USFDA-Approved Procedure
Support in Insurance Claim
No-Cost EMI
Same-day discharge
उपचार
सबसे पहले डॉक्टर मरीज के कान की विस्तृत जांच करते हैं और लक्षणों से संबंधित कुछ सामान्य प्रश्न पूछते हैं। कान के भीतरी हिस्से की जांच करने के लिए डॉक्टर ऑटोस्कोप नामक उपकरण का इस्तेमाल करते हैं। इसकी मदद से डॉक्टर कान के पर्दे का अच्छी तरह से अवलोकन करते हैं। साथ ही, कान का पर्दा किस हद तक फटा है, इसकी पुष्टि करने के लिए डॉक्टर ऑडियोमेट्री टेस्ट करने का भी सुझाव दे सकते हैं। इसके अलावा, स्थिति के प्रकार और गंभीर को अच्छी तरह समझने के लिए एक्स-रे और एमआरआई स्कैन भी किया जा सकता है।
टिम्पेनोप्लास्टी को कान के पर्दे का बेस्ट इलाज माना जाता है। क्योंकि यह एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे कान के पर्दे से संबंधित बीमारियों का बेस्ट इलाज संभव है। इस सर्जरी की शुरुआत में डॉक्टर मरीज की स्थिति और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए लोकल या जनरल एनेस्थिसिसय देते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। एनेस्थीसिया देने के बाद, डॉक्टर कान के पीछे एक छोटा सा कट लगाकर, कार्टिलेज, फैट या फेसिया से तैयार किए ग्राफ्ट से कान के पर्दे में मौजूद छेद को बंद कर देते हैं। उसके बाद, लगाए गए कट को टांकों से बंद कर देते हैं। टिम्पेनोप्लास्टी एक सुरक्षित सर्जिकल प्रक्रिया है जिसे पूरा होने में अलगभग ३० मिनट का समय लगता है। सर्जरी खत्म होने के कुछ घंटों के बाद डॉक्टर आवश्यक दवाएं निर्धारित करके मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर देते हैं।
भारत में सर्वश्रेष्ठ सर्जिकल अनुभव
कान के पर्दे के इलाज के लिए हम विश्व के सबसे सुरक्षित और सर्वश्रेष्ठ तकनीक का प्रयोग करते हैं, जिसमें इलाज की शुरुआत नैदानिक परीक्षण और परामर्श सत्र के साथ होती है। इस इलाज की प्रक्रिया में कम से कम चीरे लगाए जाते हैं।
प्रिस्टीन केयर में हमारे पास ईएनटी सर्जन की एक विशेष टीम है, जो कान के विश्वस्तरीय इलाज प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित और अनुभव से परिपूर्ण है।
ऑपरेशन से पहले होने वाली सभी चिकित्सीय जांच में रोगी को मेडिकल सहायता दी जाती है। हमारे क्लीनिकों में कान के पर्दे के इलाज के लिए आधुनिक प्रक्रिया एवं तकनीक का प्रयोग किया जाता है, जो USFDA द्वारा प्रमाणित है।
हम ऑपरेशन के बाद सर्जन के साथ निःशुल्क परामर्श का विकल्प भी प्रदान करते हैं ताकि ऑपरेशन के बाद रोगी जल्द से जल्द दुरुस्त हो जाए।
कान का पर्दा फटने पर आपको तुरंत एक ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि समय पर इसका उचित इलाज किया जा सके। कान का पर्दा फटने पर आप खुद में कुछ लक्षणों को अनुभव कर सकते हैं जैसे कि कान में तेज दर्द और खुजली होना, तेज बुखार आना, कान से मवाद निकलना, कान में सिटी बजना और धीमी आवाज सुनाई नहीं देना आदि।
आमतौर पर हैदराबाद में टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी का खर्च लगभग 50000-60000 रुपए तक आता है। लेकिन यह कान की सर्जरी का नियत खर्च नहीं है। इसमें बदलाव आ सकता है, क्योंकि कान के पर्दे की सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है जैसे कि:-कान के पर्दे में छेद का क्षेत्र,छेद की संख्या,सर्जन का अनुभव,हॉस्पिटल की विश्वसनीयता,सर्जरी का प्रकार,सर्जरी के बाद हॉस्पिटलाइजेशन,फॉलो-अप्स मीटिंग
टिम्पेनोप्लास्टी के बाद मरीज के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर एक दिन के लिए हॉस्पिटलाइजेशन की सलाह दे सकते हैं।
