शुरुआत में हम अक्सर छोटी मोटी बीमारियों को नजरअंदाज (Ignore) कर देते हैं जो आगे जाकर घातक बीमारी (Deadly disease) का रूप ले लेती हैं। किडनी स्टोन (Kidney stone) की समस्या भी इन्हीं बीमारियों में से एक है जिसे हम शुरू में तो अनदेखा करते हैं लेकिन जब यह गंभीर रूप ले लेती है जिसकी वजह से हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है।
किडनी स्टोन यूरिन (Urine) में मौजूद सॉल्ट (Salt) और मिनरल (Mineral) के मिलने से बनता है और साथ ही यह शरीर में पोटैशियम (Potassium), सोडियम (Sodium), प्रोटीन (Protein) और शुगर (Suger) की कमी की वजह से भी हो जाता है। यह किडनी (Kidney), गॉल ब्लेडर (Gallbladder) और यूरिन तंत्र (Urine system) में मिलता है।
किडनी हमारे शरीर में जरुरत से ज्यादा जमे हुए पानी और खून से टॉक्सिंस (Toxins) से बाहर निकालने का काम करती है। पानी की मदद से किडनी स्टोन को बहुत ही आसानी से बाहर निकाला जा सकता है।
किडनी स्टोन की वजह से हमेशा पेट में दर्द (Stomach pain), बार बार यूरिनेशन (Frequent urination) और इसके दौरान दर्द (Pain) भी होता है। इसके इलाज के लिए बहुत सारी दवाइयां (Medicines) और ऑपरेशन (Operations) उपलब्ध हैं जिनकी मदद से इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन साथ ही साथ बहुत सारे योगा आसन (Yoga asans) भी मौजूद हैं जिन्हें अपना कर इस बीमारी से राहत पा सकते हैं।
योगा आसन शरीर को स्वस्थ (Healthy) और इसके खास अंगों (Main organs) को स्टिम्युलेट्स (Stimulates) करता है जिसमें किडनी भी शामिल है। योगा को किडनी के इलाज के तौर पर सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है। योग किडनी स्टोन के लक्षणों जैसे कि तनाव (Cramps), बेचैनी (Restlessness) और घबराहट (Anxiety) को कम करता है और किडनी के फंक्शन (Function) को बढ़ाता है।
योग का लगातार प्रैक्टिस (Practice) करने से किडनी स्टोन का आकर (Size) भी कम होता है। इसका असर हर मरीज पर अलग अलग तरह से होता है और यह पूरी तरह से उनके शरीर, बीमारी के लक्षण और उनके लाइफ स्टाइल (Lifestyle) पर निर्भर करता है जिसमें उनके खान पान का सबसे बड़ा रोल (Role) होता है।
नीचे दिए गए आठ योग आसन हैं जिन्हे प्रैक्टिस करने से किडनी स्टोन खत्म हो जाती है और साथ ही साथ इसके लक्षण भी:
उष्ट्र आसन — Ustrasana in Hindi (Camel pose)
इसे कमल पोज (Camel pose) के नाम से भी जाना जाता है। अगर आपको पहले से ही किडनी स्टोन है तो यह आसन इसके लक्षण को दूर करने में फायदेमंद साबित होगा।
इस योग को करने का तरिका
- मैट पर अपने घुटनों के बल खड़े हो जाएं।
- अपने हाथों को शरीर के बगल में रखें।
- धीरे धीरे अपने शरीर को पीछे की तरफ मोड़ें। उतना ही मोड़ें जितना आपका शरीर इजाजत (Allow) देता हो।
- अपनी एड़ियों को अपने हाथों से पकड़ लें।
- 10 सेकेंड तक इसी पोजीशन (Position) में रहें और आराम से सांस लें।
- धीरे धीरे इस पोजीशन को छोड़े और वापस अपनी शुरुआती पोजीशन में आ जाएं।
- इस आसन को फिर एक बार दोहराएं।
उत्तानपाद आसन — Uttanpadasana in Hindi (Raised leg pose)
यह आसन पेट (Stomach), पीठ के निचले हिस्से (Lower back areas), पेल्विक एरिया (Pelvic area) और पैरों की मांपेशियों (Foot muscles) को मजबूत करता है। साथ ही साथ यह पेट की मसल्स को अनुबंध (Contract) करने में मदद करता है जो किडनी (Kidney), लिवर (Liver) और पैंक्रियास (Pancreas) के फंक्शन (Function) को बढ़ाता और बेहतर करता है।
इस आसन को करने का तरीका
- पीठ के बल मैट पर लेट जाएं।
- अपने हाथों को शरीर के बगल में रखें और हथेली को जमीन पर।
- सांस छोड़ें और फिर सांस को धीमे से अंदर लेते समय दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और इस बात का ध्यान रखें की वह जमीन से परपेंडिकुलर (Perpendicular) हो जाएं।
- अपने पैरों को बिलकुल सीधा रखें और इस बात का ध्यान भी रखें कि आपके पैरों की उंगलियां ऊपर की तरफ हों।
