USFDA-Approved Procedure
Support in Insurance Claim
No-Cost EMI
1-day Hospitalization
Choose Your City
It help us to find the best doctors near you.
Bangalore
Chennai
Delhi
Hyderabad
Indore
Mumbai
Pune
Delhi
Gurgaon
Noida
Ahmedabad
Bangalore
जैसा की नाम से पता चलता है कि ढीली योनी वह स्थिति है, जिसमें महिला की योनि की मांसपेशियां कमजोर हो जाती है और पहले जैसे नहीं रहती। कुछ स्थिति में ऐसा भी देखा गया है कि योनि ढीली नहीं होती है, लेकिन वह अपनी शिथिलता खो देती है। इसके कारण आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे यौन सुख में कमी, मूत्र का रिसाव (हल्की मात्रा में), इत्यादि।
महिला का शरीर कई कारणों से प्रभावित होता है। समय के साथ शरीर में कुछ बदलाव आते हैं, जो उनके जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। बढ़ती उम्र के कारण महिलाएं रजोनिवृत्ति जैसे गंभीर स्थिति का सामना करती हैं। ऐसे ही बढ़ती उम्र और प्रसव के बाद महिलाओं का जीवन गंभीर रूप से प्रभावित होता है। इन दोनों कारकों के कारण महिलाओं को योनि में ढीलेपन (Vaginal looseness) का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति का समय पर निदान एवं इलाज अनिवार्य है, अन्यथा यह आपके जीवन को कई प्रकार से प्रभावित कर सकता है।
सामान्य तौर पर ढीली योनि का निदान महिलाएं स्वयं कर सकती हैं। स्व-निदान की पहली सीढ़ी आपके द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षण होते हैं। यदि आपको लगता है कि योनि की संवेदनशीलता में कमी या फिर यौन सुख में कमी आई है या आपको बार बार लगता है कि आपके शरीर का कोई अंग योनि मार्ग से बाहर अपने आप आ रहा है, तो यह सब योनि में ढीलेपन का संकेत देते हैं। यदि आप इस स्थिति के सही निदान के साथ इलाज की कामना रखते हैं, तो तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
ढीली योनि के निदान के लिए आपको जल्द से जल्द कॉस्मेटिक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। उनसे परामर्श लेने से आपको बहुत लाभ मिलेगा। जैसे ही आप स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेंगे, वह सबसे पहले आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे लक्षणों के बारे में पूछेंगे। इसके अतिरिक्त अधिक पुष्टि के लिए डॉक्टर आपके योनि की शारीरिक जांच करेंगे। इसके पश्चात वह आपसे कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं, जैसे घर परिवार में कोई अनुवांशिक रोग या फिर पिछली गर्भावस्था। इन प्रश्नों के उत्तर से ढीली योनि की संभावना का पता चल सकता है और डॉक्टर इस स्थिति का इलाज जल्द से जल्द शुरू कर सकते हैं।
ढीली योनि का इलाज लेजर एवं वेजिनोप्लास्टी दोनों से संभव है। लेजर प्रक्रिया एक दर्द रहित नॉन सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसके द्वारा योनि की प्राकृतिक कसावट वापस आ जाती है। वहीं दूसरी तरफ वेजिनोप्लास्टी एक प्रकार की सर्जरी है जिसमें योनि से संबंधित समस्याओं का भी निवारण होता है। यह भी कॉस्मेटिक प्रक्रिया है जिसे स्त्री रोग विशेषज्ञ करते हैं। इन दोनों ही इलाज के बारे में नीचे संक्षेप में बताया गया है।
