वैरिकोज वेन्स एक गंभीर बीमारी है जिसका समय पर उचित जांच और इलाज आवश्यक है। वैरिकोज वेन्स होने पर नसों में एक ही जगह खून जमा होने लगता है, जिसके कारण नसों पर दबाव पड़ता है और वे फूल जाती हैं। नसों में वॉल्व मौजूद होते हैं जिनका काम खून को शरीर के दूसरे हिस्से से दिल तक ले जाना है, लेकिन जब वॉल्व खराब हो जाते हैं या अपना काम सही से नहीं करते हैं तो खून दिल तक जाने के बजाय नसों में ही एक जगह जमा होने लगता है। वैसे तो वैरिकोज वेन्स शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह पैरों में देखा जाता है, क्योंकि शरीर का सारा भार पैरों पर ही होता है। वैरिकोज वेन्स की स्थिति में नसों का आकार बढ़ जाता है, वे टेढ़ी हो जाती हैं, उनमें सूजन और जलन होती है तथा वे स्किन के बाहर साफ-साफ झलकती हैं। वैरिकोज वेन्स का इलाज करने के ढेरों उपाय हैं। अगर वैरिकोज वेन्स अपनी शुरूआती स्टेज में है तो इसका इलाज आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से भी किया जा सकता है।
लहसुन से वैरिकोज वेन्स का प्रभावशाली इलाज
अगर आप वैरकोज वेन्स से परेशान हैं और घर बैठे इसका बढ़िया इलाज चाहते हैं तो आपको लहसुन का इस्तेमाल करना चाहिए। लहसुन एक ऐसा आयुर्वेदिक जड़ी है जिसका इस्तेमाल खान-पान को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ ढेरों बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है। लहसुन के इस्तेमाल से वैरिकोज वेन्स के लक्षण जैसे की सूजन और जलन को काफी हद तक कम किया जा सकता है। लहसुन का इस्तेमाल ब्लड वेसेल्स में मौजूद हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार लाने में मदद करता है। अगर आप लहसुन से अपने वैरिकोज वेन्स का इलाज करना चाहते हैं तो 5-6 लहसुन की कली को एक बॉटल में रखें और उसमें तीन संतरे और कुछ मात्रा में जैतून का तेल मिलाएं और एक मिश्रण तैयार करें फिर इस मिश्रण को 5-10 घंटों के लिए किसी सुरक्षित जगह पर रख दें। उसके बाद, इस मिश्रण से कुछ बूंदों को लेकर वैरिकोज वेन्स से प्रभावित क्षेत्र में लगभग 10-15 मिनट तक मालिश करें। नियमित रूप से कुछ महीनों तक इस मिश्रण का इस्तेमाल करने से वैरकोज वेन्स के लक्षणों से राहत मिलती है।
ब्राह्मी से वैरिकोज वेन्स का बेहतर इलाज किया जा सकता है
वैरिकोज वेन्स की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में ब्राह्मी का नाम सबसे ऊपर आता है। इस आयुर्वेदिक जड़ी से वैरिकोज वेन्स का बेहतर इलाज किया जा सकता है। ब्राह्मी नसों की टोनिंग के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जिसके कारण नसों में दर्द, जलन और सूजन से राहत मिलती है। वैरिकोज वेन्स का इलाज करने के लिए जसद भस्म के साथ ब्राह्मी का सेवन किया जाता है। इसके तीन फायदे हैं। पहला यह जिंक का एक समृद्ध स्रोत है। जिंक प्रभावी रूप से वैरिकोज वेन्स के कारण उत्पन्न खुजली को ठीक करने में मदद करता है। दूसरा यह कोलीज़न के गठन के माध्यम से रक्त के थक्कों को बनने से रोकता है। वैरिकोज वेन्स के कारण रक्त का थक्का एक बड़ी जटिलता है और तीसरा ब्राह्मी रक्त में विटामिन ई की एकाग्रता में भी मदद करती है।
अदरक से वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को दूर किया जा सकता है
अदरक एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक जड़ी है जिसके अंदर ढेरों औषधीय गुण पाए जाते हैं। लहसुन की तरह, अदरग भी शरीर में प्रोटीन सामग्री को तोड़ने और वितरित करके वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को दूर करता है। इसके अलावा, अदरक परिसंचरण को बढ़ाता और नसों में रक्त के जमाव को रोकता है। इस प्रकार, अदरक सूजन वाली नसों में रक्त के थक्के बनने की संभावना को कम करता है। अगर आप वैरिकोज वेन्स के लक्षणों से परेशान हैं तो आपको अदरक का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले एक बार आयुर्वेद के डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें।
बुचर ब्रूम वैरिकोज वेन्स में फायदेमंद होता है