कान के पर्दे की सर्जरी के लगभग 1-2 सप्ताह के बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को दोबारा शुरू कर सकते हैं। हालांकि, इस सर्जरी के बाद मरीज को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 2 महीने तक का समय लग सकता है। टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी के बाद मरीज को डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी दिशा निर्देशों को ईमानदारी के साथ पालन करना चाहिए ताकि रिकवरी में किसी तरह की कोई बाधा उत्पन्न न हो।
कान का पर्दा फटना एक गंभीर समस्या है जो आगे जाकर बहरेपन का कारण बन सकता है। अगर आप अपने कान के पर्दे को फटने से बचाना चाहते हैं तो निम्नलिखित सावधानियों का पालन कर सकते हैं:-कान को किसी भी नुकीली वस्तु से साफ न करें,नहाते समय कान में पानी जाने से बचाएं,कान में तेल डालने से बचें,कान में इंफेक्शन को फैलने से रोकें,समय-समय पर कान की सफाई करें,घंटों इयरफोन या हेडफोन के इस्तेमाल से बचें,अपनी कानों को तेज आवाज से बचाएं
टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी के अनेकों फायदों के कारण ही आज दुनिया भर में कान के पर्दे का इलाज कराने के लिए इस प्रक्रिया का चुनाव किया जा रहा है। टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी कराने के निम्नलिखित फायदे हैं:-
01. बेस्ट इलाज है कान के पर्दे का इलाज कई प्रकार से किया जाता है, लेकिन टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी को इसका बेस्ट इलाज माना जाता है। क्योंकि इससे कान के पर्दे का बेस्ट इलाज बहुत ही आसानी से किया जा सकता है।
02. छोटा सा कट लगता है इस सर्जरी के दौरान मरीज के कान के पीछे एक छोटा सा कट लगता है, जिसे सर्जरी खत्म होने के बाद टांकों से बंद कर दिया जाता है। कट छोटा होने के कारण इंफेक्शन होने का खतरा लगभग शून्य होता है।
03. दर्द नहीं होता है टिम्पेनोप्लास्टी को शुरू करने से पहले डॉक्टर मरीज को लोकल या जनरल एनेस्थीसिया देते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है।
04. ब्लीडिंग नहीं होती है दर्द नहीं होने के साथ-साथ इस सर्जरी के दौरान ब्लीडिंग भी नहीं होती है। अगर आप दर्द, ब्लीडिंग, इंफेक्शन या दूसरी जटिलताओं का सामना किए बिना हैदराबाद में अपने कान की सर्जरी कराना चाहते हैं तो टिम्पेनोप्लास्टी आपके लिए बेस्ट विकल्प है।
05. जख्म नहीं बनता है टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी के बाद जख्म बनने का खतरा भी लगभग न के बराबर होता है। इतना ही नहीं, इस सर्जरी के बाद निशान आने की संभावना भी कम से कम होती है। यह एक संक्षिप्त, सुरक्षित, सफल और बहुत ही आसान प्रक्रिया है।
06. रिकवरी तेजी से होती है इस सर्जरी के बाद, बिना किसी जटिलताओं का सामना किए मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है। यही कारण है कि अधिकतर लोग अपने कान के पर्दे से संबंधित बीमारियों का इलाज कराने के लिए इस एडवांस सर्जरी का चुनाव करना पसंद करते हैं।
कान के पर्दा में छेद होने पर जल्द से जल्द इलाज कराना चाहिए, क्योंकि इससे बहरेपन का खतरा होता है। टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी के बाद मरीज के सुनने की शक्ति और जीवन की क्वालिटी बेहतर हो जाती है। अगर आप भी कान के पर्दे में छेद होने के कारण परेशान हैं और कम से कम समय में इसका बढ़िया इलाज पाना चाहते हैं तो एक ईएनटी सर्जन से परामर्श करने के बाद टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी का चयन कर सकते हैं।