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जीवन की रफ्तार तेज होने के कारण आज हर कोई जरूरत से ज्यादा व्यस्त है। व्यस्तता के कारण कोई भी अपने आप को पर्याप्त समय नहीं दे पाता है। समय नहीं देने के कारण वे अपने खान पान और लाइफस्टाइल को समझ नहीं पाते हैं। जीवन के इस रेस में पुरुष और महिला हर कोई पूरी रफ्तार में लगातार एक से दूसरी जगह भाग ही रहा है। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali भागने के कारण मन में तनाव होता है और तनाव को दूर करने के लिए वे सिगरेट, शराब और दूसरी ढेरों नशीली चीजों का सेवन भी करते हैं। इन सबसे महिला और पुरुष दोनों को ढेरों समस्याएं और बीमारियां होती हैं। इन्ही बीमारियों में से पुरुषों में होने वाली एक बहुत ही गंभीर बीमारी नपुंसकता है। 

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स्तंभन दोष क्या है — What is Erectile Dysfunction in Hindi — Erectile Dysfunction in Hindi — Napunsakta Kya Hai

नपुंसकता को स्तंभन दोष और अंग्रेजी में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के नाम से भी जाना जाता है। नपुंसकता से पीड़ित पुरुष सेक्स के दौरान अपने लिंग में उत्तेजना बनाने या फिर उत्तेजना बनाने के बाद उसे लंबे समय तक मेंटेन करने में असमर्थ होता है। नपुंसकता दो तरह की होती है, एक मानसिक और दूसरी शारीरिक। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali मानसिक नपुंसकता से पीड़ित पुरुष को कभी कभी सही उत्तेजना आती है तो कभी बिलकुल भी उत्तेजना नहीं आती है। जैसे की हस्तमैथुन के दौरान ये पुरुष अपने लिंग में तेज उत्तेजना महसूस कर सकते हैं लेकिन सेक्स के दौरान वह अपने लिंग को उत्तेजित नहीं कर पाते हैं। 

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लेकिन शारीरिक नपुंसकता की स्थिति कुछ है। इससे पीड़ित पुरुष को किसी भी स्थिति में उत्तेजना नहीं आती है और ख़ास कर सेक्स के दौरान वे खुद को उत्तेजित करने में फेल हो जाते हैं। मानसिक नपुंसकता दिमाग से जुड़ी हुई है जिसके मुख्य कारण डर, मन में हीन भावना होना, चिंता, तनाव या लो सेल्फ-स्टीम होना है। जबकि शारीरिक नपुंसकता जननांग में ब्लड फ्लो तथा ब्लड सर्कुलेशन कम होने, नर्व्स में प्रॉब्लम या हार्मोन में असंतुलन होने के कारण होता है। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali in Hindi इतना ही नहीं, नपुसंकता की शिकायत शरीर में कमजोरी के कारण भी हो सकती है। 

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इसलिए विशेषज्ञ का कहना है कि नपुंसकता से पीड़ित पुरुष को अपने खान पान तथा जीवनशैली पर खास ध्यान देना चाहिए। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali in Hindi उन्हें अपने डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें जैसे की दूध, घी, मक्खन, सलाद, हरी पत्तेदार सब्जिया आदि को शामिल करना चाहिए। फल और उसके रस का सेवन भी करना चाहिए क्योंकि इससे शरीर की कमजोरी दूर होती है और शरीर की क्षमता बढ़ती है। साथ ही जो पुरुष नपुंसकता का इलाज करवा रहे हैं उन्हें अश्लील माहौल से दूर रहना चाहिए और अश्लील फिल्में नहीं देखनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से उनके इलाज पर बुरा असर पड़ता है।     

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नपुंसकता की पतंजलि दवा — Patanjali Medicines For Erectile Dysfunction in Hindi — Napunsakta Ki Patanjali Dawa 

शोध से यह बात सामने आई है की 25-40 वर्ष के बीच के पुरुषों के बीच नपुंसकता की समस्या आम बन सबकी है। लगभग हर दस पुरुष में से कम से कम 2-3 इस समस्या से पीड़ित हैं। नपुंसकता का इलाज करने के लिए ढेरों उपाय मौजूद हैं। लेकिन नीचे हम आपको पतंजलि कि उन खास दवाओं के बारे में बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप अपनी समस्या को बहुत ही आसानी से जड़ से खत्म कर सकते हैं।   

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तेलियाकंद एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसके इस्तेमाल से नपुंसकता कि शिकायत खत्म होती है। अगर आप इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से परेशान है, लाखों कोशिश करने के बाद भी अपने लिंग में उत्तेजना पैदा नहीं कर पाते हैं या फिर उत्तेजना लाने के बाद उसे लंबे समय तक मेंटेन नहीं कर पाते हैं तो आपके लिए इस जड़ी का उपयोग काफी फायदेमंद हो सकता है। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप इस जड़ी से बनी दवा का सेवन कर सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन करना नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए यह आवश्यक है कि आप पहले डॉक्टर से परामर्श करें फिर उनकी सलाह के मुताबिक दवा या जड़ी का सेवन करें।      

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तुलसी ढेरों औषधीय गुण पाए जाते जाते हैं जो बकै तरह की बीमारियों, परेशानियों और लक्षणों को दूर करने का काम करते हैं। इसके इस्तेमाल से आप नपुंसकता कि समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। लगभग 5 ग्राम तुलसी को पीसने के बाद उसे पान में मिलाकर खाने से स्पर्म मजबूत होता है और स्तंभन शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा, आप चाहें तो तुलसी के बीज या उसके जड़ के पाउडर को गुड़ के साथ मिलाकर रोजाना दूध के साथ भी सेवन कर सकते हैं। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali in Hindi नियमित रूप से कुछ सप्ताह तक ऐसा करने से आपकी पौरुष शक्ति बढ़ जाएगी तथा आप अपने लिंग में लंबे समय तक उत्तेजना बनाए रखने में कामयाब हो पाएंगे। 

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रोजाना रात में सोने से पहले आधा चम्मच अदरक के पेस्ट के साथ आधा चम्मच शहद को मिलाकर खाने से शरीर में गर्मी आती है। तथा ब्लड फ्लो एवं ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है जिसके कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या धीर धीरे खत्म हो जाती है। भिंडी भी नपुंसकता का बढ़िया इलाज है, रोजाना रात में सोने से एक घंटा पहले एक चम्मच भिंडी के पाउडर को दूध के साथ मिलाकर सेवन करने से स्तंभन दोष की समस्या दूर हो जाती है। अगर आप अपने सेक्सुअल लाइफ में फिर से रोमांस और खुशियां लाना चाहते हैं तो आप भिंडी के पाउडर का सेवन कर सकते हैं।   

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इन सबके अलावा, आप अश्वगंधा, हींग, पतंजलि के तेल तथा दूसरी भी कई चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। डॉक्टर आपकी समस्या तथा उसकी गंभीरता को देखने के बाद उसके इलाज का चयन करते हैं। मानसिक नपुंसकता से पीड़ित होने की स्थिति में आपके लिए दवा और उसका खुराक शारीरिक नपुंसकता से पीड़ित होने की स्थिति से अलग हो सकता है। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali Hindi Me क्योंकि दोनों स्थितियों में नपुंसकता की गंभीरता अलग अलग हो सकती है। चाहे आप शारीरिक नपुंसकता से पीड़ित हों या फिर मानसिक नपुंसकता से, दोनों ही स्थितियों में आपको डॉक्टर से मिलकर अपनी समस्या के बारे में उन्हें विस्तार से बताना चाहिए ताकि वे आपका सही उपचार कर सकें। 

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निष्कर्ष — Conclusion

अगर आप नपुंसकता के शुरूआती स्टेज में ही इसके लक्षणों को पहचान कर डॉक्टर से परामर्श करें तो इसे बहुत ही आसानी से काफी जल्दी ठीक किया जा सकता है। यह एक ऐसी समस्या है जिसका इलाज जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाकर भी किया जा सकता है। Napunsakta Ka Ilaj Patanjali Hindi Mein अगर आप अपने खान पान पर खास ध्यान दें, अपने डाइट में सभी जरूरतमंद पोषक तत्वों को शामिल करें, रोजाना सुबह और शाम में हल्का फूलका व्यायाम, योग और मेडिटेशन करें तथा सिगरेट, शराब और दूसरी नशीली चीजों के सेवन से दूर रहें तो आप नपुंसकता के चुंगल से आजाद हो सकते हैं। अगर इन सभी चीजों के बाद भी आपकी समस्या में कोई फर्क नहीं आए तो आपको डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए।       

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|