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    Dr. Milind Joshi (g3GJCwdAAB)

    Dr. Milind Joshi

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    Dr. Naveed Pasha Sattar

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    Dr. Raja H (uyCHCOGpQC)

    Dr. Raja H

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  • अम्बिलिकल हर्निया क्या है?
    अम्बिलिकल हर्निया कितनी गंभीर समस्या है?
    अम्बिलिकल हर्निया के कारण
    अम्बिलिकल हर्निया के लक्षण
    अम्बिलिकल हर्निया का निदान
    अम्बिलिकल हर्निया से बचाव
    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के लिए डॉक्टर से कब परामर्श करें?
    अम्बिलिकल हर्निया के ऑपरेशन से पहले अपने डॉक्टर से पूछें यह प्रश्न
    अम्बिलिकल हर्निया का इलाज
    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के लिए इंश्योरेंस कवरेज
    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के बाद रिकवरी
    प्रिस्टीन केयर से कराएं अम्बिलिकल हर्निया का आधुनिक इलाज

    अम्बिलिकल हर्निया क्या है?

    अम्बिलिकल हर्निया एक मांसपेशियों की समस्या है, जिससे शिशु और बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। यह समस्या व्यसकों को भी परेशान कर सकती है। यह एक प्रकार की पेट की हर्निया होती है, जहां पेट के नाभि के आस-पास के क्षेत्र में मांसपेशियों में दरार आ जाती है। इसके परिणामस्वरूप, नाभि के पास एक छिद्र बन जाता है, जिससे आंतों का भाग बाहर निकल सकता है, जो सूजन या फिर उभरी हुई ऊतक की तरह महसूस हो सकता है। यह हर्निया आमतौर पर शिशुओं में विकसित होता है, जब शिशु की नाभि पूर्ण रूप से बंद नहीं होती है।

    शुरुआती चरण में अम्बिलिकल हर्निया के कारण व्यक्ति को किसी भी प्रकार का दर्द और असहजता का अनुभव नहीं होता है। लेकिन इस बात में भी सत्यता है कि यह स्थिति स्वयं ठीक नहीं होती है। यही कारण है कि इस स्थिति के इलाज के लिए डॉक्टर ऑपरेशन को प्राथमिकता देते हैं।

    इस स्थिति को आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं, लेकिन कुछ लक्षण है, जिससे आपको इस स्थिति के बारे में पता चल सकता है, जैसे – नाभि के आस-पास की त्वचा में सूजन, दर्द या तनाव, और नाभि के पास छिद्र की विद्यमानता। इस स्थिति के निदान के लिए डॉक्टर कुछ परीक्षण का सुझाव भी दे सकते हैं, जिसके बारे में हम आगे बात करने वाले हैं।

     

    अम्बिलिकल हर्निया कितनी गंभीर समस्या है?

    अम्बिलिकल हर्निया की गंभीरता कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे – हर्निया का आकार, व्यक्ति की उम्र और अन्य जटिलताओं की मौजूदगी। सामान्य तौर पर अम्बिलिकल हर्निया को लोग ज्यादा गंभीर रोगों की सूची में नहीं रखते हैं, लेकिन यदि यह स्थिति अनुपचारित रह जाए तो यह कई प्रकार की गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है। कई मामले देखे गए हैं जहां पर हर्निया की गंभीरता एक बेहद चिंताजनक स्थिति बन जाती है।

    शुरुआती चरण में तो यह गंभीर स्थिति नहीं है, लेकिन जैसे जैसे यह रोग अगले चरण में जाता है, तो यह गंभीर स्थिति में परिवर्तित हो जाता है। गंभीर मामलों में पेट की आंतों के रक्त संचार में बाधा भी उत्पन्न हो सकती है। यही कारण है कि इसके लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। इसके कारण आपको हर्निया वाले क्षेत्र में बहुत तेज दर्द, असहजता और सूजन का सामना करना पड़ सकता है।

     

    अम्बिलिकल हर्निया के कारण

    • जन्मजात रोग
    • पेट की दीवारों पर अतिरिक्त दबाव
    • अम्बिलिकल कॉर्ड को काटने के बाद पेट की मांसपेशियों का ठीक से बंद न होना
    • पेट की सर्जरी
    • लंबे समय से खांसी आना
    • मोटापा
    • एकाधिक गर्भधारण
    • पेट में अधिक तरल पदार्थ का बनना
    • गुर्दे की विफलता के इलाज के लिए दीर्घकालिक पेरिटोनियल डायलिसिस

