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लेप्रोस्कोपिक या ओपन सर्जरी – कौन है बेहतर?
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आजकल बहुत से लोग पेट और श्रोणी (pelvic) से जुड़ी कई समस्याओं से पीड़ित होते हैं। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए पहले परीक्षण (diagnosis) किया जाता है और उसके बाद यदि सर्जरी कि आवश्यकता होती है तो सर्जरी की जाती है। पेट और श्रोणी से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए सर्जरी दो प्रकार की हो सकती है, पहली- लेप्रोस्कोपिक और दूसरी- ओपन सर्जरी। ज्यादातर मामलों में पेट और श्रोणी से जुड़े मामले में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की मदद से आसानी से इलाज किया जा सकता है।
जब डॉक्टर रोगी को ओपन और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बारे में बताते हैं और इलाज की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दोनों में से किसी एक का चयन करने को कहते हैं तो रोगी सर्जरी की अच्छी प्रक्रिया का चयन करने में दुविधा में होता है। ऐसे स्थिति में उसे यह नहीं पता होता है कि लेप्रोस्कोपिक और ओपन सर्जरी में कौन बेहतर है। आज हम इस लिख में इसी विषय पर चर्चा करेंगे।
ओपन सर्जरी क्या है? - What is open surgery in Hindi?
ओपन सर्जरी, ऑपरेशन करने की पारंपरिक (traditional) विधि है, जिसमें चीरे का आकार लगभग 3 से 10 इंच तक हो सकता है। यह चीरा स्केलपेल (scalpel) से किया जाता है। स्केल्पेल एक प्रकार का चाकू है जो डॉक्टरों द्वारा सर्जिकल प्रक्रिया में इस्तेमाल होता है। चीरा का आकार रोग के प्रकार पर निर्भर होता है।
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ओपन सर्जरी के फायदे - what are the benefits of open surgery in Hindi?
Open surgery का सबसे बड़ा लाभ यह है कि सर्जन इलाज के दौरान आंतरिक (inner) अंगों को अपनी आँखों से देख सकता है। इस वजह से सर्जरी के दौरान वह उपकरणों का अच्छी तरह से इस्तेमाल कर सकता है, जिससे उचित उपचार होता है। इसके अलावा अगर हर्निया का इलाज के खातिर विशेष प्रकार की जाली लगाने की आवश्यकता है तो सर्जन ओपन सर्जरी के तहत इलाज करवाने की सलाह देते हैं। कुछ रोग जैसे- अम्बिलिकल हर्निया और फीमोरल हर्निया होने पर कई बार सिर्फ ओपन हर्निया की सहायता ली जाती है।
लेप्रोस्कोपिक क्या है? - What is laparoscopic in Hindi?
लेप्रोस्कोपिक एक प्रकार की सर्जरी है जिसमें, डॉक्टर प्रभावित क्षेत्र का इलाज करने के एक प्रभावित क्षेत्र के ऊपरी त्वचा पर एक बहुत छोटा कट लगाते हैं और कुछ उपकरणों की मदद से सर्जरी की प्रक्रिया कम समय में ही पूरी कर लेते हैं। इस प्रक्रिया में बहुत छोटा कट होता है जिससे अन्य सर्जरी के मुकाबले रोगी को बहुत कम दर्द होता है। इस सर्जरी में रोगी ओपन सर्जरी के मुकाबले ज्यादा जल्दी रिकवर होता है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कैसे करते हैं? - How is laparoscopic surgery done in Hindi?
जब लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की प्रक्रिया की खोज नहीं हुई थी तब सर्जन पेशेंट को बेहोश करके पूरा पेट चीरता था। लेकिन, लेप्रोस्कोपिक के इजात (खोज) के बाद सर्जरी की प्रक्रिया बहुत आसान हो गयी है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की शुरुआत लेप्रोस्कोप से होती है। सर्जन प्रभावित क्षेत्र में छोटे-छोटे कट करता है और उसके भीतर लैप्रोस्कोप (यह एक पतली ट्यूब है जिसके अंत में कैमरा लगा होता है) डालता है। इसके साथ सर्जन कुछ ख़ास और पतले उपकरणों को भीतर डालता है। लैप्रोस्कोप की मदद से शरीर के भीतरी अंग को सर्जन बड़ी ही सूक्ष्मता से देख पाता है और कुछ ही मिनट में सर्जरी हो जाती है।
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लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के फायदे - what are the benefits of laparoscopic surgery in Hindi?
