पेशाब में जलन व दर्द कोई आम परेशानी नहीं है बल्कि यह किसी जटिल रोग का कारण हो सकती है। पेशाब में दर्द और जलन को अंग्रेजी में डिस्यूरिया (Dysuria) कहा जाता है। डिस्यूरिया ज्यादातर मूत्राशय (Urinary Bladder) में या फिर उसके आसपास के क्षेत्र में होता है। पेशाब में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट करवाना चाहिए। महिलाओं और पुरुषों में पेशाब में जलन की समस्या के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं।
पुरुषों में पेशाब में जलन के मुख्य कारण — Main Causes of Painful Urination in Men in Hindi
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
यूरिन मार्ग में इंफेक्शन की समस्या को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन कहते हैं। यह इंफेक्शन बैक्टीरिया (Bacteria) की वजह से होता है। जब मूत्रमार्ग (Urethra) के किसी एक क्षेत्र में भारी मात्रा में बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं तब यह समस्या होती है। हालांकि यह समस्या महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में कम देखी जाती है। बैक्टीरिया अगर यूरिन ट्यूब में जमा होते हैं तो यूरिन ट्यूब में सूजन, दर्द और जलन की समस्या होती है। इसे यूरेथ्राइटिस (Urethritis) कहते हैं। बैक्टीरिया अगर ब्लैडर (Bladder) में इंफेक्शन करते हैं तो इसे सिस्टाइटिस (Cystitis) कहते हैं। सिस्टाइटिस की समस्या महिलाओं में अधिक होती है। पुरुषों में यूरिन ट्यूब बहुत लंबी होती है जिसके कारण ‘बैक्टीरिया’ ब्लैडर तक नहीं पहुंच पाते हैं।
प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना
‘यूरिन मार्ग’ प्रोस्टेट ग्लैंड से चारों तरफ से घिरा होता है। जब प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ जाता है तब यूरिन मार्ग में दवाब पड़ने लगता है और फिर पेशाब में जलन का सिलसिला शुरू हो जाता है। प्रोस्टेट का बढ़ना एक गंभीर समस्या है जो शरीर के कई कार्यों को प्रभावित कर सकता है। इसलिए उचित है कि अगर आपके पेशाब में जलन की समस्या है तो एक बार इसकी जांच जरूर कराएं।
महिलाओं में पेशाब में जलन के मुख्य कारण — Main Causes of Painful Urination in Women in Hindi
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
महिलाओं में यूरिन मार्ग की लंबाई बहुत छोटी होती है जिससे बैक्टीरिया आसानी से अटैक कर सकते हैं। यह बैक्टीरिया यूरिनमार्ग के किसी भी हिस्से को चोट पहुंचा सकते हैं जिससे UTI की समस्या हो जाती है। इसलिए महिलाओं को साफ एवं स्वच्छ जगह में ही यूरिन करना चाहिए।
यीस्ट इंफेक्शन
यीस्ट इंफेक्शन महिलाओं के योनि (Vagina) में होने वाला एक संक्रमण है, जिससे पेशाब करते वक्त दर्द, योनि में खुजली और उत्तेजना की समस्या होती है। यह तब होता है जब योनि में मौजूद यीस्ट की मात्रा में असंतुलन हो जाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं में यीस्ट इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
महिलाओं और पुरुषों में पेशाब में जलन के अन्य कारण — Other Causes of Painful Urination in Male and Female in Hindi
- किडनी या मूत्राशय में पथरी।
- अधिक उम्र।
- त्वचा संबंधित रोग होंने पर एक्जिमा।
- गर्भावस्था।
- ब्लेडर का कैंसर या पौरुष ग्रंथि का कैंसर।
- योनि में सूखापन की समस्या।
- जनानांग की त्वचा में घाव।
- पेशाब करने में रुकावट आने पर जलन की समस्या होती है। यह तब होता है जब यूरिन मार्ग सिकुड़ जाता है या पौरुष ग्रंथि बढ़ने लगती है।