    अम्बिलिकल हर्निया के लक्षण

    • नाभि के पास सूजन या उभार
    • पेट में गंभीर दर्द
    • उभार के आसपास कोमलता
    • उल्टी और मतली आना
    • उभार के आसपास की त्वचा का रंग बदलना

    अम्बिलिकल हर्निया का निदान

    स्व-निदान

    सामान्यतः अम्बिलिकल हर्निया एक दर्द रहित स्थिति है। कई बार ऐसा होता है कि इस स्थिति का निदान नहीं होता है, जिसके कारण यह स्थिति अनुपचारित रह जाती है। बच्चों में यह स्थिति खांसने या रोते समय असामान्य उभार की तरह दिखती है।

    व्यसकों में अम्बिलिकल हर्निया की सूजन पेट के क्षेत्र पर अतिरिक्त जोर डालने के कारण हो सकता है। आपके डॉक्टर इस उभार को आराम से बिना किसी समस्या के देख सकते हैं। इस स्थिति आप स्वयं भी महसूस कर सकते हैं।

    डॉक्टर के द्वारा निदान

    सबसे पहले डॉक्टर इस स्थिति के निदान के लिए शारीरिक परीक्षण करते हैं। इसमें डॉक्टर आपको खांसने या थोड़ा अधिक जोर लगाने का सुझाव दे सकते हैं। इसके कारण वह उभार का पता लगाने में सक्षम हो पाएंगे। इसके बाद डॉक्टर कुछ नैदानिक परीक्षण का सुझाव भी दे सकते हैं, जिसके द्वारा वह स्थिति के सटीक स्थिति का पता लगा सकते हैं।

    नैदानिक परीक्षण

    डॉक्टर स्थिति के निदान के लिए कुछ परीक्षण का सुझाव दे सकते हैं। इन परीक्षणों की सहायता से डॉक्टर रोग की गंभीरता के बारे में विचार कर पाते हैं, जिससे वह सर्वश्रेष्ठ इलाज की तलाश कर पाते हैं। डॉक्टर के द्वारा निम्नलिखित परीक्षण का सुझाव दिया जा सकता है –

    • पेट के अल्ट्रासाउंड से आपके पेट में मौजूद हर प्रकार की समस्या का पता आसानी से चल जाएगा।
    • सीटी स्कैन से आपके शरीर के आंतरिक अंगों की स्पष्ट आकृति देखने में मदद मिलेगी। डॉक्टर इस रिपोर्ट के द्वारा स्थिति का बेहतर निदान कर पाते हैं।
    • अंत में ऑपरेशन के निर्णय से पहले डॉक्टर एमआरआई भी करवा सकते हैं, जिससे वह आपके लिए एक सुरक्षित प्रक्रिया का चुनाव कर पाने में सक्षम हो पाते हैं।

    इन सभी परीक्षण के परिणाम के आधार पर डॉक्टर स्थिति के इलाज की तरफ अग्रसर होते हैं।

     

    अम्बिलिकल हर्निया से बचाव

    सामान्य तौर पर, अम्बिलिकल हर्निया एक ऐसा रोग है, जो किसी भी व्यक्ति को उसके जन्म से ही परेशान कर सकता है। इसमें बच्चे की पेट की मांसपेशियां बचपन से ही कमजोर होती हैं। इस स्थिति में हर्निया का बचाव संभव ही नहीं है। लेकिन यदि इस स्थिति ने आपको बचपन से परेशान नहीं किया है, तो आप कुछ तरीकों को अपनाकर पेट की कमजोर मांसपेशियों को मजबूत करने में सक्षम हो सकते हैं, जिससे अम्बिलिकल हर्निया से बचाव संभव हो पाता है जैसे –

    • पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें। इसके अलावा, यदि आप वेट ट्रेनिंग करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको प्रोटेक्टिव बेल्ट पहनने की सलाह दी जाती है।
    • मोटापे की संभावना को कम करने के लिए जीवनशैली और आहार में कुछ आवश्यक बदलाव करने की आवश्यकता होती है। मोटापा पेट की मांसपेशियों की दीवार को खींचता है और उसे पतला बनाता है जिसके परिणामस्वरूप हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।
    • ज्यादातर मामलों में हर्निया सामान उठाने की गलत तकनीक के कारण उत्पन्न होता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप भारी वस्तुओं को उठाते समय अपनी पीठ की बजाए अपने पैरों पर अपना जोर लगाएं।
    • पुरानी खांसी (क्रोनिक कफ) या ब्रोंकाइटिस का समय पर इलाज कराएं। खांसने से मांसपेशियों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे अम्बिलिकल हर्निया और अन्य प्रकार के हर्निया होने का खतरा बढ़ जाता है।
    • धूम्रपान से पूरी तरह बचें क्योंकि यह मांसपेशियों को कमजोर बनाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रभावित करता है। इसके कारण, व्यक्ति को बार-बार खांसी और सर्दी होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे हर्निया विकसित हो सकता है।
    • नाभि संबंधी हर्निया के विकास में क्रोनिक कब्ज एक अन्य प्रमुख योगदान कारक है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने आहार संबंधी आदतों में स्वस्थ परिवर्तन करें और तनाव से बचने के लिए जुलाब या मल को मुलायम करने वाली दवा का प्रयोग करें।

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के लिए डॉक्टर से कब परामर्श करें?

    जैसे ही आप पेट या फिर ग्रोइन क्षेत्र में उभार या सूजन का अनुभव करते हैं, तो आपको तुरंत ही अपने डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। वह आपको समय पर इलाज लेने में बहुत मदद कर सकते हैं। वहीं कई मामलों में यदि रोगी को दर्द न हो, तो यह स्थिति अनुपचारित रह जाती है जो अंततः एक गंभीर समस्या का रूप ले सकता है। यदि आपको निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं, तो आपको जल्द से जल्द हर्निया के विशेषज्ञ से सलाह लेने की आवश्यकता हो सकती है।

    जैसे ही आप पेट या फिर ग्रोइन क्षेत्र में उभार या सूजन का अनुभव करते हैं, तो आपको तुरंत ही अपने डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। वह आपको समय पर इलाज लेने में बहुत मदद कर सकते हैं। वहीं कई मामलों में यदि रोगी को दर्द न हो, तो यह स्थिति अनुपचारित रह जाती है जो अंततः एक गंभीर समस्या का रूप ले सकता है। यदि आपको निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं, तो आपको जल्द से जल्द हर्निया के विशेषज्ञ से सलाह लेने की आवश्यकता हो सकती है।

    • बुखार
    • मतली
    • उल्टी
    • त्वचा का रंग बदलना
    • मल न त्याग पाना

    यदि आपका बच्चा इस स्थिति का सामना कर रहा है और उसकी उम्र 4-5 साल से कम है, तो इस स्थिति में डॉक्टर आपको ऑपरेशन का सुझाव नहीं देंगे क्योंकि यह स्थिति अपने आप ठीक हो सकती है। लेकिन किस स्थिति में इलाज की आवश्यकता है और किसमें नहीं, इसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श करना होगा।

    अम्बिलिकल हर्निया के ऑपरेशन से पहले अपने डॉक्टर से पूछें यह प्रश्न

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज में आपके डॉक्टर को कितने वर्षों का अनुभव है?
    कितने लोग आपके द्वारा इस रोग से ठीक हुए हैं?
    आपके इलाज की सफलता दर कितनी है?
    अम्बिलिकल हर्निया के लिए सबसे अच्छा उपचार का विकल्प कौन सा है?
    अम्बिलिकल हर्निया के जोखिम और जटिलताएं क्या क्या है और इसे कैसे कम करें?
    क्या इलाज में हर्निया मेश का प्रयोग होगा?
    हर्निया के इलाज में किस प्रकार के तकनीक का प्रयोग होगा – ओपन या लेप्रोस्कोपिक तकनीक?
    ऑपरेशन के पश्चात अस्पताल में कितने दिनों तक भर्ती रहने की आवश्यकता पड़ेगी?
    क्या ऑपरेशन के दौरान दर्द होता है?
    हर्निया ऑपरेशन के बाद पूर्ण रूप से दुरुस्त होने में कितना समय लग सकता है?
    क्या हर्निया के ऑपरेशन के बाद भी मुझे हर्निया की समस्या हो सकती है?
    क्या हर्निया के ऑपरेशन का काई वैकल्पिक उपचार है?

