किडनी स्टोन आज एक आम समस्या का रूप ले चुका है। खराब लाइफस्टाइल और अस्वस्थ खानपान इसके मुख्य कारणों में से एक हैं। किडनी स्टोन से पीड़ित होने पर आप पेट में दर्द और उस दर्द का धीरे-धीरे बढ़ना, पेशाब के साथ खून निकलना, बार-बार पेशाब लगना, पेशाब के रंग में बदलाव आना, पेशाब से बदबू आना, बुखार लगना, उल्टी होना, यूरिनरी ट्रैक्ट में इंफेक्शन होना आदि समस्याओं को अनुभव कर सकते हैं। किडनी स्टोन होने पर जल्द से जल्द इसका इलाज कराना चाहिए। इलाज में देरी आपकी परेशानियों को बढ़ा सकती है। किडनी स्टोन का इलाज करने के ढेरों उपाय मौजूद हैं, लेकिन आज हम आपको उन खास पतंजलि दवाओं के बारे में बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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किडनी स्टोन की पतंजलि दवाएं
पतंजलि में ढेरों ऐसी दवाएं मौजूद हैं जिनका सेवन कर किडनी स्टोन से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन इन दवाओं से छोटे स्टोन को ही ठीक किया जा सकता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि ये दवाएं किडनी स्टोन का परमानेंट इलाज नहीं है। कई बार इन दवाओं का सेवन करने से किडनी स्टोन की समस्या खत्म हो जाती है, लेकिन कुछ समय के बाद यह समस्या फिर से दोबारा पैदा हो जाती है।
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वरुणादि वटी — इस दवा का नाम सबसे पहले आता है। भोजन के बाद इस दवा की 2 गोलियां रोजाना तीन बार लेनी चाहिए।
मूत्रक्रीचनतक चूर्ण — फास्ट रिजल्ट पाने के लिए एक चम्मच चूर्ण को पानी के साथ रोजाना दिन में दो बार लें।
पुनर्नवा मंडूर — रोजाना दो गोलियों को खाना खाने के बाद दिन में तीन बार सेवन करें।
दारुहल्दी घन — अगर आप वयस्क हैं तो भोजन के बाद इस दवा की एक गोली का दिन में दिन बार सेवन करें।
हिमज घन — भोजन के बाद एक गोली को दिन में एक या दो बार सेवन करें।
चन्द्रप्रभा वटी — चंद्रप्रभा वटी की औसत खुराक एक दिन में 500 मिलीग्राम की 2 गोलियां हैं।
ऊपर बताई गई किसी भी दवा का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें। डॉक्टर आपकी बीमारी, उसकी गंभीरता और आपकी सेहत से संबंधित कुछ खास चीजों को ध्यान में रखते हुए दवा और उसकी खुराक का फैसला करते हैं। अपने मन से किसी भी दवा का सेवन करना आपकी परेशानीयों को कम करने के बजाय बढ़ा सकता है। साथ ही, सेवन के दौरान दवाओं की खुराक में किसी भी प्रकार का बदलाव लाने से पहले अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य बात करें। इतना ही नहीं, डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं के कोर्स को भी वैसे ही पूरा करें जैसा आपके डॉक्टर ने दिशा निर्देश दिया है।
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किडनी स्टोन का बेस्ट इलाज
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी द्वारा किडनी स्टोन का इलाज सबसे बेस्ट माना जाता है। इस सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान सर्जन रीनल पेल्विस या युरेटर में एक छोटा सा कट लगाते हैं और उस कट के जरिए लेप्रोस्कोप नामक उपकरण को यूरिनरी ट्रैक्ट में डालते हैं। लेप्रोस्कोप में एक छोटा सा कैमरा और लाइट लगा होता है जिससे सर्जन को अंदर की चीजें साफ तौर पर दिखाई पड़ती हैं। इसके बाद, वे किडनी स्टोन को लगाए गए कट के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देते हैं तथा कट को बंद कर देते हैं। इस पूरी सर्जिकल प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग आधे घंटे का समय लगता है। किडनी स्टोन कि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के दौरान या बाद में किसी भी प्रकार की जटिलताओं की संभावना लगभग न के बराबर होती है। यह पूर्ण रूप से सरल, सुरक्षित और सफल इलाज की प्रक्रिया है।
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अगर आप पतंजलि या दूसरी दवाओं का सेवन कर चुके हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है तो आपको लेप्रोस्कोपिक सर्जरी का चुनाव करना चाहिए। प्रिस्टीन केयर के पास देश के सबसे बेहतरीन सर्जन मौजूद हैं जो अपने अनुभव और मॉडर्न तथा एडवांस मेडिकल तकनीक की मदद से आपकी परेशानी को कम से कम समय में बहुत आसानी से दूर कर सकते हैं। अगर आप एक दिन में किडनी स्टोन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अभी हमसे संपर्क करें। हम आपसे बस एक फोन कॉल की दूरी पर हैं।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|