आप जैसे ही प्रेगनेंट होती हैं, आपके अंदर हार्मोनल असंतुलन शुरू हो जाते हैं जिसके कारण आप में शारीरिक और मानसिक रूप से बदलाव आते हैं। इन बदलावों को प्रेगनेंसी के लक्षण के रूप में भी देखा जाता है और यह सामान्य है। हर प्रेगनेंट महिला को इन लक्षणों से होकर गुजरना पड़ता है। ये लक्षण खतरनाक नहीं होते हैं और आमतौर पर आप या आपके गर्भ में पल रहे शिशु पर इनका बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं हुआ की आप इन लक्षणों को पूरी तरह से नजरअंदाज करना शुरू कर दें। आपको हमेशा इन पर ध्यान देना चाहिए।
प्रेगनेंसी के लक्षणों में कमजोरी होना, थकान महसूस करना, जी मिचलाना, उलटी होना, पेट में दर्द होना, कमर में दर्द होना, सिर में दर्द होना, सूजन होना और योनि से ब्राउन डिस्चार्ज होना भी शामिल है। ज्यादातर लक्षण कुछ समय के बाद अपने आप ही खत्म हो जाते हैं। लेकिन कई बार कुछ लक्षण खत्म नहीं भी होते हैं। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए, अपने खान पान और सफाई पर खास ध्यान देना चाहिए। अक्सर प्रेगनेंट महिलाएं अपने योनि से ब्राउन डिस्चार्ज को देखकर घबरा जाती हैं और यह समझ बैठती हैं की उनका गर्भपात हो गया। जबकि हकीकत कुछ और ही होती है।
प्रिस्टीन केयर के खास शृंखला के इस ब्लॉग में आज हम प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले ब्राउन डिस्चार्ज, उसके कारण और उपाय के बारे में विस्तार से बात करेंगे। इस ब्लॉग की मदद से आपको प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले ब्राउन डिस्चार्ज के साथ साथ इससे जुडी दूसरी भी आवश्यक जानकारियां मिलेंगी।
ब्राउन डिस्चार्ज क्या है — Brown Discharge in Hindi
प्रेगनेंसी के दौरान आपकी योनि से जो लाल या भूरे रंग का स्राव होता है उसे ही ब्राउन डिस्चार्ज के नाम से जाना जाता है। मूल रूप से यह आपकी गर्भाशय में जमा पुराना खून है जो ब्राउन डिस्चार्ज के रूप में बाहर निकलता है। यह लगभग 20% प्रेगनेंट महिलाओं को होता है और प्रेगनेंसी के नौ महीने की पूरी प्रक्रिया के दौरान तक भी हो सकता है।
जैसे आप प्रेगनेंसी के दूसरे लक्षणों को खुद में महसूस करती हैं वैसे ही Pregnancy Me Brown Discharge in Hindi योनि से ब्राउन डिस्चार्ज होना भी है। यह भी प्रेगनेंसी का एक सामान्य लक्षण है जिससे आपको किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। लेकिन आपको इस पर ध्यान देना चाहिए और जैसे ही आपके ब्राउन डिस्चार्ज से बदबू आने लगे या फिर इसकी वजह से योनि में या उसके आसपास खुजली होने लगे तो तुरंत स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर इसके बारे में बात करनी चाहिए।
प्रेगनेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज के कारण — Causes of Brown Discharge During Pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज होने के काफी कारण हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए। सबसे पहले आपको यह मालूम होना चाहिए की आमतौर पर Pregnancy Me Brown Discharge in Hindi प्रेगनेंसी के समय योनि से ब्राउन डिस्चार्ज होना नॉर्मल बात है। इससे आपको किसी तरह का कोई ख़तरा नहीं बल्कि फायदा ही होता है। यह आपके गर्भाशय में जमा बेकार खून को बाहर निकाल देता है जिससे इंफेक्शन या दूसरी समस्याओं का खतरा हो जाता है। नीचे हम इसके कारणों के बारे में बता रहे हैं जिनके बारे में पढ़ने के बाद आप ब्राउन डिस्चार्ज को अच्छे से समझ जाएंगी।
- जैसे जैसे आपकी डिलीवरी नजदीक आती है वैसे वैसे ब्राउन डिस्चार्ज होता है। यह आपकी डिलीवरी की तरफ इशारा करता है। क्योंकि इस समय तक आपका शिशु गर्भ पूरी तरह से जन्म लेने के लिए तैयार हो जाता है। उसका आकार बढ़ने के कारण गर्भाशय शरीर के निचले हिस्से में दबाव डालता है जिसके कारण ब्राउन डिस्चार्ज होता है।
- कई बार योनि इंफेक्शन के कारण भी आप ब्राउन डिस्चार्ज का अनुभव कर सकती हैं। ऐसी स्थिति में घबराने के बजाय आपको आसपास के डॉक्टर से मिलकर इस बारे में जानकारी लेनी चाहिए। डॉक्टर आपका चेकअप करने के बाद आपको कुछ सावधानियां बरतने का सुझाव दे सकते हैं।
- कई बात मिस्ड अबॉर्शन के कारण भी ब्राउन डिस्चार्ज होता है। क्योंकि इस स्थिति में गर्भ का विकास होना बंद हो जाता है लेकिन विकसित टिश्यू अबॉर्शन के समय गर्भाशय से बाहर नहीं निकल पाते हैं और फिर लगभग चार सप्ताह के बाद ब्राउन डिस्चार्ज के रूप में बाहर आते हैं। इस दौरान इससे तेज गंध भी आती है।
