निदान
निदान के शुरुआत में डॉक्टर महिला के शारीरिक लक्षणों को जानने की कोशिश करेंगे। इसके बाद ओवेरियन सिस्ट का पता लगाने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित नैदानिक प्रक्रिया में सेकुछ की मदद ले सकते हैं:
- पेल्विक टेस्ट – इस टेस्ट में डॉक्टर दो ग्लव्ड और ल्युब्रिकेटेड उँगलियों को योनि मार्ग से अंदर डालते हैं और गर्भाशय, ओवरी समेत अन्य प्रजनन अंगों का निरीक्षण करते हैं। ओवरी के रूपाकार में कोई बदलाव होने पर डॉक्टर निम्नलिखित जाँच प्रक्रियाओं की ओर रुख करेंगे।
- अल्ट्रासाउंड – ओवेरियन सिस्ट्स का निदान करने के लिए यह बहुत ही लोकप्रिय जाँच प्रक्रिया है। यह खड़की में उपलब्ध है। इस जाँच के दौरान डॉक्टर ध्वनि तरंगों का उपयोग करके ओवरी की छवि को कंप्यूटर स्क्रीन पर दर्शाते हैं।
- ब्लड टेस्ट – जब कोई महिला को अनियमित माहवारी होती है अथवा माहवारी के दौरान अधिक रक्तस्त्राव होता है तो डॉक्टर ब्लड काउंट टेस्ट करते हैं। इस परिस्थिति में महिला के शरीर में खून की मात्रा कम होती है।
- सीटी स्कैन – इस टेस्ट में एडवांस एक्स-रे की मदद से ओवरी की छवि प्राप्त की जाती है।
- चिकित्सकीय जाँच – डॉक्टर ओवेरियन सिस्ट के लिए आपके द्वारा पहले ली गई या ली जा रही दवा की समीक्षा करते हैं।
इलाज
खड़की में ओवेरियन सिस्ट का इलाज करने के लिए हम लेप्रोस्कोपिक सर्जरी करते हैं। हालांकि इसका उपचार ओपन सर्जरी से भी किया जाता है। चलिए दोनों प्रक्रियाओं के बारे में जानते हैं।
ओवेरियन सिस्ट की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी: यह एक नयी उपचार तकनीक है, जिसमें लगभग आधा इंच से भी कम आकार के कट्स के जरिए लेप्रोस्कोप (एक प्रकार का पतला उपकरण जिसके अंत में कैमरा लगा होता है) की मदद से ओवेरियन सिस्ट को हटाया जाता है। कट का आकार छोटा होने के कारण रोगी 24 घंटे के बाद घर जा सकता है।
ओवेरियन सिस्ट की ओपन सर्जरी (laparotomy) – इसे ओवेरियन सिस्ट की पारंपरिक सर्जरी भी कहा जाता है, जिसमें डॉक्टर नाइफ की मदद से पेट के निचले हिस्से में एक बड़े आकार का चीरा लगाते हैं और कुछ उपकरण की मदद से सिस्ट को हटा देते हैं। बड़े आकार का चीरा लगने के कारण रोगी को सप्ताह भर अस्पताल में ठहरना पड़ सकता है।
लोगों के स्वास्थ्य एवं समय का गहन ध्यान रखते हुए हमारे डॉक्टर खड़की में एडवांस एवं लेटेस्ट लेप्रोस्कोपिक उपकरणों के जरिए ओवेरियन सिस्ट का सबसे अच्छा ऑपरेशन करते हैं। कई कारणों की वजह से ओवेरियन सिस्ट का ऑपरेशन के लिए लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को सबसे अच्छा उपचार विकल्प माना जाता है।