USFDA Approved Procedures
No Cuts. No Wounds. Painless*.
Insurance Paperwork Support
1 Day Procedure
विट्रेक्टोमी सर्जरी आंख से कांच के जैल को हटाने की प्रक्रिया है। विट्रियस को आँखों की रोशनी को सुरक्षित रखने के लिए हटाना पड़ता है और इसका सबसे कारण विट्रियस तेजी से रेटिना तक पहुंचना है। इसलिए डॉक्टर आँखों की रोशनी सुरक्षित रखने के उद्देश से विट्रोक्टोमी सर्जरी करवाने की सिफ़ारिश करते है |
रेटिना आंख का घटक है जो दिमाग से आंखों को सिग्नल भेजता है, यदि यह क्षतिग्रस्त हो जाए या इसमें कोई रुकावट आ जाती हैं, तो प्रकाश रेटिना तक नहीं पहुँचती और जिससे रोगी देख नहीं पाता है। यदि आपको रेटिनल रोग के कारण आँखों की समस्याएं हो रही हैं, तो आपको किफ़ायती लागत पर कोलकातामें विट्रोक्टोमी सर्जरी कराने के लिए सबसे अच्छे नेत्र विशेषज्ञों से संपर्क करना चाहिए।
रेटिनल पैथोलॉजीज
जैसे रेटिनल टियर्स
एंडोफ्थेलमिटिस (आंख के अंदर सूजन)
आँखों में धब्बेदार रोग जैसे धब्बेदार शोफ या छिद्र
विट्रियस हेमरेज, ब्लीडिंग, या विट्रीस ह्यूमर में स्कार टिश्यू का बनना<
विट्रियस ह्यूमर में डिसलोकेटेड लेंस के टुकड़े
विट्रोमैकेनिक ट्रैक्शन सिंड्रोम
दृष्टि-अवरोधक कांच की अपारदर्शिता को हटा दिया जाता है।
रेटिना के ऊतकों के असामान्य कर्षण को ठीक किया जाता है।
आँखों की रोशनी को संरक्षित करने के लिए रेटिना के मूल आकार को बहाल किया जा सकता है।
रेटिनल डिटैचमेंट
उपचार
विट्रेक्टोमी विभिन्न कारणों से की जाती है, प्रक्रिया से पहले कई परीक्षणों की सिफारिश की जाती है। इन परीक्षणों में एक दृश्य परीक्षा, फंडस फोटोग्राफी, रेटिनल पोत विश्लेषण, ऑप्टिकल सुसंगतता टोमोग्राफी (ओसीटी) आदि शामिल हो सकते हैं। इन परीक्षणों के अलावा, विकार की गंभीरता के आधार पर सीटी स्कैन या आंख का एमआरआई भी सुझाया जा सकता है।
विट्रेक्टॉमी में शामिल चरण प्रत्येक रोगी के लिए अलग-अलग होंगे (आंख की स्थिति के आधार पर जिसका इलाज किया जा रहा है)। चरणों को नीचे समझाया गया है-
विट्रोक्टोमी सर्जरी की प्रक्रिया पूरी होने में लगभग 30 से 40 मिनट लगते हैं और रोगी को उसी दिन छुट्टी दे दी जाती है। ज्यादातर मामलों में, दोनों आंखों के रोग के आधार पर सर्जरी में लगने वाला समय अलग-अलग हो सकता है। इसलिए, एक समय में एक आंख का ऑपरेशन किया जाता है। दूसरी आंख की सर्जरी आमतौर पर एक महीने के बाद या जब पहली आँख पूरी तरह से ठीक हो जाती है, तो उसकी बाद दूसरी आँख की सर्जरी की जाती है।
Delivering Seamless Surgical Experience in India
हमारी क्लीनिक में मरीज की सेहत और सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए हमारी सभी क्लिनिक और हॉस्पिटल को नियमित रूप से सैनेटाइज किया जाता है।
A dedicated Care Coordinator assists you throughout the surgery journey from insurance paperwork, to commute from home to hospital & back and admission-discharge process at the hospital.
