जब आप प्रेगनेंसी की नौ महीने की प्रक्रिया को पूरा करने वाली होती हैं तब आपको प्रेगनेंट होने और अपनी प्रेगनेंसी की अलग ही खुशी और स्नेह से भरपूर एहसास होता है। इस खुशी और एहसास की कोई कीमत नहीं है। आप खुशी, तकलीफ और हर तरह की भावनात्मक उतार चढ़ाव के बाद प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह में पहुंचती हैं। इस दौरान आप मां बनने के सबसे करीब होती हैं और अपने मासूम शिशु को अपनी गोद में रखकर प्यार और दुसलार करने के सपने संजो रही होती हैं।
39वां सप्ताह प्रेगनेंसी का आखिरी समय होता है। इस दौरान आपका शिशु गर्भ में पूरी तरह से विकास कर जन्म लेने के लिए तैयार हो जाता है और आप मां बनने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाती हैं। प्रेगनेंसी का यह समय आप और आपके शिशु के लिए बहुत ही खास और प्यारा होता है। इस वक्त आपकी परेशानियां थोड़ी सी बढ़ जाती हैं जो की स्वाभाविक है। लेकिन फिर भी आपको बिलकुल भी घबराने की जरूरत नहीं हैं। क्योंकि यह मात्र लक्षण हैं जो अपने आप ही खत्म हो जाएंगे।
जैसे आपने नौ महीने तक बहुत ही प्यार और सावधानी के साथ अपना और अपने शिशु का ख्याल रखा, वैसे ही आपको और कुछ दिन ख्याल रखने की जरूरत होती है। प्रिस्टीन केयर के इस खास ब्लॉग में हम आपको प्रेगनेंसी के 39 Week Pregnancy in Hindi इस सप्ताह के दौरान आपके अंदर होने वाले परिवर्तन, आपके शिशु के विकास और प्रेगनेंसी के इस सप्ताह के कुछ सामान्य लक्षणों के बारे में बात करेंगे। इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद प्रेगनेंसी का 39वें सप्ताह में आपको खुद को कैसे रखना चाहिए और किन बातों का ध्यान रहना चाहिए आदि के बारे में अच्छे से समझ जाएंगी।
प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह में लक्षण और शारीरिक बदलाव
आपके प्रेगनेंट होते ही शरीर में उथल पुथल मच जाती है क्योंकि आपके अंदर हार्मोनल असंतुलन होने शुरू हो जाते हैं। 39 Week Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह के दौरान आप अपने अंदर वैसे ही गर्भावस्था के कुछ लक्षणों और शारीरिक बदलाव महसूस कर सकती हैं जैसा अपने पिछले नौ महीनों के अंदर किया है। इन बदलावों को महसूस करना पूरी तरह से प्राकृतिक और आम बात है। हर गर्भवती महिला इन लक्षणों से गुजरती है इसलिए आपको इनके बारे में ज्यादा सोचकर टेंशन लेने की नहीं बल्कि खुद और अपने शिशु पर ध्यान देने की जरूरत है।
गर्भाशय में ऐंठन
प्रेगनेंसी की इस अवस्था में गर्भाशय में कसाव और ऐंठन महसूस करना आम बात है। इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है। ज्यादा कसाव या ऐंठन होने की स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
योनि स्राव
इस समय आपकी योनि से स्राव होता है और कभी कभी रक्त भी बाहर निकल सकता है। आमतौर पर यह डिलीवरी से कुछ दिन पहले होता है। अगर इस स्राव से बदबू आए तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। (और पढ़े: प्रेगनेंसी के दौरान योनि स्राव के कारण, लक्षण और उपाय )
योनि में सनसनाहट
39 Week Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी 39वें सप्ताह में आपका शिशु पेल्विक एरिया में नीचे की तरफ सरक जाता है और इस दौरान अगर वह कोई भी हलचल करता है तो आपकी संवेदनशील नसें इससे प्रभावित हो सकती हैं जिसके कारण आप अपनी योनि में झनझनाहट जैसा महसूस कर सकती हैं।
पेल्विक एरिया में प्रेशर
इस दौरान आपके गर्भ में पल रहे शिशु का विकास लगभग पूरी तरह से हो जाता है और वह नीचे की तरफ खिसक जाता है जिसके कारण आप अपने निचले हिस्से की और प्रेशर और दर्द महसूस कर सकती हैं।
स्तनों में रिसाव
जैसे जैसे आप डिलीवरी के नजदीक जाती हैं वैसे वैसे आपके स्तनों से पीले रंग के पदार्थ का स्राव शुरू हो जाता है। पीले रंग के इस पदार्थ को कोलोस्ट्रम कहा जाता है जो इस बात की ओर इशारा करता है की आप अब पूरी तरह से मां बनने के लिए तैयार हो चुकी हैं।