    अम्बिलिकल हर्निया का इलाज

    अम्बिलिकल हर्निया का नॉन- सर्जिकल इलाज

    सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि अम्बिलिकल हर्निया का इलाज बिना ऑपरेशन के संभव ही नहीं है। यदि आपके बच्चे की उम्र 4 या फिर 5 साल से कम है, तो इस बात की अधिक संभावना है कि यह स्थिति अपने आप ठीक हो जाए। लेकिन जब अम्बिलिकल हर्निया अपने आप ठीक नहीं होता है, तो डॉक्टर ऑपरेशन का सुझाव दे सकते हैं।

    जीवनशैली में परिवर्तन, दवाएं, और सहायक कपडे पहन कर आप दर्द, सूजन और कुछ अन्य लक्षणों से कुछ समय के लिए राहत तो पा सकते हैं, लेकिन इससे समस्या के मूल कारण का निवारण संभव नहीं होता है।

    अम्बिलिकल हर्निया का सर्जिकल उपचार

    अम्बिलिकल हर्निया का इलाज ऑपरेशन से ही संभव है। ऑपरेशन के द्वारा डॉक्टर उभार उत्पन्न करने वाले ऊतकों या अंग को वापस उसी के स्थान पर रखते हैं और कमजोर मांसपेशियों का इलाज करते हैं। मांसपेशियों के इलाज के लिए दो प्रकार की प्रक्रियाओं का प्रयोग होता है –

    • हर्नियोरैफी (ऊतक का इलाज) – डॉक्टर इस प्रक्रिया का चयन तब करते हैं, जब पेट की मांसपेशियों का इलाज टांके या फिर सर्जिकल ग्लू से संभव हो पाता है। यदि मांसपेशियों की मरम्मत के लिए अतिरिक्त सहयोग की आवश्यकता नहीं होती है, तो डॉक्टर इसी प्रक्रिया को प्राथमिकता देते हैं।
    • हर्नियोप्लास्टी (मेश रिपेयर सर्जरी) – डॉक्टर इस प्रक्रिया का सुझाव तभी देते हैं, जब हर्निया के इलाज के लिए अत्यधिक सहयोग की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रक्रिया को मेश रिपेयर सर्जरी (Mesh repair surgery) के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार के ऑपरेशन में सिंथेटिक या फिर नेचुरल मेश का प्रयोग होता है। मेश को आवश्यकता के अनुसार काटा जाता है और मांसपेशियों के ऊपर इस प्रकार रखा जाता है कि कमजोर भाग पूर्ण रूप से ढक जाए और फिर टांकों से उसे पेट की दीवार पर लगा दिया जाता है। इससे मांसपेशियों को पूर्ण रूप से रिकवर होने में सहायता मिलती है। प्रक्रिया में किस प्रकार के मेश का प्रयोग होगा, यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता होगी।

    दोनों ही प्रक्रिया सुरक्षित प्रक्रिया है, जिसके द्वारा हर्निया इलाज हो सकता है। हर्निया के ऑपरेशन के दो प्रकार है – ओपन सर्जरी और दूरबीन से सर्जरी।

    अम्बिलिकल हर्निया के सर्जरी के प्रकार

    लेप्रोस्कोपिक सर्जरी – लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic Surgery) में एक छोटे से कैमरे और छोटे उपकरण का प्रयोग किया जाता है। इस ऑपरेशन में एक छोटा चीरा लगाया जाता है और उसी चीरे के माध्यम से दूरबीन का प्रवेश शरीर के अंदर कराया जाता है। चीरा छोटा होता है इसलिए रोगी को ठीक होने में ज्यादा समय नहीं लगता है।

    ओपन सर्जरी – ओपन सर्जरी में एक बड़ा चीरा लगाया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद रोगी को ठीक होने में ज्यादा समय लगता है। इस प्रक्रिया का सुझाव गंभीर मामलों में दिया जाता है, जिसमें आपके आंत का कुछ भाग आपके अंडकोष में फंस जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है और इस स्थिति के इलाज के लिए ओपन सर्जरी को सबसे उत्तम विकल्प माना जाता है।

    अम्बिलिकल हर्निया के ऑपरेशन से पहले की तैयारी

    अम्बिलिकल हर्निया के ऑपरेशन से पहले आपको कुछ सामान्य दिशा-निर्देश का पालन करने की सलाह दी जा सकती है जैसे –

