प्राकृतिक तौर पर योनि में लचीलापन होता है। हार्मोन असंतुलन और पर्सनल हाइजीन जैसी कई वजहों से योनि में सूखापन आ जाता है। योनि में सूखापन होने पर नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सामान्य तौर पर महिलाएं योनि में सूखापन होने पर नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसा होने पर लापरवाही नहीं करना चाहिए। महिलाएं सोचती हैं कि योनि में सूखापन कोई बीमारी नहीं है। लेकिन योनि में सूखापन होने पर रूटीन लाइफ में कई तरह की डिस्कंफर्ट होने लगती है, इससे रोजाना की जाने वाली एक्टिविटी में असहज महसूस होने लगता है। ऐसे में योनि में सूखापन का इलाज जरूर करवाना चाहिए। ज्यादातर योनि में सूखापन के केस उन महिलाओं में दिखाई देते हैं जिन्हें मेनोपॉज हुआ हैं। एस्ट्रोजन के कारण भी योनि में मॉइश्चर कम हो जाता है, जिससे योनि में लचीलापन खत्म हो कर सूखापन आ जाता है। इससे सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान बहुत दर्द होता है।