ओपन सर्जरी के मुकाबले लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बहुत से फायदे होते हैं, आइये उनके बारे में जानते हैं-
- हल्की ब्लीडिंग- प्रक्रिया के दौरान बहुत छोटा कट होता है। यह कट आधा इंच से भी कम होता है। इस वजह से बहुत कम ब्लीडिंग होती है।
- बहुत कम दर्द - सर्जरी के दौरान और रिकवरी के समय रोगी को ज्यादा दर्द नहीं होता है। थोड़ा-बहुत दर्द होता है जिसे डॉक्टर द्वारा बताए गए पेनकिलर का सेवन करने दूर किया जा सकता है।
- रिकवरी में कम समय- जैसा कि हमने ऊपर बता दिया है कि प्रक्रिया में बहुत ही छोटे चीरे लगाए जाते हैं इस वजह से त्वचा को हील होने में कम समय लगता है।
- इन्फेक्शन की बहुत कम संभावना - लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में भीतरी अंग बाहरी पर्यावरण के संपर्क में नहीं आते हैं और इस वजह से उनमें इन्फेक्शन बढ़ने या होने का खतरा नहीं होता है।
- लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में, पीड़ानाशक दवा (analgasia) का बहुत कम जरूरत होती है, जिससे analgasia के बहुत कम साइड-इफेक्ट्स होते हैं।
- सर्जरी की प्रक्रिया कुछ ही देर में संपन्न हो जाती है।
ओपन सर्जरी और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में अंतर
ओपन सर्जरी | लेप्रोस्कोपिक सर्जरी |
सर्जरी करने की प्राचीन (पुरानी) प्रक्रिया | सर्जरी की नवीन प्रक्रिया |
प्रक्रिया में अधिक समय | बहुत कम समय में सर्जरी |
रिकवरी में ज्यादा समय | रिकवरी में कम समय |
रिकवरी के समय अधिक दर्द | रिकवरी के समय बहुत कम दर्द |
इलाज के दौरान ब्लीडिंग | ओपन सर्जरी के मुकाबले बहुत कम ब्लीडिंग |
इन्फेक्शन की अधिक संभावना | इन्फेक्शन की बहुत कम गुन्जाईश |
इलाज के दौरान 3 से 10 इंच तक का चीरा | आधा इंच से कम का चीरा |
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और ओपन सर्जरी का खर्च
पित्ताशय की बीमारियों के इलाज के लिए स्टैण्डर्ड सर्जरी माना जाने वाला लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी (cholecystectomy), ओपन कोलेसिस्टेक्टोमी की तुलना में सस्ता है। जबकि, लैप्रोस्कोपिक एपेन्डेक्टॉमी (appendectomy) ओपन सर्जरी की तुलना में थोड़ा अधिक महंगा है। इस प्रकार से लेप्रोस्कोपिक और ओपन सर्जरी के खर्च की कोई तय वैल्यू नहीं है। दोनों सर्जरी का खर्च कई कारणों (जैसे- सर्जन का अनुभव, आस-पास के क्लिनिक की संख्या आदि) पर निर्भर होता है और उसी के हिसाब से ज्यादा और कम हो सकता है।
निष्कर्ष-
ओपन सर्जरी और लेप्रोस्कोपिक में कौन सी सर्जरी बेहतर (अच्छी) है? इस प्रश्न का उत्तर आपको ऊपर दिए गए अंतर को पढ़कर मिल गया होगा। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी ओपन सर्जरी के मुकाबले कई गुना बेहतर है। जिसमें रोगी को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता है और रिकवरी में बहुत कम समय लगता है। इसलिए, सर्जन लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से इलाज करने की सलाह देते हैं।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|