USFDA-Approved Procedure
Support in Insurance Claim
No-Cost EMI
1-day Hospitalization
Choose Your City
It help us to find the best doctors near you.
Bangalore
Chennai
Delhi
Hyderabad
Pune
Delhi
Gurgaon
Noida
Ahmedabad
Bangalore
लेसिक सर्जरी का पूरा नाम लेजर इन सीटू किरेटोमिल्युसिस (Laser-assisted in Situ Keratomileusis – LASIK) है। लेसिक सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिसका इस्तेमाल मायोपिया, हाइपरमेट्रोपिया या एस्टिग्मेटिज्म का परमानेंट इलाज करने तथा आंखों से चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस को हटाने के लिए किया जाता है। मायोपिया होने पर पास की चीजें साफ और दूर की चीजें धुंधली दिखाई देती हैं तथा हाइपरमेट्रोपिया होने पर दूर की चीजें साफ और पास की चीजें धुंधली दिखाई देती हैं एवं एस्टिग्मेटिज्म होने पर पास और दूर दोनों ही जगहों की चीजें धुंधली दिखाई देती हैं। आमतौर पर मायोपिया, हाइपरमेट्रोपिया और एस्टिग्मेटिज्म का इलाज करने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ चश्मे या कॉन्टेक्ट लेंस के इस्तेमाल का सुझाव देते हैं, लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हे चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल पसंद नहीं है।
ऐसे में लेसिक सर्जरी एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आता है। जब किसी भी वस्तु का प्रतिबिंब सही रूप से रेटिना पर नहीं पड़ता है तो मायोपिया, हाइपरमेट्रोपिया या एस्टिग्मेटिज्म की समस्या पैदा होती है। लेसिक सर्जरी के दौरान नेत्र रोग विशेषज्ञ कॉर्निया को रीशेप करते यानी कॉर्निया को सही आकार देते हैं जिसके बाद वस्तु का प्रतिबिंब पूर्ण रूप से रेटिना पर पड़ने लगता है। नतीजतन बिना चश्मे या कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल किए मरीज को दूर या पास की चीजें बिलकुल साफ-साफ दिखाई देने लगती हैं।
लेसिक सर्जरी करने से पहले नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीज के आंखों की जांच करते हैं। मरीज की दृष्टि की जांच करने के लिए डॉक्टर टेनोमेट्री टेस्ट करते हैं। डॉक्टर मरीज की आंखों में दवा की कुछ बूंदों को डालते हैं जिससे प्यूपिल का आकार बढ़ जाता है, इससे रेटिना और ऑप्टिक नर्व की जांच करने में मदद मिलती है तथा इस बात का पता भी लगाया जाता है कि आंखों में पहले कोई चोट आई है या नहीं। इसके अलावा, रौशनी के प्रति मरीज के आंखों की संवेदनशीलता और रंगों को पहचानने की क्षमता की जांच करने के लिए डॉक्टर कुछ और अतिरिक्त परीक्षण का सुझाव भी दे सकते हैं। जांच की मदद से डॉक्टर मरीज के आंख की बीमारी और उसकी गंभीरता को समझते हैं और फिर लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया को शुरू करते हैं।
लेसिक सर्जरी को नेत्र रोग विशेषज्ञ की देखरेख में पूरा किया जाता है। इस सर्जरी को शुरू करने से पहले डॉक्टर मरीज की आंखों में एनेस्थेटिक ड्रॉप डालते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का ख़तरा खत्म हो जाता है। उसके बाद, डॉक्टर लेजर बीम की मदद से मरीज की कॉर्निया को एक नया शेप देते हैं जिससे वस्तु का प्रतिबिंब रेटिना पर ठीक तरह से बनने लगता है। लेसिक सर्जरी को पूरा होने में मात्र 10-20 मिनट का समय लगता है। लेसिक सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग तथा दर्द भी नहीं होता है। यह एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं पड़ती है। लेसिक सर्जरी खत्म होने के कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। लेसिक सर्जरी संक्षिप्त, सुरक्षित, बहुत ही आसान और सफल सर्जिकल प्रक्रिया है।
नहीं. लेसिक सर्जरी के दौरान मरीज को जरा भी दर्द या दूसरी किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। लेसिक सर्जरी की शुरुआत करने से पहले नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीज की आंखों में एनेस्थेटिक ड्रॉप डालते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का ख़तरा खत्म हो जाता है। लेसिक सर्जरी एक दिन की दर्द रहित प्रक्रिया है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग भी नहीं होती है। लेसिक सर्जरी को पूरा होने में मात्र 10-20 मिनट का समय लगता है। लेसिक सर्जरी खत्म होने के कुछ ही घंटों के बाद मरीज अपने घर जाने के लिए पूरी तरह से फिट हो जाते हैं।
अगर आप कम से कम खर्च में भारत के बेस्ट क्लिनिक में अपना लेसिक सर्जरी कराना चाहते हैं तो आपको प्रिस्टीन केयर से संपर्क करना चाहिए। प्रिस्टीन केयर देश के सभी अनुभवी और विश्वसनीय नेत्र रोग विशेषज्ञ से जुड़ा हुआ है। प्रिस्टीन केयर के नेत्र सर्जन को आंखों से संबंधित बीमारियां जैसे कि मायोपिया, हाइपरमेट्रोपिया और एस्टिग्मेटिज्म की गहरी समझ और लेजर सर्जरी में महारत हासिल है। ये आंख के विशेषज्ञ डॉक्टर अब तक हजारों सफल लेसिक सर्जरी कर चुके हैं। प्रिस्टीन केयर क्लिनिक पूरी तरह से आधुनिक और उन्नत चिकित्सा तकनीकों से भरपूर है। प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में मॉडर्न और एडवांस लेसिक सर्जरी से मायोपिया, हाइपरमेट्रोपिया और एस्टिग्मेटिज्म का परमानेंट इलाज किया जाता है।
लेसिक सर्जरी एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है जिसे पूरा होने में मात्र 10-20 मिनट का समय लगता है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग तथा दर्द भी नहीं होता है। लेसिक सर्जरी खत्म होने के कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इतना ही नहीं, लेसिक सर्जरी खत्म होने के दो दिन बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को दोबारा शुरू भी कर सकते हैं।
लेसिक सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है जैसे कि मरीज की जरूरत यानि उसकी बीमारी का प्रकार और गंभीरता, नेत्र रोग विशेषज्ञ का अनुभव और विश्वसनीयता, क्लिनिक या हॉस्पिटल का लोकेशन और लेसिक सर्जरी में उनका ट्रैक रिकॉर्ड, लेसिक सर्जरी का प्रकार, सर्जरी के बाद हॉस्पिटलाइजेशन और फॉलो-अप्स आदि। लेकिन लेसिक सर्जरी के खर्च को लेकर आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि दूसरे क्लिनिक या हॉस्पिटल की तुलना में प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में काफी कम खर्च में लेसिक सर्जरी किया जाता है। अगर आप कम से कम खर्च और समय में बेस्ट लेसिक सर्जरी की सुविधा पाना चाहते हैं तो प्रिस्टीन केयर आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।