Hiatal hernia in Hindi

मुनीम ट्रेन में सफ़र कर रहे थे तभी अचानक से उनके पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने लगा। उन्होंने दर्द को सामान्य समझकर नजरअंदाज कर दिया, और एक पेनकिलर खा लिया। उस दौरान उनका दर्द कम हो गया। लेकिन, कुछ समय बाद उनकी वेदना और तीव्र हो गई। दर्द से बेहाल मुनीम ने तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लेने में अपनी भलाई महसूस की।

कराहते हुए मुनीम Prtistyn Care के वरिष्ट डॉक्टर विकास से मिलते हैं और अपनी आपबीती बताते हैं। डॉक्टर विकास ने मुनीम को हाईटल हर्निया की जांच करवाने को कहा तब मुनीम का डर उनकी आँखों से साफ़ झलक रहा था। उन्होंने चौंककर कहा –हर्निया!

मुनीम ने पूछा, “डॉक्टर साहब ये हाइटल हर्निया क्या होता है?” आइये जानते हैं डॉक्टर विकास ने उन्हें क्या बताया-

हाईटल हर्निया क्या है? – What is Hiatal Hernia in Hindi?

एक ऐसी स्थिति जब शरीर का कोई आंतरिक अंग या उसका हिस्सा आप्रकृतिक रूप से अंग के दूसरे हिस्से में पहुंच जाता है हर्निया कहलाता है। डाईफ्राम के अंदर एक विशेष छेद होता है जिसे हाइटस (hiatus) कहते हैं।

हाइटस एक प्रकार की दीवार है जो कई किस्म की मांशपेशियों से मिलकर बनी होती है और छाती को पेट से अलग करने में अहम किरदार निभाती है। इस छेद के जरिए फ़ूड पाइप पेट तक सफ़र करता है। जब पेट का कोई भाग हाइटस को पार करके छाती के भीतर प्रवेश करता है तो उसे हाईटल हर्निया कहा जाता है। 

Hernia Surgery

हाइटल हर्निया के कितने प्रकार हैं – Types of Hiatal Hernia in Hindi

विशेषतौर पर हाइटल हर्निया दो प्रकार का होता है। 

स्लाइडिंग हाइटल हर्निया(Sliding hiatal hernia)

गले से शुरू होने वाली फ़ूड पाइप अंत में पेट से जाकर मिल जाती है। इस जोड़ को esophagogastric junction कहते हैं। जब esophagogastric junction हाइटस में चला जाता है तो उसे स्लाइडिंग हाइटल हर्निया कहते हैं।

पैरा-इसोफेजियल हर्निया (Para-esophageal hernia)

स्लाइडिंग हाइटल हर्निया के मुकाबले हर्निया का यह प्रकार ज्यादा खतरनाक होता है। पैरा-इसोफेजियल हर्निया में पेट का एक हिस्सा डाईफ्राम के छेद में चला जाता है और कई बार यह फूड पाइप के बराबरी तक पहुँच जाता है जिससे ख़ून की सप्लाई में बुरा प्रभाव पड़ता है।  हाईटल हर्निया का यह प्रकार ज्यादा लक्षण प्रकट नहीं करता है। इसमें रोगी के पेट में एंठन देखने को मिल सकता है।

पढ़ें- हर्निया की आयुर्वेदिक थेरेपी

हाइटल हर्निया के क्या कारण हैं? – What are the Causes of Hiatal Hernia in Hindi?

अभी तक हाइटल हर्निया होने का कोई विशेष कारण नहीं मिला है। विशेषतौर पर जब हाइटस की मांसपेशियों के टिश्यू कमजोर पड़ने लगते हैं तो पेट का कोई भी हिस्सा आसानी से अन्दर चला जाता है। फिर भी, डॉक्टर हाइटल हर्निया के लिए कुछ कारणों को जिम्मेदार ठहराते हैं।

  • अगर जन्म के दौरान शिशु का हाइटस सामान्य आकार से बड़ा होता है तो आगे चलकर हाइटल हर्निया हो सकता है
  • डाईफ्राम के हिस्से में किसी प्रकार की चोट लग जाने के कारण
  • उम्र बढ़ने के साथ आपके डायाफ्राम में बदलाव
  • कोई भी ऐसा कार्य करना जिससे पेट में दबाव की स्थिति हो
  • गर्भावस्था
  • मोटापा

हाइटल हर्निया की ज्यादातर समस्या ऐसी महिलाओं में देखने को मिली है जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है और उनका वजन बहुत ज्यादा है। वजन ज्यादा होने की वजह से पेट में जोर पड़ता है वहीं उम्र बढ़ने के साथ-साथ मांसपेशियाँ भी कमजोर पड़ जाती है और दोनों ही स्थिति हाइटल हर्निया के लिए अनुकूलित हैं।

पढ़ें- हर्निया के लिए योग

हाइटल हर्निया के क्या लक्षण हैं? – What are the Symptoms of Hiatal Hernia in Hindi?