सर्जरी से पहले होने वाली सभी चिकित्सीय जाँच में रोगी को मेडिकल सहायता दी जाती है। हमारी क्लीनिक में बीमारियों का उपचार के लिए लेजर एवं लेप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं का उपयोग होता है, जो USFDA द्वारा प्रमाणित हैं।
We offer follow-up consultations and instructions including dietary tips as well as exercises to every patient to ensure they have a smooth recovery to their daily routines.
कोलकातामें विट्रोक्टोमी सर्जरी का खर्च 40,000 रुपये से लेकर 70,000 रुपये तक आ सकता है। प्रत्येक रोगी के लिए कुल खर्च की भुगतान राशि अलग-अलग हो सकती हैं, जो मुख्य रूप से रोगी को होने वाले नेत्र रोग के प्रकार और उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है।
हां, रोगी के आँखों की रोशनी को सुरक्षित बनायें रखने के लिए विट्रोक्टोमी सर्जरी की सिफारिश की जाती है और स्वास्थ्य कारण से विट्रोक्टोमी सर्जरी आवश्यक माना जाता है। इस प्रकार, यह स्वास्थ्य बीमा द्वारा कवर किया जाता है। उपचार के लिए आप जिस राशि का दावा कर सकते हैं वह बीमित राशि के आधार पर भिन्न हो सकती है। पॉलिसी के नियमों और शर्तों को स्पष्ट रूप से समझने के लिए स्वास्थ्य बीमा सलाहकार से बात करने की सलाह दी जाती है।
विट्रेक्टॉमी दो प्रकार की होती है-
विट्रोक्टोमी सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक होने के लिए आपको लगभग 2 से 4 सप्ताह तक का समय लग सकता हैं। आप कुछ दिनों में सामान्य गतिविधियों (Daily Routine) को फिर से शुरू कर सकते हैं। सर्जरी के कुछ ही दिनों के बाद आँखों की रोशनी में सुधार आ जाएगा। लेकिन, आँखों के ऑपरेशन के बाद की जटिलताओं से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी होंगी।
हां, ज्यादातर मामलों में बार-बार विट्रोक्टोमी सुरक्षित और प्रभावी है। हालांकि, स्थिति की गंभीरता के आधार पर प्रत्येक रोगी के लिए प्रक्रिया की सफलता दर भिन्न हो सकती है।
विट्रेक्टॉमी सर्जरी उन स्थितियों के लिए उपचार है जो विट्रियस ह्यूमर और रेटिना को प्रभावित करती हैं। इसका उपयोग रेटिनल डिटैचमेंट, रेटिनल टीयर्स, प्रोलिफेरेटिव रेटिनोपैथी, विट्रियस फ्लोटर्स, मैक्यूलर होल, डायबिटिक रेटिनोपैथी, विट्रियस हेमरेज, और बहुत कुछ जैसी स्थितियों के उपचार के लिए किया जाता है। यदि आपको इनमें से किसी भी स्थिति का निदान किया गया है, तो डॉक्टर रोग की प्रगति को रोकने या धीमा करने और दृष्टि को यथासंभव लंबे समय तक संरक्षित रखने के लिए विट्रोक्टोमी सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं।
आप प्रिस्टिन केयर से संपर्क कर सकते हैं हमारे नेत्र विशेषज्ञों से परामर्श करने के लिए और विट्रोरेटिनल रोग के लिए उचित उपचार प्राप्त करने के लिए।
रोगी-केंद्रित स्वास्थ्य सेवा प्रदाता होने के नाते, प्रिस्टिन केयर मरीजों की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित है। हम सभी परिस्थितियों में रोगियों को व्यापक देखभाल प्रदान करते हैं। हमारे साथ, रोगियों को मिलता है-
विट्रोक्टोमी सर्जिकल इलाज के दौरान, हमारे हेल्थ केयर कोऑर्डिनेटर आपकी आवश्यकताओं का ध्यान रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि आपको परेशानी मुक्त अनुभव हो।