- प्लेसेंटा संबंधी समस्या जैसे की प्लेसेंटा प्रिविया के कारण भी ब्राउन डिस्चार्ज होता है। प्लेसेंटा से सर्विक्स का मुंह ढाका होता है जिसके कारण ब्राउन डिस्चार्ज होता है।
- शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन और ब्लड फ्लो के बढ़ने के कारण जेनिटल एचपीवी की समस्या होती है जो ब्राउन डिस्चार्ज का कारण बन सकता है
- गर्भपात होने पर भी ब्राउन डिस्चार्ज होता है। ब्राउन डिस्चार्ज के समय आपके पेट में दर्द, निचले हिस्से में दर्द और ऐंठन हो तो यह गर्भपात की तरफ इशारा करता है। इस समय आपको तत्कालीन मेडिकल मदद की जरूरत पड़ती है। ऐसी स्थिति होने पर आपको तुरंत अपने आस पास के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। साथ ही अपनी प्रेगनेंसी का चेकअप भी करवाना चाहिए।
- जब आप गर्भाशय की जगह फैलोपियन ट्यूब या पेट के किसी दूसरे हिस्से में गर्भ धारण करती हैं तब भी ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है। इस दौरान आपको चक्कर आने, पेल्विक क्षेत्र और पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है। यह सिचुएशन थोड़ी गंभीर होती है। इसमें आपकी जान को भी ख़तरा हो सकता है इसलिए अपने अंदर एक्टोपिक का कोई भी लक्षण दिखाई देने पर फ़ौरन स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर इसके बारे में विस्तार से बात करनी चाहिए।
- कभी कभी सर्वाइकल पॉली के कारण भी प्रेगनेंसी के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज होता है जो सर्वाइकल टिश्यू में वैस्कुलर बढ़ने के कारण होता है।
- प्रेगनेंसी के दौरान सर्विक्स खून से भर जाने के कारण यह संवेदनशील हो जाता है। और फिर सेक्स या मेडिकल डायग्नोसिस करने के कारण योनि से ब्राउन डिस्चार्ज होता है।
प्रेगनेंसी के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज होना किसी खतरे की निशानी नहीं है लेकिन अचानक से इसका रंग बदल जाए या फिर इससे बदबू आने लगे तो आपको तुरंत स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर उन्हें इसके बारे में बताना चाहिए। Pregnancy Me Brown Discharge in Hindi साथ ही अगर आपको ब्राउन डिस्चार्ज के बाद योनि में या फिर उसके आसपास खुजली, जलन या दर्द जैसा महसूस हो तो भी आपको डॉक्टर से मिलकर इस बारे में विस्तार से बात करनी चाहिए। प्रेगनेंसी एक बहुत ही नाजुक पल होता होता है इसलिए परेशानी होने से पहले ही आपको सभी चीजों का ध्यान रखना और सावधान रहना चाहिए।
प्रेगनेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज का उपाय — Treatment of Brown Discharge During Pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज होना सामान्य है जिससे आपको घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी ठीक नहीं है। देखा जाए तो आमतौर पर प्रेगनेंसी के समय होने वाले ब्राउन डिस्चार्ज का कोई खास इलाज नहीं है फिर भी समय समय पर इसका जांच करवाना चाहिए क्योंकि इससे उसके कारण और गंभीरता का पता लगाया जा सकता है। फिर इसके बेसिस पर आपके डॉक्टर किसी दवा के सेवन या कोई व्यायाम करने तथा दूसरे उपायों का सुझाव दे सकते हैं। ज्यादातर गंभीर मामलों में ही दवाओं की आवश्यकता पड़ती है अन्यथा ये समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है।
दवा के अलावा, इस समस्या से बचने के लिए आप दूसरे कुछ उपायों का इस्तेमाल कर सकती हैं। जिनकी मदद से आप खुद को स्वस्थ रखने में कामयाब हो सकती हैं। जैसे खुद का ख्याल रखें, समय समय पर डॉक्टर से मिलती रहें और अपनी जांच करवाएं। ताकि किसी भी बीमारी के फैलने से पहले ही उसके बारे में पता लगाकर उसका समय पर सही इलाज किया जा सके। प्रेगनेंसी के दौरान आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए और खासकर आखिरी के तीन महोनों में। यह समय आपके और आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
