21 day free Phyisotherpy
Insurance Claims Support
No-Cost EMI
2-days Hospitalization
उपचार
निदान
एक हड्डी रोग विशेषज्ञ एसीएल टियर का निदान घुटनों के फिजिकल एग्जामिनेशन से शुरू करता है। इस दौरान वह घुटनों की सूजन और कोमलता की जांच करता है। रोगी को चलने या कई पोजीशन में घुटना हिलाने के लिए कहा जा सकता है।
इसके बाद डॉक्टर मरीज के कुछ इमेजिंग टेस्ट, जैसे- एक्स-रे, एमआरआई या अर्थोस्कोपी करवाता है। इन टेस्ट की मदद से डॉक्टर लिगामेंट्स की चोंट का अच्छी तरह से विश्लेषण कर पाटा है। साथ ही आपका एसीएल टियर डॉक्टर Lachman’s Test और एक Pivot भी कर सकता है।
सर्जरी
एक हड्डी रोग विशेषज्ञ एसीएल टियर का निदान घुटनों के फिजिकल एग्जामिनेशन से शुरू करता है। इस दौरान वह घुटनों की सूजन और कोमलता की जांच करता है। रोगी को चलने या कई पोजीशन में घुटना हिलाने के लिए कहा जा सकता है।
इसके बाद डॉक्टर मरीज के कुछ इमेजिंग टेस्ट, जैसे- एक्स-रे, एमआरआई या अर्थोस्कोपी करवाता है। इन टेस्ट की मदद से डॉक्टर लिगामेंट्स की चोंट का अच्छी तरह से विश्लेषण कर पाटा है। साथ ही आपका एसीएल टियर डॉक्टर Lachman’s Test और एक Pivot भी कर सकता है।
फटे हुए एसीएल को ठीक करने की सर्जरी को एसीएल रिकंस्ट्रक्शन कहते हैं। Jaipur में Pristyn Care के हड्डी रोग विशेषज्ञ इस सर्जरी को करने के लिए मिनिमल इनवेसिव अर्थोस्कोपिक तकनीक का उपयोग करते हैं। ओपन सर्जरी में कट्स का आकार बहुत बड़ा होता है जबकि मिनिमल इनवेसिव सर्जरी में बस 2-3 छोटे कट शामिल होते हैं। मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया में ओपन सर्जरी की तुलना में रोगी तेजी से रिकवर होता है। सर्जरी के कुछ ही दिन बाद रोगी ऑफिस जाना, ड्राइविंग करना और सीढ़ियाँ चढ़ना शुरू कर सकता है।
यदि आपको एसीएल रिकंस्ट्रक्शन के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो नीचे दिए गए प्रश्नोत्तर को पढ़ें या फिर हमें फोन करें। हमारे साथ Jaipur के सर्वश्रेष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं जिन्हें एसीएल रिकंस्ट्रक्शन में कई वर्षों का अनुभव है।
भारत में सर्वश्रेष्ठ सर्जिकल अनुभव
एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल) इंजरी के आधुनिक इलाज के लिए हम विश्व के सबसे सुरक्षित और सर्वश्रेष्ठ तकनीक का प्रयोग करते हैं, जिसमें प्रक्रिया की शुरुआत नैदानिक परीक्षण और परामर्श सत्र के साथ होती है।
प्रिस्टीन केयर में हमारे पास हड्डियों के सर्जन की एक टीम है, जो एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल) इंजरी के इलाज के लिए प्रशिक्षित और अनुभव से परिपूर्ण है। वह सभी सर्जन अपनी अच्छी सफलता दर के लिए जाने जाते हैं।
एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल) इंजरी के ऑपरेशन से पहले होने वाली सभी चिकित्सीय जांच में रोगी को हर प्रकार की मेडिकल सहायता दी जाती है। हमारे क्लीनिकों में एसीएल इंजरी का इलाज आधुनिक तकनीक के माध्यम से होता है, जो USFDA के द्वारा प्रमाणित है।
