एक गर्भवती महिला को आमतौर पर एंटीबायोटिक निर्धारित किया जा सकता है। लेकिन, विशिष्ट एंटीबायोटिक दवाओं का सावधानी से चुनाव करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान जहां एक तरफ कुछ एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन सुरक्षित होता है, वहीं दूसरी तरफ कुछ एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन असुरक्षित होता है। एंटीबायोटिक के सेवन की सुरक्षा काफी चीजों पर निर्भर करती है, जैसे कि गर्भावस्था में किस सप्ताह में कौन सी एंटीबायोटिक दवा का सेवन किया जा रहा है, कितनी मात्रा में सेवन किया जा रहा है, सेवन किए जाने वाले एंटीबायोटिक के क्या संभावित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं और कितने समय के लिए इन दवाओं का सेवन किया जा रहा है आदि।
- आमतौर पर गर्भावस्था में सुरक्षित माने जाने वाले निम्नलिखित एंटीबायोटिक दवाएं हैं:-
- क्लिंडामाइसिन (Clindamycin)
- इरिथ्रोमाइसिन (Erythromycin)
- पेनिसिलिंस जैसे कि एमोक्सिलिन और एम्पीसिलीन (Penicillins, like amoxicillin, ampicillin)
- सेफालोस्पोरिन्स जैसे कि सिफेक्लोर और सेफालेक्सिन (Cephalosporins, like cefaclor, cephalexin)
ऐसा माना जाता है कि कुछ अन्य एंटीबायोटिक्स गर्भावस्था में जोखिम पैदा करते हैं। उदाहरण के तौर पर, टेट्रासाइक्लिन विकासशील बच्चे के दांतों के रंग को खराब कर सकता है। आमतौर पर गर्भावस्था के 15वें सप्ताह के बाद टेट्रासाइक्लिन एंटीबायोटिक दवा का सेवन करने का सुझाव नहीं दिया जाता है। अगर एंटीबायोटिक ही महिला की स्थिति का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है, तो डॉक्टर सबसे सुरक्षित एंटीबायोटिक का सेवन करने कि सलाह देंगे।
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हाल ही में प्रकाशित एक स्टडी ने पाया कि जिन बच्चों की माओं ने गर्भावस्था के दौरान उन एंटीबायोटिक का अधिक मात्रा में सेवन किया जिसे गर्भावस्था के दौरान असुरक्षित माना जाता है तो दूसरे उन बच्चों की तुलना में जिनकी माओं ने गर्भावस्था के दौरान एंटीबायोटिक का सेवन नहीं किया था, एंटीबायोटिक लेने वाली माओं के बच्चों को 14 वर्ष की आयु तक इंफेक्शन होने का लगभग 20% अधिक खतरा रहता है।
क्या गर्भावस्था के दौरान एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करना सुरक्षित है?
एंटीबायोटिक दवाओं की एक विस्तृत श्रेणी है जिनका उपयोग बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण को रोकने और इलाज के लिए किया जाता है। एंटीबायोटिक या तो बैक्टीरिया को प्रजनन करने से रोकते हैं या पूरी तरह से बैक्टीरिया को मारने का काम करते हैं। नीचे दिए हुए कुछ संक्रमण का एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा इलाज किया जा सकता है।
- गला खराब (Strep throat)
- काली खांसी (Whooping cough)
- त्वचा में संक्रमण (Skin infections)
- दांतों में संक्रमण (Dental infections)
- बैक्टीरियल निमोनिया (Bacterial pneumonia)
- कान और साइनस संक्रमण (Ear and sinus infections)
- मूत्राशय और गुर्दे में संक्रमण (Bladder and kidney infections)
गर्भावस्था में एंटीबायोटिक दवाओं के लिए विकल्प
अगर किसी गर्भवती महिला को संक्रमण है और उसे एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता है, तो सौभाग्य से कुछ एंटीबायोटिक के कुछ सुरक्षित विकल्प हैं जिनका सेवन करने में वह महिला सक्षम हो सकती है। सबसे पहले डॉक्टर महिला का मूल्यांकन करते हैं और इस बात का पता लगाते हैं कि महिला को कोई जोखिम कारक हैं या नहीं। फिर इसके बाद, डॉक्टर एक ऐसे एंटीबायोटिक दवा का सेवन करने का सुझाव देते हैं जिसका गर्भावस्था में सेवन करना सुरक्षित होता है।
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गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को संक्रमण का सही इलाज मिलना महत्वपूर्ण है। संक्रमण का समय पर उचित उपचार नहीं होने पर यह गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास और गर्भवती महिला के स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। गर्भवती महिला को संक्रमण का सटीक इलाज ढूंढने में डॉक्टर उसकी मदद कर सकते हैं।
क्या गर्भावस्था के दौरान सभी एंटीबायोटिक्स समान रूप से सुरक्षित हैं?
इसका सरल उत्तर है – नहीं। जहां एक तरफ कुछ एंटीबायोटिक दवाएं ऐसी हैं जिनका इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान नहीं करना चाहिए, वहीं दूसरी तरफ कुछ एंटीबायोटिक दवाएं ऐसी भी हैं गर्भावस्था में जिनका सेवन सुरक्षित माना जाता है। लेकिन कुछ एंटीबायोटिक दवाएं ऐसी हैं जिनका सेवन गर्भावस्था कि शुरुआत में किया जाता है, अंत में नहीं, तथा कुछ एंटीबायोटिक दवाएं ऐसी हैं जिनका इस्तेमाल गर्भावस्था के अंत में किया जाता है, शुरुआत में नहीं। कुछ एंटीबायोटिक दवाएं ऐसी भी हैं जिनका इस्तेमाल पूरी गर्भावस्था के दौरान और डिलीवरी के बाद भी किया जा सकता है। आपके डॉक्टर आपको यह जानने में मदद कर सकते हैं कि आपको जिस एंटीबायोटिक की जरूरत है गर्भावस्था में उसका सेवन सुरक्षित है या नहीं।
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निष्कर्ष
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि गर्भावस्था की कुछ स्थितियों में एंटीबायोटिक दवाएं महत्वपूर्ण होती हैं। यह गर्भ में पल रहे शिशु और गर्भावस्था के दौरान होने वाली जटिलताओं की संभावना को कम करने में पूरी मदद करती हैं। लेकिन इसके बाद भी एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन डॉक्टर की निगरानी में तथा तभी करनी चाहिए जब इससे केवल फायदे होने की संभावना हो। गर्भावस्था में संक्रमण का इलाज करने के लिए आपके डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं के बदले घरेलू उपचार या प्राकृतिक उपचार का सुझाव भी दे सकते हैं।
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गर्भावस्था में अपने मन मुताबिक किसी भी एंटीबायोटिक दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपके डॉक्टर ने एंटीबायोटिक दवा का सेवन करने का सुझाव दिया है तो उस दवा का सेवन उसी तरह से करें जैसा कि आपके डॉक्टर ने कहा है। दवा की खुराक में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। दवा के कोर्स को पूरा करें और किसी भी प्रकार की कोई समस्या होने पर तुरंत अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं। गर्भावस्था एक बहुत ही नाजुक पल होता है। जरा सी लापरवाही आपके साथ-साथ आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए खतरा पैदा कर सकती है।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|