योनि स्राव तरल पदार्थ है जो स्वाभाविक रूप से योनि और गर्भाशय ग्रीवा में कोशिकाओं द्वारा रिलीज किया जाता है। योनि स्राव एक सामान्य प्रक्रिया है जो मृत त्वचा कोशिकाओं और बैक्टीरिया को योनि से बाहर निकालकर Ph की संतुलित बनाता है तथा रक्षा तंत्र के रूप में काम करता है। पीरियड साइकिल के दौरान योनि स्राव में बदलाव आ सकते हैं। अगर वेजाइनल डिस्चार्ज के रंग, टेक्स्चर या स्थिरता या मात्रा में बदलाव आना या दूसरे लक्षण जैसे की योनि से बदबू आना, योनि में खुजली होना या योनि में तेज दर्द होना कुछ खास तरह के इंफेक्शन की ओर संकेत हो सकते हैं जैसे की:-
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- गोनोरिया (Gonorrhea)
- सर्वीसाइटिस (Cervicitis)
- क्लैमाइडिया (Chlamydia)
- ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis)
- बैक्टीरियल वेजोनोसिस (Bacterial Vaginosis)
- वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन (Vaginal Yeast Infection)
- पेल्विक इंफ्लामेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease (PID))
अगर आप ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण को खुद में अनुभव करती हैं तो खुद ही इसकी जांच या इलाज करने के बजाय बिना देरी किए आपको तुरंत किसी बेहतर और अनुभवी स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए और अपनी समस्या का सटीक इलाज करवाना चाहिए।
योनि से चिपचिपा स्राव के कारण — Causes of Sticky Vaginal Discharge in Hindi
एक महिला को कई तरह के वेजाइनल डिस्चार्ज होते हैं और मेंस्ट्रुअल साइकिल के हर एक फेज में अलग अलग डिस्चार्ज होते हैं। पीरियड्स के पहले या बाद में और ओव्यूलेशन तथा प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला अपने वेजाइनल डिस्चार्ज में ढेरों बदलाव अनुभव कर सकती है। इस बारे में हम आपको नीचे विस्तार से बता रहे हैं।
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ओव्यूलेशन के दौरान योनि से चिपचिपा स्राव — Sticky Vaginal Discharge During Ovulation in Hindi
ओव्यूलेशन महिला के मासिक धर्म चक्र के मध्य का हिस्सा है। ये वह समय है जब महिला का शरीर संभावित फर्टिलाइजेशन के लिए अंडा को रिलीज करता है। जैसे ही महिला अपने मासिक धर्म चक्र में ओव्यूलेशन के करीब पहुंचती है, उसके गर्भाशय ग्रीवा से म्यूकस का उत्पादन बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप अधिक योनि स्राव होता है। आमतौर पर ओव्यूलेशन से पहले या इसके दौरान योनि स्राव स्पष्ट और चिपचिपा होता है। बढ़ा हुआ वेजाइनल डिस्चार्ज स्पर्म को सर्विक्स तक पहुंचने में मदद करता है ताकि वो अंडा के साथ फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया को पूरा कर सके।
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पीरियड्स के पहले योनि से चिपचिपा स्राव — Sticky Vaginal Discharge Before Periods in Hindi
ओव्यूलेशन के कुछ दिनों के बाद योनि स्राव एक पतला, स्पष्ट और चिपचिपा डिस्चार्ज से एक मोटा और चिपचिपा योनि स्राव में बदल जाता है। मोटा और चिपचिपा योनि स्राव कि मात्रा ओव्यूलेशन के दौरान होने वाले डिस्चार्ज से कम होती है। यह अतिरिक्त हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है जो गर्भाशय ग्रीवा म्यूकस की स्थिरता को बदलते हैं और अंततः पीरियड्स शुरू होने का कारण बनते हैं।
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प्रेगनेंसी के दौरान योनि से चिपचिपा स्राव — Sticky Vaginal Discharge During Pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के शुरुआत में आपकी अपेक्षित अवधि के दिनों के आसपास, योनि स्राव की मात्रा बढ़ सकती है। आप अपनी गर्भावस्था के दौरान और विशेष रूप से गर्भावस्था के तीसरे तिमाही के दौरान चिपचिपा योनि स्राव की एक बढ़ी हुई मात्रा को अनुभव कर सकती हैं। अगर आपको गर्भावस्था के दौरान योनि स्राव में अचानक वृद्धि का अनुभव होता है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान चिपचिपा योनि स्राव में अचानक वृद्धि लिकिंग एमनियोटिक द्रव (Leaking Amniotic Fluid) का संकेत हो सकता है।
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इस स्थिति में आपको जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से मिलकर कर इस समस्या के बारे में बात करनी चाहिए। योनि स्राव के रंग, स्थिरता या गंध से संबंधित बदलाव के बारे में अपने डॉक्टर को जानकारी दें क्योंकि गर्भावस्था के दौरान ऐसे कारक इंफेक्शन की तरफ इशारा करते हैं। जो आपके साथ साथ आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी खतरनाक होता है। अगर आप अपने वेजाइनल डिस्चार्ज में किसी तरह का कोई बदलाव देखती हैं या किसी तरह की कोई परेशानी या समस्या को अनुभव करती हैं तो बिना संकोच किए डॉक्टर से मिलकर उन्हें इस बारे में विस्तार से बताएं ताकि वे समय से पहले ही सभी जटिलताओं और जोखिमों की रोकथाम कर सकें।
