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Cataract Surgery - मोतियाबिंद सर्जरी
सबसे पहले नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीज के आंखों की जांच करते हैं और लक्षणों से संबंधित कुछ सामान्य प्रश्न पूछते हैं। जांच की मदद से डॉक्टर मोतियाबिंद के प्रकार और गंभीरता के बारे में पता लगाते हैं। मरीज की आंखों की जांच करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित जांच करने का सुझाव दे सकते हैं:-
विजुअल इक्विटी टेस्ट:- इस टेस्ट के दौरान डॉक्टर मरीज के आंखों की शक्ति की जांच करते हैं और इस बात का पता लगाते हैं कि मरीज को कोई वस्तु कितनी स्पष्ट या धुंधली दिखाई दे रही हैं।
स्लिट-लैम्प टेस्ट:- इस टेस्ट के दौरान डॉक्टर लेंस, आइरिस और कॉर्निया की जांच करते हैं। साथ ही, आइरिस और कॉर्निया के बीच की जगह का निरीक्षण करते हैं।
रेटिना का टेस्ट:- इस टेस्ट के दौरान डॉक्टर ऑप्थाल्मोस्कोप उपकरण की मदद से लेंस की जांच करते हैं और मोतियाबिंद के शुरुआती लक्षणों का पता लगाते हैं।
टेनोमेट्री टेस्ट:- इस टेस्ट के दौरान डॉक्टर आंखों के अंदर के दबाव की पुष्टि करते हैं। साथ ही, काला मोतियाबिंद यानी ग्लूकोमा के शुरुआती लक्षणों की जांच करते हैं।
मोतियाबिंद की सर्जरी को कई तरह से किया जाता है जिसमें रोबोटिक या फेम्टोसेकेंड लेजर सर्जरी, माइक्रो इंसीजन या रेगुलर फैको सर्जरी और एक्स्ट्राकैप्सूलर एक्सट्रैक्शन सर्जरी शामिल हैं। लेकिन इन सबमें लेजर सर्जरी को मोतियाबिंद का बेस्ट इलाज माना जाता है। क्योंकि यह एक मॉडर्न और एडवांस सर्जरी है जिससे किसी भी प्रकार के मोतियाबिंद इलाज संभव है। हमारी क्लिनिक में लेजर सर्जरी से मोतियाबिंद का इलाज किया जाता है। इस सर्जरी को एक अनुभवी, कुशल और विश्वसनीय नेत्र सर्जन के द्वारा पूरा किया जाता है। मोतियाबिंद की लेजर सर्जरी को शुरू करने से पहले मरीज की आंख में एनेस्थेटिक आई ड्रॉप डाला जाता है जिससे सर्जरी के दौरान मरीज को दर्द या दूसरी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।
एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन अल्ट्रासाउंड वेव्स से खराब लेंस को तोड़कर उन टुकड़ों को आंख से बाहर निकाल देते हैं। उसके बाद, एक इंट्राऑकुलर लेंस को फिट कर देते हैं। मोतियाबिंद की लेजर सर्जरी के दौरान नेत्र सर्जन की मानवीय भूमिका कम हो जाती है। यह सर्जरी कंप्यूटर की देखरेख में पूरी होती है। इसलिए इस सर्जरी के सफल होने की संभावना बहुत अधिक हैदराबाद और इसके दौरान या बाद में जटिलताओं का खतरा लगभग शून्य होता है।
सर्जरी खत्म होने के तुरंत बाद ही मरीज को तेज और साफ दृष्टि हासिल हो जाती है। हालांकि, कुछ मामलों में दृष्टि आने में कुछ समय लग सकता है। मोतियाबिंद की लेजर सर्जरी के 6-8 दिनों के बाद मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को दोबारा शुरू कर सकते हैं। हालांकि, सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 3-4 सप्ताह तक का समय लग सकता है।
Delivering Seamless Surgical Experience in India
हमारी क्लीनिक में मरीज की सेहत और सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए हमारी सभी क्लिनिक और हॉस्पिटल को नियमित रूप से सैनेटाइज किया जाता है।
A dedicated Care Coordinator assists you throughout the surgery journey from insurance paperwork, to commute from home to hospital & back and admission-discharge process at the hospital.