- इस पोजीशन में 15-20 सेकेंड तक आराम से सांस लें।
- सांस छोड़ते समय अपने पैरों को धीरे से नीचे लाएं और फिर रिलैक्स हो जाएं।
- इस आसन को एक बार फिर करें।
पवनमुक्तासन — Pawanmuktasana in Hindi (Wind releasing pose)
इसे वाइंड रिलीजिंग पोज (Wind releasing pose) भी कहा जाता है। यह आसन किडनी स्टोन, कब्ज (Constipation) और गैस्ट्रिक प्रॉब्लम (Gastric problems) को कम करने में मदद करता है।
इस आसन को करने का तरीका
- पीठ के बल मैट पर लेट जाएं।
- सांस लेते समय दोनों घुटनों को अपने चेस्ट के पास लाएं और दोनों हाथों से उन्हें होल्ड (Hold) करके रखें।
- अपने सिर को ऊपर उठाने के बाद अपने घुटनों को नाक से छूने की कोशिश करें लेकिन इस बात का खासकर ध्यान रखें कि अपने शरीर को उतना ही मोड़ें जितने में इसे किसी तरह की कोई परेशानी (Difficulties) ना हो।
- इस पोजीशन में कुछ लंबी और बड़ी सांस लें।
- सांस छोड़ते हुए अपने शरीर को धीरे धीरे ढीला करें।
- इस आसन को एक बार फिर से करें।
भुजंग आसन — Bhujangasana in Hindi (Cobra Pose)
यह आसन खून के रफ्तार (Blood circulation) को ठीक करता है और पेट के पास के ऑर्गन (Organ) के फंक्शन (Function) को बेहतर बनाता है।
इस आसन को करने का तरीका
- पैरों को साथ रखकर पेट के बल लेट जाएं।
- अपनी हथेली को कंधों के बगल में रखें।
- सांस लेते हुए अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं।
- कंधों को रिलैक्स होने दें।
- इस पोजीशन में 15-20 सेकेंड तक आराम से सांस लें।
- धीरे धीरे सांस छोड़ते हुए इस पोजीशन से बाहर आ जाएं।
- इस आसन को एक बार फिर से करें।
बालासन — Bala Asana in Hindi (Child’s pose)
बालासन किडनी स्टोन को बनने (Form) से रोकता है और साथ ही इसके लक्षण (Symptoms) को कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा यह आसन पाचन क्रिया (Digestion process) को बेहतर बनाता है और पेट के तनाव को कम करता है।
इस आसन को करने का तरीका
- वज्र आसन की पोजीशन में बैठ जाएं।
- सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को अपने सर के ऊपर सीधा रखें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे जमीन की तरफ झूकें और फर्श (Floor) को छुएं।
- ध्यान रहे की आपके हाथ सीधा जमीन पर हों और आपकी हथेली जमीन पर लेटी हुई।
- इस पोजीशन में 15-20 सेकेंड तक ब्रीदिंग (Breathing) करते रहें।
- धीरे धीरे सांस छोड़ते हुए अपने शरीर को जमीन से ऊपर ले जाएं और रिलैक्स हो जाएं।
- इस आसन को एक बार फिर से करें।
धनुरासन — Dhanur Asana in Hindi (Bow Pose)
यह आसन एक धनुष (Bow) की तरह दिखाई देता है। इसे उर्ध्वा चक्र आसन के नाम भी जाना जाता है। यह किडनी स्टोन के लक्षणों को कम करता है और किडनी के फंक्शन (Function) को बेहतर बनाता है।
इस आसन को करने का तरीका
- पेट के बल लेट जाएं।
- पैर को अलग करते हुए हाथों को अपने शरीर के बगल में रखें।
- पहले सांस लें फिर सांस छोड़ते हुए अपने घुटनों को मोड़ें और एड़ियों को अपने हाथों से पकड़ लें।
- सांस लेते हुए अपने चेस्ट ऊपर करें और अपने पैरों को ऊपर की तरफ बिलकुल सीधा रखें।
- सामने देखते हुए अपने शरीर को स्ट्रेच करें और इस बात का ध्यान रखें की अब केवल आपका पेट जमीन से सटा हुआ है।
- इस पोजीशन में 15-20 सेकेंड तक ब्रीदिंग (Breathing) करें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे इस पोजीशन से बाहर निकल जाएं।
गरुड़ासन — Garuda Asana in Hindi (Eagle pose)
यह आसन किडनी स्टोन के लक्षणों (Symptoms) को कम, किडनी के फंक्शन (Function) बेहतर और किडनी में खून की रफ्तार (Blood circulation in kidney) को तेज करता है। यह शरीर के संतुलन (Balance) को बनाए रखता है और शरीर की निचले हिस्से के मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
इस आसन को करने का तरीका
- बिलकुल सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दाहिने पैर को उठाकर इसे बाएं पैर पर रख दें।
