आयुर्वेद के क्षेत्र में पतंजलि हर जगह धाक जमाए है। बाबा रामदेव के देख रेख में तैयार की जाने वाली पतंजलि दवाइयाँ कई बीमारियों के लिए लाभदायक होती हैं। ठीक इसी तरह पतंजलि ने कुछ ऐसे प्रोडक्ट भी तैयार किये हैं जिससे साइनोसाइटिस या उसके लक्षण को काबू में किया जा सकता है। पतंजलि योगपीठ में ऐसी तीन दवाइयाँ हैं जो साइनोसाइटिस का इलाज करने का दावा करती हैं। आइये उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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साइनोसाइटिस के लिए पतंजलि में उपचार और दवा – Treatment and Tablet of sinusitis in Patanjali in Hindi
पतंजलि में साइनोसाइटिस का इलाज तीन दवाइयों (medicines) की मदद से किया जा सकता है।
1. दिव्य श्वासारि क्वाथ
पतंजलि दिव्य श्वासारि क्वाथ में मुलेठी, काला अडूसा, सफेद वसाका, बनफसा, काली मिर्च, सेकरुम ऑफ़िसिनारियम, अमलटस भृंगराज, इलायची, दालचीनी, अदरक, लिशोद, तेज पत्र, सोंठ, लौंग, तुलसी की पत्तियां, छोटी पीपल आदि मिला होता है। जो श्वास से जुड़ी समस्याओं और खांसी आदि को दूर करने में फायदेमंद होते हैं।
दिव्य श्वासारि क्वाथ के फायदे
- साइनोसाइटिस, टीबी और क्रोनिक कफ में है फायदेमंद।
- फेफड़ा और श्वसन प्रणाली मजबूत बनाता है
- ब्रोंकाइटिस (bronchitis) का इलाज करता है और ब्रांकिओल्स (bronchioles) के सूजन को कम करता है
- सर्दी, खाँसी, जुकाम और कफ से राहत दिलाता है
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश (directions:
एक चम्मच पाउडर को डेढ़ गिलास पानी में मिलाकर उबालें। जब पानी एक गिलास या उसे कम हो जाए तो पी लें।
उपयोग से पहले:
– उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
– सलाह दी गयी खुराक से अधिक सेवन न करें
– बच्चों की पहुंच से दूर रखें
2. दिव्य श्वासारि रस
पतंजलि दिव्य स्वरस रस में मुलेठी, लवंग, दालचीनी, काकड़ासिंगी, सोंठ, छोटी पीपल, अभ्रक भस्म, मुक्ता शुक्ति भस्म, और कपर्दक भस्म आदि कई आयुर्वेदिक मिश्रण शामिल है।
फायदे:
- यह पतंजलि रस साइनोसाइटिस से राहत दिलाता है और क्रोनिक कफ दूर करता है।
- अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सर्दी, जुकाम, खाँसी आदि कई श्वास सम्बन्धी समस्याओं को दूर करता है।
- फेफड़ा मजबूत करता है और इम्युनिटी बढ़ाता है।
- ख़ास तौर से साइनोसाइटिस के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
कैसे इस्तेमाल करें:
यह पतंजलि स्टोर के कर्मचारी बताएंगे।
पढ़ें- साइनोसाइटिस का हमेशा के लिए इलाज
उपयोग से पहले:
- पैकेट में दी गई जानकारी अच्छे से पढ़ें
- ओवरडोज न करें
- बच्चों से दूर रखें
3. पतंजलि दिव्य सहचरादि तैल
यह एक आयुर्वेदिक हर्बल तेल है जो वात असंतुलन ठीक करता है, मांसपेशियों और जोड़ों के ऐंठन में उपयोग किया जाता है। यह राइनाइटिस और साइनसाइटिस से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
फिजिशियन द्वारा बताए गए तरीके के अनुसार
उपयोग से पहले:
- लेबल को पढ़ लें
- डोज का ख़याल रखें
- बच्चों की पहुँच से दूर रखें
क्या साइनोसाइटिस की पतंजलि दवा के साइड इफेक्ट्स हैं?
नहीं, यह पूरी तरह से आयुर्वेदिक है जिसके कोई साइड-इफ़ेक्ट देखने को नहीं मिलते हैं। अगर आपको कोई साइड इफ़ेक्ट नजर आए तो तुरंत ही उपयोग करना बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।
साइनोसाइटिस का उपचार के लिए Pristyn Care
अगर साइनोसाइटिस का उपचार पतंजलि दवाइयों की मदद से नहीं हो पाता है तो इसके लिए सर्जरी ही एक अंतिम विकल्प बचता है। इसके लिए दो तरह की सर्जरी की जा सकती है। पहला- सेप्टोप्लास्टी और दूसरा – FESS।
इनके बारे में जानने के लिए पढ़ें- सेप्टोप्लास्टी क्या है? और FESS क्या है?
अगर आप सर्जरी के जरिए साइनोसाइटिस का उपचार करवाना चाहते हैं तो pristyn Care आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। अनुभी सर्जन, एडवांस उपकरण से इलाज, डायग्नोसिस में 30 प्रतिशत तक की छूट, फ्री फॉलो-अप रहने खाने के लिए निःशुल्क व्यवस्था, फ्री कैब आदि कई सुविधाएं रोगी को दी जाती हैं।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|