- यौन संचारित रोग।
- किडनी या यूरिन मार्ग में संक्रमण।
- साबुन से योनि साफ करने से योनि में सूखापन आता है जिससे पेशाब के दौरान जलन हो सकती है।
- यौन क्रियाओं के दौरान की गई लापरवाही पेशाब के दौरान जलन का कारण बनती हैं।
पेशाब में जलन और दर्द के लक्षण — Symptoms of Painful Urination in Hindi
- यूरिन के गंध में बदलाव आना।
- जांघ के आस-पास दर्द होना।
- पेशाब के रंग में बदलाव या पेशाब से खून आना।
- पेल्विक (Pelvic) क्षेत्र को छूने से दर्द होना।
- अधिक पेशाब करना, ज्यादातर रात में पेशाब लगना।
- बुखार, पेट में दर्द होना।
- उल्टी, दस्त, योनि में खुजली होना।
- सेक्स के दौरान दर्द व जलन होना।
- योनि से गीला पदार्थ बहना (यह खून भी हो सकता है)
- शरीर में कपकपी होना।
ऊपर बताए गए लक्षण नजर आते हैं तो बिना देरी के पेशाब में जलन की समस्या का इलाज करवाएं। यौन संचारित रोगों से भी पेशाब में जलन होती है।
डॉक्टर को कब दिखाएं — When to See Doctor
अचानक से पेशाब लगने पर, रुक-रुक कर पेशाब आने पर, पेशाब के साथ मवाद बहने पर, यूरिन पास करने में तकलीफ होने पर बिना देरी के डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
पेशाब में जलन से बचाव — Prevention of Painful Urination in Hindi
- सोने से पहले पेशाब करें।
- सेक्स के बाद पेशाब करें।
- पेशाब आने पर नहीं रोकें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें।
- ऐसे आहार न खाएं जिससे खुजली व जलन की समस्या हो जैसे कि खट्टे और मिर्च मसाले वाले पदार्थ।
- शराब और सिगरेट न पियें।
- गर्मी में कॉटन की ढीली अंडरवियर पहने। कड़ी अंडरवियर पहनने से पसीना आएगा और खुजली एवं जलन की समस्या होगी।
- सुरक्षित सेक्स करें।
- बहुत अधिक सेक्स करने से भी जलन की समस्या हो सकती है। अधिक देर तक सेक्स करने से बचें।
- गीली अंडरवियर या गीले पैड्स इस्तेमाल में न लाएं।
- कैफीन का सेवन कम से कम करें।
- विटामिन सी युक्त पदार्थ का अधिक सेवन करें। विटामिन सी संक्रमण से लड़ता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी बढ़ाता है।
पेशाब में जलन का परीक्षण — Diagnosis of Painful Urination in Hindi
काफी लोगों को पेशाब करने के दौरान दर्द की समस्या होती हैं। हो सकता है कि यह पेशाब में जलन के कारण हो, इसलिए इसका इलाज करवाना जरूरी नहीं है। कई बार यह अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन बार-बार पेशाब में दर्द व जलन की समस्या होने पर डॉक्टर से जांच करवा लेना चाहिए। परीक्षण के लिए डॉक्टर पेल्विक क्षेत्र की जांच करते हैं। इसके अलावा आपके किडनी की जांच भी की जा सकती है।
पेशाब की जांच
पेशाब की जांच कर ब्लेडर के संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। पेशाब में जलन की समस्या होने पर डॉक्टर पेशाब की जांच कर सकते हैं।
बैक्टीरियल कल्चर टेस्ट
यह टेस्ट एक खास किस्म के उपकरण (Instrument) से किया जाता है। उपकरण को योनि में डाला जाता है और संक्रमित क्षेत्र से कुछ पदार्थ निकाला जाता है। फिर डॉक्टर इस पदार्थ की जांच करते हैं।
ब्लड टेस्ट
हो सकता है कि आपके खून में बैक्टीरिया हों। पेशाब में जलन की समस्या होने पर खून की जांच की जा सकती है।
यौन संचारित रोगों की जांच
कई संचारित रोगों की वजह से पेशाब में जलन की समस्या होती है। ऐसे में यौन संचारित टेस्ट जैसे एचआईवी (HIV) संक्रमण टेस्ट, क्लैमाडिया (Chlamydia) टेस्ट आदि किए जा सकते हैं। अगर पेशाब में जलन का कारण संक्रमण नहीं है तो पूरे शरीर की जांच की जाएगी।