    • ऑपरेशन से कम से 6 या 8 घंटे पहले तक कुछ भी खाने या पीने से परहेज करें।
    • उन दवाओं की सूची अपने डॉक्टर को दें, जिनका आप सेवन कर रहे हैं। वह उनमें कुछ बदलाव कर सकते हैं।
    • बेहोशी की दवा के विशेषज्ञ आपसे कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं, जिससे वह आपके शरीर की स्थिति का आकलन कर पाने में सक्षम हो पाएंगे।
    • डॉक्टर आपको सर्जरी से एक सप्ताह पहले तक रक्त पतला करने वाली दवाओं को रोकने की सलाह भी दे सकते हैं। इससे रक्त हानि की संभावना का पता चल सकता है।
    • ऑपरेशन से पहले आपके शरीर की जांच होगी, जिससे दुष्प्रभाव की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
    • ऑपरेशन से पहले स्नान करें और इलाज के लिए भर्ती होने से पहले ढीले और हल्के कपड़े पहने।
    • अपने घर परिवार से किसी भी व्यक्ति को अपने साथ ज़रूर लाएं। ऐसा करने से आपको एक अतिरिक्त सहायता मिल सकती है।

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के दौरान क्या होता है?

    जैसे ही सभी कागजी कार्यवाही पूरी हो जाएगी,  आपको ऑपरेशन थियेटर में ले जाया जाएगा और ऑपरेशन वाले क्षेत्र को सुन्न करने के लिए दवा दी जाएगी। किस प्रकार के एनेस्थीसिया का प्रयोग होगा यह आपके डॉक्टर के द्वारा चयनित इलाज प्रक्रिया पर निर्भर करता है। दूरबीन से ऑपरेशन में सुन्न करने वाली दवा का प्रयोग होता है, तो वहीं पर ओपन सर्जरी में बेहोशी की दवा का प्रयोग होता है।

    जैसे ही आप बेहोशी की दवा के प्रभाव में आते हैं डॉक्टर फिर आगे की प्रक्रिया को करते हैं –

    • प्रक्रिया के अनुसार डॉक्टर चीरा लगाते हैं। ओपन सर्जरी में बड़ा चीरा लगाया जाता है और दूरबीन सर्जरी में एक छोटा चीरा लगाया जाता है।
    • उभरे हुए ऊतक को फिर उसी के स्थान पर लगाया जाता है और मांसपेशियों को सहयोग प्रदान करने के लिए टांके लगाए जाते हैं। यदि मेश की आवश्यकता है तो डॉक्टर मेश भी लगाते हैं। इसकी जानकारी मरीज को पहले ही दे दी जाती है।
    • इसके बाद चीरे को सर्जिकल ग्लू या फिर टांके से बंद कर दिया जाता है।
    • कुछ ही समय में आपको रिकवरी रूम में ले जाया जाता है।

    अम्बिलिकल हर्निया के ऑपरेशन के बाद क्या होता है?

    ऑपरेशन के तुरंत बाद आपको थोड़ा थोड़ा असहजता का सामना करना पड़ सकता है। ऑपरेशन वाला क्षेत्र कुछ समय के लिए सुन्न रह सकता है और इसी दौरान आपको दर्द की दवा भी दी जा सकती है।

    यदि ऑपरेशन से पहले आपको कोई भी समस्या नहीं थी और आपने स्वयं अपनी मर्जी से इलाज करवाया था, तो आपको उसी दिन अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। इस बात की अधिक संभावना है कि इलाज के पश्चात कुछ जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसके लिए आपको एक दिन के लिए डॉक्टर की निगरानी में अस्पताल में रहने की आवश्यकता पड़ सकती है। डॉक्टर आपको छुट्टी देने से पहले कुछ सामान्य दिशा-निर्देश देंगे और दवाओं का सुझाव देंगे, जिससे आप बिना किसी समस्या के जल्द जल्द रिकवर हो जाएंगे।

    ऑपरेशन से पहले और बाद में

    सामान्य तौर पर अम्बिलिकल हर्निया के इलाज का परिणाम ऑपरेशन के कुछ ही दिनों के बाद से दिखना शुरू हो जाता है। ऑपरेशन के कुछ दिनों तक आपको सूजन का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन वह धीरे धीरे ठीक हो जाता है।