सभी ऑपरेशन की तरह ही ढीली योनि के ऑपरेशन के कुछ जोखिम और जटिलताएं होती है। सामान्य तौर पर लेजर प्रक्रिया के जोखिम और जटिलताएं बहुत कम होती हैं जैसे – योनि के आसपास के क्षेत्र में घाव, संभोग के दौरान दर्द, योनि में सूखापन, योनि में अस्थाई सुन्नता, इत्यादि। लेकिन वेजिनोप्लास्टी के कुछ जोखिम और जटिलताएं होती हैं जैसे –
यदि लंबे समय तक ढीली योनि का इलाज नहीं होता है, तो यह महिलाओं के जीवन को कई प्रकार से प्रभावित कर सकता है जैसे –
यदि आप योनि के ढीलेपन से बचना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि इस स्थिति से बचने का कोई भी उपाय नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप इस स्थिति को फिर से बनने से रोक नहीं सकते हैं। बढ़ती उम्र को आप रोक नहीं सकते हैं और न ही प्रसव की प्रक्रिया में कुछ फेरबदल कर सकते हैं। लेकिन कुछ अचूक उपायों को कर आप योनि के ढीलेपन को गंभीर चरण में जाने से रोक सकते हैं। ढीली योनि से संबंधित कुछ आसान बचाव उपाय इस प्रकार हैं –
यदि आप सही समय पर सर्वश्रेष्ठ कॉस्मेटिक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श प्राप्त करते हैं, तो इसका सीधा लाभ आपको मिलेगा। सामान्य तौर पर महिलाएं स्त्री रोग विशेषज्ञ से तब संपर्क करते हैं, जब वह ढीली योनि के कुछ लक्षणों का सामना कर रहे होते हैं जैसे – यौन सुख में कमी, योनि में संवेदनशीलता की कमी या फिर ढीली योनि का अनुभव। कुछ मामलों में महिलाएं अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाती हैं। यदि आप भी ऐसे किसी भी स्थिति का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें और स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श प्राप्त करें।
ढीली योनि के सर्जिकल इलाज को वेजिनोप्लास्टी के नाम से जाना जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को बेहोशी की दवा दी जाती है और प्रक्रिया को करने में एक से दो घंटे का समय लग सकता है। योनि को कितना कसना है, इसके आधार पर ही ऑपरेशन के दौरान योनि के अंदर की ऊतकों को बाहर निकाला जाता है। इन ऊतकों को बाहर निकालने के लिए पाई-आकार की कील का प्रयोग होता है। इसके पश्चात योनि की त्वचा के नीचे मौजूद ऊतकों में टांके लगा दिए जाते हैं, जिससे योनि कस जाती है। प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद योनि के श्लेष्म त्वचा को बंद कर दिया जाता है।
मुख्यतः ढीली योनि के इलाज के लिए दो प्रक्रियाओं का प्रयोग होता है। लेजर के द्वारा ढीली योनि के इलाज में लगभग 16,000 से 20,000 रुपए तक का खर्च आ सकता है, वहीं वेजिनोप्लास्टी में लगभग 60,000 से 70,000 रुपए तक का खर्च आ सकता है। आपको यहां एक खास बात का ध्यान रखना होगा कि यह अनुमानित खर्च है और अंतिम खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे –
यह एक सरल प्रक्रिया है, जिसे एक स्त्री रोग विशेषज्ञ अंजाम देते हैं। प्रक्रिया के दौरान निम्न गतिविधियां होती हैं –
योनि कसने के इलाज के बाद आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। लेजर प्रक्रिया के बाद आप तुरंत अपने घर जा सकते हैं, लेकिन सर्जिकल प्रक्रिया के पश्चात आपको एक केयर यूनिट में भेजा जाता है। इस स्थान पर आपको तब तक रखा जाता है जब तक आप एनेस्थीसिया के प्रभाव में रहते हैं।
