक्टर तय करता है कि कौन सी प्रक्रिया फायदेमंद रहेगी। अन्य सर्जरी, जिनसे स्फिंकटर मांसपेशियों को कोई खतरा नहीं होता है, एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में भगंदर के दुबारा आने की संभावनाएं बढ़ जाती है। ऐसे में भगंदर के इलाज के लिए लेजर सर्जरी सबसे सुरक्षित और सफल प्रक्रिया है। इस सर्जरी से स्फिंकटर मांसपेशियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है और भगंदर के दुबारा आने की संभावना भी बहुत कम रहती है।
भगंदर दो प्रकार के होते हैं-
एनल फिस्टुला उपचार के लिए लेजर सर्जरी के निम्नलिखित फायदे हैं।
अगर आप एनल फिस्टुला(भगंदर) से पीड़ित हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आपको एक प्रोक्टोलॉजिस्ट((proctologists) के पास जाना चाहिए और जल्द से जल्द इलाज करना चाहिए। घरेलू उपचार लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं लेकिन सर्जरी ही एनल फिस्टुला(भगंदर) को ठीक करने का एकमात्र तरीका है।
नोट: गोपनीयता के लिए रोगी का विवरण बदल दिया गया है
नई दिल्ली के अमन ने करीब एक साल पहले अपने पैर में फुंसी जैसा फोड़ा देखा। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद उन्होंने एंटीबायोटिक्स का कोर्स किया जिससे पिंपल ठीक हो गया, लेकिन 2-3 महीने बाद फिर से पिंपल आ गया। उसके बाद, अमन ने कई बार दवाइयों का कोर्स किया, लेकिन दवा के हर कोर्स के बाद भी फोड़ा बार-बार आता रहा। अंत में, जब उसकी समस्या गंभीर हो गई, तो उसे बताया गया कि वह एनल फिस्टुला(भगंदर) से पीड़ित है। उन्होंने होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक डॉक्टरों से परामर्श करने का भी फैसला किया लेकिन कुछ जगहों पर सर्जिकल उपचार करने से इनकार कर दिया गया। इसके अलावा, डॉक्टरों ने अमन को बताया कि ओपन सर्जरी के लिए 2-3 महीने के आराम की ज़रूरत होगी।
तभी उन्होंने Pristyn Care से संपर्क किया।
उनके सर्जन डॉ. वैभव ने उनके परामर्श के द्वारा उनका मार्गदर्शन किया और लेजर सर्जरी का सुझाव दिया। डॉक्टर ने अमन से कहा कि उसे लेजर एनल फिस्टुला सर्जरी से कम दर्द होगा और वह जल्दी काम पर भी लौट सकता है। Pristyn Care ने सर्जरी के दिन मुफ्त पिक-अप और ड्रॉप कैब सेवाएं प्रदान की और अमन के डॉक्यूमेंटेशन का ध्यान रखा और बीमा प्राप्ति में भी सहायता प्रदान की। नतीजतन, अमन ने आराम महसूस किया और उन्हें सब कुछ करने के लिए इधर-उधर भागने की जरूरत नहीं पड़ी। उनकी बिना किसी समस्या के एक बेहतरीन सर्जरी हुई और उसी दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अमन जल्द ही ठीक हो गया और काम पर भी जाने लगा।
भगंदर का इलाज मुख्य रुप से 4 प्रकार से हो सकता है। इन 4 तरीकों में शामिल है –
भगंदर के शुरुआती स्टेज को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव शामिल है। इसके आलावा शुरुआत में इसे होम्योपैथिक दवाइयों, आयुर्वेदिक दवा से भी ठीक किया जा सकता है।
पढ़ें- भगंदर के लिए पतंजलि दवाइयां
भगंदर के लिए निम्न सर्जिकल प्रक्रियाएं की जा सकती हैं-
फिस्टुलोटोमी (Fistulotomy)
यह भगंदर का सबसे आम और सामान्य उपचार है, जिसमें भगंदर से प्रभावित ट्यूब को काटकर उसे हील होने के लिए खुला छोड़ दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद रोगी के जख्म भरने में बहुत अधिक समय लगता है।
फिस्ट्युलेक्टमी (Fistulectomy)
फिस्ट्युलेक्टमी में भगंदर को गुदा से पूरी तरह अलग कर दिया जाता है, यह भगंदर के एडवांस स्टेज में किया जाता है। फिस्ट्युलेक्टमी के बहुत से दुष्परिणाम भी होते हैं और यह एक जटिल सर्जरी है जिसके बाद रोगी को रिकवर होने में 4 से 6 सप्ताह का समय लग जाता है।
लेजर सर्जरी (Laser surgery)
ऊपर बताई गई दोनों सर्जरी में स्फिंकटर मसल्स पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है, लेजर सर्जरी भगंदर का एडवांस और उच्च तकनीक उपचार है, जिसमें गुदा क्षेत्र में कट की कोई जरूरत नहीं होती है। लेजर उपचार से भगंदर को मात्रा 30 मिनट में समाप्त कर दिया जाता है। लेजर उपचार में एक तय फ्रीक्वेंसी की लेजर बीम को भगंदर पर दागा जाता है और वे सिकुड़ जाते हैं। उपचार के दौरान कोई दर्द नहीं होता है और न ही कोई रक्तस्त्राव होता है। उपचार के बाद 24 घंटे के भीतर बीमार व्यक्ति को हॉस्पिटल/क्लीनिक से छुट्टी दे दी जाती है।