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज का खर्च

    इलाज का पूरा खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है। सामान्य तौर पर अम्बिलिकल हर्निया में 65,000 रुपये से लेकर 2,50,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है। कुछ प्रमुख कारक है जो इस इलाज के खर्च को प्रभावित कर सकते हैं जैसे –

    • अस्पताल का चयन
    • डॉक्टर का परामर्श शुल्क
    • सर्जन की फीस
    • जिस शहर में आप रहते हैं
    • नैदानिक परीक्षण का शुल्क
    • जोखिम और जटिलताएं
    • तकनीक का चयन
    • मेश के प्रकार का चयन
    • अस्पताल में भर्ती और छुट्टी का शुल्क
    • ऑपरेशन से पहले और बाद की दवाएं
    • ऑपरेशन के बाद का परामर्श शुल्क

    जिस भी डॉक्टर से आप अपनी स्थिति का इलाज करवा रहे हैं, वह आपके पूरे इलाज का अनुमानित खर्च बता सकते हैं।

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के लिए इंश्योरेंस कवरेज

    अम्बिलिकल हर्निया एक जटिल स्थिति है और इस रोग को हमेशा से ही गंभीर रोगों में गिना जाता है। यही कारण है कि लगभग सभी इंश्योरेंस कंपनी इस बीमारी के लिए कवरेज प्रदान करती है। आपके इलाज का पूरा खर्चा बीमा के द्वारा कवर किया जाता है। यदि आप भी इस रोग से परेशान है और आपके पास कोई बीमा पॉलिसी है तो आप हमारे बीमा टीम से संपर्क कर सकते हैं। वह आपकी ज़रूर सहायता करेंगे।

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के बाद रिकवरी

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के बाद पूर्ण रिकवरी होने में 3 से 6 सप्ताह का समय लग सकता है। हर रोगी के लिए रिकवरी का समय अलग अलग हो सकता है। यदि आपकी ओपन सर्जरी हुई है तो आपको रिकवर होने में ज्यादा समय लगेगा, और वहीं दूरबीन ऑपरेशन के बाद आप जल्द से जल्द दुरुस्त हो जाएंगे।

    इसके साथ साथ आपका स्वास्थ्य भी इस स्थिति में एक अहम भूमिका निभाता है। यदि आप स्वस्थ नहीं हैं और दूरबीन से ऑपरेशन हुआ है तो आपको रिकवर होने में 6 सप्ताह से ज्यादा का समय भी लग सकता है।

    प्रिस्टीन केयर से कराएं अम्बिलिकल हर्निया का आधुनिक इलाज

    प्रिस्टीन एक आधुनिक युग का आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है, जो इलाज के उच्च स्तर और आधुनिक सुविधाओं के साथ हर रोग का इलाज प्रदान करता है। यदि आप या फिर आपका बच्चा अम्बिलिकल हर्निया से परेशान है तो प्रिस्टीन केयर से आप आधुनिक इलाज प्राप्त कर सकते हैं। हमारे पास कुछ ऐसे सर्जन है जो हर्निया का इलाज लंबे समय से करते आ रहे हैं और हर इलाज में उनकी सफलता दर लगभग 90 प्रतिशत है, जो कि एक उत्तम दर है। हमारे डॉक्टर आधुनिक और पारंपरिक दोनों प्रकार के इलाज प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं।

    इसके साथ साथ हम देश के उत्तम अस्पताल के साथ साझेदारी में है, जो उत्तम इलाज प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। इस साझेदारी का प्रयास रोगियों एक उत्तम और विश्वस्तरीय इलाज प्रदान करना है। आप इलाज के लिए सीधा हमारे क्लीनिक में आ सकते हैं या फिर हमारे हर्निया के डॉक्टरों के साथ परामर्श सत्र बुक भी कर सकते हैं।

    हर्निया के डॉक्टरों के साथ परामर्श सत्र कैसे बुक करें?

