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लाइफस्टाइल और खान पान खराब होने के कारण पुरुष आज कई तरह की बीमारियों एवं परेशानियों से जूझ रहे हैं। हाइड्रोसील की समस्या भी इन्ही में से एक है। आज यह समस्या पुरुषों के बीच सामान्य बन चुकी है। इससे पीड़ित होने कि स्थिति में बच्चे या जवान पुरुष इसके बारे में खुलकर बात करने से शर्माते हैं जिसके कारण यह छोटी सी परेशानी आगे जाकर गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती है। Homeopathic Medicine For Hydrocele in Hindi आमतौर पर हाइड्रोसील सबसे ज्यादा शिशुओं में पाया जाता है जो कुछ समय के बाद अपने आप ही ठीक हो जाता है। लेकिन इससे पीड़ित पुरुष को इलाज कि आवश्यकता पड़ती है। 

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हाइड्रोसील से पीड़ित होने कि स्थिति में लापरवाही बरतने या समय पर इसका सही इलाज न कराने कि वजह से यह पुरुष में इनफर्टिलिटी का कारण भी बन सकता है। प्रिस्टीन केयर के इस ब्लॉग में आज हम आपको हाइड्रोसील के कारणों, हाइड्रोसील के लक्षणों और Homeopathic Medicine For Hydrocele Problem इसकी होम्योपैथिक दवाओं के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। तो आइए हाइड्रोसील के बारे में जानते हैं।              

हाइड्रोसील क्या है — What is Hydrocele in Hindi — Hydrcocele in Hindi — Hydrocele Hindi Me 

हाइड्रोसील पुरुषों में होने वाली एक बीमारी है। इससे पीड़ित पुरुष के अंडकोष में पानी जमा हो जाता है जिसके कारण अंडकोष का आकार बढ़ जाता है तथा उसमें भारीपन आ जाता है। हाइड्रोसील के कारण अंडकोष में सूजन और दर्द भी होता है। यह समस्या किसी भी उम्र के पुरुष को प्रभावित कर सकती है। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन समय पर इसका जांच और इलाज आवश्यक है।      

हाइड्रोसील के क्या कारण हैं — What Are The Causes Of Hydrocele in Hindi — Hydrocele Ke Kya Kaaran Hote Hain  

दूसरी बीमारियों कि तरह हाइड्रोसील के भी कुछ संभावित कारण हैं। अगर समय पर आपको इन कारणों की जानकारी हो जाए तो मात्र कुछ सावधानियों को बरतकर आप खुद को इस बीमारी से सुरक्षित तथा इसके जोखिमों को दूर रख सकते हैं। हाइड्रोसील के कारणों में अनुवांशिकी कारण का होना, इनगुइनल हर्निया से पीड़ित होना, अंडकोष के आस पास अधिक तरल पदार्थ का निर्माण होना, अंडकोष में चोट लगना, ऐसे इंफेक्शन से पीड़ित होना जो हाइड्रोसील का कारण बन सकता है, अधिक वजन उठाना, खड़े होकर पानी पीना, प्रेगनेंसी के आखिरी महीने में किसी प्रकार कि समस्या होना, प्रोस्टेट कैंसर कि शिकायत होना आदि शामिल हैं। Medicine For Hydrocele in Homeopathy in Hindi अगर आप ऊपर बताए गए लक्षणों या बीमारियों से पीड़ित हैं तो आपको तुरंत इनका इलाज कराना चाहिए ताकि हाइड्रोसील होने कि संभावना खत्म हो जाए।     

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हाइड्रोसील के क्या लक्षण होते हैं — What Are The Symptoms Of Hydrocele in Hindi — Hydrocele Ke Kya Lakshan Hote Hain   

सही जानकारी नहीं होने के कारण अक्सर लोग हाइड्रोसील के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन जब इसके लक्षण गंभीर रूप लेना तथा तकलीफ देना शुरू करते हैं तब दिमाग में इसके इलाज का ख्याल आता है। हाइड्रोसील से पीड़ित मरीज अपने अंदर और खासकर अंडकोष में ढेरों लक्षणों को महसूस करते हैं जिसके आधार पर उन्हें इस बात का ज्ञात होता है कि उन्हें हाइड्रोसील है। Medicine For Hydrocele in Homeopathy Hindi Me डॉक्टर भी लक्षणों के आधार पर ही हाइड्रोसील की जांच कर इसके होने या न होने कि पुष्टि करते हैं। 

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हाइड्रोसील के लक्षणों में चलने फिरने में दर्द और परेशानी होना, अंडकोष में सूजन कि शिकायत होना, अंडकोष में तेज दर्द होना, अंडकोष का आकार बढ़ना, शरीर का अस्वस्थ होना, कब्ज होना, उलटी कि समस्या होना, दस्त से परेशान होना, ज्ञानेन्द्रियों कि नसों का ढीला और कमजोर पड़ना, कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील का छोटा या बड़ा होते रहना, अंडकोष में भारीपन महसूस होना, उठने बैठने में परेशानी होना आदि शामिल हैं। Homeopathic Medicine For Hydrocele in Hindi अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण को खुद में अनुभव करते हैं तो बिना देरी किए डॉक्टर से मिलकर इसके पीछे के कारणों का पता लगाकर सटीक इलाज कराना चाहिए। 

Hydrocele Surgery

हाइड्रोसील की होम्योपैथिक दवा — Homeopathic Medicines For Hydrocele in Hindi — Hydrocele Ki Homeopathic Dawa

हाइड्रोसील का इलाज करने के लिए ढेरों उपाय मौजूद हैं। इसमें एलोपैथी और आयुर्वेदिक दवा, घरेलू नुस्खे और सर्जरी शामिल हैं। सर्जरी में लेजर सर्जरी को हाइड्रोसील का सबसे बेहतर इलाज का माध्यम माना जाता है। क्योंकि लेजर सर्जरी की मदद से हाइड्रोसील को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को जरा भी दर्द और ब्लीडिंग का सामना नहीं करना पड़ता है। Medicine For Hydrocele in Homeopathy इस सर्जिकल प्रक्रिया के बाद मरीज को दाग, जख्म या इंफेक्शन होने का खतरा लगभग न के बराबर होता है तथा मरीज की रिकवरी भी बहुत जल्दी हो जाती है। यही कारण है कि मरीज हाइड्रोसील के दूसरे इलाज की तुलना में लेजर सर्जरी को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं।      

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आमतौर पर डॉक्टर लेजर सर्जरी करने का सुझाव तभी देते हैं जब हाइड्रोसील गंभीर रूप ले लेता है तथा मरीज के पास सर्जरी ही एकमात्र ऑप्शन बचता है। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी लगभग आधे घंटे में पूरी हो जाती है और मरीज को उसी दिन हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। अगर आप भी हाइड्रोसील के लक्षणों को खुद में अनुभव करते हैं या हाइड्रोसील से पीड़ित हैं तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद लेजर सर्जरी के जरिए इस समस्या से बिना परेशानी का सामना किए छुटकारा पा सकते हैं। Homeopathic Medicine For Hydrocele Pain in Hindi सर्जरी, एलोपैथी और आयुर्वेदिक दवा के अलावा आप होम्योपैथिक दवा की मदद से भी हाइड्रोसील का प्रभावशाली तरीके से इलाज कर सकते हैं।  

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हाइड्रोसील को ठीक करने के लिए स्पंजिया को एक बेहतर होम्योपैथिक दवा के रूप में देखा जाता है। इसके अंदर कुछ खास गुण पाए जाते हैं जो धीरे धीरे हाइड्रोसील के लक्षणों को कम और हाइड्रोसील को ठीक करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। अगर आप हाइड्रोसील की समस्या से परेशान हो चुके हैं तो इस दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। Homeopathic Medicine For Hydrocele Problem in Hindiयह अंडकोष के कड़ेपन, सूजन और दर्द को काफी प्रभावशाली तरीके से कम कर आपको राहत देता है। लेकिन ध्यान रहे कि इस दवा का इस्तेमाल डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही करना है। बिना डॉक्टर के सुझाव के इस दवा का इस्तेमाल आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है तथा आपको फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान पहुंचा सकता है। 

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डॉक्टर का मानना है कि बेलाडोना भी हाइड्रोसील का बढ़िया होम्योपैथिक दवा है। इसका उपयोग हाइड्रोसील के कारण उत्पन्न समस्याओं और परेशानियों को खत्म करने के लिए किया जाता है। डॉक्टर आपके हाइड्रोसील की जांच करने तथा उसकी गंभीरता को देखने के बाद बेलाडोना का सेवन करने का सुझाव देते हैं तथा इसकी खुराक तय करते हैं। हाइड्रोसील के लक्षणों से राहत पाने और इस परेशानी को दूर करने के लिए बेलाडोना एक बेहतर होम्योपैथिक दवा के रूप में काम आ सकता है। Homeopathic Medicine For Hydrocele Pain इस दवा का इस्तेमाल करने के बाद आपको दूसरी दवा या सर्जरी कि आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कुछ सप्ताह तक नियमित रूप से इसका सेवन करने के बाद आपको पॉजिटिव रिजल्ट देखने को मिलेगा। 

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हाइड्रोसील से पीड़ित होने कि स्थिति में कैल्केरिया कार्ब नामक होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल भी काफी प्रभावशाली माना जाता है। हाइड्रोसील के लक्षणों को दूर करने में यह दवा बड़ी भूमिका निभाता है। यह अंडकोष के सूजन और दर्द को कम तथा उसके आकार को बढ़ने से रोकने का काम करता है। Medicine For Hydrocele in Homeopathy इतना ही नहीं, इस दवा के उपयोग से अंडकोष का सूजन और भारीपन भी काफी हद तक कम होता है। शायद यही कारण है कि हाइड्रोसील से पीड़ित मरीज को डॉक्टर कैल्केरिया कार्ब का इस्तेमाल करने कि सलाह देते हैं। डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप भी इस दवा का इस्तेमाल कर अपने हाइड्रोसील कि समस्या को दूर कर सकते हैं।

इन सबके अलावा Hydrocele Treatment With Homeopathic Medicie in Hindi और भी ढेरों ऐसी होम्योपैथिक दवाएं मौजूद हैं जिनकी मदद से हाइड्रोसील को ठीक किया जा सकता है। इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप किसी अच्छे और अनुभवी होम्योपैथिक डॉक्टर से मिलकर बात कर सकते हैं। वे आपका सही मायने में हेल्प करेंगे।

हाइड्रोसील का बेस्ट इलाज कैसे किया जाता है?

हाइड्रोसील एक गंभीर बीमारी है जिसका समय पर उचित जांच और इलाज आवश्यक है। अगर हाइड्रोसील अपनी शुरूआती स्टेज में है तो होम्योपैथिक दवाओं से इसका इलाज किया जा सकता है। लेकिन अगर हाइड्रोसील अपनी शुरूआती स्टेज में नहीं है या गंभीर रूप ले चुका है तो यूरोलॉजिस्ट सर्जरी का सुझाव देते हैं। हाइड्रोसील की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला ओपन यानी पारंपरिक सर्जरी और दूसरा लेजर सर्जरी है। लेजर सर्जरी को हाइड्रोसील का बेस्ट इलाज माना जाता है। लेजर सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे किसी भी प्रकार के हाइड्रोसील का बेस्ट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है।

हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को एक अनुभवी और कुशल यूरोलॉजिस्ट की देखरेख में पूरा किया जाता है। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को शुरू करने से पहले सर्जन मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन मरीज के स्क्रोटम में एक बहुत ही छोटा सा कट लगाकर अंदर जमा पानी को बाहर निकाल देते हैं। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को पूरा होने में मात्र 30 मिनट का समय लगता है। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी एक दिन की प्रक्रिया है, इसलिए सर्जरी के बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है।

हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को पूरा होने के मात्र कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इस सर्जरी के दौरान छोटा सा कट लगने, टांके नहीं आने या ब्लीडिंग नहीं होने के कारण मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है। इतना ही नहीं, हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी के मात्र दो दिन बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को फिर से शुरू कर सकते हैं। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी एक संक्षिप्त, सुरक्षित, सरल और सफल प्रक्रिया है। अगर आप हाइड्रोसील से परेशान हैं और इसका बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो आपको लेजर सर्जरी का चुनाव करना चाहिए।

प्रिस्टीन केयर में हाइड्रोसील का दर्द रहित लेजर इलाज किया जाता है

अगर आपको हाइड्रोसील है और आप दर्द या दूसरी किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना किए बिना हाइड्रोसील का लेजर इलाज पाना चाहते हैं तो प्रिस्टीन केयर से संपर्क करें। प्रिस्टीन केयर में हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को अनुभवी और कुशल यूरोलॉजिस्ट सर्जन की देखरेख में पूरा किया जाता है। हमारे सर्जन को हाइड्रोसील की गहरी समझ और लेजर सर्जरी में महारत हासिल है। ये सर्जन अब तक हाइड्रोसील की हजारों लेजर सर्जरी कर चुके हैं। दूसरे हॉस्पिटल या क्लिनिक की तुलना में हमारे प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को बहुत ही कम खर्च में किया जाता है।

इतना ही नहीं, हम कम से कम खर्च में हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी करने के साथ-साथ अपने मरीज़ों को ढेरों सुविधाएं भी प्रदान करते हैं जिसमें हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी वाले दिन फ्री पिकअप और ड्रॉप, सभी डायग्नोस्टिक टेस्ट पर 30% छूट और सर्जरी के बाद फ्री फॉलो-अप्स आदि शामिल हैं। इतना ही नहीं, हमारे क्लिनिक में हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी कराने के निम्नलिखित फायदे हैं।

