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आईवीएफ (In Vitro Fertilization) एक जटिल प्रक्रिया है जिसके लिए आपको मानसिक और शरीरिरिक रूप से तैयार होना पड़ता है। जो लोग पहली बार इस प्रक्रिया से गुजरते हैं, उन्हें शायद हल्का डर और बोझ भी महसूस होता है। लेकिन आपको डर से नहीं समझदारी से काम लेना है।

आईवीएफ ट्रीटमेंट से पहले आपको इसकी प्रक्रिया और चरण समेत कई अन्य चीजों की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इस लेख में हम उन सामान्य सवालों को उजागर करेंगे जो आईवीएफ से पहले पूछे जाते हैं।

आईवीएफ से पहले पूछे जाने वाले सवाल

नीचे कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न हैं जो लगभग हर पेशेंट IVF उपचार से पहले पूछता है। आप भी इन सवालों को पूछ सकते हैं।

मुझे मिनी आईवीएफ कराना चाहिए या नार्मल आईवीएफ?

मिनी आईवीएफ (Minimal stimulation IVF) में एग रिट्रीवल के दौरान प्रजनन दवाइयों का उपयोग नार्मल आईवीएफ के मुकाबले कम होता है। सामान्य आईवीएफ चक्र में ओवुलेशन को उत्तेजित करने के लिए फर्टिलिटी इंजेक्शन लेने पड़ सकते हैं जबकि मिनी आईवीएफ चक्र में केवल मौखिक दवाइयों का सेवन किया जाता है। इससे साइडइफेक्ट भी कम होते हैं।

आप भी अपने डॉक्टर से सवाल कर सकते हैं कि मिनी और सामान्य आईवीएफ में से आपके लिए ज्यादा अच्छा क्या रहेगा?

आपकी क्लीनिक का सक्सेस रेट क्या है?

आपको अपने डॉक्टर से सवाल करना चाहिए कि आईवीएफ उपचार के मामले में उनके क्लीनिक का सक्सेस रेट कितना है। उस क्लीनिक के सक्सेस रेट की तुलना आप दूसरी क्लीनिक के सक्सेस रेट से कर सकते हैं।

पढ़ें – Pristyn Care में आईवीएफ का सक्सेस रेट कितना है?

प्रक्रिया के लिए कितने अंडाणु (oocyte retrieval) प्राप्त किए जाएंगे?

महिला को फर्टिलिटी ड्रग्स दिए जाते हैं ताकि एक से अधिक अंडाणु की प्राप्ति की जा सके। जितने ज्यादा अंडे रहेंगे, गर्भावस्था की संभावना उतनी ही अधिक रहेगी।

औसतन आईवीएफ प्रक्रिया में 10 से 20 एग प्राप्त किए जाते हैं, लेकिन आपकी स्थिति में कम या ज्यादा हो सकता है। इसलिए इस बारे में अपने डॉक्टर से पूछें।

आईवीएफ में लड़का होने की कितनी संभावना है?

आईवीएफ उपचार के दौरान शायद यह सबसे अधिक पूछा जाने वाला प्रश्न है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार आईवीएफ में लड़का होने की संभावना लड़की के मुकाबले 3 से 6 प्रतिशत ज्यादा रहती है।

आईवीएफ के दौरान लिंग चयन (sex selection) भी संभव है। इसमें एम्ब्रयो के कुछ सेल्स निकाले जाते हैं और उनकी लैब में जांच होती है। जांच से पता चल जाता है कि बच्चा लड़का होगा या लड़की।

भारत में लिंग चयनात्मक आईवीएफ गैर कानूनी है, इसे कराने पर आपको जेल हो सकती है।

पढ़ें- आईवीएफ की सफल प्रक्रिया के लिए सही उम्र क्या है?

फ्रोजेन और फ्रेश एम्ब्रायो में से कौन बेहतर परिणाम दे सकता है?

पुराने शोध के अनुसार- फ्रोजेन एम्ब्र्यो के उपयोग से गर्भाधान की संभावना बढ़ जाती है, जबकि नए अध्ययन 

फ्रोजेन और फ्रेश भ्रूण से गर्भधारण की समान संभावना दिखाते हैं।

जांच से पहले यह नहीं कहा जा सकता कि आपके लिए किस प्रकार का एम्ब्रायो बेहतर होगा। हालांकि, जिन्हें ओवेरियन हाइपर स्टिमुलेशन का अधिक खतरा है उनके लिए फ्रोजेन एम्ब्रायो अच्छा विकल्प हो सकता है।

पढ़ें- आईवीएफ उपचार के दौरान क्या करें और क्या नहीं करना चाहिए?

IVF उपचार से पहले क्या-क्या टेस्ट किए जाएँगे?

आईवीएफ की प्रक्रिया शुरू करने से पहले डॉक्टर यह सुनिश्चित करेगा कि आप शारीरिक और मानसिक रूप से आईवीएफ के लिए तैयार हैं। इस दौरान निम्न टेस्ट किए जा सकते हैं:

  • ब्लड टेस्ट (हीमोग्लोबिन टेस्ट, ब्लड शुगर, ब्लड ग्रुप, इन्फेक्शन, FSH)
  • फर्टिलिटी टेस्ट
  • अल्ट्रासाउंड टेस्ट
  • स्पर्म टेस्ट

आईवीएफ में कितना खर्च आता है?

