auraton me kamecha (libido) badhane ki homeopathic dawa

महिलाओं के शरीर में अक्सर होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण उनकी कामेच्छा में परिवर्तन होता रहता है। इसके अलावा रिश्ते में अनबन, अवसाद कम करने वाली दवाओं का सेवन आदि कई चीजें भी कामेच्छा कम होने के लिए जिम्मेदार होती हैं।

यदि एक उम्र के पहले आपकी सेक्स ड्राइव कम होती जा रही है और कामेच्छा में कमी आ रही है तो आपको उपचार की जरूरत है।

यदि आप इसके लिए विस्तृत उपचार विधियां जानना चाहते हैं तो पढ़ें – औरतों की कामेच्छा बढ़ाने के उपाय

औरतों की कामवासना/कामेच्छा बढ़ाने की होम्योपैथिक दवाइयाँ

सही विशेषज्ञ की मदद से होम्योपैथिक दवा का उपयोग करने के कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, साथ ही यह रोग का जड़ से नाश करता है। यही वजह है कि हर तरह के रोग का उपचार करने के लिए होम्योपैथी का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। 

होम्योपैथिक दवाइयाँ मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्तरों पर आंतरिक संतुलन बनाकर काम करती हैं। यही वजह है कि ये किसी भी बीमारी को जड़ से नष्ट करती हैं।

कुछ होम्योपैथिक दवाइयाँ हैं, जो कुछ मामलों में महिलाओं की कामेच्छा को बढ़ाने का काम कर सकती हैं। आइये उनके बारे में जानते हैं।

AGNUS CASTUS 30

यह दवा उन महिलाओं के लिए है, जिन्हें निम्न कारक के कारण कामेच्छा में कमी आ गयी है।

  • अत्यधिक हस्तमैथुन या सेक्स के कारण
  • ल्यूकोरिया (leukorrhea – एक ऐसी स्थिति जिसमें महिला की योनि से गाढ़ा सफेद, हरा, या पीला स्त्राव होता है) के कारण जननांग के रिलैक्स हो जाने के कारण
  • अवसाद, टेंशन या सेक्सुअल सैडनेस के कारण
  • सामान्य दुर्बलता के कारण 

BERBERIS VULGARIS 30

इस दवा को उदासीन महिलाओं के लिए प्रिस्क्राइब किया जाता है, इसे निम्न स्थितियों में उपयोग किया जाता है।

  • सेक्स के दौरान काटने और सिलने जैसा महसूस होने वाला दर्द अथवा सामान्य दर्द होने के कारण कामेच्छा कम होने पर।
  • योनि का संकुचन होने के कारण कामवासना में कमी आने पर भी BERBERIS VULGARIS 30 का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
  • सेक्स के दौरान आनंद नहीं प्राप्त होने पर और सेक्स करने के बाद खिन्नता महसूस होने पर।
  • अंडाशय या योनि की नसों में होने वाले दर्द के कारण कामेच्छा कम हो जाने पर।

ONOSMODIUM 30

गर्भाशय में दर्द, अंडाशय और मलाशय में सूजन, एकाग्रता में कमी, सेक्स के दौरान साथ देने में कमी, पीरियड्स जल्दी या लेट होना,कमजोर, डरपोक, सेक्स के बाद माइग्रेन होना, यौन न्यूरस्थेनिया (नसों की कमजोरी), थकावट, पैरों में थकान आदि कारणों की वजह से भी महिलाओं की कामेच्छा कम होने लगती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर ONOSMODIUM 30 का उपयोग करने की सलाह देते हैं।

STAPHYSAGRIA 30

बलात्कार या यौन दुर्व्यवहार को याद करके सेक्स का विरोध, योनि में दर्दनाक ऐंठन, योनि संवेदनशील होना (छूने मात्र से ही), डिम्बग्रंथि (ovarian) में दर्द, तेज दबाव या प्रेशर के साथ सेक्स, बार-बार मूत्र संक्रमण आदि कारणों के चलते महिलाओं की कामेच्छा कम होने पर होम्योपैथिक डॉक्टर STAPHYSAGRIA 30 दवा का उपयोग करने की सलाह देते हैं।