भगंदर के ऑपरेशन का खर्चा सर्जरी के प्रकार पर तय होता है। इसलिए हम कुछ प्रमुख प्रकार की सर्जरी का औसत खर्चा बता रहे हैं।
अधिक जानकारी के लिए जाने: भगंदर के ऑपरेशन का खर्च
Pristyn Care में, हम एनल फिस्टुला(भगंदर) का सुरक्षित और प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए लेजर एनल फिस्टुला सर्जरी जैसे विशेष उपचार प्रदान करते हैं। लेजर सर्जरी, रिकवरी के दौरान दर्द और परेशानी को कम करती है, और साथ ही अस्पताल में ज़्यादा समय के लिए नहीं रहना पड़ता। इस सर्जरी से मरीज तेजी से ठीक हो सकता है और रोज़ाना की गतिविधियों को कर सकता है। इसके अलावा, इस बेहतरीन लेजर सर्जरी का फायदा ये है कि इस सर्जरी से कोई निशान नहीं पड़ता। इसके अलावा, Pristyn Care प्रोक्टोलॉजिस्ट(proctologists) के पास एनल फिस्टुला (भगंदर) बीमारियों के इलाज का और एनल फिस्टुला लेजर सर्जरी करने का 8 से 10 वर्षों का अनुभव है इसलिए हमारे प्रोक्टोलॉजिस्ट (proctologists) की सर्जरी की सफलता दर काफी ज़्यादा है।
अगर आपको गुदा क्षेत्र से लगातार फोड़े, दर्द, या दुर्गंधयुक्त पस जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
एनल फिस्टुला(भगंदर) के लिए सबसे अच्छा उपचार सर्जरी है, क्योंकि वे अपने आप ठीक नहीं होते। उपलब्ध सभी सर्जिकल विकल्पों में से, लेजर सर्जरी को सबसे प्रभावी और बेहतर माना जाता है क्योंकि यह सटीकता प्रदान करती है, कम से कम चीरा या कट लगता है और मरीज तेजी से ठीक होते है।
नहीं, आप दवाओं से सिर्फ भगंदर के लक्षणों का मैनेज कर सकते हैं। भगंदर को पूरी तरह से ठीक करने का सर्जरी ही एकमात्र तरीका है।
हाँ। एनल फिस्टुला(भगंदर) के लिए लेजर सर्जरी पूरी तरह से सुरक्षित उपचार प्रक्रिया है क्योंकि इस प्रक्रिया में कम से कम चीरा या कट लगता है और इस सर्जरी में जोखिम कम रहता है। मरीज को तेजी से ठीक होने में मदद करता है।
एनल फिस्टुला (भगंदर) सर्जरी के बाद पूरी तरह ठीक होने में लगभग 30 से 45 दिन लगते हैं। हालाँकि, आप 1 से 2 दिनों के आराम के बाद रोज़ाना गतिविधियां शुरू कर सकते हैं।
भगंदर कब्ज की वजह से हो सकता है। कब्ज की वजह से मल में कठोरता रहती है जिससे एनस में चोट आ सकती है। तरल पदार्थ का सेवन करने से कब्ज की शिकायत दूर होती है और स्टूल मुलायम होता है। भगंदर से बचना चाहते हैं तो जरूरी मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें। गर्मी में दौड़-धूप करते समय पानी जरूर पिएं।
व्यायाम करने से पाचन तंत्र मजबूत रहता है और कब्ज की शिकायत नहीं रहती। आप कुछ खास प्रकार के व्यायाम कर सकते हैं जिनसे पेट और आंत मजबूत रहें। रोजाना आधा घंटा का समय व्यायाम करने में बिताएं। यह सेहत के लिए अच्छा रहेगा।
कब्ज की शिकायत है और मल कठोर है तो भगंदर होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। अगर सूखा मल निकलता है तो इससे भी फिस्टुला हो सकता है। फाइबर युक्त फल और सब्जियों को खाने से इन सभी शिकायतों से निपटा जा सकता है। जब तक मुलायम मल नहीं निकलता, तब तक फाइबर का भरपूर सेवन करें। इसके अलावा पानी भी उचित मात्रा में पिएं।
अगर भोजन पच चुका है और स्टूल पास करने की जरूरत है तो स्टूल पास तुरंत करे। अधिक देर तक मल रोकने से वह कठोर और सूखा हो जाएगा। ऐसा होने पर स्टूल पास करते वक्त कठिनाई होगी और भगंदर होने का भी खतरा रहेगा। इसलिए जब मल त्याग का मन करें जरूर त्यागें। इसके अलावा समय से पहले मल का त्याग न करें। ऐसा करने से पाचन तंत्र की मांसपेशियों में अनचाहा दबाव नहीं होगा।
किसी भी बीमारी की तरह भगंदर का भी परमानेंट इलाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि सर्जिकल ट्रीटमेंट के जरिए इसे ठीक किया जा सकता है। यह संभावना है कि फिस्टुला दोबारा हो सकता है। एनल फिस्टुला (भगंदर) के इलाज के लिए सबसे प्रभावी इलाज है लेजर सर्जरी। लेजर सर्जरी भगंदर का एडवांस सर्जिकल उपचार है, जिसमें एनल क्षेत्र में कट की कोई जरूरत नहीं होती है। लेजर सर्जरी से भगंदर का इलाज मात्रा 30 मिनट में किया जा सकता है।
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