दरभंगा में फाइमोसिस का बेस्ट इलाज
स्टैप्लर खतना प्रभावशाली इलाज है लेकिन दरभंगा में लोग स्टैप्लर खतना कराने के बजाय लेजर द्वारा खतना कराने को प्राथमिकता देते हैं। लेजर द्वारा खतना एक आसान प्रक्रिया है। लेजर खतना के जरिए फाइमोसिस, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और पेनिस में इंफेक्शन जैसी तमाम बीमारियों को ठीक किया जाता है। लेजर सर्जरी बिलकुल सुरक्षित प्रक्रिया है क्योंकि इसमें किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। अगर आप फाइमोसिस से परेशान हैं तो प्रिस्टीन केयर दरभंगा में लेजर खतना करवा सकते है। हमारे पास बेहतरीन सर्जन हैं जिन्हें लेजर सर्जरी के साथ साथ मॉडर्न टेक्नोलॉजी में महारत हासिल हैं।
लेजर के जरिए खतना करने पर मरीज को जरा सा भी दर्द का एहसास नहीं होता है। क्योंकि इस सर्जरी को करने से पहले डॉक्टर मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं। जो मरीज और डॉक्टर को बिना किसी तरह की परेशानी के सर्जरी को पूरा करने में मदद करता है। यह सर्जरी प्रक्रिया मात्र 20 मिनट में पूरी हो जाती है। सर्जरी खत्म होने के बाद मरीज को कुछ घंटों के लिए हॉस्पिटल में रखा जाता है फिर डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
लेजर-आधारित डिवाइस स्किन के टिशूज को खत्म करने के लिए प्रकाश की किरण का उपयोग करते हैं। इस प्रक्रिया में चाकू या छुरी का इस्तेमाल नहीं होता है। सर्जन हाथ से पकड़े जाने वाली इस डिवाइस की एनर्जी कंट्रोल करते हैं, जिससे मरीज को कम दर्द के साथ इलाज किया जा सकें। साथ ही साथ फोकस्ड लाइट आसपास के टिशूज को बिना नुकसान पहुंचाए सर्जरी को कामयाब कर देते हैं। इन्हीं खूबियों की वजह से लेजर सर्जरी या लेजर खतना पेनाइल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए सबसे तेज और आसान इलाज माना जाता है। इस इलाज के दौरान दर्द नहीं होता है और न ही टांकों की जरुरत पड़ती है। सर्जरी के बाद यूरिन करते समय मरीज को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती है। स्टैप्लर खतना और लेजर खतना की प्रोसेस कुछ हद तक एक जैसी है। लेकिन आमतौर पर लोग लेजर सर्जरी को प्राथमिकता देते हैं।
ज्यादा जानकारी के लिए आप दरभंगा में प्रिस्टीन केयर से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप दरभंगा में या इसके आसपास रहते हैं तो आसानी से लेजर सर्जरी के जरिए खतना करवा सकते हैं।
दरभंगा में खतना के बेस्ट डॉक्टर
प्रिस्टीन केयर में लेजर सर्जरी द्वारा खतना बहुत ही अनुभवी और कुशल सर्जन के द्वारा किया जाता है। लेजर सर्जरी के जरिए काफी बीमारियों का इलाज किया जाता है। ज्यादातर लोग इस मेथड का चुनाव करते हैं क्योंकि लेजर सर्जरी के दौरान कम दर्द और ब्लड लॉस होता है। साथ ही साथ सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है क्योंकि इसमें किसी तरह का कोई चीरा नहीं लगाया जाता है।
ऑपरेशन के बाद मरीज को ज्यादा समय तक हॉस्पिटल में रुकने की जरुरत नहीं पड़ती है। कुछ घंटों के आराम के बाद मरीज अपने घर जाने के लिए फिट हो जाता है। दरभंगा में फाइमोसिस का इलाज लेजर सर्जरी की मदद से किया जाता है जिसके बेस्ट डॉक्टर मौजूद हैं। आप फाइमोसिस की सर्जरी कराने के लिये प्रिस्टीन केयर से संपर्क कर सकते हैं। हम मॉडर्न तकनीक द्वारा खतना करते हैं जिसमें कम से कम दर्द होता है। दरभंगा में लेजर खतना कम लागत में असरदायक इलाज है जिसकी लेजर सर्जरी के बीच एक अपनी पहचान बन गयी है।
खतना की पारंपरिक प्रक्रिया की तुलना में स्टैप्लर द्वारा खतना सुरक्षित है। लेकिन लेजर सर्जरी सबसे बेस्ट मानी जाती है। क्योंकि इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को बहुत ही कम दर्द का सामना करना पड़ता है। फाइमोसिस का इलाज करने के लिए इस तकनीक को सबसे बेहतरीन माध्यम माना जाता है। लेजर सर्जरी का इस्तेमाल वयस्क के साथ-साथ बच्चों का खतना करने के लिए भी कर सकते हैं। इससे खतना के दौरान या खतना के बाद किसी भी तरह का कोई खतरा होने का चांस बहुत ही कम होता है। लेजर सर्जरी की तरह स्टैप्लर खतना में भी कम समय लगता है। दरभंगा में स्टैप्लर खतना का खर्च ज्यादा हो सकता है।
कई लोग स्टैप्लर के बजाय लेजर सर्जरी के जरिए खतना करवाते हैं। अगर आप चाहे तो दरभंगा में स्टैप्लर खतना के बेस्ट डॉक्टर हैं, उनसे आप ज्यादा जानकारी ले सकते हैं। प्रिस्टीन केयर दरभंगा में स्टैप्लर खतना का बेस्ट हॉस्पिटल है, जहां सर्जरी के लिए आने जाने से लेकर फॉलोअप तक की फ्री सुविधा उपलब्ध है। दरभंगा के प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल में मॉडर्न उपकरण की मदद से खतना किया जाता है। यह सर्जरी दस से पंद्रह मिनट में पूरी हो जाती है और इसकी रिकवरी भी दूसरे इलाज की तुलना में ज्यादा तेज होती है।
अगर आप लेजर सर्जरी की मदद से खतना करवाना और हमेशा के लिए फाइमोसिस बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो दरभंगा में प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल से संपर्क कर सकते हैं। हम आपसे बस एक फोन कॉल की दुरी पर हैं।