टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के घरेलू उपचार

टेस्टोस्टेरोन क्या है – What is testosterone in Hindi

टेस्टोस्टेरोन एक हॉर्मोन है जो महिला और पुरुष दोनों में पाया जाता है। लेकिन, महिलाओं में इसकी मात्रा न के बराबर होती है। यह पुरुषों का प्राइमरी हॉर्मोन (Primary hormone) है जो पुरुषों की दाढ़ी, बाल, सेक्स लाइफ आदि के लिए जिम्मेदार होता है। रिप्रोडक्शन (Reproduction) में इस हॉर्मोन का एक अहम रोल होता है। इसके अलावा यह हॉर्मोन पुरुषों की हड्डियों और मसल्स के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है।

जिस तरह पुरुषों में एस्ट्रोजन की कम मात्रा पाई जाती है, ठीक उसी तरह महिलाओं में भी टेस्टोस्टेरोन की कम मात्रा पाई जाती है। यह महिलाओं और पुरुषों में पाए जाने वाले एड्रेनल ग्लैंड (Adrenal gland) से बनता है। रिप्रोडक्शन के लिए यह हॉर्मोन बहुत जरूरी है। इस हॉर्मोन से ही पुरुषों के प्रजनन अंग (Reproductive organs) का विकास होता है। 

 

इसके अलावा यह हॉर्मोन ब्लड सेल्स (Blood cells) को बनाने के लिए शरीर को सिग्नल (Signal) देता है। 30 की उम्र तक टेस्टोस्टेरोन का लेवल शरीर में पीक पर होता है और जैसे-जैसे उम्र ढलने लगती है, इसका स्तर भी कम होने लगता है। यही वजह है कि 35 की उम्र के बाद पुरुषों की मसल्स कमजोर होने लगती है। हालांकि अच्छे खान-पान से इसके स्तर को मैंटेन किया जा सकता है।

आपने देखा होगा कि जो लोग अपने खानपान में अच्छा ध्यान देते हैं उनका शरीर 35 की उम्र के बाद भी तंदरुस्त रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि संतुलित आहार के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का स्तर मैंटेन रहता है। 

जब टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है तब शरीर में कई तरह के बदलाव देखे जा सकते हैं। आइये टेस्टोस्टेरोन कम होने के लक्षण के बारे में जानते हैं।

टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने के लक्षण (Symptoms of low testosterone in Hindi)

सेक्स की इच्छा न होना

अगर सेक्स ड्राइव (sex drive) कम होती जा रही है तो हो सकता है कि शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो गया है। टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आ जाने से सेक्स की इच्छा नहीं होती है। (और पढ़े: >

इरेक्शन की समस्या

टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने से इरेक्शन (Erection) में प्रॉब्लम होती है। सेक्स की इच्छा कम होने की वजह से लिंग में तनाव कम हो जाता है और बड़ी मुश्किल के बाद इरेक्शन में आता है। 

टेस्टोस्टेरोन इरेक्शन को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करता है। टेस्टोस्टेरोन ब्रेन के रिसेप्टर (Receptor) को उत्तेजित करता है ताकि वह नाइट्रिक ऑक्साइड (Nitric oxide) पैदा कर सके। नाइट्रिक ऑक्साइड उस केमिकल रिएक्शन (Chemical reaction) को पूरा करता है जो इरेक्शन के लिए जरूरी होता है और इस तरह सेक्स के दौरान इरेक्शन रहता है। लेकिन टेस्टोस्टेरोन की कमी से यह क्रिया नहीं हो पाती है और इरेक्शन में प्रॉब्लम होती है। 

सीमन की मात्रा में कमी

सीमन बनने के लिए टेस्टोस्टेरोन बहुत जरूरी होता है। जब शरीर में इसकी मात्रा कम हो जाती है तो सीमन की मात्रा भी कम हो जाती है और प्रजनन स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। टेस्टोस्टेरोन कम होने की वजह से स्पर्म की मोटलिटी (Motality) भी प्रभावित होती है।

बाल झड़ना

बालों के के लिए टेस्टोस्टेरोन बहुत जरूरी है। जब टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम हों जाती है तब बालों का झड़ना शुरू हो जाता है।

थकान

टेस्टोस्टेरोन की कमी से थकान भी महसूस होती है। अगर अचानक से आप सुस्त रहने लगे हैं, उठने बैठने में आलस महसूस होता है, कोई भी काम करने का मन नहीं कर रहा है तो हो सकता है कि शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बहुत कम हो गया हो। यह समस्या शरीर में ग्लूकोज की कमी की वजह से भी हो सकती है।

