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गर्भधारण कि खबर मिलते ही पूरे परिवार में खुशियां छा जाती हैं। लेकिन कभी कभी ये खुशियां गर्भपात के कारण खत्म भी हो जाती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला को ढेरों परेशानियों से गुजरना पड़ता है। गर्भपात भी उन्ही में से किसी एक का रिजल्ट हो सकता है। लेकिन आपको इससे उदास नहीं होना चाहिए। Pregnancy After Abortion in Hindi क्योंकि यह आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करता है। आप जब चाहें तब फिर से गर्भधारण कर अपने शिशु को जन्म दे सकती हैं। 

प्रिस्टीन केयर के इस बेहद ही खास ब्लॉग में आज हम आपको गर्भपात के बाद गर्भधारण करने से संबंधित सभी आवश्यक चीजों के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आपको गर्भपात के बाद गर्भधारण से संबंधित उन सभी प्रश्नों के जवाब मिल जाएंगे जो आपके मन में आमतौर पर होते हैं।  

Table of Contents

गर्भपात क्यों होता है — Causes of Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Kyun Hota Hai

ज्यादातर गर्भपात के मामलों में प्रेगनेंट महिला का गिरना या उन्हें चोट लगना पाया गया है। प्रेगनेंसी को स्वस्थ रखने तथा गर्भपात से बचने के लिए महिला को हल्का फूलका और ध्यान से समतल जमीन पर चलना चाहिए। ताकि किसी तरह कि कोई परेशानी होने का खतरा न के बराबर हो। 

तनाव कई समस्याओं का कारण है। प्रेगनेंसी के दौरान महिला को तनाव मुक्त रहने कि कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि Pregnancy After Abortion in Hindi यह भी गर्भपात के कारणों में से एक है। तनाव से बचने के लिए अच्छी किताबें पढ़नी, फिल्में देखनी और संगीत सुनना चाहिए। इससे मन फ्रेश, पॉजिटिव और शांत रहता है। 

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प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करते समय खास ध्यान देने कि आवश्यकता होती है। खासकर तब जब गर्भ में शिशु का विकास शुरू हो जाता है। इस दौरान संबंध बनाने के दौरान कुछ खास सेक्स पोजीशन का इस्तेमाल करना तथा कुछ से बचाव करना चाहिए। असुरक्षित सेक्स के कारण गर्भपात कि संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सेफ सेक्स करने की कोशिश करनी चाहिए। 

गर्भावस्था के दौरान महिला को भरी सामान उठाने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे पेट पर प्रेशर पड़ता है जिसके कारण गर्भपात हो सकता है। इस दौरान डॉक्टर अधिक चलने फिरने से भी मना करते हैं ताकि गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल शिशु सुरक्षित रह सकें। 

अगर कोई महिला अधिक उम्र में गर्भधारण करती है तो उसके Pregnancy After Abortion in Hindi गर्भपात होने का खतरा अधिक होता है। क्योंकि जैसे जैसे महिला कि उम्र बढ़ती है वैसे वैसे उसके गर्भधारण कि क्षमता कम होती है। गर्भधारण का सबसे सही समय 20-30 वर्ष माना जाता है।

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गर्भपात के बाद ठीक होने में कितना समय लगता है — How Much Time Does It Take To Recover After Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Ke Baad Thik Hone Me Kitna Samay Lagta Hai 

गर्भपात के बाद पूरी तरह से ठीक होना इस बात पर निर्भर करता है कि गर्भपात किस महीने में हुआ / किया गया है तथा गर्भपात के बाद महिला का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य कैसा है। Pregnancy After Abortion in Hindi डॉक्टर का ऐसा मानना है कि प्रेगनेंसी जितनी लंबी होती है, गर्भपात से उबरने में उतना ही अधिक समय लगता है। इसके अलावा, यह एक बड़ा फैक्टर होता है कि गर्भपात कौन से माध्यम से किया गया हैं। इससे संबंधित जानकारी के लिए आप डॉक्टर से मिलकर विस्तार से बात कर सकती हैं। 

गर्भपात के बाद खुद का ख्याल कैसे रखें — How To Take Care Of Yourself After Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Ke Baad Khud Ka Khyaal Kaise Rakhen 