हम एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल) इंजरी के बाद सर्जन के साथ निःशुल्क परामर्श का विकल्प भी प्रदान करते हैं, ताकि प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद रोगी जल्द से जल्द अपने दैनिक जीवन में फिर से वापस आ जाए।
बहुत ही छोटे टियर या मोंच कुछ थेरेपी और मेडिकेशन की मदद से ठीक हो सकते हैं, लेकिन बड़े आकार के टियर या मेजर टियर के लिए सर्जरी जरूरी होती है। टियर के लक्षण दिखने पर आप Jaipur के सबसे अच्छे हड्डी रोग डॉक्टर से संपर्क करें।
एसीएल रिकंस्ट्रक्शन में होने वाला खर्च कई कारकों पर निर्भर होता है। जैसे- उपचार के दौरान उपयोग होने वाला प्रोस्थेटिक, उपचार के दौरान लगने वाला एनेस्थीसिया, सर्जन का शुल्क आदि। यदि मोटी-मोटा देखा जाए तो Jaipur में एसीएल पुनर्निर्माण का न्यूनतम खर्च ₹90,000 और अधिकतम खर्च ₹1,80,000 हो सकता है।
Jaipur में pristyn Care के पास जितने भी हड्डी रोग विशेषज्ञ है, उन्हें 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वे हड्डी रोग से पीड़ित कई मरीजों का उपचार कर चुके हैं।
Jaipur में एसीएल टियर की सर्जरी के लिए Pristyn Care का कई अच्छे अस्पतालों के साथ टाई-अप है। यदि आप एक अच्छे अस्पताल में, अच्छे डॉक्टरों से उपचार करवाना चाहते हैं तो आज ही हमें फोन करें और डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट शेड्यूल करवाएं।
यह संभव है कि एसीएल के पूरी तरह से टूट जाने के बाद भी रोगी चल सके, लेकिन इस दौरान घुटनों में होने वाली पीड़ा और अस्थिरता दयनीय हो सकती है। इसलिए लक्षण दिखाई देने पर Jaipur में मौजूद हड्डी रोग विशेषज्ञ से सम्पर्क करें और सही उपचार करवाएं।
हड्डी रोग विशेषज्ञ के अनुसार, एसीएल टियर का पता लग जाने के बाद सर्जरी कराने में बिलकुल भी देरी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि, यदि मरीज देरी करता है तो घुटने की स्थिति दयनीय हो सकती है और इस दौरान होने वाले दर्द को देखकर सामने वाला भी कराह सकता है।
जी हाँ! Jaipur ही नहीं, Pristyn Care भारत के सभी शहरों में एसीएल टियर सर्जरी में हेल्थ इंश्योरेंस स्वीकार करता है। इतना ही नहीं, हमारी टीम इंश्योरेंस अप्रूवल में भी आपकी मदद करती है।
मिनिमल इनवेसिव तकनीक से एसीएल टियर की सर्जरी में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है।
Jaipur में मौजूद ज्यादातर हड्डी रोग विशेषज्ञ एसीएल रिकंस्ट्रक्शन के लिए ओपन सर्जरी की जगह अर्थोस्कोपिक प्रक्रिया का उपयोग करते हैं। यह निम्नलिखित कारणों से एसीएल रिकंस्ट्रक्शन के लिए एक अच्छी उपचार विधि मानी जाती है।
Jaipur में प्रिस्टिन केयर द्वारा एसीएल टियर का उपचार या सर्जरी कराने के लिए आप हमें “कॉल करें” या “अपना अपॉइंटमेंट फॉर्म बुक करें” वाली बटन में क्लिक करके अपने अपॉइंटमेंट का समय निर्धारित करें। आप चाहे तो हमारे डॉक्टर से फ्री ऑनलाइन कंसल्टेशन भी ले सकते हैं।
अब देरी न करें, हम आपसे सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं।