खान पान और लाइफस्टाइल खराब होने के कारण पुरुषों को कई तरह की बीमारियां होती हैं। हाइड्रोसील भी इन्ही में से एक है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन समय पर इसका सही इलाज आवश्यक है। लोगों के बीच इसकी जागरूकता नहीं होने के कारण यह बीमारी धीरे धीरे सामान्य बन रही है। Hydrocele Ki Dawa Patanjali शोध के मुताबिक भारत में लगभग 4-5 करोड़ लोग इससे पीड़ित हैं। हाइड्रोसील से पीड़ित पुरुष के अंडकोष में पानी जमा हो जाता है जिसकी वजह से उसका आकार बढ़ जाता है और उसमें भारीपन भी महसूस होता है। हाइड्रोसील दो प्रकार के होते हैं। इन्हे कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील और नॉन कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील के नाम से जाना जाता है।
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हाइड्रोसील के कारण अंडकोष में सूजन और दर्द भी होता है। ज्यादातर यह बीमारी नवजात शिशुओं में देखने को मिलती है लेकिन यह किसी भी उम्र के पुरुष को प्रभावित कर सकती है। प्रिस्टीन केयर के इस ब्लॉग में आगे हम आपको हाइड्रोसील के कारण, हाइड्रोसील के लक्षण और हाइड्रोसील का पतंजलि दवा के द्वारा इलाज के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप अपनी इस समस्या को पतंजलि दवा की मदद से काफी आसानी से दूर कर सकेंगे।
हाइड्रोसील के क्या कारण होते हैं — What Are The Causes Of Hydrocele In Hindi — Hydrocele Ke Kya Kaaran Hote Hain
हाइड्रोसील कई कारणों से होता है। अगर इन कारणों पर ध्यान देकर कुछ सावधानियां बरती जाएं तो हाइड्रोसील की समस्या से बचा जा सकता है। Hydrocele Ki Dawa Patanjali प्रेगनेंसी के नौवे महीने में किसी तरह की कोई समस्या होने पर गर्भ में पल रहे बच्चे को हाइड्रोसील की समस्या जन्म से पहली भी हो सकती है। जो लोग हर्निया से पीड़ित होते हैं उन्हें हाइड्रोसील होने की संभावना अधिक होती है।
इसलिए हर्निया से पीड़ित होने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसका स्थायी रूप से इलाज करवाना चाहिए। हर्निया के इलाज के लिए प्रिस्टीन केयर के पास देश के सबसे बेहतर सर्जन मौजूद हैं। अगर आप हर्निया से पीड़ित हैं तो प्रिस्टीन केयर आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। यहां हर्निया का इलाज लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से किया जाता है जो इसके इलाज का सर्वश्रेष्ठ माध्यम माना जाता है।
अनुवांशिकी के कारण भी हाइड्रोसील की समस्या देखी जाती है। अगर आपके परिवार में कोई पहले ही हाइड्रोसील से पीड़ित रह चुका है तो आपको भी हाइड्रोसील होने का ख़तरा होता है। अंडकोष में चोट लगने के कारण भी यह समस्या हो सकती है। Hydrocele Ki Patanjali Dawa क्योंकि चोट लगने के कारण अंडकोष कमजोर हो जाता है तथा उसके काम करने की क्षमता कम हो जाती है। साथ ही चोट के कारण अंडकोष में सूजन और दर्द भी होता है। इन सबके अलावा, खड़े होकर पानी पीने और प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित होने के कारण भी आप हाइड्रोसील से प्रभावित हो सकते हैं।
हाइड्रोसील के क्या लक्षण होते हैं — What Are The Symptoms Of Hydrocele in Hindi — Hydrocele Ke Kya Lakshan Hote Hain