  • दर्द नहीं होता है
  • टांके नहीं आते हैं
  • ब्लीडिंग नहीं होती है
  • छोटा सा कट लगता है
  • सुरक्षित लेजर सर्जरी है
  • सभी बीमा कवर किए जाते हैं
  • बहुत ही प्रभावशाली इलाज है
  • 100% इंश्योरेंस कर सकते हैं
  • बहुत ही छोटा सा कट लगता है
  • कोई एडवांस पेमेंट नहीं होता है
  • 30 मिनट की सर्जिकल प्रक्रिया है
  • डीलक्स रूम की सुविधा उपलब्ध है
  • गोपनीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध है
  • 48 घंटे के अंदर मरीज फिट हो जाते हैं
  • दोबारा बीमारी होने का कोई खतरा नहीं होता है
  • बीमा अधिकारियों के पीछे भागने की जरूरत नहीं है
  • प्रिस्टीन टीम अस्पताल से जुड़े सभी पेपरवर्क को पूरा करती है

अगर आप कम से कम खर्च में हाइड्रोसील का दर्द रहित लेजर इलाज कराना चाहते हैं तो प्रिस्टीन केयर आपके लिए बेस्ट विकल्प है।

हाइड्रोसील से बचने के उपाय — How To Avoid Hydrocele in Hindi — Hydrocele Se Bachne Ka Tarika   

हाइड्रोसील से बचना कोई बहुत बड़ा काम नहीं है। अपने स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी बहुत सावधानियां बरतने के बाद इस बीमारी से बहुत आसानी से बचा जा सकता है। Hydrocele Treatment With Homeopathic Medicie in Hindi नीचे हम आपको कुछ खास उपायों के बारे में बता रहे हैं जिनकी मदद से आप खुद को इस समस्या से दूर रखने में कामयाब हो सकते हैं। 

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  • जल्दी हजम होने वाले आहार से परहेज करना चाहिए। 
  • ज्यादा फिजिकल एक्टिविटीज वाले गेम के दौरान सपोर्टर का इस्तेमाल न करें 
  • भारी सामान को न उठाएं क्योंकि अंडकोष पर इसका बुरा असर पड़ता है। जिसके कारण हाइड्रोसील हो सकता है।
  • अंडकोष को इंफेक्शन से दूर रखने कि कोशिश करें। क्योंकि कई बार इंफेक्शन भी हाइड्रोसील का कारण बन सकता है।
  • अगर आपने हाइड्रोसील का इलाज कराया है तो आपको तब तक डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए जब तक आप पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते। 
  • अगर आपने हाल ही में हाइड्रोसील का इलाज कराया है तो आपको गाड़ी चलाने से बचना चाहिए। यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। 
  • भारी व्यायाम नहीं करना चाहिए। हल्का फूलका व्यायाम शरीर के लिए फायदेमंद होता है लेकिन भारी व्यायाम करना आपके हाइड्रोसील का कारण बन सकता है। 
  • हाइड्रोसील की सर्जरी यानी कि हाइड्रोसिलेक्टोमी के बाद लगभग छह महीने तक सेक्सुअल एक्टिविटीज करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इसका गुप्तांग पर बुरा असर पड़ता है। 
  • अगर आप हाइड्रोसील की रोकथाम करना चाहते हैं तो आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा का समय पर सेवन करना चाहिए। क्योंकि ये दवाइयां हाइड्रोसील को रोकने में मददगार साबित होती हैं।       

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निष्कर्ष — Conclusion 

हाइड्रोसील कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है इसलिए आपको इससे डरने या घबराने कि जरूरत नहीं है। हालांकि, कुछ मामलों में तो यह आपने आप ही खत्म हो जाती है। लेकिन फिर भी इसका इलाज आवश्यक है। क्योंकि एक छोटी सी बीमारी लापरवाही के कारण आगे जाकर गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। साथ ही साथ दूसरी भी ढेरों बीमारियों का कारण बन सकती है। हाइड्रोसील के साथ भी ऐसा ही है। अगर आप या आपके परिवार का कोई भी सदस्य हाइड्रोसील से पीड़ित है तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसका बेहतर इलाज कराना चाहिए। लक्षणों को देखने, हाइड्रोसील कि जांच करने तथा इसकी गंभीरता को समझने के बाद ही डॉक्टर इलाज के माध्यम का चुनाव करते हैं।         

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|