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उपचार
टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी करने से पहले डॉक्टर मरीज का शारीरिक जांच करते हैं और टॉन्सिलाइटिस के लक्षणों से संबंधित कुछ प्रश्न करते हैं। टॉन्सिल्स में संक्रमण के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए डॉक्टर स्वैब टेस्ट का सुझाव देते हैं। साथ ही, टॉन्सिलाइटिस बैक्टीरियल है या वारयल – इस बात का पता लगाने के लिए कंप्लीट ब्लड टेस्ट करने को कहते हैं। इस टेस्ट के दौरान डॉक्टर शरीर में रक्त कोशिकाओं की मौजूदगी और उनकी संख्या की पुष्टि भी करते हैं। इन सभी जांचों के परिणामों से डॉक्टर को टॉन्सिलाइटिस के कारण, प्रकार और गंभीरता को समझने में मदद मिलती है जिसके बाद डॉक्टर मेडिकल उपचार या फिर सर्जिकल उपचार की सलाह देते हैं।
आमतौर पर टॉन्सिलाइटिस के लिए सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। सामान्य या एक्यूट टॉन्सिलाइटिस का इलाज करने के लिए डॉक्टर कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन करने का सुझाव देते हैं जिससे यह परेशानी दूर हो जाती है। लेकिन जब दवाओं या नॉन-सर्जिकल इलाज से कोई फायदा नहीं होता है, टॉन्सिलाइटिस की समस्या बार-बार होती है या क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस है तो डॉक्टर सर्जरी करने का सुझाव देते हैं। टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी को टॉन्सिलेक्टोमी कहा जाता है। इस सर्जरी की शुरुआत में डॉक्टर सबसे पहले मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं, जिससे मरीज बेहोश हो जाते हैं। उसके बाद, डॉक्टर सर्जरी करके टॉन्सिल्स को बाहर निकाल देते हैं। इस सर्जरी को पूरा होने में लगभग 30 मिनट का समय लगता है। टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी को कई प्रकार से किया जाता है जिसमें मुख्य रूप से इलेक्ट्रोकॉटरी, हार्मोनिक स्केलपेल और कोल्ड नाइफ डिसेक्शन शामिल हैं।
टॉन्सिल्लेक्टोमी के लिए सर्वश्रेष्ठ ईएनटी क्लीनिक
प्रिस्टीन केयर में आप बेहतर परिणाम और जल्दी रिकवरी के लिए टॉन्सिल को निकालने की सर्जरी के लिए एडवांस कोब्लेशन ऑपरेशन का लाभ उठा सकते हैं। ऐसा करने से आप इस समस्या के इलाज के साथ साथ अपने गले को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचा सकते हैं।
प्रिस्टीन केयर में हमारे पास 8-10 वर्षों के अनुभव वाले ईएनटी सर्जन हैं, जो एडवांस टॉन्सिल्लेक्टोमी सर्जरी करने का सामर्थ्य रखते हैं और अपने सफल परिणाम के लिए जाने जाते हैं।
एडवांस सुविधाओं, विशेषज्ञ सर्जनों और अत्याधुनिक इलाज के केंद्रों के कारण प्रिस्टीन केयर में टॉन्सिल्लेक्टोमी ऑपरेशन की सफलता दर 95% से अधिक है।
प्रिस्टीन केयर से आप ऑपरेशन से पहले और बाद में एंडोस्कोपी टेस्ट के साथ निशुल्क परामर्श सत्र की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा करने से रोग को पहचानने और उसके इलाज में सहायता मिलेगी। ऑपरेशन के बाद भी आप लगातार हमारे ईएनटी सर्जनों के साथ परामर्श सत्र ले सकते हैं।
वैसे तो टॉन्सिलाइटिस किसी को भी हो सकता है। लेकिन अधिकतर मामलों में यह 5-15 वर्ष के बच्चों में देखने को मिलता है।
आमतौर पर दिल्ली में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च 40000-60000 रुपए तक आता है। लेकिन यह इस सर्जरी का फिक्स्ड कॉस्ट नहीं है। इसमें बदलाव आ सकता है, क्योंकि टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी काफी चीजों पर निर्भर करता है जैसे कि:-मरीज की उम्र और सेहत,स्थिति का प्रकार और गंभीरता,सर्जरी का प्रकार,डॉक्टर की फीस,एनेस्थीसिया की फीस,सर्जरी के बाद हॉस्पिटलाइजेशन,दवाओं का खर्च,सर्जरी के बाद फॉलो-अप्स मीटिंग
अगर आपके गले में सूजन है, खान-पान की किसी चीज को निगलने में दर्द होता है, सांस लेने में तकलीफ होती है या तेज बुखार है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए। आपकी स्थिति और उसके लक्षणों को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर कुछ खास तरह की दवाइयां निर्धारित कर सकते हैं। जब दवाओं से भी कोई फायदा नहीं होता है तो डॉक्टर सर्जरी करने का सुझाव देते हैं।
नहीं, यह एक दर्द रहित सर्जिकल प्रक्रिया है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को जरा भी दर्द या दूसरी किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। क्योंकि इसे एनेस्थीसिया के प्रभाव में किया जाता है।
टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के मात्र 2-3 दिनों के बाद आप अपने दैनिक जीवन के कामों को दोबारा शुरू कर सकते हैं। हालांकि, इस सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 2-3 सप्ताह का समय लगता है। रिकवरी के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
अगर आप 4 घंटे के भीतर टॉन्सिलाइटिस का हमेशा के लिए इलाज करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको टॉन्सिलेक्टमी की प्रक्रu200dिया से गुजरना पड़ेगा। टॉन्सिलेक्टमी में टॉन्सिल्स को गले से अलग कर देते हैं और आपको टॉन्सिलाइटिस के दोबारा होने का भी टेंशन नहीं होता है।अगर आप टॉन्सिलेक्टमी करवाना चाहते हैं तो Pristyn Care आपके लिए मददगार हो सकता है। दिल्ली में Pristyn Care से इलाज करवाने पर आपको कई लाभ हो सकते हैं। जैसे-सभी सर्जन को टॉन्सिलेक्टमी का कई वर्षों का अनुभव होता हैप्रक्रिया पूरी करने के लिए एडवांस उपकरण इस्तेमाल होते हैं जिससे दर्द नहीं होता है।पेशेंट को लाने और घर पहुंचाने कि सुविधाखाने-पीने और सोने के लिए कोई खर्च नहींआरामदायक कमरे में इलाज और फ्री फॉलो-अप
टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के बाद कुछ सावधानियां बरतकर आप खुद को जल्द से जल्द रिकवर कर सकते हैं। इस सर्जरी के बाद डॉक्टर निम्नलिखित बातों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं:-
इन सबके अलावा, अगर रिकवरी के दौरान आपको किसी तरह की कोई परेशानी हो तो बिना देरी किए अपने डॉक्टर से मिलें और उन्हें इस बारे में बताएं।
टॉन्सिलाइटिस के शुरूआती इलाज के तौर पर डॉक्टर पहले कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन करने और लाइफस्टाइल में बदलाव लाने का सुझाव देते हैं। लेकिन जब इलाज के सभी नॉन सर्जिकल माधयम फेल हो जाते हैं तो डॉक्टर सर्जरी का सुझाव देते हैं। टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी को टॉन्सिलेक्टोमी कहा जाता है।
दिल्ली में मॉडर्न और एडवांस तकनीक से टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। इस सर्जरी के अनेकों फायदे हैं और यही कारण है कि आपको भी टॉन्सिलाइटिस से छुटकारा पाने के लिए इस सर्जरी का चुनाव करना चाहिए। इस सर्जरी के निम्नलिखित फायदे हैं:-
01. दर्द नहीं होता है टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी को एनेस्थीसिया के प्रभाव में किया जाता है जिससे सर्जरी के दौरना होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। इसलिए इस सर्जरी के दौरान मरीज को जरा भी दर्द या दूसरी किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। यह एक दर्द रहित सर्जिकल प्रक्रिया है।
02. ब्लीडिंग नहीं होती है टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के दौरान ब्लीडिंग को हीट या अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशन की मदद से बंद कर दिया जाता है। इसलिए इस प्रक्रिया के दौरान ब्लीडिंग का ख़तरा नहीं रहता है। अगर आप दर्द या ब्लीडिंग का सामना किए बिना दिल्ली में टॉन्सिलाइटिस का बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी आपके लिए परफेक्ट विकल्प है।
03. टांके नहीं आते हैं जब डॉक्टर टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के लिए कोल्ड नाइफ डिसेक्शन तकनीक का इस्तेमाल करते हैं तो ब्लीडिंग को रोकने के लिए टांकों का इस्तेमाल करते हैं। अन्यथा इस सर्जरी के बाद टांकों की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है।
04. साइड इफेक्ट्स और जटिलताओं का खतरा शून्य होता है टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के दौरान और बाद में साइड इफेट्स या जटिलताओं का खतरा लगभग शून्य होता है। इतना ही नहीं, इस सर्जरी के बाद जख्म होने या दाग बनने की संभावना भी लगभग न के बराबर होती है। यह एक संक्षिप्त, सुरक्षित और सफल प्रक्रिया है।
04. रिकवरी जल्दी होती है टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है। इस सर्जरी के मात्र 2-3 दिनों के बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन को शुरू कर सकते हैं। हालांकि, मरीज को पूर्ण रूप से ठीक होने में लगभग 2-3 सप्ताह का समय लगता है।
अगर आप टॉन्सिलाइटिस से परेशान हैं और कम से कम समय में बिना किसी परेशानी का सामना किए दिल्ली में इसका बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो अभी हमारे अनुभवी, कुशल और विश्वसनीय ईएनटी सर्जन से संपर्क कर सकते हैं।
Rahman
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