प्रोस्टेट शरीर में मौजूद एक ग्लैंड है जो द्रव को उत्पन्न करने का काम करता है। इसी द्रव के माध्यम से शुक्राणु इजाकुलेशन के दौरान इजाकुलेट होते हैं। प्रोस्टेट ग्लैंड को पौरुष ग्रंथि के नाम से भी जाना जाता है। यह मूत्राशय के चारों ओर फैला होता है। Yoga For Enlarged Prostate in Hindi प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने की समस्या ज्यादातर 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में पाई जाती है।
विशेषज्ञ का मानना है की उम्र बढ़ने के साथ साथ पुरुष का प्रोस्टेट ग्लैंड भी बढ़ने लगता है। इसका आकार अधिक बढ़ने पर यह मूत्र मार्ग में ब्लॉकेज पैदा करने लगता है। जिसकी वजह से पेशाब और किडनी से संबंधित परेशानियां और बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। (आगे पढ़ें: हाइड्रोसील ठीक करने के लिए योगासन)
प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ने के क्या कारण हैं — What Are The Causes of Enlarged Prostate Gland in Hindi
जैसा की हमने ऊपर ही आपको बताया की उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्टेट ग्लैंड का आकार भी बढ़ता है जिसे आमतौर पर लोग सामान्य मान लेते हैं। Yoga For Enlarged Prostate in Hindi पुरुषों में दो तरह के हार्मोन का निर्माण होता है जिसे हम टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन के नाम से जानते हैं। टेस्टोस्टेरोन पुरुष का हार्मोन है जबकि एस्ट्रोजन महिलाओं वाला हार्मोन है।
पुरुषों में सामान्य रूप से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन, एस्ट्रोजन के मुकाबले ज्यादा उत्पन्न होता है। उम्र बढ़ने पर खून में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम और एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है। एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ने के कारण प्रोस्टेट ग्लैंड की कोशिकाएं भी बढ़ने लगती हैं। जिसके कारण अधिक उम्र होने पर पौरुष ग्रंथि अनचाहे रूप से बढ़ती है। इसके अलावा भी प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ने के काफी कारण हो सकते हैं।
- अनुवांशिकी के कारण प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने की समस्या हो सकती है।
- दिल से संबंधित बीमारियां प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने का कारण बन सकती हैं
- एस्ट्रोजन की अधिक मात्रा को इसके मुख्य कारण के रूप में देखा जाता है।
- व्यायाम न करने के कारण भी प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने की संभावना अधिक होती है
- असामान्य ब्लड प्रेशर, मोटापा या टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होने पर भी प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ सकता है
प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ने के क्या लक्षण हैं — What Are The Symptoms of Enlarged Prostate Gland in Hindi
प्रोस्टेट ग्लैंड के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जिनकी मदद से आप या आपके डॉक्टर इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं की आप Enlarged Prostate Gland से पीड़ित हैं। इसके बाद डॉक्टर कुछ जांच करने के बाद इस बात की पुष्टि भी कर देते हैं की आपका प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ा है या नहीं। Yoga For Enlarged Prostate in Hindi हम आपको इसके लक्षणों के बारे में नीचे बता रहे हैं। अगर आप इन लक्षणों में से किसी भी लक्षण को खुद में अनुभव करें तो बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच और इलाज करवानी चाहिए।
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- पेशाब से बदबू आना
- पेशाब का रंग बदलना
- थोड़ी देर में बार बार पेशाब आना
- पेशाब को थोड़ी देर भी न रोक पाना
- सोते वक्त भी बार बार पेशाब लगना
- पेशाब के बाद मूत्र मार्ग में तेज दर्द होना
- एजाकुलेशन के बाद तेज दर्द उत्पन्न होना
- पेशाब करने के बाद बूंद बूंद पेशाब टपकना
- पेशाब के वक्त तेज दबाव और दर्द महसूस करना
प्रोस्टेट ग्लैंड के लिए योग — Yoga To Treat Enlarged Prostate Gland in Hindi