पेशाब में जलन की समस्या का इलाज — Treatment of Dysuria in Hindi
पेशाब में जलन की समस्या का इलाज उसके कारणों को जैसे कि सूजन, संक्रमण, आहार का पता कर इलाज किया जाता है।
- यूरिन मार्ग में इंफेक्शन होने पर एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन कर इसे ठीक किया जा सकता है। यूरिन मार्ग में इंफेक्शन से पेशाब में जलन है तो एंटीबायोटिक दवाइयों के सेवन के दो दिन बाद यह समस्या ठीक हो जाती है। अन्य दवाइयों का सेवन करने से इलाज में एक हफ्ते तक का समय लग सकता है।
- कुछ जटिल संक्रमण (Complex Infection) जैसे किडनी का रोग या इंफेक्शन होने पर इलाज काफी लंबा चल सकता है। यह हमारे शरीर की इम्युनिटी को कमजोर कर देते हैं जिससे इनका इलाज आसान नहीं होता है। जटिल संक्रमण रोग होने पर समय-समय पर यूरिन की जांच करवाते रहना चाहिए।
- ब्लेडर में बार-बार इंफेक्शन होने पर डॉक्टर आपको 6 महीने का एंटीबायोटिक डोज दे सकते हैं। यौन संचारित रोग होने पर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में एंटीबायोटिक दवाइयां लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे लोगों के इलाज के लिए दूसरे तरीके भी अपनाये जाते हैं।
- कुछ ऐसे इंफेक्शन भी होते हैं जिन पर एंटीबायोटिक दवाओं का असर नहीं होता है। यीस्ट इंफेक्शन उनमें से एक है। यीस्ट इंफेक्शन होने पर डॉक्टर एंटी-फंगल दवाइयां देते हैं। यह दवाइयां आपको टेबलेट के रूप में दी जा सकती है। इसके अलावा प्राइवेट पार्ट्स में लगाने के लिए एंटी-फंगल क्रीम भी डॉक्टर दे सकते हैं।
- यौन संचारित रोग से पीड़ित होने पर सिर्फ आपका इलाज नहीं बल्कि आपके पार्टनर का इलाज करने की भी जरूरत होती है। अगर ऐसा नहीं किया जाए तो स्वस्थ होने के बाद आप दोबारा इस रोग के चपेट में आ सकते हैं।
पेशाब में जलन का घरेलू उपचार — Home Remedies For Painful Urination in Hindi
दही
इंफेक्शन से लड़ने के लिए दही असरदायक हो सकता है। खतरनाक बैक्टीरिया को खत्म कर यह फायदेमंद बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। दही के सेवन से योनि का PH Level भी सामान्य बना रहता है। पेशाब में जलन की समस्या होने पर शहद के साथ दिन में दो से तीन कटोरी दही का सेवन करें।
नींबू
नींबू में सिट्रिक एसिड मौजूद होता है जो शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में सहायता करते हैं।
नींबू को इस्तेमाल में लाने के लिए दो से तीन चम्मच नींबू के रस को एक गिलास पानी में डालकर अच्छी तरह से उबालें। जब यह गुनगुना हो जाए तो इसमें शहद डालकर सेवन करें। इससे पेशाब की जलन से छुटकारा मिलेगा। रोजाना सुबह खाली पेट इस का सेवन करने से बहुत फायदा होता है।
खीरा
खीरा डिस्यूरिया को दूर करने का आसान उपाय है। खीरे में 90 प्रतिशत से अधिक मात्रा में पानी होता है जो शरीर को हाइड्रेट (Hydrate) रखता है। यह शरीर से विषैले पदार्थों को निकालता है। इससे शरीर का तापमान सामान्य रहता है। एक चम्मच नींबू का रस, एक चम्मच शहद और एक कप खीरे का जूस साथ में मिलाकर पियें। इससे पेशाब की जलन से छुटकारा मिलता है। खाना खाते वक्त सलाद के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं।
अदरक
अदरक में मौजूद एंटीवायरल गुण पेशाब में होने वाले दर्द और जलन की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। पेशाब की जलन में अदरक का इस्तेमाल आप तीन तरीकों से कर सकते है। रोजाना रात में सोने से पहले एक चम्मच अदरक का पेस्ट और एक चम्मच शहद का सेवन करें। यह नुस्खा पेशाब में जलन से छुटकारा दिलाएगा।