सर्जरी से पहले होने वाली सभी चिकित्सीय जाँच में रोगी को मेडिकल सहायता दी जाती है। हमारी क्लीनिक में बीमारियों का उपचार के लिए लेजर एवं लेप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं का उपयोग होता है, जो USFDA द्वारा प्रमाणित हैं।
We offer follow-up consultations and instructions including dietary tips as well as exercises to every patient to ensure they have a smooth recovery to their daily routines.
मोतियाबिंद का इलाज सर्जरी से होता है। दवाओं या आई ड्रॉप से मोतियाबिंद का इलाज संभव नहीं है। सर्जरी ही इसका एकमात्र इलाज है। मोतियाबिंद की सर्जरी के दौरान नेत्र सर्जन खराब लेंस को बाहर निकालकर उसकी जगह पर एक नया कृत्रिम लेंस लगा देते हैं। मोतियाबिंद की सर्जरी को कई तरह से किया जाता है जिसमें रोबोटिक या फेम्टोसेकेंड लेजर सर्जरी, माइक्रो इंसीजन या रेगुलर फैको सर्जरी और एक्स्ट्राकैप्सूलर एक्सट्रैक्शन सर्जरी शामिल हैं।
रोबोटिक यानी फेम्टोसेकेंड सर्जरी को चेन्नई में मोतियाबिंद का बेस्ट इलाज माना जाता है। यह एक मॉडर्न और एडवांस सर्जरी है जिससे किसी भी प्रकार के मोतियाबिंद इलाज संभव है। अगर आप मोतियाबिंद से पीड़ित हैं और चेन्नई में इसका बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे संपर्क कर सकते हैं। हमारी क्लिनिक में फेम्टोसेकेंड लेजर सर्जरी से मोतियाबिंद का इलाज किया जाता है। इस सर्जरी को एक अनुभवी, कुशल और विश्वसनीय नेत्र रोग विशेषज्ञ के द्वारा पूरा किया जाता है जिसके दौरान या बाद में मरीज को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
मोतियाबिंद की सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है। आमतौर पर चेन्नई में स्थित हमारी क्लिनिक में मोतियाबिंद की लेजर सर्जरी का खर्च लगभग 25000-35000 रूपए तक आता है। लेकिन यह इस सर्जरी का फाइनल कॉस्ट नहीं है। क्योंकि इसमें बदलाव आ सकते हैं। मोतियाबिंद के ऑपरेशन का खर्च निम्नलिखित चीजों पर निर्भर करता है:-
मोतियाबिंद का प्रकार,मोतियाबिंद की गंभीरता,मरीज की उम्र और ओवरऑल हेल्थ,सर्जरी की प्रक्रिया,सर्जन का अनुभव,हॉस्पिटल की विश्वसनीयता,सर्जरी के बाद की दवाएं,सर्जरी के बाद फॉलो-अप्स मीटिंग
चेन्नई में मोतियाबिंद की बेस्ट और कॉस्ट इफेक्टिव सर्जरी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।
हमारी क्लिनिक में एडवांस लेजर सर्जरी से मोतियाबिंद का इलाज किया जाता है। यह मोतियाबिंद का बेस्ट इलाज माना जाता है। इस सर्जरी को पूरा होने में मात्र 120 मिनट का समय लगता है। इतना ही नहीं, सर्जरी के 6-8 दिनों बाद मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को शुरू कर सकते हैं। इस सर्जरी के बाद मरीज को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 3-4 सप्ताह का समय लग सकता है।