- अब अपने शरीर का पूरा संतुलन/भार (Balance/Weight) बाएं पैर पर रख दें।
- अपनी दोनों कोहनी को कंधों तक उठाएं।
- अपने बाएं हाथ को दाहिने हाथ की कोहनी पर रख दें और अपनी हथेलियों को पास लाएं।
- इस पोजीशन में 15-20 सेकेंड तक रहें और आराम से सांस लें।
- इस पोजीशन से धीरे धीरे बाहर आ जाएं।
- थोड़ी देर रिलैक्स होने के बाद इस पोजीशन को अब दूसरे पैर और हाथ के साथ एक बार और करें।
अर्ध मासयेन्द्र आसन — Ardha Matsyendra Asana in Hindi (Half spinal twist pose)
यह आसन उन लोगों के लिए सबसे बेस्ट (Best) है जिन्हें मोटापा (Obesity) और यूरिनरी डिसऑर्डर (Urinary disorder) है। साथ ही यह किडनी स्टोन के लिए बेस्ट योगा आसनों में से एक है। यह आसन पेट (Stomach), पैंक्रियास (Pancreas), लिवर (Liver) और किडनी के फंक्शन (Kidney function) को बेहतर बनाता है।
इस आसन को करने का तरीका
- सीधा बैठने के बाद अपने पैरों को सामने की तरफ स्ट्रेच करें।
- अपने बाएं घुटने को मोड़ें और अपनी एड़ी को दाहिने जांघ (Left thigh) के निचे रखें।
- अपने दाहिने पैर को बाएं घुटने के ऊपर रखें।
- बाएं हाथ को दाहिने घुटने के ऊपर रखें।
- दाहिने हाथ को अपने पीछे जमीन पर रखें।
- अपनी कमर को दाहिने तरफ मोड़ें और अपनी नजर को दाहिने कंधे के ऊपर रखें।
- अपनी पीठ को सीधा रखें और 15-20 सेकेंड के लिए इस पोजीशन में रहें।
- अपनी आंखें बंद रखें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे इस पोजीशन से बाहर आ जाएं।
- इस आसान को फिर दूसरी तरफ करें।
योगा के आलावा कुछ खास घरेलू उपचार भी मौजूद हैं जो किडनी स्टोन को खत्म करने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं। लेमन के रस (Lemon juice) में सिट्रिक एसिड (Citric acid) होता है जो कैल्शियम बेस (Calcium base) वाले स्टोन (Stone) को तोड़ता है और इसे दोबारा बनने से भी रोकता है। इस जूस को बनाने के लिए लेमन के रस और ऑलिव ऑयल (Olive oil) को बराबर मात्रा में मिलाएं और फिर दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें।
अनार के अंदर एस्ट्रिजेंट (Astringent) गुण पाए जाते हैं जो किडनी स्टोन का इलाज करने में सहायक होते हैं। रोज एक अनार खाएं या फिर इसका जूस पिएं। साथ ही साथ अनार को फ्रूट सलाद (Fruit salad) में भी डालकर खा सकते हैं। फॉस्फेट्स (Phosphates), कैल्शियम (Calcium) और मैग्नीशियम (Magnesium) से बने किडनी स्टोन के इलाज के लिए तरबूज (Watermelon) को सबसे बेहतर उपाय माना जाता है क्योंकि इसमें पोटैशियम (Potassium) मौजूद होता है जो स्वस्थ किडनी (Healthy kidney) के लिए एक खास तत्व (Main components) है। यह पोटैशियम यूरिन (Urine) में एसिड (Acid) के लेवल (Level) को मेंटेन (Maintain) रखता है। पोटैशियम के साथ साथ इसमें पानी भी ज्यादा होता है जो स्टोन को यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देता है।
राजमा को किडनी बीन्स (Kidney beans) के नाम से भी जाना जाता है। यह फाइबर (Fiber) से भरपूर होता है जो ब्लैडर (Bladder) और किडनी से संबंधित हर तरह की परेशानियों से राहत दिलाने में मदद करता है। इसे जिस पानी में भिगोया जाता है उस पानी को पीने से भी काफी फायदा होता है। व्हीटग्रास (Wheatgrass) को पानी में उबालने के बाद ठंडा करें फिर कुछ दिनों तक रोज इसका सेवन करें। यह किडनी और स्टोन से संबंधित दूसरी बीमारियों में भी काफी आरामदायक होता है। इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर पीने से और ज्यादा फायदा हो सकता है।
इन सबके अलावा अगर आप किडनी स्टोन के मरीज हैं तो सबसे पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से मिले। वो आपकी जांच करने के बाद सबसे इलाज के लिए सबसे बेहतर उपाय बताएंगे। साथ ही किसी भी प्रकार की दवा खाने और योगा आसान करने से पहले उनकी राय लेना ना भूलें।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|