IVF ki prakriya ke samay kya kare aur kya nahi karna chahiye

कई शोध के परिणाम में आई बातों के अनुसार हर 6 में से 1 व्यक्ति बांझपन से पीड़ित होता है। बांझपन का उपचार के लिए उपलब्ध तरीकों में आईवीएफ भी एक है।

क्या आप आईवीएफ के लिए पूरी तरह से तैयार हैं? यदि हाँ, तो आपको आईवीएफ के दौरान किसी भी तरह के फेलियर से बचने के लिए बहुत सी चीजों का ख़याल रखना पड़ेगा।

कुछ केसेस में आईवीएफ करवाने वाली महिलाओं को गर्भधारण करने में बहुत परेशानी होती है, ऐसे में उनके लिए क्या करें और क्या न करें के बारे में जानना बहुत जरूरी है।

यदि आप आईवीएक की प्रक्रिया करवा रही हैं तो आपको नीचे दी गई बातों का ख़याल रखना बहुत जरूरी है-

आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान क्या करें और क्या न करें

आईवीएफ की प्रक्रिया के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है इसे आईवीएफ साइकिल के तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है-

  1. आईवीएफ साइकिल के पहले
  2. आईवीएफ साइकिल के दौरान
  3. आईवीएफ साइकिल के बाद

पढ़ें – Pristyn Care में आईवीएफ का एसक्सेस रेट कितना है?

आईवीएफ साइकिल के पहले क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए

क्या करें-

  • शरीर को फिट रखें और हेल्दी रहें।
  • आहार में सभी जरूरी पोषक तत्वों को शामिल करें। कुछ प्रकार के फल, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें। यदि आप नॉन-वेज हैं तो माँस का सेवन भी कर सकते हैं, इससे आपको जिंक मिलेगा।
  • स्वस्थ रहने के लिए और शरीर को हाइड्रेट रखने के इले भरपूर पानी पिएं। 8 गिलास पानी जरूर पिएं।
  • हल्की एक्सरसाइज करें और वजन हेल्दी रखें।

क्या न करें

  • कच्चे अंडे जैसे फूड पॉईजनिंग वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
  • अपने आहार में आर्टिफीसियल स्वीटनर शामिल न करें।
  • एडिशनल सप्लीमेंट न लें, और उन्हें उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें’।
  • तनाव न लें।
  • कॉफ़ी और शराब न पिएं।
  • तम्बाकू न खाएं और स्मोकिंग न करें।

आईवीएफ साइकिल के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए

क्या करें-

  • इस पड़ाव में भी आपको अपने खान-पान पर नजर बनाए रखनी चाहिए और बैलेंस डाइट लेना चाहिए।
  • आठ घंटे की नींद जरूर लें।
  • हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और योग कर सकते हैं।
  • ज्यादातर कपल आईवीएफ की सफलता के लिए कई साइकिल की जरूरत होती है, इसलिए साइकिल फैल हो जाने पर निराश न हों।
  • आईवीएफ के दौरान डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों के खुराक को मिस न करें।
  • ओएचएसएस (ओवेरियन हाइपर स्टिमुलेशन सिंड्रोम) होने पर खूब पानी पिएं और फलों का जूस लें। फलों के उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह ले लें। इससे OHSS को रोकने में मदद मिलेगी।

क्या न करें-

  • इस पड़ाव में भी शराब पीना और अन्य प्रकार के नशे करना पूरी तरह से वर्जित है।
  • कड़ी या कार्डियो एक्सरसाइज न करें, 
  • मरकरी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा को न खाएं, इससे आईवीएफ के असफल होने की बहुत अधिक संभावना होती है।
  • आईवीएफ के बारे में हमेशा नकारात्मक सलाह देने वाले लोगों की बातों को तवज्ज्जू न दें।
  • रेडिएशन के संपर्क में न आएं, इससे उर्वरकता पर दुष्प्रभाव पड़ता है।

आईवीएफ साइकिल के बाद क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए

क्या करें-

  • अभी तक बताई गई सभी चीजों को करें।
  • आपके शरीर में होने वाले बदलाव और परेशानियों को अपने पार्टनर और डॉक्टर से जरूर शेयर करें।
  • भ्रूण स्थानान्तरण के बाद खुद को रिलैक्स रखें और अपनी पसंदीदा चीजें करें।
  • सकारात्मक रहें, खूब पानी पिएं और भरपूर नींद लें।

क्या न करें-

  • अभी तक ऊपर बताई गई न करने वाली चीजों को बिल्कुल भी न करें।
  • गर्भपात से बचने के लिए गरम पानी से न नहाएं, इससे शरीर के तापमान में बदलाव होने के कारण कई तरह की जटिलताएं हो सकती हैं।
  • तनाव बिल्कुल भी न लें, आईवीएफ के असफल होने के बारे में बिल्कुल न सोचें।
  • भ्रूण स्थानान्तरण के बाद स्पॉटिंग या हल्की ब्लीडिंग होना सामान्य है, ऐसी स्थिति में टेम्पन का उपयोग न करें।
  • डॉक्टर की सलाह बिना किसी भी दवा या घरेलू नुस्खा का सेवन न करें।

आईवीएफ उपचार के दौरान क्या करना जरूरी है?