अन्य होम्योपैथिक दवाइयां

इग्नेटिया अमारा 30 (IGNATIA MARA 30), ग्रेफाइट्स 30 (GRAPHITES 30), हेलोनिअस 30 (HELONIAS 30), DAMIANA Q, NATRUM MURIATICUM 200 आदि कुछ दवाइयां हैं, जो अलग-अलग कारक से कामेच्छा में कमी आने के कारण डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब की जा सकती हैं।

सावधानियां:

ऊपर बताई गई किसी भी दवा का सेवन करने से पहले निम्न सावधानियों का अनुसरण जरूर करें-

  • दवा खुद से खरीदकर नहीं खाएं, इसके लिए डॉक्टर के पास जाएं। वे आपके लक्षणों को देखकर उचित दवा की सलाह देंगे।
  • मेडिसिन को सही समय पर नियमित रूप से लें, कोर्स में रिक्तता करने पर इसका असर नहीं होगा।
  • यदि आप एकाध डोज मिस कर जाएं तो उसकी पूर्ति करने के लिए आगे के डोज में खुराक न बढ़ाएं।
  • किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नजर आने पर तत्काल अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
  • यदि डॉक्टर ने दवा के कोर्स खत्म होने के बाद या दौरान आपको अपने क्लीनिक में बुलाया है तो जरूर जाएं।
  • होम्योपैथिक उपचार के दौरान डॉक्टर कई तरह के परहेज करने को भी कहते हैं, आप उनका पालन जरूर करें।

क्या महिलाओं में कामेच्छा बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा के साइड-इफेक्ट्स होते हैं?

आमतौर पर यदि इसे डॉक्टर के देख-रेख में लिया जाए तो कोई साइड-इफेक्ट्स देखने को नहीं मिलते हैं।

अन्य उपचार

कई महिलाओं की कामेच्छा ऑर्गेज्म में कमी आ जाने के कारण कम हो जाती है। ज्यादातर मामलों में बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं की योनि ढीली पड़ जाती है और सेक्स के दौरान, उन्हें पार्टनर के साथ सेक्स से संतुष्टि नहीं मिलती है। संतुष्टि में अभाव होने के कारण कामवासना धीरे-धीरे कम हो जाती है, जबकि महिला की उम्र भी बहुत कम होती है। 

ऐसे मामलों में योनि का ढीलापन  से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर लेजर वजाइनल टाइटनिंग की सलाह देते हैं। यह एक दर्द रहित प्रक्रिया है, जिसमें महिला की योनि में कोई कट और कोई ब्लीडिंग नहीं होती है तथा 20 मिनट में उपचार हो जाता है।

यदि आप हमारे 15 वर्ष से अधिक अनुभवी सर्जन की मदद से अपने शहर में लेजर वजाइनल टाइटनिंग करवाना चाहते हैं तो हमें फोन करें या अपॉइंटमेंट बुक करें, दोनों ही बिल्कुल फ्री है।

अधिक जानने के लिए पढ़ें – लेजर वजाइनल टाइटनिंग, योनि टाइट करने की एक एडवांस रक्तरहित प्रक्रिया

निष्कर्ष – महिलाओं की कामेच्छा उम्र के साथ और उसके शरीर में कई तरह के बदलाव होने के साथ बदलती रहती है। कुछ मामलों में होम्योपैथिक दवा की मदद से महिला की कामवासना में वृद्धि की जा सकती है। ज्यादातर मामलों में बच्चे को जन्म देने के बाद योनि के ढीलेपन के कारण कामेच्छा कम हो जाती है, ऐसी स्थिति में डॉक्टर लेजर वजाइनल टाइटनिंग की सलाह देते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|