बुचर ब्रूम भी एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो वैरिकोज वेन्स में बहुत फायदेमंद होता है। इस जड़ी में रुसोगेगिंस गुण पाया जाता है जो वैरिकोज वेन्स के लक्षण जैसे कि सूजन, जलन और दर्द को कम करता है। बुचर ब्रूम में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-इलास्टेज गुण भी पाए जाते हैं जो नसों में खून की रूकावट को कम करने में मददगार साबित होते हैं। अगर आप बुचर ब्रूम से वैरिकोज वेन्स का इलाज करना चाहते हैं तो इस जड़ी बूटी को खुराक के तौर पर 100 मिलीग्राम की मात्रा में दिन में दो बार सेवन करें। पौधों की जड़ों और बीज से बने बुचर ब्रूम की खुराक में कैल्शियम, पोटैशियम, क्रोमियम, सेलेनियम, मैग्नीशियम, सिलिकॉन, जिंक और विटामिन-बी पाए जाते हैं। यह नसों की सूजन, जलन और दर्द को कम करने तथा ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। अगर आप वैरिकोज वेन्स से परेशान हैं तो आयुर्वेद के डॉक्टर से परामर्श करने के बाद इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप ऊपर बताए गए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल वैरिकोज वेन्स का इलाज करने की नियत से करने चाहते हैं तो आपको सबसे पहले एक अनुभवी आयुर्वेद के डॉक्टर से मिलकर परामर्श करना चाहिए। डॉक्टर आपकी सेहत, पहले से मौजूद दूसरी बीमारी, पहले से चल रही दूसरी दवाओं, दवाओं या जड़ी बूटियों के प्रति एलर्जी, वैरिकोज वेन्स की गंभीरता और दूसरे ढेरों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के इस्तेमाल का सुझाव देते हैं। अपने मन मुताबिक किसी भी प्रकार के आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल आपकी बीमारी को ठीक करने के बजाय उसे और गंभीर और जटिल बना सकता है। आयुर्वेद के अनुभवी डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करना चाहिए।
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से फायदा नहीं होने पर क्या करें?
जैसा कि हमने ऊपर ही बताया कि अगर वैरिकोज वेन्स अपनी शुरूआती स्टेज में है तो इसका इलाज आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से किया जा सकता है। लेकिन अगर वैरिकोज वेन्स गंभीर रूप ले चुका है या इसके लक्षण मरीज की दैनिक जीवन में बाधाएं और परेशानियां पैदा करने लगे हैं तो सर्जरी ही इसका एकमात्र बेहतर इलाज बचता है। वैरिकोज वेन्स की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला पारंपरिक सर्जरी यानि ओपन सर्जरी और दूसरा लेजर सर्जरी है। लेजर सर्जरी वैरिकोज वेन्स का बेस्ट इलाज है। यह वैरिकोज वेन्स का एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल इलाज है जिससे किसी भी प्रकार के वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है।
वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी को एक अनुभवी और विश्वसनीय वैस्कुलर सर्जन की देखरेख में पूरा किया जाता है। इस सर्जरी को शुरू करने से पहले सर्जन मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी के दौरान सर्जन खराब नसों को काटकर बाहर निकाल देते हैं या उनसे खून के प्रवाह को बंद करके दूसरी स्वस्थ नसों से जोड़ देते हैं। इस सर्जरी को पूरा होने में लगभग 45 मिनट का समय लगता है। वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग तथा दर्द भी नहीं होता है। यह एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है, इसलिए सर्जरी के बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। सर्जरी खत्म होने के मात्र कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इतना ही नहीं, वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी के मात्र दो दिन बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को फिर से शुरू भी कर सकते हैं।
जहां आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से वैरिकोज वेन्स का इलाज करने में महीनों और सालों का समय लग सकता है। वहीं, लेजर सर्जरी की मदद से वैरिकोज वेन्स को मात्र एक दिन के अंदर हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है और वह भी बिना किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना किए। हमारे प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज लेजर सर्जरी से किया जाता है। इस सर्जरी को बहुत ही अनुभवी और विश्वसनीय वैस्कुलर सर्जन की देखरेख में पूरा किया जाता है। हमारे सर्जन को वैरिकोज वेन्स की गहरी समझ और लेजर सर्जरी में महारत हासिल है। ये सर्जन अब तक वैरिकोज वेन्स की हजारों सफल सर्जरी कर चुके हैं। दूसरे क्लिनिक या हॉस्पिटल की तुलना में हमारे क्लिनिक में वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी को काफी कम खर्च में किया जाता है। इतना ही नहीं, वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी वाले दिन हम अपने मरीज़ों को ढेरों सुविधाएं भी प्रदान करते हैं जिसमें सर्जरी वाले दिन फ्री पिकअप और ड्रॉप, सभी डायग्नोस्टिक टेस्ट पर 30% छूट और सर्जरी के बाद फ्री फॉलो-अप्स आदि शामिल हैं। अगर आप कम से कम खर्च में मॉडर्न और एडवांस लेजर सर्जरी से वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज कराना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|