गुनगुने दूध में एक चम्मच अदरक का रस मिलाएं और सोने से पहले इसका सेवन करें। दो गिलास पानी में अदरक डालें फिर उसे उबालें, ठीक तरह से उबल जाने के बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें और फिर शहद मिलाकर सेवन करें। इसके अलावा आप अदरक की चाय भी पी सकते हैं।
धनिया
पेशाब की जलन शरीर में मौजूद गंदगी की वजह से हो सकती है। शरीर के अंदर विषैले पदार्थ खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस को जन्म देते हैं जिससे पेशाब में जलन हो सकती है। धनिया का सेवन शरीर को डिटॉक्स करता है। धनिया एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण से भरपूर है। धनिया से शरीर का तापमान भी सामान्य रहता है।
दो चम्मच धनिया को आधा लीटर पानी के साथ उबालें और इसका सेवन करें। 3-4 चम्मच धनिया पाउडर रात में आधा लीटर पानी में भिगो दें। सुबह इसे छान लें और थोड़ी मात्रा में गुड़ मिलाकर पीएं। ऐसा कुछ दिनों तक रोजाना करने से पेशाब की जलन दूर हो जाएगी।
नारियल पानी
महिलाओं में पेशाब की जलन को दूर करने के लिए नारियल पानी बेहतरीन उपाय है। नारियल पानी पीने से त्वचा की नमी बरकरार रहती है और यह बैक्टीरिया से लड़ने में भी मदद करता है।
मेथी
रोजाना आधा चम्मच मेथी पाउडर को एक गिलास छाछ में मिलकर इसे दिन में 2 से तीन बार पीएं। पेशाब की जलन दूर हो जाएगी।
एक चम्मच शहद में एक चम्मच मेथी बीज के पाउडर को मिलाकर दिन में दो बार चाटें।
एक गिलास पानी में 3 चम्मच मेथी के दाने भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी को छान कर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पीएं। पेशाब में जलन और दर्द की समस्या दूर हो जाएगी।
ठंडा दूध
एक इलायची लेकर उसके दानों को पीस लें। अब इस पाउडर को ठंडे दूध में मिलाकर सेवन करें। इससे पेशाब की जलन दूर होती है।
हल्दी पाउडर
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो सूजन रोधी है और दर्द कम करने में मददगार साबित होते हैं। गुनगुने दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर सेवन करें। इसके अलावा आप एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर भी पी सकते हैं। यह आपके शरीर की सुरक्षा प्रणाली को भी बेहतर बनाने का काम करता है।
अनार
अनार का सेवन करने से पेशाब की जलन में लाभ मिलता है। रोजाना एक अनार का सेवन करें। इसके अलावा आप अनार का जूस भी ले सकते हैं।
मिश्री और सौंफ
आधा चम्मच मिश्री और आधा चम्मच सौंफ का पाउडर एक गिलास पानी में डालकर रात भर के लिए रख दें। सुबह इस पानी का सेवन करें। ध्यान रहे इस पानी का सेवन छाने बिना ही करें। ऐसा करने से कुछ ही समय बाद जलन की समस्या दूर हो सकती है।
बर्फ की सिकाई
जलन की समस्या होने पर बर्फ को किसी कॉटन कपड़े या पॉलीथीन में भरकर अपने पेट में ठंडा मसाज करें। आधा घंटे तक बर्फ की सिकाई करने से पेशाब में जलन दूर हो सकती है।
निष्कर्ष
पेशाब में जलन की समस्या को नजरंदाज करने से आपके शरीर को कई समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं। पेशाब में जलन किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। अगर घरेलू उपाय के कुछ दिनों बाद भी आपको पेशाब की जलन से राहत नहीं मिल रही है तो तुरंत ही किसी अच्छे डॉक्टर से इसकी जांच करवानी चाहिए।
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