प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह में शिशु का विकास
प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह तक आपका शिशु गर्भ में जन्म लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाता है। और आप अपने गोद में लेकर इसे प्यार करने के लिए उत्सुक रहती हैं। 39week Pregnancy in Hindi इस समय आपको जरा भी किसी चीज की टेंशन और तनाव से बचना चाहिए। अपने खान पान पर अच्छे से ध्यान देना चाहिए और हमेशा एक्टिव और खुश रहना चाहिए। क्योंकि काफी हद तक इन्ही सब चीजों पर आपके शिशु का विकास भी निर्भर करता है। आपका शिशु इस सप्ताह तक कितना विकास कर चुका होता है इसी बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।
- शिशु का दिमाग बहुत तेजी से विकास करता है।
- इस समय शिशु के स्किन का रंग सफेद होने लगता है।
- शिशु के शरीर में जरूरत मुताबिक चर्बी जमा हो जाती है।
- इस दौरान शिशु का आकार लगभग 20 इंच और वजन करीब 3 किलोग्राम होता है। जो की जन्म के समय कम या ज्यादा भी हो सकता है।
- ज्यादातर शिशुओं में अभी तक आंसु की ग्रंथियों का विकास नहीं हुआ होता है। यही कारण है की जन्म के बाद जब वे रोते हैं तो आंसू नहीं निकलता है।
प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह में डाइट
प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह के दौरान आपको हर एक चीज पर खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है। क्योंकि 39 Week Pregnancy in Hindi इस दौरान आपका शिशु जन्म लेने और आप मां बनने के लिए बिलकुल तैयार होते हैं। इस समय आप दोनों को स्वस्थ होना बहुत जरूरी है और खासकर आपको ज्यादा से ज्यादा अपने डाइट पर ध्यान देना और आराम करना चाहिए। 39week Pregnancy in Hindi – इस समय आपको मांस और दूसरी उन सभी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिन्हे हजम होने में समय लगता है। स्त्री-रोग विशेषज्ञ इस दौरान हल्का फूलका और हेल्दी भोजन का सेवन करने की सलाह देते हैं।
- अंडा
- फल
- नट्स
- किशमिश
- खुबानी
- सीरियल बार
- हरी और पत्तेदार सब्जियां
इनके साथ साथ आप अपने शरीर और उसकी जरूरत के मुताबिक़ दूसरी भी उन सभी चीजों को अपने डाइट में शामिल कर सकती हैं जिसमें विटामिन्स, प्रोटीन और दूसरे सभी वे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो 39 Week Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 39वें सप्ताह में मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। लेकिन क्योंकि यह समय बहुत ही खास और नाजुक भी होता है इसलिए किसी भी चीज को अपने डाइट में शामिल करने से पहले एक बार डॉक्टर से मिलकर/बात कर उनकी राय जरूर लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
प्रेगनेंसी का 39वां सप्ताह बहुत उत्साह से भरा होता है। 39 Week Pregnancy in Hindi इस समय आपके परिवार में हर कोई आने वाले नन्हे मेहमान का स्वागत करने की तैयारी में लगे होते हैं। इस समय आप अपने अंदर कुछ बदलावों को महसूस करती हैं जिससे आपको चिड़चिड़ापन और परेशानी हो सकती है। इस समय आपको पूरी तरह से आराम करने की जरूरत होती है क्योंकि काम करने के चक्कर में आपके पेट पर प्रेशर पड़ने या किसी दूसरी तरह की कोई समस्या या अनहोनी होने की संभावना होती है।
आपको अपने खान पान पर खास ध्यान देना चाहिए और तनाव से बचना चाहिए। प्रेगनेंसी के नौ महीने की प्रक्रिया का यह आखिरी समय होता है, इस दौरान आप अपने कर्तव्य में पूरी तरह से सफल होने वाली होती हैं। बेशक यह पल आप और आपके परिवार वालों के लिए एक त्यौहार के जैसा होता है लेकिन साथ ही आपको कुछ चीजों को लेकर सावधान होना भी जरूरी होता है। अपने दैनिक जीवन पर ध्यान दें, परिवार वालों के साथ रहें, इस खूबसूरत पल को सेलिब्रेट करें और किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर कसे मिलने के लिए तैयार रहें।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|