  • प्रक्रिया को समझे- आईवीएफ एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें कई चरण होते हैं और कई बार महिला को कई आईवीएफ साइकिल की जरूरत पड़ती है। यदि आप इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लेते हैं तो आप आईवीएफ को पूरे आत्मविश्वास के साथ पूरा करा सकते हैं। आईवीएफ में महिला को दवाई देकर उसके अंडाशय से अंडा निकाला जाता है और लैब में पुरुष के शुक्राणु के साथ मिलाकर भ्रूण तैयार किया जाता है। यह प्रक्रिया कई चरणों में पूरी होती है, इसलिए इसके बारे में जरूर जाने लें।
  • अपने हॉर्मोन स्तर को जाने – आईफीएफ उपचार के दौरान शरीर में कई हार्मोनल बदलाव महसूस किये जाते हैं, इस वजह से आपको थकान, तनाव, सिर दर्द आदि कई समस्याओं से जूझना पड़ेगा। हालांकि इन्हें रोका नहीं जा सकता है लेकिन, अपने दिमाग को दूसरी जगह लगाकर इनके उपस्थिति को नजरअंदाज कर सकते हैं।
  • निर्देशों का पालन करें – आईवीएफ की प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर आपको हर छोटी-छोटी चीजों से जुड़े निर्देश देंगे, इनका बिना किसी चूक के पालन करना बहुत जरूरी है। यदि आप डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों की अवहेलना करते हैं तो आईवीएफ के सफल होने के चांसेस बहुत कम हो जाएंगे।
  • इश्योरेंस पॉलिसी – आईवीएफ करवाने में बहुत खर्च आता है और इसके सफल होने के 100% चांसेस नहीं होते हैं और एक साइकिल के बाद आपको दोबारा से एक साइकिल की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, इस मामले में [परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, कई इंश्योरेंस पॉलिसी आईवीएफ उपचार को कवर करते हैं। आईवीएफ उपचार करवाने से पहले आप किसी अच्छे इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन कर सकते हैं।
  • सपोर्ट लें – इन दिनों होने वाली कोई भी परेशानी को अपने डॉक्टर से जरूर शेयर करें, यदि आप अपने स्वास्थ्य में किसी भी तरह का परिवर्तन देखते हैं या महसूस करते हैं तो इसे तुरंत ही अपने डॉक्टर से बताएं। इससे आपके अड़चन को काफी हद तक साल्व किया जा सकता है और आपको तुरंत ही मदद दी जा सकती है।
  • तनाव कम करें – एक रिसर्च के अनुसार तनाव और बांझपन का बहुत गहरा संबंध है। जैसा कि आईवीएफ का सक्सेस रेट स्थायी नहीं होता है, इसलिए महिलाएं जरूरत से अधिक चिंता करती हैं जिससे आईवीएफ पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। तनाव कम करने के लिए आप मैडिटेशन कर सकती हैं और खुद को बहलाने के लिए गाना सुन सकती हैं।
  • अच्छी क्लीनिक का चयन करें – आईवीएफ के उपचार में कोई जटिलता न हो, इसलिए अच्छे क्लीनिक का चयन करना बहुत जरूरी है। आप एक अच्छे सक्सेस रेट वाली क्लीनिक का चयन करें और इलाज के पहले इलाज करने वाले डॉक्टर का अनुभव जरूर जान लें।

आईवीएफ उपचार के दौरान क्या न करें?

  • कुछ पदार्थों का सेवन बिल्कुल भी न करें- धूम्रपान करना, शराब पीना, और अनचाहे ड्रग्स का सेवन करना आईवीएफ के लिए रोड़ा बन सकते हैं, इसलिए आईवीएफ के उपचार के दौरान इन पदार्थों को भूलकर भी न खाएं। अच्छी सफलता दर के लिए आप डॉक्टर से नियमित खाने वाले आहार की सूची तैयार करवा लें।
  • अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें- यदि आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो उसे नजरअंदाज न करें, गर्भावस्था के लिए तैयार होने के लिए अपने आहार में सभी जरूरी पोषक तत्वों को जरूर शामिल करें।
  • डॉक्टर की सलाह हल्के में न लें – आईवीएफ को सफलता तक पहुंचाने के लिए प्रक्रिया के पहले से ही डॉक्टर द्वारा कही गयी बातों को हल्के में बिल्कुल भी न लें। सभी दवाइयों को समय-समय पर लें और हर बातों का सख्ती से पालन करें।

ये कुछ जरूरी बातें हैं जिन्हें जानने के बाद आप आईवीएफ उपचार की ओर कदम बढ़ा सकती हैं।

निष्कर्ष

आईवीएफ एक बहुत ही जटिल प्रक्रिया है जिसे एक्सपर्ट से करवाना चाहिए, इसलिए इसे करवाने से पहले आप एक अनुभवी डॉक्टर और अच्छी सक्सेस रेट वाली क्लीनिक का ही चयन करें। यदि आप ऐसा कर पाने में असमर्थ हैं तो हम आपकी मदद कर सकते हैं, Pristyn Care के पास आईवीफएफ का उपचार करने के लिए अनुभवी सर्जन हैं और हमारा सक्सेस रेट भी बहुत अधिक है। यदि आप Pristyn Care में आईवीएफ का सफलता दर, डॉक्टर और सुविधाओं के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पढ़ें

यदि आप आईवी एफ से जुड़े सवाल-जबाव करना चाहते हैं और अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ की मदद से संतान सुख प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे फोन पर बात कर सकते हैं या अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|