प्रोस्टेट ग्लैंड को बढ़ने से रोकने या बढे हुए प्रोस्टेट ग्लैंड का उपचार करने के लिए कई तरीके मौजूद हैं। लेकिन आज हम आपको उन योगासनों के बारे में विस्तार से बताएंगे जिनकी मदद से आप घर बैठे इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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सिद्धासन बढे हुए प्रोस्टेट ग्लैंड को कम करता है — Siddhasana Treats Enlarged Prostate Gland in Hindi
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप दण्डासन की मुद्रा में बैठ जाएं। फिर अपने बाएं पैर की एड़ी को दोनों पैर के बीच में रखें और इस पैर पर अपना बायां पैर रखें। इस स्थिति में दोनों पैरों के टखने एक दूसरे पर होंगे। अपने घुटनों को जमीन पर रखें और फिर अपने हाथों को ज्ञान मुद्रा की पोजीशन में अपने घुटनों पर रखें। अब अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा और अपनी आंखों को कुछ समय के लिए बंद रखें। फिर उसके बाद अपनी सामान्य पोजीशन में आ जाएं। कुछ दिनों तक लगातार ऐसा करने से Yoga For Enlarged Prostate in Hindi आपको बढे हुए प्रोस्टेट ग्लैंड में काफी हद तक राहत मिलती है। (आगे पढ़ें: बवासीर के लिए योग आसन)
कपालभाति बढे हुए प्रोस्टेट को ठीक करता है — Kapalabhati Cures Enlarged Prostate Gland in Hindi
किसी खुली और समतल जगह का चुनाव करने के बाद वहां वज्रासन की पोजीशन में बैठ जाएं। फिर अपने पेट को ढीला छोड़ें और अपनी नाक से तेजी से सांस को बाहर निकालें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की सांस बाहर निकालते समय आपका पेट अंदर की तरफ खींचना चाहिए। इतना करने के बाद अपनी सांस को अंदर लेते समय संतुलन बनाएं। Yoga For Enlarged Prostate in Hindi लगातार कुछ दिनों तक कपालभाति करने से बढे हुए प्रोस्टेट ग्लैंड का आकार कम हो जाता है। अगर आपको यह आसन करने में किसी तरह की समस्या आ रही हो तो आप किसी योग गुरु से इसके बारे में बात कर सकते हैं या फिर यूट्यूब पर इसका वीडियो देखकर अपनी शंका को दूर कर सकते हैं। (आगे पढ़ें: किडनी स्टोन के इलाज के लिए बेस्ट योगासन)
गोमुखासन बढे हुए प्रोस्टेट ग्लैंड का इलाज करने में मदद करता है — Gomukhasana Helps in Treating Enlarged Prostate Gland in Hindi
सुखासन की पोजीशन में बैठने के बाद अपने बाएं पैर की एड़ी को दायीं तरफ कूल्हे के पास रखें। फिर दाएं पैर को बाएं पैर के ऊपर से लाते हुए ऐसे हिसाब से बैठें की दोनों पैरों के घुटने एक दूसरे के ऊपर आ जाएं। इसके बाद अपने दाएं हाथ को सिर की तरफ से पीठ की ओर ले जाएं और बाएं हाथ को भी कोहनी से मोड़ते हुए पीठ की तरफ ले जाएं। Yoga For Enlarged Prostate in Hindi अब अपने दोनों हाथों को मिलाते हुए एक सीधी लकीर बनाएं। इस पोजीशन में कुछ समय तक रूकें और फिर अपनी सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ दिनों तक इस आसन को नियमित रूप से करें।
प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने से बचाव — Precautions Fron Enlarged Prostate Gland in Hindi
प्रोस्टेट से बचने के लिए आप कुछ चीजों को लेकर सावधानियां बरत सकते हैं जो आपके प्रोस्टेट को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। एंटीबायोटिक का सेवन न करें। दिन में दो से तीन लीटर पानी पीएं। कुछ दवाओं के सेवन से भी प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ने की समस्या होती है। ऐसे में आपको डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही दवाओं का सेवन या उनकी खुराक कम या फिर दवा खाने के समय में बदलाव करनी चाहिए। रात में शराब का सेवन बिल्कुल ना करें। इसके अलावा, कैफीन युक्त पदार्थ भी न खाएं। क्योंकि इस तरह के पदार्थ किडनी को मूत्र का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करते हैं जिसके कारण मूत्राशय कि मांसपेशियों पर प्रभाव पड़ता है।
निष्कर्ष
एक उम्र के बाद प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ना स्वाभाविक है। हालांकि, कई बार यह कम उम्र के पुरुषों में भी देखने को मिलता है। इस समस्या को दूर करने के ढेरों उपाय मौजूद हैं जिसमें एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेदिक इलाज, घरेलू उपचार एवं योगासन शामिल हैं। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए जैसे ही आप इसके लक्षण को खुद में अनुभव करें, तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच और बेहतर इलाज के बारे में बात करनी चाहिए।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|