ज्यादातर लोग हाइटल हर्निया होने पर किसी भी तरह का लक्षण नहीं प्रकट करते हैं। लेकिन, अगर पेट का कोई बड़ा हिस्सा छाती में चला जाता है तब रोगी कई तरह के लक्षणों को प्रकट कर सकता है।

  • सीने में जलन और दर्द
  • सांस फूलना
  • पेट में असहनीय दर्द
  • खट्टी डकारें
  • पेट की एसिड फ़ूड पाइप तक पहुंच जाना (Acid reflux)
  • मुंह से बदबू आना
  • मुंह में बुरा स्वाद लगना
  • उलटी
  • मल त्याग और पेट की गैस बाहर निकालने में असहजता महसूस होना

अगर हाइटल हर्निया से जुड़े ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण लगातार दिखाई देते हैं तो रोगी को तुरंत ही डॉक्टर से जांच करवाना चाहिए।

पढ़ें- हर्निया का घरेलू इलाज

हाइटल हर्निया की जांच कैसे करते हैं? – Diagnosis of Hiatal Hernia in Hindi

लक्षण देखकर हाइटल हर्निया का सही दावा करना पूरी तरह से अनुचित है। इसलिए, डॉक्टर हाइटल हर्निया होने की आशंका पर चार तरह की जांच कर सकते हैं। 

बेरियम स्वॉलो (Barium Swallow) 

बेरियम स्वॉलो एक प्रकार का एक्स-रे टेस्ट हैं। इस टेस्ट में आपको एक प्रकार की डाई पिलाई जाती है। यह डाई आपके अंगों को साफ-साफ़ दिखाने में मददगार होती है और डॉक्टर कंप्यूटर स्क्रीन पर आपके हर्निया का ठीक तरह से निदान कर पाते हैं।

एंडोस्कोपी (endoscopy)

आपका डॉक्टर आपके गले के नीचे एंडोस्कोप नामक एक लंबी, पतली ट्यूब डालता है। ट्यूब के अंत पर एक कैमरा लगा होता है जो आपके फ़ूड पाइप और पेट के अंदरुनी हिस्से को दिखाता है।

एसोफैगल मैनोमेट्री (esophageal manometry)

इस टेस्ट में एक प्रकार की ट्यूब,आपके गले के नीचे डाली जाती है। इस ट्यूब से फ़ूड पाइप का प्रेशर मापा जाता है।

पीएच टेस्ट (PH test)

यह टेस्ट फ़ूड पाइप में एसिड की मात्रा का पता लगाने के लिए किया जाता है।

हाईटल हर्निया का इलाज – Treatment of Hiatal Hernia in Hindi

अगर आपको हाइटल हर्निया के कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं तो इसके इलाज की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। कुछ लक्षण और कुछ परिस्थिति में आपके डॉक्टर हाइटल हर्निया का इलाज करने के दो तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइये जानते हैं उन तरीकों को।

पढ़ें- हर्निया की होम्योपैथिक दवा

दवाएं

अगर आपको एसिड रिफ्लक्स है तो हाइटल हर्निया के लक्षण को ख़तम करने के लिए डॉक्टर कुछ विशेष प्रकार की दवाएं दे सकते हैं।

  • पेट में एसिड की मात्रा को कम करने के लिए एंटासिड (antacid) दे सकते हैं। 
  • पेट में एसिड के निर्माण को कम करने के लिए प्रोटॉन पंप अवरोधक (Proton pump inhibitors) या H-2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स (H-2 receptor blockers) दे सकते हैं।

सर्जरी

अगर हाइटल हर्निया को दवाइयों की मदद से ठीक नहीं किया जा सकता तो डॉक्टर कुछ ख़ास किस्म की सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं। ये सर्जरी कुछ इस प्रकार से हो सकती हैं।

  • फ़ूड पाईप की मांसपेशियों का पुनः निर्माण करना।
  • पेट के हिस्से को दोबारा से उसकी सामान्य स्थिति पर पहुँचाना और डाईफ्राम के छेद को छोटा करना।

हाइटल हर्निया को ठीक करने के लिए डॉक्टर लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (laparoscopic surgery) का सहारा ले सकते हैं। जिसमें कोई बड़ा घाव नहीं बनता है वहीं, रिकवर होने में भी बहुत कम समय लगता है। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर आपके पेट और छाती के बीच एक छोटा सा कट लगाते हैं और लैप्रोस्कोप (laparoscope) सहित कई दूसरे एडवांस उपकरण से परिस्थिति को सामान्य करते हैं।

सर्जरी के बाद हाइटल हर्निया पूरी तरह से ठीक हो जाता है। लेकिन, अगर आप अपने जीवनशैली में इसके कारणों को दोबारा शामिल कर लेते हैं तो आप पुनः से हाइटल हर्निया की गंभीर परिस्थिति से गुजर सकते हैं। इसलिए इस बात का ध्यान दें कि आपका वजन जरूरत से ज्यादा न हो, पेट की मांसपेशियों में खिचाव की स्थिति न हो और पेट के किसी भी हिस्से पर ज्यादा दबाव न पड़े।

इतना जानने के बाद मुनीम ने डॉक्टर विकास से हाइटल हर्निया की जांच करवाने का निर्णय लिया। गनीमत यह रही कि, उसे यह बीमारी नहीं थी। लेकिन, अगर आप अपने शरीर में हाइटल हर्निया के लक्षण देखते हैं तो इसकी जांच जरूर करवाएं।

हाइटल हर्निया की जांच और इलाज के लिए Pristyn Care

कई वजह हैं जो हाइटल हर्निया के इलाज के लिए Pristyn Care को एक उत्तम क्लिनिक बनाती हैं। जैसे-

  • हमारे सभी सर्जन को कई वर्षों का अनुभव है।
  • सर्जरी के दौरान एडवांस उपकरणों का इस्तेमाल होता है।
  • सभी मरीजों को फ्री-फॉलो अप की सुविधा।
  • डायग्नोसिस में 30 % तक की भारी छूट।
  • गुप्त परामर्श और आरामदायक कमरे में इलाज।

निष्कर्ष – Conclusion

अगर समय रहते हाइटल हर्निया का इलाज न करवाया जाए तो यह स्ट्रेंगुलेटेड हाइटल हर्निया (Strangulated hiatal hernia) की गंभीर परिस्थिति में तब्दील हो सकता है। इसलिए लक्षण नजर आने पर तुरंत ही जांच करवाएं और उपचार की आवश्यकता पड़ने पर उचित उपचार लें।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

Author

Updated on 20th October 2023