    यदि आप हमारे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना चाहते हैं, तो नीचे बताए तरीकों का पालन कर अपना परामर्श सत्र बुक कर सकते हैं –

    • प्रिस्टीन केयर का मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड कर आप अपने घर के आस-पास के डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी और की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी।
    • इसके अलावा आप हमारी वेबसाइट पर मौजूद अपॉइंटमेंट फॉर्म भी भर सकते हैं, जिसके बाद हमारे केयर कोऑर्डिनेटर आपसे जल्द से जल्द संपर्क करेंगे और आपके सुविधा अनुसार परामर्श सत्र बुक करेंगे।
    • इसके अलावा आप हमें सीधा कॉल भी कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ आपकी बात सुन आपके शहर के अनुसार आपका परामर्श सत्र बुक करेंगे।

    इसके साथ साथ आप ऑनलाइन परामर्श की सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं।

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    अम्बिलिकल हर्निया से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

    अम्बिलिकल हर्निया छोटे बच्चों को ही क्यों परेशान करता है?

    जब बच्चा मां के गर्भ में रहता है, तो अम्बिलिकल कॉर्ड मां और बच्चे के बीच का संचार साधन होता है। जन्म के बाद उस कॉर्ड को काट दिया जाता है। जिस कॉर्ड को काटा जाता है, वहां की मांसपेशियां अपने आप समय के साथ बंद हो जाती हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह बंद नहीं हो पाता है और उस बच्चे को अम्बिलिकल हर्निया की समस्या हो जाती है।

    क्या छोटे बच्चों में अम्बिलिकल हर्निया के इलाज की आवश्यकता पड़ती है?

    सामान्य तौर पर, 2 साल तक के बच्चों में यह स्थिति अपने आप ठीक हो जाती है। यदि अम्बिलिकल हर्निया की स्थिति 4 से 5 वर्ष तक ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर ऑपरेशन के द्वारा इसे ठीक करने का सुझाव दे सकते हैं।

    कितने बड़े आकार के अम्बिलिकल हर्निया को एक गंभीर स्थिति में गिना जाता है?

    यदि अम्बिलिकल हर्निया का आकार 3 सेंटीमीटर से बढ़ जाए तो वह एक गंभीर स्थिति के रूप में माना जाता है। इस स्थिति में डॉक्टर ऑपरेशन का सुझाव देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस आकार के हर्निया का इलाज स्वयं या घरेलू उपचार से बिल्कुल भी संभव नहीं है।

    हर्निया के ऑपरेशन में किस प्रकार के एनेस्थीसिया का प्रयोग होता है?

    एनेस्थीसिया का चुनाव चयनित प्रक्रिया पर निर्भर करता है। इसके साथ साथ यदि रोगी को बेहोशी की दवा से किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो डॉक्टर सुन्न करने की दवा भी दे सकते हैं।

    हर्निया मेश कितने समय तक एक व्यक्ति के शरीर में रह सकता है?

    सामान्य तौर पर हर्निया मेश एक व्यक्ति के शरीर में तब तक रह सकता है जब तक व्यक्ति को किसी भी प्रकार की असहजता या समस्या न हो। कुछ मेश अपने आप शरीर में घुल जाता है, तो उसे निकालने की आवश्यकता भी नहीं होती है। कुछ मामलों में इसके कारण रोगियों को समस्या होती है, तो उस स्थिति में एक छोटी सी सर्जरी कर हर्निया मेश को निकाल लिया जाता है।

    हर्निया मेश क्या है?

    हर्निया मेश एक प्रकार की सर्जिकल जाली है, जो पेट की कमजोर मांसपेशियों को सहयोग देने के लिए लगाई जाती है। इस जाली को लगाने का निर्णय ऑपरेशन से पहले ही ले लिया जाता है।

    क्या अम्बिलिकल हर्निया के ऑपरेशन के बाद शरीर में निशान रह जाते हैं?

    ओपन सर्जरी में एक बड़ा चीरा लगाया जाता है जिसके कारण शरीर में निशान रह जाते हैं। वहीं दूरबीन से ऑपरेशन में बहुत छोटा चीरा लगाया जाता है जिसके कारण निशान नहीं बनते हैं।

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के बाद किस प्रकार सोना चाहिए?

    अम्बिलिकल हर्निया के इलाज के कुछ दिनों बाद तक आपको अपनी पीठ की तरफ से सोने में भी तकलीफ हो सकती है। इससे बचने के लिए आपको डॉक्टर इस प्रकार सोने की सलाह देते हैं, जिससे आपके शरीर के ऊपरी भाग को पूर्ण रूप से सहयोग मिले। जैसे जैसे आपका घाव ठीक होता है आप वापस अपने उसी अंदाज में सो सकते हैं।