हाइड्रोसील से पीड़ित होने की स्थिति में आप अपने अंडकोष में ढेरों बदलाव देखते हैं। इन्ही बदलावों को हाइड्रोसील का लक्षण कहा जाता है। लक्षण पर ध्यान देने के बाद आप या आपके डॉक्टर इस बात का अंदाजा लगाते हैं की आपको हाइड्रोसील है या नहीं। इसके बाद इलाज के माध्यम का चुनाव किया जाता है। Patanjali Dawa Se Hydrocele Ka Ilaj अगर यह अपनी शुरुआती स्टेज में है तो आप इसे घरेलू नुस्खे, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, एलोपैथी या पतंजलि की दवाओं से ठीक कर सकते हैं। हाइड्रोसील के लक्षण को खुद में अनुभव करते ही आपको डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए।
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हाइड्रोसील के लक्षणों में अंडकोष में दर्द होना शामिल है। अगर आपको हाइड्रोसील है तो आपको अंडकोष में दर्द होता है। कभी कभी यह दर्द कुछ समय के बाद अपने आप ही खत्म हो जाता है। लेकिन कई बार दर्द इतना तेज होता है की आपको दर्द निवारक दवाओं का सहारा लेना पड़ सकता है। दर्द के अलावा, आप अंडकोष में सूजन महसूस कर सकते हैं और आपके अंडकोष का आकार भी बढ़ जाता है। आपको चलते फिरने, उठने, बैठने या अपने दैनिक जीवन के कामों करने में काफी परेशानियां भी हो सकती हैं। इन सभी लक्षओं का खास ध्यान रखना चाहिए साथ ही अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हाइड्रोसील की पतंजलि दवा — Patanjali Medicines For Hydrocele in Hindi — Hydrocele Ki Patanjali Dawa Hindi Me
हाइड्रोसील के इलाज के ढेरों उपाय मौजूद हैं जिनकी मदद से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। हाइड्रोसील के लिए योगासन हैं, हाइड्रोसील के लिए ढेरों घरेलू नुस्खे और हाइड्रोसील की सर्जरी भी उपलब्ध है। Patanjali Medicines For Hydrocele in Hindi हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को सबसे बढ़िया इलाज का माध्यम माना जाता है। लेकिन डॉक्टर सर्जरी की सलाह तब देते हैं जब यह समस्या गंभीर रूप ले लेती है। अगर आपकी हाइडोसील अपनी शुरुआती स्टेज में हैं तो आप इसे पतंजलि की दवा से भी पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं। नीचे हम आपको पतंजलि की उन दवाओं और उपायों के बारे में बता रहे हैं जिनका इस्तेमाल करने से आपको काफी हद तक राहत मिलेगी।
नौसादर हाइड्रोसील के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके एक ग्राम पाउडर को लगभग 50 मिलीलीटर शराब में मिलाकर उसे अपने अंडकोष पर लगाने से दर्द और सूजन कम हो जाता है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से आपको पॉजिटिव रिसल्ट देखने को मिलेगा। वृद्धिवाधिका वटी एक बेहतरीन पतंजलि की दवा है जो हाइड्रोसील का इलाज बहुत ही प्रभावशाली रूप से करती है।
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हाइड्रोसील ही नहीं, दूसरी भी कई बीमारियों को ठीक करने के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है। हाइड्रोसील होने पर अंडकोष में पानी भर जाता है जिसके कारण उसमें भारीपन, सूजन और दर्द महसूस होता है। अगर आपको हाइड्रोसील है तो आप वृद्धिवाधिका वटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें। जीरा और अजवाइन के लेप से भी हाइड्रोसील की समस्या काफी हद तक कम हो जाती है।
इसका इस्तेमाल करने के लिए आप दस ग्राम जीरा और दस ग्राम अजवाइन को पीसकर उनका पाउडर तैयार करें। इस पाउडर को एक या आधा गिलास पानी में मिलाकर उसका लेप तैयार करें। फिर इस लेप को अपने अंडकोष पर लगाएं। Patanjali Se Hydrocele Ka Ilaj Hindi Me ऐसा करने से हाइड्रोसील के लक्षण धीरे धीरे कम और हाइड्रोसील की समस्या खत्म हो जाती है। रोगन कमीला भी हाइड्रोसील का बढ़िया इलाज है। अंडकोष पर इसका मालिश करने से आपकी हाइड्रोसील की परेशानी खत्म हो जाएगी।
हाइड्रोसील का बेस्ट इलाज क्या है?
