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वैरिकोज वेन्स एक गंभीर बीमारी है जिससे पीड़ित होने पर नसों का आकार बढ़ जाता है और वे मोटी तथा टेढ़ी हो जाती हैं। वैरिकोज वेन्स शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह पैरों में देखने को मिलता है। नसों में वॉल्व मौजूद होते हैं जिनका काम खून को शरीर के एक हिस्से से दिल तक ले जाना है, लेकिन जब वॉल्व खराब हो जाते हैं या अपना काम सही से नहीं करते हैं तो खून दिल तक जाने के बजाय नसों में ही एक जगह जमा होने लगता है। खून के एक जगह जमा होने के कारण, नसों पर दबाव पड़ता है, नसों में सूजन आती है और वे फूल जाती हैं।
इसी मुड़ी हुई नसों को मेडिकल की भाषा में वैरिकोज वेन्स कहा जाता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को वैरिकोज वेन्स होने का खतरा अधिक होता है। प्रेगनेंट और बूढ़ी महिलाओं को वैरिकोज वेन्स होने का खतरा दोगुना होता है। वैरिकोज वेन्स से पीड़ित मरीज को उठने बैठने, चलने फिरने या अपने दैनिक जीवन के कामों को करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वैरिकोज वेन्स का इलाज कई तरह से किया जाता है, लेकिन लेजर सर्जरी को इसका बेस्ट और परमानेंट इलाज माना जाता है। अगर आप वैरिकोज वेन्स से पीड़ित हैं तो आपको जल्द से जल्द अनुभवी और विश्वसनीय वैस्कुलर सर्जन से परामर्श करने के बाद लेजर सर्जरी का चुनाव करना चाहिए।वैरिकोज वेन्स के प्रकारवैरिकोज वेन्स को चार भागों में बांटा गया है
जिसमें मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स, गंभीर प्रकार के प्रकार के वैरिकोज वेन्स, प्रेगनेंसी से संबंधित वैरिकोज वेन्स और स्पाइडर वेन्स शामिल हैं।मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्समध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स को सबसे सामान्य प्रकार का वैरिकोज वेन्स माना जाता है। यह देखने में नीले रंग का होता है और समय पर इसका उचित इलाज आवश्यक है। मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स के लक्षणों (varicose veins symptoms in hindi) को नजरअंदाज करने या समय पर इसका उचित इलाज नहीं कराने पर यह आगे जाकर दूसरी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स से पीड़ित होने पर नसों में खून के प्रवाह की प्रक्रिया बंद हो जाती है और खून दिल में जाने के बजाय नसों में ही एक जगह जमा होने लगता है। विशेषज्ञों का मानना है
कि मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स के कारण दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।गंभीर प्रकार के वैरिकोज वेन्सजब मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स का समय पर उचित इलाज नहीं किया जाता है तो यह गंभीर रूप ले लेता है, इसलिए इसे वैरिकोज वेन्स की गंभीर प्रकार की श्रेणी में रखा जाता है। मध्यम प्रकार के वैरिकोज वेन्स की तुलना में गंभीर प्रकार के वैरिकोज वेन्स के लक्षण (varicose veins symptoms in hindi) अधिक गंभीर, दर्दनाक और असहज होते हैं।
गंभीर प्रकार के वैरिकोज वेन्स से पीड़ित होने पर जल्द से जल्द किसी अनुभवी और विश्वसनीय वैस्कुलर सर्जन से परामर्श करना चाहिए।प्रेगनेंसी से संबंधित वैरिकोज वेन्सजब एक महिला प्रेगनेंट होती है तो उसके शरीर में अधिक मात्रा में खून का निर्माण होता है जिसके कारण नसों पर दबाव पड़ता है और नसें फूलने लगती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले वैरिकोज वेन्स महिला के पैरों या पेल्विक क्षेत्र को प्रभावित करते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान वैरिकोज वेन्स की समस्या होने पर तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए।स्पाइडर वेन्सलोग अक्सर वैरिकोज वेन्स और स्पाइडर वेन्स को एक समझ लेते हैं, जबकि ये दोनों अलग-अलग हैं।
स्पाइडर वेन्स मकड़ी के जाल या पेड़ की शाखाओं की तरह दिखाई देता है। स्पाइडर वेन्स मुड़े हुए होते हैं और इनकी लंबाई काफी कम होती है। स्पाइडर वेन्स से पीड़ित होने पर जल्द से जल्द अनुभवी और कुशल वैस्कुलर सर्जन से परामर्श करना चाहिए। लंबे समय तक स्पाइडर वेन्स के लक्षणों (varicose veins symptoms in hindi) को नजरअंदाज करने या समय पर इसका सटीक इलाज नहीं कराने पर यह दूसरी ढेरों गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
जांच
वैरिकोज वेन्स का इलाज करने से पहले वैस्कुलर सर्जन मरीज की जांच करते हैं। जांच के दौरान सर्जन मरीज को बार-बार खड़े होने और बैठने को बोलते हैं, क्योंकि इससे मरीज के पैरों की नसों पर दबाव पड़ता है जिससे वैरिकोज वेन्स की गंभीरता का पता लगाने में मदद मिलती है। अल्ट्रासाउंड की मदद से सर्जन रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) की स्थिति का पता लगाते हैं। अल्ट्रासाउंड के अलावा, सर्जन डॉप्लर टेस्ट का सुझाव भी दे सकते हैं, क्योंकि इससे त्वचा की नसों के साथ-साथ गहरी नसों में खून के प्रवाह की दिशा को समझने में मदद मिलती है। वैरिकोज वेन्स से प्रभावित क्षेत्र के अनुसार नसों का आकलन करने के लिए वेनोग्राम टेस्ट किया जाता है। अल्ट्रासाउंड या वेनोग्राम टेस्ट के दौरान, सर्जन नसों में खून के थक्कों की मौजूदगी का पता लगाते हैं। इन सभी जांच की मदद से सर्जन को वैरिकोज वेन्स के प्रकार और गंभीरता को समझने में मदद मिलती है।