  • ज्यादा से ज्यादा आराम करें  
  • हर 4-5 घंटे के बाद पैड बदलें 
  • सामान्य ब्लीडिंग से न खबराएं 
  • योनि और उसके आसपास सफाई का ध्यान रखें
  • अपनी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें 
  • समय समय पर डॉक्टर से मिलकर अपना चेकअप करवाएं 
  • गर्भपात के बाद अपनी डाइट में पौष्टिक तत्वों को शामिल करें 
  • पेट में दर्द होने पर डॉक्टर कि सलाह के बाद पेनकिलर का सेवन करें  
  • अगर फिर से गर्भधारण नहीं करना है तो गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करें 

गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए — When To Have Sex After Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Ke Kitne Din Baad Sex Karna Chahiye 

गर्भपात के बाद भी ब्लीडिंग होती रहती है। इस दौरान सेक्स करने से पुरुष को इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। इसलिए डॉक्टर हमेशा Abortion Ke Bad Kab Sex Karna Chahiye गर्भपात के बाद कुछ समय तक सेक्स न करने की सलाह देते हैं। उनका कहना है की ब्लीडिंग रुकने तक आपको इंतजार करना चाहिए। इसके अलावा, गर्भपात के बाद महिला भावनात्मक रूप से बहुत दुखी और परेशान होती हैं तथा इस दौरान यौन संबंध बनाने में उनकी रुचि भी नहीं होती है। इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक है। 

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डॉक्टर यह भी सलाह देते हैं की गर्भपात के बाद गर्भनिरोधक के प्रभावशाली माध्यमों का इस्तेमाल करना चाहिए। इन सबसे खास, अगर आप गर्भपात के कुछ समय के बाद संबंध बनाने की सोच रहे हैं तो उससे पहले डॉक्टर से मिलकर इस बारे में अवश्य बात करें। वे आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को अच्छे से समझने के बाद उपयुक्त सलाह देंगे जो आपके लिए फायदेमंद होगा।           

गर्भपात के कितने दिन बाद गर्भधारण की संभावना होती है — When Should You Try To Conceive After Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Ke Kitne Din Baad Gabhdharan Ki Sambhavna Hoti Hai

गर्भपात के तुरंत बाद फिर से गर्भधारण किया जा सकता है लेकिन इसके कुछ दुष प्रभाव भी हो सकते हैं। इस विषय में विस्तार से जानने के लिए डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए। हालांकि, Pregnancy After Abortion in Hindi डॉक्टर का यह मानना है की गर्भपात के तीन महीने बाद अगर कोई महिला गर्भधारण करती है तो उसकी गर्भावस्था सामान्य गर्भावस्था की तरह बिलकुल नॉर्मल और सुरक्षित होती है। लेकिन गर्भपात के एक वर्ष या उससे अधिक समय के बाद उन्हें गर्भधारण करने में शायद परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

यही कारण है कि डॉक्टर गर्भपात के बाद गर्भधारण करने के लिए तीन महीने तक रुकने की सलाह देते हैं। क्योंकि इस दौरान महिला अपने शरीर में खराब हुए फोलिक एसिड और शारीरिक शक्ति को फिर से बढ़ा लेती हैं। Pregnancy After Abortion in Hindi डॉक्टर का कहना है की गर्भपात के एक हफ्ता के बाद ही महिला का शरीर ओव्युलेट करने के लिए तैयार हो जाता है जिसके कारण इस दौरान संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना होती है लेकिन इससे महिला के शरीर पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए गर्भनिरोधक उपाय का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि गर्भधारण न हो।  

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अगर आपका हाल ही में गर्भपात हुआ तो और आप फिर से गर्भधारण करना चाहती हैं तो इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है। आप आराम से Pregnancy After Abortion in Hindi गर्भाधारण कर अपने शिशु को जन्म दे सकती हैं। लेकिन आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की गर्भपात के बाद आपके शरीर में कई तरह के गंभीर बदलाव आते हैं जो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए गर्भपात के बाद कम से कम तीन महीने तक इंतजार करना सबसे बेहतर विकल्प है। अगर आप इससे पहले गर्भधारण करने का प्लान बना रही हैं तो पहले डॉक्टर से मिलकर उनकी राय अवश्य लेनी चाहिए।      