अगर हाइड्रोसील अपनी शुरूआती स्टेज में है तो पतंजलि या दूसरी दवाओं से इसका इलाज किया जा सकता है। लेकिन अगर हाइड्रोसील गंभीर रूप ले चुका है या दवाओं से कोई फायदा नहीं हो रहा है तो डॉक्टर आमतौर पर सर्जरी का सुझाव देते हैं। हाइड्रोसील की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला ओपन यानी पारंपरिक सर्जरी और दूसरा लेजर सर्जरी है। हाइड्रोसील की पारंपरिक सर्जरी के दौरान मरीज को बड़ा सा कट आता है और काफी ब्लीडिंग और तेज दर्द होता है। इस सर्जरी के बाद मरीज को टांके आते हैं और सर्जरी के बाद मरीज को ठीक होने में भी काफी लंबा समय लगता है। हाइड्रोसील की पारंपरिक सर्जरी एक जटिल प्रक्रिया है जिसके दौरान और बाद में साइड इफेक्ट्स तथा जटिलताओं का खतरा भी अधिक होता है।
लेकिन लेजर सर्जरी में ऐसी कोई बात नहीं है। लेजर सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे किसी भी प्रकार के हाइड्रोसील का बेस्ट इलाज किया जा सकता है। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को एक अनुभवी और कुशल यूरोलॉजिस्ट की देखरेख में पूरा किया जाता है। इस सर्जरी को शुरू करने से पहले सर्जन मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं जिसके कारण सर्जरी के दौरान मरीज को जरा भी दर्द या दूसरी किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन स्क्रोटम में एक छोटा सा कट लगाकर अंदर जमा पानी को बाहर निकाल देते हैं। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को पूरा होने में मात्र आधे घंटे का समय लगता है।
हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी एक दिन की प्रक्रिया है, इसलिए सर्जरी के बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। लेजर सर्जरी ख़त्म होने के कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इतना ही नहीं, हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी के मात्र दो दिन बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को फिर से शुरू कर सकते हैं। हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी एक संक्षिप्त, सुरक्षित, बहुत ही आसान और सफल प्रक्रिया है। इस सर्जरी को कराने के लिए मरीज को ज्यादा तैयारियों की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। अगर आप हाइड्रोसडिल से परेशान हैं और इसका बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो आपको लेजर सर्जरी का चुनाव करना चाहिए।
प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में लेजर सर्जरी से हाइड्रोसील का बेस्ट और परमानेंट इलाज किया जाता है। लेजर सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे किसी भी प्रकार के हाइड्रोसील का बेस्ट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। हमारे क्लिनिक में हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को बहुत ही अनुभवी और विश्वसनीय यूरोलॉजिस्ट के द्वारा पूरा किया जाता है। हमारे सर्जन को हाइड्रोसील की गहरी समझ और लेजर सर्जरी में महारत हासिल है। ये सर्जन अब तक हाइड्रोसील की हजारों सफल लेजर सर्जरी कर चुके हैं। दूसरे क्लिनिक या हॉस्पिटल की तुलना में हमारे प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी को काफी कम खर्च में किया जाता है। इतना ही नहीं, हम अपने मरीज़ों को ढेरों सुविधाएं भी देते हैं जिसमें हाइड्रोसील की लेजर सर्जरी वाले दिन फ्री पिकअप और ड्रॉप, सभी डायग्नोस्टिक टेस्ट पर 30% छूट और सर्जरी के बाद फ्री फॉलो-अप्स आदि शामिल हैं। अगर आप हाइड्रोसील से परेशान हैं और कम से कम खर्च में इसका बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो आपको प्रिस्टीन केयर से संपर्क करना चाहिए।
निष्कर्ष — Conclusion
हाइड्रोसील की समस्या कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन समय पर इसका इलाज आवश्यक है। लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने या इलाज न कराने से आगे जाकर यह गंभीर रूप ले सकता है। जिसके कारण आपको इनफर्टिलिटी यानी की बांझपन की समस्या हो सकती है। हाइड्रोसील पुरुष की प्रजनन क्षमता को कम करता है जिसकी वजह से उन्हें पिता बनने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर आप हाइड्रोसील से पीड़ित हैं तो डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच और इलाज करवाएं।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|