खुद को एक्टिव, फ्रेश और खुशमिजाज रखने के लिए रोजाना सुबह में हल्का फूलका योग और व्यायाम करें। क्योंकि ये आपके मन को शांत और तनाव को दूर रखने में मदद करते हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत बहुत आवश्यक है। ज्यादा भारी सामान उठाने, लंबे समय तक झुकाने और पेट तथा योनि पर दबाव देने से बचना चाहिए। साथ ही एक जगह ज्यादा देर तक बैठने या खड़े रहने से भी बचना चाहिए क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी आती है। जिसके कारण आपके सामने समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
प्रेगनेंसी में ब्राउन डिस्चार्ज की सावधानियां — Precautions of Brown Discharge During Pregnancy in Hindi
आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज से घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन कई बार जो महिलाएं पहली बार मां बनने वाली होती हैं, वे इन्हे देखकर डर जाती हैं और अपने मन ही मन कई तरह की भ्रांतिया पाल लेती हैं। कई बार तो कुछ महिलाएं इस ब्राउन डिस्चार्ज को गर्भपात भी समझ बैठती हैं जबकि सच्चाई कुछ और होती है।
आज हम आपको उन सभी चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हे ब्राउन डिस्चार्ज के समय अनुभव करने पर आपको घबराना चाहिए, और सच कहें तो घबराना नहीं बल्कि होश्यारी दिखाते हुए तुरंत स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर अपनी समस्या के बारे में उन्हें बताना चाहिए। क्योंकि उनके पास आपके हर प्रश्न का सही जवाब और हर परेशानी का बेहतर इलाज होता है। नीचे हम उन्ही चीजों के बारे में बता रहे हैं।
अगर आपको अधिक मात्रा में ब्राउन डिस्चार्ज हो रहा है तो यह एक गंभीर समस्या की और इशारा हो सकता है। ऐसी होने पर आपको बिना देरी किए डॉक्टर से मिलना चाहिए। हल्का फूलका ब्राउन डिस्चार्ज होना तो नॉर्मल है लेकिन अगर यही ज्यादा मात्रा में होता है तो भी इसके बारे में सोचने और एक्शन लेने की जरूरत है।
ब्राउन डिस्चार्ज के समय अगर आपको दर्द और ऐंठन हो, ब्राउन डिस्चार्ज से बदबू आए या सेक्स या मेडिकल जांच के एक सप्ताह के बाद भी ब्राउन डिस्चार्ज जारी रहे तो यह इंफेक्शन की तरफ इशारा करता है। अगर आप भी ऐसा कुछ अनुभव कर रही हैं तो आपको डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए और साथ ही जांच भी करवानी चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान अगर आपकी योनि से पानी जैसे किसी गाढ़े पदार्थ का स्राव होना आपकी गर्भपात की और इशारा हो सकता है। इस दौरान आपको अर्जेन्ट मेडिकल हेल्प की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए ऐसी स्थिति होने पर जितना जल्दी हो सके डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताएं।
एक्टोपिक प्रेगनेंसी के कारण भी ब्राउन डिस्चार्ज होता है। लेकिन इस दौरान आपको पेट में दर्द और ऐंठन, बुखार, चक्कर आने और उलटी होने जैसी परेशानियां भी होती हैं। यह स्थिति थोड़ी सीरियस होती है जिसमें मां की जान को खतरा होता है। अगर आप ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण को खुद में महसूस करती हैं तो अपने प्रेगनेंसी की तुरंत जांच करवाएं ताकि ब्राउन डिस्चार्ज होने के कारण की पुष्टि की जा सके और किसी बीमारी की संभावना होने पर इसे बढ़ने से तुरंत रोका जा सके।
निष्कर्ष — Conclusion
डॉक्टर का मानना है की प्रेगनेंसी के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज होना सामान्य बात है। यह भी प्रेगनेंसी के दूसरे लक्षणों में एक है जिससे आपको या आपके गर्भ में पल रहे शिशु को किसी तरह का कोई खतरा नहीं होता है। कई बार प्रेगनेंसी के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज का कारण कुछ और भी हो सकता है जो शायद नॉर्मल न हो इसलिए आपको प्रेगनेंसी के दौरान समय समय पर अपने डॉक्टर से मिलना और अपने प्रेगनेंसी की जांच करवानी चाहिए। ऐसा करने से किसी भी समस्या को गंभीर रूप लेने से रोकने में मदद मिलती है।
कई बार कुछ महिलाएं अपने डॉक्टर की अप्वाइंटमेंट को नजरअंदाज कर देती हैं। हालाँकि ऐसा करना बिलकुल गलत है। यही लापरवाही आगे जाकर उनके लिए प्रेगनेंसी से संबंधी समस्याएं पैदा करती है। प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले ब्राउन डिस्चार्ज के साथ साथ आपको अपने खान पान, साफ सफाई और दूसरी भी चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए। आपके शिशु का स्वस्थ आपके स्वस्थ पर निर्भर करता है इसलिए खुश, फ्रेश, साफ, सेहतमंद और सावधान रहने की कोशिश करें। साथ ही किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|