प्रत्येक फर्टिलिटी क्लीनिक आईवीएफ के लिए अलग-अलग शुल्क लेते हैं। वे रोगी की स्थिति के अनुसार अपने औसतन शुल्क से कम या ज्यादा चार्ज कर सकते हैं। बात करें भारत में आईवीएफ के औसतन लागत की तो यह 1 से 4 लाख के बीच बैठता है।

आईवीएफ कितनी बार कराना चाहिए?

इसका कोई निश्चित जवाब नहीं हैं। आमतौर पर एक आईवीएफ चक्र में 4 से 6 सप्ताह का समय लगता है। यदि आप दूसरी कोशिस करना चाहते हैं तो लगभग 6 सप्ताह का ब्रेक लें। 6 सप्ताह के बाद ही दोबारा आईवीएफ करवाएं।

आईवीएफ उपचार में आयु (age) एक अहम भूमिका निभाती है। यदि आपकी उम्र ज्यादा है और दो-तीन बार आईवीएफ असफल हो चुका है तो डॉक्टर आपको दोबारा आईवीएफ न कराने की सलाह देंगे।

आईवीएफ चक्र के क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

आईवीएफ चक्र के दौरान होने वाले शार्ट टर्म साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:

  • ब्लोटिंग
  • सिर दर्द
  • स्तन में ढीलापन
  • हॉट फ़्लैश
  • मूड स्विंग

आईवीएफ के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों में शामिल हैं:

  • एक्टोपिक प्रेगनेंसी
  • ओवेरियन हाइपर स्टिमुलेशन
  • ओवेरियन टार्जन (ovarian torsion)

आजकल नवीनतम तकनीक और कई किस्म की जांच व्यवस्था उपलब्ध है जिससे लॉन्ग टर्म साइड-इफेक्ट्स होने का खतरा होने की संभावना बहुत कम होती है। फर्टिलिटी ड्रग्स का इस्तेमाल और मेडिकल प्रक्रियाओं की वजह से शार्ट टर्म साइड-इफेक्ट्स दिखना सामान्य है। लेकिन यदि ये लक्षण असहनीय हैं और डॉक्टर द्वारा बताई गयी सीमाओं को लाँघते हैं तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

क्या आईवीएफ दर्दनाक होता है?

आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान आपको असहजता हो सकती है। पेट में दर्द, सिर दर्द और हल्की ब्लीडिंग भी देखने को मिल सकती है। यदि बहुत अधिक दर्द होता है तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी अवश्य दें।

क्या आईवीएफ इंश्योरेंस के अंतर्गत होता है?

जी नहीं, अभी तक भारत में आईवीएफ किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में कवर नहीं किया जाता है।

IVF के सफल होने की संभावना बढ़ाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?

आईवीएफ का सक्सेस रेट बढ़ाना चाहते हैं तो आपको कुछ टिप्स फॉलो करने होंगे। आपको एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी। योग और प्राणायाम कर सकते हैं। शराब और सिगरेट से बचें। स्ट्रेस बिलकुल भी न लें। कई अध्ययनों में यह साबित हुआ है कि स्ट्रेस लेने से गर्भाधारण की संभावना कम होती है।

पढ़ें- भारत में आईवीएफ में कितना खर्चा आता है?

क्या आईवीएफ की प्रक्रिया किसी दूसरे के स्पर्म या एग से की जा सकती है?

आईवीएफ की प्रक्रिया को खुद के और किसी जान-अनजान व्यक्ति के भी स्पर्म या एग के साथ किया जा सकता है। यदि महिला के शरीर में स्वस्थ अंडे निर्मित नहीं हो रहे हैं या पुरुष का स्पर्म कमजोर है, तो जोड़े को इस समस्या का इलाज करवाना चाहिए या किसी दूसरे का अंडा या स्पर्म उपयोग में लाना चाहिए।

निष्कर्ष

तो यह कुछ सवाल थे जो ज्यादातर लोग आईवीएफ कराने से पहले पूछा करते हैं। आप भी इन प्रश्नों को स्त्री रोग विशेषज्ञ से पूछ सकते हैं। जानकारी बढ़ने से आपकी घबराहट दूर होगी और प्रक्रिया को लेकर किसी प्रकार का संदेह भी नहीं बचेगा।

यदि आप भी बांझपन की समस्या से जूझ रहे हैं और एक सफल आईवीएफ ट्रीटमेंट कराना चाहते हैं तो Pristyn Care आपकी मदद कर सकता है। हमारा लक्ष्य आपको एक आरामदायक और चिंता मुक्त आईवीएफ उपचार प्रदान करना है। आईवीएफ या बांझपन से जुड़े आपके जो भी प्रश्न है उन्हें आप हमारे स्त्रीरोग विशेषज्ञ के साथ साझा कर सकते हैं। अपने शहर में आईवीएफ उपचार कराने के लिए या प्रक्रिया को गहराई से समझने के लिए हमें मुफ्त में कॉल करें या अपॉइंटमेंट बुक करें।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|