मिथक – हर महिला को पहले संभोग के दौरान रक्त हानि होती है।
तथ्य – यह पूर्ण रूप से मिथक है। ऐसा कोई नियम नहीं है कि महिलाओं को अपने पहले संभोग के दौरान रक्त हानि का अनुभव होता है। हाइमन एक पतली परत है और कई बार यह बिना शारीरिक संबंध स्थापित किए फट सकता है। वहीं कुछ महिलाओं में हाइमन बहुत मजबूत होता है और सिर्फ शारीरिक संबंध के दौरान ही यह फटता है।
मिथक – हर महिला हाइमन के साथ जन्म लेती है।
तथ्य – इस संबंध में ज्यादातर लोगों में जानकारी का अभाव होता है। यह एक मिथक है क्योंकि हर महिला हाइमन के साथ जन्म नहीं लेती है। सामान्य तौर पर हर 1000 में से 1 महिला इम्पेरफोरेट हाइमन के साथ जन्म लेती है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हाइमन योनि के पूरे मुख को ढक लेता है, जिसका अलग इलाज होता है।
मिथक – हाइमनोप्लास्टी सर्जरी से योनि के ढीलेपन का इलाज संभव है।
तथ्य – यह पूर्ण रूप से मिथक है, क्योंकि हाइमन रिपेयर सर्जरी का आपके योनि के शिथिलता पर कोई प्रभाव नहीं होता है। यदि आपको ढीली योनि का इलाज करवाना है, तो उसके लिए एक अलग लेजर प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया के लिए डॉक्टर आपको 2 से 3 बार अस्पताल बुला सकते हैं।
मिथक – हाइमन का सीधा संबंध वर्जिनिटी से है।
तथ्य – यह हमारे समाज के द्वारा फैलाया गया एक भ्रम है कि हाइमन का सीधा संबंध वर्जिनिटी से है। मेडिकल भाषा में इसका कोई प्रमाण नहीं है। यदि आज तक आप भी ऐसा समझते थे, तो आपको अपनी सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
मिथक – हाइमन सख्त और अभेद्य है।
तथ्य – हाइमन ऊतक की एक पतली परत है। कुछ महिलाओं में हाइमन थोड़ा सख्त होता है, लेकिन ज्यादातर महिलाओं में यह हल्का और पतला ही होता है, जो कुछ गतिविधियों के दौरान अपने आप फट जाता है।
मिथक – हाइमन रिपेयर सर्जरी के बाद हाइमन हमेशा के लिए सुरक्षित हो जाता है।
तथ्य – हाइमनोप्लास्टी सर्जरी के बाद भी महिलाएं का हाइमन फिर से फट सकता है। इसलिए यह कथन पूर्ण रूप से मिथक है।