हर प्रकार से राहत दिखने पर आपको छुट्टी दे दी जाती है। छुट्टी के बाद डॉक्टर आपको कुछ दवाओं का सुझाव दे सकते हैं, जिससे आपको पूर्ण रूप से रिकवर होने में सहायता मिलती है। प्रक्रिया पूर्ण होने के कुछ समय के बाद परामर्श के लिए आना होगा। आपको एक बात का खास ध्यान रखना होगा कि योनि वाले क्षेत्र में किसी भी भेदक पदार्थ को न डालें।
ज्यादातर महिलाएं इस प्रक्रिया को सौंदर्यीकरण के लिए करवाती हैं, इसलिए इस प्रक्रिया को करने के लिए कोई भी इंश्योरेंस कंपनी कवरेज प्रदान नहीं करती है। इसके साथ साथ ढीली योनि को चिकित्सा इमरजेंसी नहीं माना जाता है, इसलिए इस प्रक्रिया को स्वास्थ्य बीमा में कवर नहीं किया जाता है। इस प्रक्रिया के संदर्भ में वित्तीय समस्या या फिर बीमा सहायता के लिए हमसे संपर्क करें।
ढीली योनी के इलाज के बाद आपको पूर्ण रूप से दुरुस्त होने में 6 से 8 सप्ताह का समय लग सकता है। पूर्ण रिकवरी के लिए इलाज के बाद की देखभाल एक अहम भूमिका निभाता है। यदि आप जल्द से जल्द दुरुस्त होना चाहते हैं, तो आपको प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों तक शारीरिक संबंध बनाने से दूरी बनानी होगी और उन गतिविधियों को करने से बचें जिसमें आपको ज्यादा जोर लगाना पड़े। ऐसा करने से आप संक्रमण और जटिलताओं के उत्पन्न होने से बच सकते हैं।
सामान्य तौर पर ढीली योनि का इलाज एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है, लेकिन इस प्रक्रिया के कारण आपको बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं जैसे –
प्रिस्टीन केयर भारत में सर्जरी प्रदान करने वाले प्रदाताओं की सूची में अव्वल नंबर पर आता है। प्रिस्टीन केयर में हमारा उद्देश्य भारत के हर व्यक्ति को किफायती दरों पर विश्वस्तरीय इलाज प्रदान करना है। यदि आप ढीली योनि के इलाज के लिए प्रिस्टीन केयर का चुनाव करते हैं, तो आपको निम्नलिखित लाभ मिल सकते हैं –
योनि के ढीलापन लेजर के द्वारा किया जा सकता है ये एक प्रभावी तकनीक है। इसके कारण महिलाओं को कई प्रकार की समस्या से राहत मिल जाती है जैसे – योनि में ढीलापन, मूत्र में समस्या, और संभोग के दौरान दर्द।
सामान्य तौर पर लेजर से ढीली योनि के इलाज के लिए आपको 4 से 6 बार अस्पताल आना पड़ता है। यह एक दर्द रहित प्रक्रिया है, जिसमें किसी भी प्रकार का चीरा नहीं लगाया जाता है।
यदि आपने अभी संतान को जन्म दिया है, तो डॉक्टर इस प्रक्रिया को करवाने के लिए कम से कम 3 माह तक प्रतीक्षा करने का सुझाव दे सकते हैं। इस अवधि के बीत जाने के बाद महिलाएं ढीली योनि का इलाज करवा सकती हैं।
कुछ व्यायाम और खानपान में बदलाव करके आप अपने योनि के स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं, लेकिन घरेलु उपचार से योनि में ढीलेपन का इलाज संभव नहीं है।
ढीली योनि का इलाज बहुत प्रभावी होता है और इसका प्रभाव लंबे समय तक देखने को मिलता है। लेकिन आपकी बढ़ती उम्र और बच्चे के जन्म के कारण योनि में फिर से ढीलापन वापस आ सकता है।
सामान्य तौर पर लेजर से ढीली योनि के इलाज के लिए आपको 4 से 6 बार अस्पताल आना पड़ता है। यह एक दर्द रहित प्रक्रिया है, जिसमें किसी भी प्रकार का चीरा नहीं लगाया जाता है।