यदि आप चेन्नई में अपनी मायरिंगोटॉमी ऑपरेशन के लिए एक उपचार केंद्र की तलाश कर रहे हैं, तो आप कान में जमा हुए पस को हटाने के इलाज का अनुमानित खर्च करते समय निम्नलिखित कारकों पर विचार कर सकते हैं:
अस्पताल में भर्ती का शुल्क: हम सभी अपने लिए और अधिकांश लोगों के लिए सबसे अच्छा इलाज चाहते हैं, जो सबसे महंगा इलाज है। यह हमेशा सच नहीं होता है, क्योंकि टीयर 1 अस्पताल आम तौर पर अधिक उन्नत उपचार प्रदान करते हैं, टीयर 2 (और 3) अस्पताल भी उन्नत विभागों और विशेषज्ञ सर्जिकल टीमों के मामले में उनसे पीछे नहीं हैं। इसके अलावा, वे तुलनात्मक रूप से अधिक किफायती कीमतों पर उपचार प्रदान करते हैं।
ध्यान रखें कि आप जिस अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं, वहाँ के बारे में पहले ही अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर लें। यह सुनिश्चित करने के लिए रोगी समीक्षा और रेफरल देखें कि यह आपके लिए सबसे अच्छा अस्पताल है।
ऑपरेशन के बाद देखभाल और जटिलताओं: मायरिंगोटॉमी एक अपेक्षाकृत सुरक्षित और मामूली सर्जरी है, हालांकि, बिना किसी जटिलता के ऑपरेशन की सफलता की गारंटी नहीं दी जा सकती है। ऑपरेशन के बाद कई तरह की जटिलताएं होती हैं, जैसे कि कान के परदे में निशान पड़ना, सुनने की क्षमता में कमी, संक्रमण, ईयर कैनल में चोट लगना आदि, जो तब हो सकती हैं जब मरीज कान का ऑपरेशन के बाद सही देखभाल नहीं करता है। यह छोटे बच्चों में विशेष रूप से अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि काम में संक्रमण बढ़ने के कारण सुनने की क्षमता का हो सकती है।
सर्जन की फीस: आम तौर पर, एक सर्जन का परामर्श और ऑपरेशन शुल्क उनकी विशेषज्ञता और अनुभव पर निर्भर करता है। एक अनुभवी सर्जन के पास बिना किसी जटिलता के सफलतापूर्वक उपचार पूरा करने की अधिक संभावना होती है।