सर्जरी
वैरिकोज वेन्स का इलाज कई तरह से किया जाता है, लेकिन इन सब में लेजर सर्जरी को सबसे बेस्ट और परमानेंट इलाज माना जाता है। यह वैरिकोज वेन्स का सबसे मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल इलाज है। इस सर्जरी से किसी भी प्रकार के वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी को शुरू करने से पहले सर्जन मरीज को लोकल या जनरल एनेस्थीसिया देते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन खराब नसों को काटकर बाहर निकाल देते हैं या उससे खून के प्रवाह को बंद करके स्वस्थ और अप्रभावित नसों से जोड़ देते हैं।
वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी के दौरान मरीज के शरीर में खून के प्रवाह पर किसी प्रकार का कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। इस सर्जरी को पूरा होने में मात्र 45 मिनट का समय लगता है। यह एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है, इसलिए सर्जरी खत्म होने के बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत भी नहीं पड़ती है।
लेजर सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग तथा दर्द भी नहीं होता है। इस सर्जरी के बाद इंफेक्शन होने या दाग बनने का खतरा भी लगभग शून्य होता है। लेजर सर्जरी के दौरान कट, टांके या ब्लीडिंग नहीं होने के कारण सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है। अगर आपको वैरिकोज वेन्स है और आप इसका परमानेंट इलाज चाहते हैं तो अनुभवी और विश्वसनीय वैस्कुलर सर्जन से परामर्श करने के बाद लेजर सर्जरी का चुनाव करें।
वैरिकोज वेन्स का इलाज कई तरह से किया जाता है जिसमें दवाओं का सेवन, एक्सरसाइज और सर्जरी शामिल हैं। वैरिकोज वेन्स के शुरूआती इलाज के तौर पर वैस्कुलर सर्जन दवाओं का सेवन और एक्सरसाइज करने का सुझाव देते हैं। अगर वैरिकोज वेन्स अपनी शुरूआती स्टेज में है तो दवाओं का सेवन और नियमित रूप से एक्सरसाइज करने पर ठीक हो सकता है। लेकिन जब दवाओं या एक्सरसाइज से कोई फायदा नहीं होता है तो डॉक्टर सर्जरी का सुझाव देते हैं। वैरिकोज वेन्स की सर्जरी को कई तरह से किया जाता है, लेकिन इन सब में लेजर सर्जरी को इसका बेस्ट और परमानेंट इलाज माना जाता है।
लेजर सर्जरी वैरिकोज वेन्स का बेस्ट इलाज है। लेजर सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल इलाज है जिससे किसी भी प्रकार के वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। लेजर सर्जरी के दौरान वैस्कुलर सर्जन खराब नस को काटकर बाहर निकाल देते हैं या उससे खून के प्रवाह को बंद करके स्वस्थ नस से जोड़ देते हैं। वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग तथा दर्द भी नहीं होता है।
हां. लेजर सर्जरी से वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज संभव है। अगर आप वैरिकोज वेन्स से पीड़ित हैं और इससे हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको अनुभवी और विश्वसनीय वैस्कुलर सर्जन से परामर्श करने के बाद लेजर सर्जरी का चुनाव करना चाहिए। लेजर सर्जरी वैरिकोज वेन्स का सबसे मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल इलाज है जिससे किसी भी प्रकार के वैरिकोज वेन्स का परमानेंट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है।
वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है जैसे कि वैरिकोज वेन्स का प्रकार और गंभीरता, मरीज की उम्र और सेहत, क्लिनिक या हॉस्पिटल का लोकेशन और वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी में उनका ट्रैक रिकॉर्ड, लेजर सर्जरी के बाद हॉस्पिटलाइजेशन और फॉलो-अप्स आदि। लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दूसरे क्लिनिक या हॉस्पिटल की तुलना में प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में लेजर सर्जरी से वैरिकोज वेन्स का इलाज कम से कम खर्च में किया जाता है। इतना ही नहीं, प्रिस्टीन केयर क्लिनिक में मरीजों को ढेरों सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं जिसमें वैरिकोज वेन्स की लेजर सर्जरी वाले दिन फ्री पिकअप और ड्रॉप, सभी डायग्नोस्टिक टेस्ट पर 30% छूट और सर्जरी के बाद फ्री फॉलो-अप्स आदि शामिल हैं। अगर आप कम से कम खर्च में वैरिकोज वेन्स का बेस्ट और परमानेंट इलाज पाना चाहते हैं तो प्रिस्टीन केयर से संपर्क करें।
पैर की नस ब्लॉक होने पर वैरिकोस वेन्स की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिसे गहरे नीले या गाढ़े रंग की नसों के रूप में दिखाई देते हैं। इस स्थिति में पैरों की नसें संघटित हो जाती हैं, जिससे नसों में रक्त का संचार बाधित होता है और वेन्स में ब्लड पूल होने लगता है। यह लक्षणों में शामिल होता हैं, जैसे कि पैरों में दर्द, सूजन, तनाव या ताने की भावना, जलन, खुजली और चमड़ी में रंग का परिवर्तन। इस समस्या का समाधान चिकित्सक द्वारा निर्धारित उपायों जैसे कि वेन्स बन्धन या सर्जरी के माध्यम से किया जा सकता है।