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योनि से चिपचिपा स्राव के दूसरे कारण — Other Causes of Sticky Vaginal Discharge in Hindi
ओव्यूलेशन और प्रेगनेंसी ही एक ऐसा समय नहीं है जब आप योनि से चिपचिपा स्राव अनुभव करती हैं। इन दोनों के अलावा भी और ढेरों ऐसे कारण हैं जो वेजाइनल डिस्चार्ज में बदलाव ला सकते हैं या इसके कारण बन सकते हैं। अगर योनि स्राव के साथ कुछ सुविधाजनक लक्षण भी मौजूद हैं तो यह किसी गंभीर बीमारी या गोनोरिया, पेल्विक इंफ्लामेटरी डिजीज जैसे इंफेक्शन की तरफ एक इशारा हो सकता है। यही कारण है कि आपको कभी भी केवल आत्मनिदान पर भरोसा नहीं करना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो कारणों का पता लगाने और समय पर उपचार प्राप्त करने के लिए एक विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
योनि से चिपचिपा स्राव के कुछ अन्य कारण निम्नलिखित हैं:-
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- तनाव (Stress)
- भारी व्यायाम करना (Heavy Workouts)
- अचानक से खान पान में बदलाव (Sudden Changes in Diet)
- यौन गतिविशियां या संभोग (Sexual Activities or Intercourse)
- गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन की शुरुआत (Recently Started Hormonal Birth Control Pills)
- गर्भाशय ग्रीवा या आसपास के अंगों की सर्जरी (Recent Surgery Involving the Cervix or Nearby Organs)
एक महिला कुछ इंफेक्शन के कारण योनि से चिपचिपा स्राव अनुभव कर सकती है जैसे की:-
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- सर्वीसाइटिस (Cervicitis)
- बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis)
- वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन (Vaginal Yeast Infection)
- पेल्विक इंफ्लामेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease (PID))
- यौन संचारित इंफेक्शन जैसे की गोनोरिया, क्लैमाइडिया और ट्राइकोमोनिएसिस (STIs Such as Gonorrhea, Chlamydia and Trichomoniasis)
योनि से चिपचिपा स्राव होने पर आपको कब स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए — When You Should Visit Gynecologist For Sticky Vaginal Discharge in Hindi
आमतौर पर योनि से मोटी या स्पष्ट चिपचिपा स्राव चिंता की बात नहीं है। लेकिन कुछ मामलों में यह किसी समस्या और खासकर इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। अपनी योनि से चिपचिपा स्राव या अन्य परिवर्तनों का अनुभव करना आपके लिए तनावपूर्ण और चिंताजनक हो सकता है। अगर योनि स्राव की मात्रा में बढ़ोतरी आ जाए, टेक्स्चर या रंग में बदलाव तथा बदबू आए तो आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर इन लक्षणों के बारे में अवश्य बात करनी चाहिए।
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अगर योनि से चिपचपा स्राव के साथ दर्द, खुजली, पेशाब के दौरान जलन और बदबू, वेजाइनल ब्लीडिंग जो पीरियड्स से संबंधित नहीं है आदि समस्याएं दिखाई दें तो बिना देरी किए अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। इस स्थिति में लापरवाही बरतना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इस समय डॉक्टर से मिलना आवश्यक है क्योंकि वे आपके लक्षणों के पीछे के सटीक कारणों का पता लगाने के बाद प्रभावशाली तरीके से इलाज कर आपकी समस्याएं को गंभीर रूप लेने से पहले खत्म कर सकते हैं।
निष्कर्ष
पीरियड्स के दौरान योनि से स्राव होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो आपके सेहतमंद होने की ओर इशारा करता है। लेकिन इसके रंग, मात्रा, समय में बदलाव आना या फिर इसकी वजह से आपकी योनि में दर्द, खुजली और जलन होना तथा बदबू आना किसी गंभीर समस्या की तरफ संकेत हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर से मिलकर इन लक्षणों की जांच और इलाज कराना आवश्यक है। क्योंकि समय पर सही इलाज न होने के कारण आगे ये दूसरी अन्य कई परेशानियों का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए अगर आपकी योनि से चिपचिपा या किसी और तरह का स्राव होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|