जब कई प्रयासों के बाद भी महिला नेचुरल तरीके से गर्भधारण कर पाने में असफल हो जाती है तो डॉक्टर उसे आईवीएफ उपचार कराने की सलाह देते हैं। आईवीएफ उपचार की प्रक्रिया कई चरणों (steps) में पूरी होती है, एम्ब्रायो ट्रांसफर आईवीएफ साइकिल का एक आखिरी चरण होता है जिसमें पेट्री डिश में तैयार किए गए भ्रूण (embryo) को महिला के गर्भाशय की परत में स्थानांतरित (transfer) किया जाता है।
जैसा कि आईवीएफ उपचार में खर्च अधिक होता है और सक्सेस रेट के चांसेस अधिक नहीं होते हैं, इसलिए भ्रूण स्थानांतरण के बाद महिला को कई तरह की सावधानियों का ध्यानपूर्वक पालन करना पड़ता है।
इस दौरान सावधानी बरतने के तौर पर महिला के दिमाग में एक प्रश्न आता है कि गर्भधारण को सफल बनाने के लिए एम्ब्रायो ट्रांसफर के बाद कैसे सोना चाहिए? चलिए इस प्रश्न का उत्तर जानते हैं।
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एम्ब्रायो ट्रांसफर के बाद कैसे सोना चाहिए?
आप किसी भी पोजीशन में सो सकती हैं (जिधर भी कम्फर्ट मिले), चाहे वो पेट के बल हो, लेफ्ट साइड हो या राईट साइड हो।
बहुत से लोग सोचते हैं कि यदि मैं पेट के बाद सोऊँगी तो मेरा सक्सेस रेट कम हो जाएगा। जबकि, ऐसा नहीं होता है। भ्रूण स्थानान्तरण के बाद महिला किसी भी अवस्था में कैसे भी सो सकती है।
इस बारे में बाकायदा कई रिसर्च हुई हैं और उनमें पाया गया है कि महिला के सोने के पोजीशन और आईवीएफ सक्सेस रेट के बीच कोई संबंध नहीं होता है और न ही इससे भ्रूण के प्रत्यारोपण (embryo implantation) में कोई फर्क पड़ता है।
आईवीएफ का सक्सेस रेट कई बातों पर निर्भर करता है, इसे पढने के लिए आप यहाँ क्लिक करें।
निष्कर्ष-
एक चीज जरूरी है कि आप इस दौरान प्रॉपर नींद लें। यह जरूरी नहीं है कि आप लेफ्ट, राईट या पेट के बल सोयें। आप किसी भी अवस्था में आसानी से सो सकती हैं। यदि आप हमारे फर्टिलिटी विशेषज्ञ से कंसल्ट करना चाहते हैं तो हमें फोन कर सकते हैं या फ्री अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। हमारे यहाँ आईवीएफ का अच्छा सक्सेस रेट है।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|