मसल्स में कमी

मसल्स ग्रोथ (Muscles growth) के लिए टेस्टोस्टेरोन बहुत जरूरी होता है । जब शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम होने लगता है तब मसल्स कमजोर होने लगती है। इससे हड्डियों का मॉस (mass) भी कम हो जाता है।

अंडकोष का आकार छोटा हो जाता है

जिन आदमियों में टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम होता है, उनका अंडकोष (Testicle) सामान्य आकार से छोटा रहता है।टेस्टोस्टेरोन की कमी की वजह से लोगों का अंडकोष टेस्टोस्टेरोन के सामान्य स्तर वाले लोगों की तुलना में छोटा होता है।

मूड स्विंग

जैसा कि टेस्टोस्टेरोन शरीर के कई भौतिक (Physical) कार्य प्रभावित करता है, इसकी कमी से मूड स्विंग (Mood swing) होता है।

इन लक्षणों को देखकर यह पता चलता है कि टेस्टोस्टेरोन शरीर के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में अगर टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाए तो शरीर के बहुत से कार्य प्रभावित होंगे। कुछ घरेलू उपाय और खान-पान की मदद से आप टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के घरेलू उपाय (Home remedies to increase testosterone level in men in Hindi)

तनाव कम करें

अगर आप तनाव लेंगे तो चाहे कुछ भी खाए पिएं या कोई भी घरेलू नुस्खा अपना लें, टेस्टोस्टेरोन लेवल नहीं बढ़ेगा। इसलिए तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें। तनाव कम करने के लिए आप योग का सहारा ले सकते हैं। ॐ का जाप भी व्यक्ति को तनाव मुक्त रखने में अहम भूमिका निभाता है।

शिलाजीत का सेवन करें

शिलाजीत में फुल्विक एसिड (Fulvic acid) की भरपूर मात्रा पाई जाती है। फुल्विक एसिड टेस्टोस्टेरोन को बनाने में मददगार साबित होता है। इसलिए अगर आप अपने शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं तो अच्छी गुणवत्ता वाले शिलाजीत का सेवन करें।

नारियल

नारियल के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता  है। दरअसल नारियल में गुड फैट (good fat) की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ये फैट्स टेस्टोस्टेरोन को बनाने में मदद करते हैं। सिर्फ टेस्टोस्टेरोन ही नहीं शरीर के अन्य जरूरी हॉर्मोन बनने में नारियल मदद करता है। अगर आप कच्चे नारियल का सेवन करते हैं तो यह और भी फायदेमंद हो सकता है।

माका जड़

माका जड़ के सेवन से टेस्टोस्टेरोन तेजी से बढ़ता है। यही कारण है कि इसका इस्तेमाल कामोत्तेजक औषधि के रूप में किया जाता है। इसके अलावा इसके सेवन से तनाव कम होता है जो टेस्टोस्टेरोन बनाने में बहुत मदद करता है।

अश्वगंधा

प्राचीन समय से सेक्स से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए अश्वगंधा का इस्तेमाल किया जाता था। इसे कामोत्तेजक के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। अश्वगंधा के सेवन से शरीर में कोर्टिसोन हॉर्मोन (Cortisone hormone) का स्तर कम हो जाता है जिससे टेस्टोस्टेरोन बनने में कोई अड़चन नहीं होती है।

संतुलित आहार लें

संतुलित आहार का मतलब यह है कि अपने आहार में उन सभी पोषक तत्वों को शामिल करें जिनकी शरीर को जरूरत है। अपने डाइट में प्रोटीन, कार्ब्स (Carbs) और फाइबर (Fiber) की उचित मात्रा शामिल करें। कई शोध कहते हैं कि शरीर में पोषक तत्व की कमी के वजह से भी टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है। इसलिए आहार में सभी पोषक तत्वों की जरूरी मात्रा जरूरी शामिल करना चाहिए।

कद्दू के बीज

कद्दू के बीज में जिंक (Zink) भरपूर मात्रा में होता है जो सेक्स हॉर्मोन को बढ़ाता है। इसके अलावा इसमें एमिनो एसिड (Amino Acid) भी पाया जाता है जो न्यूरोट्रांसमीटर (Neurotransmitter) जैसे सेरोटोनिन (serotonin) बनाता है। ये टेस्टोस्टेरोन को बनाने में भी मदद करते हैं। आप कद्दू के बीज को भूनकर उनका सेवन कर सकते हैं।