इस स्थिति में आपको तुरंत एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलकर अपने पिताजी की आंखों का उचित जांच कराना चाहिए। जांच की मदद से डॉक्टर धुंधलेपन के कारण का पता लगाकर उसका सटीक इलाज करते हैं। धुंधला दिखाई देने के कई कारण हो सकते हैं। आंखों में लेंस, रेटिना, कॉर्निया, आईबॉल और ऑप्टिक नर्व आदि मौजूद होते हैं जो किसी भी इंसान को दृष्टि प्रदान करने में एक अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन जब इनमें से किसी एक अंग में भी कोई बीमारी या समस्या पैदा होती है तो इंसान की दृष्टि बुरी तरह से प्रभावित होती है। आपके पिताजी को वस्तुएं धुंधली दिखाई देने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें मुख्य रूप से मोतियाबिंद, मायोपिया, हाइपरोपिया और एस्टिग्मेटिज्म शामिल हैं।
मोतियाबिंद आज दृष्टि से संबंधित एक आम समस्या का रूप ले चूका है। यह कई कारणों से होता है जिसमें बुढ़ापा, मोटापा, धूम्रपान, अनुवांशिक कारण, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, उच्च मायोपिया, आंखों की पुरानी सर्जरी, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी, आंखों में पुरानी चोट या सूजन, लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का सेवन, आंखों का सूरज की रोशनी या अल्ट्रावायलेट किरणों के संपर्क में आना आदि शामिल हैं। मोतियाबिंद बहुत धीमी गति से विकास करता है, इसलिए अधिकतर लोगों को इस बात का पता भी नहीं चल पाता है के वे इस बीमारी से पीड़ित हैं। लेकिन जब उनकी दृष्टि कमजोर और धीमी हो जाती एवं उन्हें वस्तुएं धुंधली दिखाई देने लगती हैं तो उनका दैनिक जीवन बुरी तरह से प्रभावित होने लगता है।
अगर आप भी मोतियाबिंद से पीड़ित हैं और चेन्नई में इसका दर्द रहित बेस्ट इलाज कराना चाहते हैं तो एक अनुभवी और विश्वसनीय नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने के बाद लेजर सर्जरी से अपने मोतियाबिंद का ऑपरेशन करा सकते हैं। मेडिकल क्षेत्र में विकास होने के कारण आज चेन्नई में मोतियाबिंद का लेजर इलाज संभव है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को दर्द या ब्लीडिंग का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही, इस सर्जरी में टांके नहीं आते हैं और सर्जरी के दौरान या बाद में जटिलताओं का खतरा भी लगभग शून्य होता है। लेजर सर्जरी को चेन्नई में मोतियाबिंद का बेस्ट इलाज माना जाता है।
हमारी क्लिनिक में मॉडर्न और एडवांस लेजर सर्जरी से मोतियाबिंद का इलाज किया जाता है। लेजर सर्जरी को मोतियाबिंद का बेस्ट इलाज माना जाता है। हमारी क्लिनिक में मोतियाबिंद की लेजर सर्जरी को एक अनुभवी, कुशल और विश्वसनीय नेत्र सर्जन के द्वारा किया जाता है। हमारे सर्जन को आंखों से संबंधित बीमारियों की गहरी समझ और लेजर सर्जरी में महारत हासिल है।
ये सर्जन अब तक मोतियाबिंद की अनेकों सफल लेजर सर्जरी का चुके हैं। हम कॉस्ट इफेक्टिव लेजर सर्जरी करने के साथ-साथ मरीजों को अनेकों सुविधाएं भी प्रदान करते हैं जिसमें सर्जरी वाले दिन फ्री पिकअप और ड्रॉप, सभी जांचों पर 30% छूट, जीरो कॉस्ट ईएमआई और सर्जरी के बाद फ्री फॉलो-अप्स की सुविधा आदि शामिल हैं। अगर आप मात्र एक दिन में मोतियाबिंद से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो हमसे अभी संपर्क कर सकते हैं। हमसे संपर्क करने के लिए आप ऊपर दिए गए मोबाइल नंबर या बुक अप्वाइंटमेंट फॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Bhaskar
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