लाइफस्टाइल खराब होने की वजह से आज हर कोई ढेरों बीमारियों से जूझ रहा है। इन्ही बीमारियों में से एक बीमारी किडनी स्टोन है। विशेषज्ञ का मानना है की हमारे यूरिन में कुछ खास तत्व पाए जाते हैं जिसमें साइट्रेट, विटामिन बी 6 और मैग्नीशियम शामिल हैं। Kidney Stone Ayurvedic Medicine in Hindi ये सभी तत्व स्टोन को बनने से रोकने का काम करते हैं। लेकिन जब इनकी मात्रा में कमी होती हैं या फिर ये मौजूद नहीं होते हैं तब पथरी यानी की स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।
किडनी स्टोन के इलाज के लिए आज ढेरों तरीके मौजूद हैं। आमतौर पर डॉक्टर किडनी स्टोन की जांच करने के बाद ही इसके इलाज के माध्यम का चुनाव करते हैं। इसके इलाज में एलोपैथी, होम्योपैथी, सर्जरी, घरेलू उपचार आदि शामिल हैं। लेकिन इन सबके बावजूद भी एक काफी प्रभावशाली इलाज का माध्यम मौजूद है जिसे हम आयुर्वेद के नाम से जानते हैं। Ayurvedic Medicine For Kidney Stone in Hindi आयुर्वेद में लगभग हर बीमारी का इलाज मौजूद है। आयुर्वेद में हजारों साल पहले से ही किडनी स्टोन के साथ साथ इसके बेहतरीन इलाज के लिए औषधियों और शल्य चिकित्सा का उल्लेख है।
किडनी स्टोन के कारण — What Are The Causes of Kidney Stone in Hindi
कैल्शियम की दवाइयों का सेवन करने से पथरी की समस्या हो सकती है। क्योंकि विटामिन डी और विटामिन ए भी कैल्शियम युक्त होते हैं जो पथरी का कारण बन सकते हैं। Ayurvedic Medicine For Kidney Stone Pain शरीर में पानी की कमी और पुरानी बीमारियां जैसे की सिस्टिक फाइब्रोसिस, इंफ्लेमेट्री बाउल डिजीज और ट्यूबलर एसिडोसिस आदि भी इसका कारण बन सकती हैं। इन सबके अलावा, अधिक उम्र, एस्ट्रोजन की कमी, अनहेल्दी डाइट और खराब लाइफस्टाइल होने के कारण भी किडनी स्टोन की समस्या सामने आती है। (इसे भी पढ़ें: किडनी स्टोन में कैसा होना चाहिए आपका खान पान)
किडनी स्टोन के लक्षण — What Are The Symptoms of Kidney Stone in Hindi
हर बीमारी की तरह किडनी स्टोन के भी कुछ खास लक्षण है जिनकी मदद से आप या आपके डॉक्टर इस बात का पता लगा सकते हैं की आप किडनी स्टोन से पीड़ित हैं। Ayurvedic Medicine For Kidney Stone in Hindi इसके लक्षणों में पीठ और पेट में तेज दर्द होना, दर्द का धीरे धीरे बढ़ना, यूरिन से खून निकलना, बार बार पेशाब आना, पेशाब के रंग में बदलाव आना, पथरी की समस्या होने पर पेशाब का रंग भूरा या लाल होना, पेशाब से बदबू आना, बुखार, उलटी और यूरिन मार्ग में इंफेक्शन की समस्या होना आदि शामिल हैं।
किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज — Ayurvedik Treatment of Kidney Stone in Hindi
Kidni Stone Ka Ayurvedik Ilaj आयुर्वेद में किडनी स्टोन का बेहतर इलाज संभव है और यही कारण है की आज एलोपैथी डॉक्टर के साथ साथ आयुर्वेद के डॉक्टर भी हर जगह अपना क्लिनिक खोल रहे हैं। Ayurvedic Medicine For Kidney Stone Pain आयुर्वेद के विशेषज्ञों का मानना है की लगभग 10 एमएम तक के स्टोन का इलाज औषधि की मदद से बहुत आसानी से किया जा सकता है। लेकिन पथरी का साइज इससे बड़ा होने पर शल्य क्रिया का इस्तेमाल किया जाता है।
पाषाणभेद व पत्थरचट्टा नाम के पौधे की दस पत्तियों को एक गिलास पानी में उबालने के बाद सुबह और शाम उसका सेवन करें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से किडनी स्टोन में बहुत फायदा मिलता है। Ayurvedik Treatment For Kidney Stone in Hindi इसके अलावा, गोक्षुरादि गुग्गल, पुनर्नवा क्वाथ और वरुणादि क्वाथ, गोक्षरु, तृणपंचमूल आदि औषधियां भी पथरी की समस्या को दूर करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं। डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही आप इन औषधियों का सेवन कर अपने किडनी स्टोन कि समस्या से छुटकारा सकते हैं।
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तुलसी का इस्तेमाल किडनी स्टोन में किया जा सकता है। क्योंकि इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है। तुलसी के सेवन से किडनी स्टोन यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाते हैं। एक चम्मच तुलसी का रस और उसके साथ एक चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट सेवन करें। ऐसा सिर्फ 2 से 3 महीने तक करने से किडनी स्टोन की समस्या दूर होती है। Ayurvedic Medicine For Kidney Stone Pain आप तुलसी की तीन से चार पत्तियों को खाली पेट चबा भी सकते हैं। इसके अलावा, एक गिलास पानी में चार से पांच तुलसी की पत्तियां डालकर पानी को उबालें और फिर ठंडा हो जाने के बाद एक चम्मच शहद मिलाकर उसे पिएं।
राजमा फाइबर युक्त होता है जिसकी वजह से यह यूरिन मार्ग और किडनी से संबंधित कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। Ayurvedik Treatment For Kidney Stone in Hindi राजमा को पानी में डालकर उबालें और ठंडा होने के लिए रख दें, फिर उसे छानकर राजमा का सेवन करें। इस मिश्रण को एक बार बना लेने के बाद 24 घंटे के अंदर पी जाना चाहिए। क्योंकि 24 घंटे के बाद राजमा अपना औषधीय गुण खो देता है और बाद में इस्तेमाल करने पर इसका कोई फायदा नहीं होता है।
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किडनी स्टोन से छुटकारा पाने के लिए सिंहपर्णी की जड़ बहुत लाभदायक होता है। यह हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। Kidney Stone Ayurvedic Medicine in Hindi कुछ महीनों तक सिंहपर्णी का इस्तेमाल करने से पूरा शरीर शुद्ध हो जाता है। सिंहपर्णी की जड़ को चाय में उबालकर सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो सिंहपर्णी की जड़ का जूस भी बनाकर पी सकते हैं। जूस में थोड़ी मात्रा में अदरक और संतरे का छिलका अवश्य मिलाएं। रोजाना सिंहपर्णी के जूस का दो से तीन कप सेवन करने पर कुछ ही दिनों में किडनी की पथरी गायब हो जाती है।
निष्कर्ष
किडनी स्टोन की समस्या को दूर करने की नियत से किसी भी दवा या घरेलू उपायों का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से मिलकर एकबार उनकी राय अवश्य लें। अपने मन मुताबिक किसी भी औषधि या दवा का सेवन करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|