गर्भपात के बाद गर्भधारण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां — Precautions To Take When Try To Conceive After Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Ke Baad Garbhdharan Ke Dauran Barti Jaane Wali Saavdhaniyan  

अगर आप गर्भपात के बाद फिर से गर्भधारण करने कि कोशिश कर रही हैं तो आपको कुछ चीजों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। ताकि Pregnancy After Abortion in Hindi आपकी गर्भावस्था स्वस्थ रह सके। नीचे हम आपको उन सभी आवश्यक चीजों के बारे में बता रहे हैं जिसका ध्यान रखना आपके लिए आवश्यक है।  

स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर उन सभी मानसिक और शारीरिक जांच करने के लिए कहें जिससे आपको अपनी प्रजनन तंत्र और सुरक्षित गर्भावस्था को संभालने में मदद मिल सके। Pregnancy After Abortion in Hindi एक से अधिक बार गर्भपात होने के कारण गर्भाशय ग्रीवा कमजोर हो जाता है। शिशु के विकास के दौरान उसे सुरक्षित रखने के लिए डॉक्टर एक टांके की मदद उसे ठीक कर सकते हैं। आप चाहें तो कीगल व्यायाम के जरिए भी अपनी श्रोणि कि निचली मांसपेशियों को मजबूत कर सकती हैं।  

अगर आपका गर्भपात हाल में हुआ है तो कुछ समय तक अपने शरीर को मजबूत तथा दूसरी गर्भावस्था के लिए तैयार होने का समय दें। जैसा कि हम पहले ही ऊपर बता चुके हैं कि गर्भपात के बाद कम से कम तीन महीने के बाद दोबारा गर्भधारण करना चाहिए। क्योंकि तब तक Pregnancy After Abortion in Hindi आप मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह से ठीक हो जाती हैं। गर्भपात के तुरंत बाद फिर से गर्भधारण करने पर आपके साथ साथ आपके नए भ्रूण पर भी गलत प्रभाव पड़ सकता है और आपके सामने समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।  

गर्भपात से बचने के उपाय — How To Avoid Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Se Bachne Ke Upay  

गर्भपात से बचने के लिए आप गर्भवती होने से पहले और और गर्भवती होने के बाद कुछ चीजों पर ध्यान देकर गर्भपात होने से रोक सकती हैं। Abortion Ke Baad Blood Test गर्भपात के बाद खून जांच में ब्लड ग्रुप निगेटिव आने पर आपको एंटी-डी इंजेक्शन लेने कि आवश्यकता होती है। इस बारे में डॉक्टर से बात करें। 

विशेषज्ञ का मानना है कि केवल 1% महिलाओं को 2 से ज्यादा बार गर्भपात होता है। अगर आपको दो बार से अधिक गर्भपात होता है तो आपको डॉक्टर से जांच और इलाज करवाने के साथ साथ अपने लाइफस्टाइल में भी सकारात्मक बदलाव लानी चाहिए। अपने आप को हमेशा तनाव से दूर रखना चाहिए। इससे गर्भपात कि संभावना खत्म और स्वस्थ गर्भावस्था कि संभावना अधिक होती है। 

आपको रोजाना हल्का फूलका व्यायाम करना चाहिए। इससे शरीर मजबूत और वजन नियंत्रित होता है जो कि एक हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए बहुत जरूरी है। व्यायाम महिला के साथ साथ शिशु के लिए भी फायदेमंद होता है। व्यायाम करने से पहले डॉक्टर से एक बार उनकी राय अवश्य लें।  

जैसे ही आप गर्भधारण करने का मन बनाएं, उसी समय से आप फोलिक एसिड वाली चीजों का सेवन शुरू कर दें। क्योंकि इससे आपका शरीर गर्भधारण करने के लिए अनुकूल हो जाता है जो एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए आवश्यक है। 

निष्कर्ष  

गर्भपात के बाद फिर से दोबारा गर्भधारण करना शारीरिक और मानसिक रूप से दुःख और कठिनाइयों से भरा हो सकता है। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि गर्भपात बांझपन नहीं है इसलिए आपको घबराने कि आवश्यकता भी नहीं है। कुछ खास चीजों को अपने जीवन में अपनाने के बाद आप फिर से गर्भधारण कर एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकती हैं। यह पूरी तरह से संभव है।  

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|