एवोकैडो का सेवन करें

एवोकैडो में विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह विटामिन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को तेजी से बढ़ाने का काम करता है। एवोकैडो के सेवन से सीमन की संख्या बढ़ती है जिससे प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार आता है। अगर आप दिन में दो से तीन एवोकैडो का सेवन करते हैं तो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए यह पर्याप्त है।

चिया सीड्स

कद्दू के बीज की तरह चिया सीड्स भी ओमेगा -3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा यह और भी कई तरह की फैटी एसिड्स से भरपूर होता है । चिया सीड्स का नियमित रूप से मुट्ठी भर सेवन शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में तेजी से सुधार ला सकता है।

अदरक

टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए अदरक एक अच्छी औषधि है। एक शोध में पाया गया है कि अदरक के सेवन से न सिर्फ टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है बल्कि, इसके सेवन से सीमन की क्वालिटी में भी सुधार आता है। आप अदरक का इस्तेमाल अदरक की चाय, अदरक का अचार और अदरक के सूप के तौर पर कर सकते हैं।

वजन कम करें

बढ़ता हुआ वजन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर देता है। इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि खुद को फिट रखें।ओवर वेटेड (over weighted) लोगों को अपना वजन कम करना चाहिए ।

विटामिन डी है मददगार

टेस्टोस्टेरोन पर विटामिन डी का प्रभाव जानने के लिए एक शोध किया गया जिसमें कुल 200 पुरुष शामिल थे। सभी पुरुषों को एक्सरसाइज करने के साथ-साथ विटामिन डी लेने के सलाह दी गई। परिणाम चौका देने वाला था। सभी पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन का स्तर पहले के मुताबिक़ ज्यादा हो गया था।

अगर आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी है तो कुछ दिनों तक सुबह सूरज की रौशनी में 15 से 20 मिनट तक ताप लें तो बहुत फायदा मिलेगा। इसके अलावा आप अपने डॉक्टर से बात करके विटामिन डी के सप्लीमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

शराब का सेवन न करें

शराब के सेवन से पुरुष प्रजनन अंग और उससे जुड़े हॉर्मोन प्रभावित होते हैं। शराब के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का स्तर घटने लगता है। इसलिए शराब पीना बंद कर दें।

हरी पत्तेदार सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कई गुना बढ़ा देता है। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे- पालक, चमराई, ब्रोकोली आदि के सेवन से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार देखने को मिलता है।

टेस्टोस्टेरोन बूस्टर सप्लीमेंट

बाजार में कई कंपनी के टेस्टोस्टेरोन बूस्टर सप्लीमेंट (Testosterone booster supplements) मौजूद हैं जिनके सेवन से आप टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। हालांकि, इनके सेवन के पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह लें। कई प्रोडक्ट शरीर के लिए हानिकारक होते हैं। इसलिए किसी भी प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

योग

योग कई रोगों का जड़ से नाश करता है। टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में भी यह आपकी मदद कर सकता है। योग करने से तनाव कम होता है जो Indirectly टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मददगार हो सकता है।

प्याज 

प्याज शरीर को कई फायदे देता है । एक शोध के अनुसार प्याज से शरीर में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाया जा सकता है। नियमित रूप से प्याज का 5 चम्मच जूस 4 सप्ताह तक पीने से टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ जाता है।

फिश आयल

फिश आयल (Fish oil) ओमेगा-3 फैट्टी एसिड से भरपूर होता है। ओमेगा-3 फैट्टी एसिड टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में बहुत मददगार है। 2016 में हुए एक रिसर्च से यह पता चलता है कि फिश आयल के सेवन से सीमन की गुणवत्ता और टेस्टोस्टेरोन के स्तर में इजाफा देखने को मिला। इसलिए, अगर आप टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं तो फिश आयल सबसे बढ़िया विकल्प है जो आपके प्रजनन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।

अपने आहार में सामान्य तेल की जगह फिश आयल शामिल करें।

अनार

पुराने समय  से ही अनार का प्रयोग कई तरह के फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं में किया जा रहा है। इसके सेवन से टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ जाता है। अनार का एक गिलास जूस नियमित रूप से पीने से फायदा होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

टेस्टोस्टेरोन एक बहुत ही जरूरी हॉर्मोन है जो हमारे शरीर के बहुत से कार्यों को प्रभावित करता है। इसलिए, इसका स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। शरीर में इसके स्तर को सामान्य बनाए रखने के लिए आपको चाहिए कि आप अपने आहार में सभी जरूरी Nutrients को शामिल करें। इसके साथ नियमित रूप से व्यायाम भी करें।

 

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|