Phyisotherpy Support
All Insurances Accepted
No-Cost EMI
1-day Hospitalization
उपचार
सबसे पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ मरीज का शारीरिक परीक्षण करते हैं और लक्षणों से सबंधित कुछ सामान्य प्रश्न पूछते हैं। साथ ही, नर्व कंडक्शन जांच की मदद से बीमारी की गंभीरता का पता लगाते हैं। शारीरिक परीक्षण के दौरान डॉक्टर हाथ, गर्दन, कलाई या शरीर के दूसरे उन सभी हिस्सों का गहन मूल्यांकन करते हैं जो नर्व में दबाव पैदा कर सकते हैं। जांच की मदद से डॉक्टर मरीज के हाथ या कलाई में कोमलता और सूजन की उपस्थिति का भी पता लगाते हैं। साथ ही, मरीज के हाथ की उंगलियों में उत्तेजना और मांसपेशियों में ताकत की जांच करते हैं। उसके बाद, इन सभी जांचों के परिणामों के आधार पर डॉक्टर सर्जरी की प्रक्रिया को शुरू करते हैं।
कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला ओपन सर्जरी और दूसरा एंडोस्कोपिक सर्जरी है। ओपन सर्जरी एक पारंपरिक प्रक्रिया है जिसके दौरान मरीज को बड़ा सा कट लगता है, ब्लीडिंग का खतरा होता है, रिकवरी में लंबा समय लगता है और रिजल्ट सही नहीं आने का खतरा भी होता है। जबकि एंडोस्कोपिक सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस प्रक्रिया है जिसके दौरान एक छोटा सा कट लगता है, ब्लीडिंग नहीं होती है, दर्द नहीं होता है, रिकवरी काफी जल्दी होती है, बेस्ट रिजल्ट आता है और सर्जरी के दौरान या बाद में जटिलताओं का खतरा भी लगभग शून्य होता है।
हमारी क्लिनिक में एंडोस्कोपिक सर्जरी से कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज किया जाता है। इस सर्जरी को शुरू करने से पहले मरीज को एनेस्थीसिया दिया जाता है जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। एनेस्थीसिया देने के बाद, डॉक्टर मरीज की हथेली में एक छोटा का कट लगाते हैं और उसके जरिए एंडोस्कोप नामक उपकरण को हथेली के अंदर डालते हैं। एंडोस्कोप की एक छोर पर लाइट और कैमरा लगा होता है जिसकी मदद से डॉक्टर कम्प्यूटर स्क्रीन पर लिगामेंट और टेंडन का निरीक्षण करते हैं। उसके बाद, उस लिगामेंट को काट देते हैं जिससे मीडियन नर्व पर पड़ने वाला दबाव खत्म हो जाता है। इस सर्जरी को पूरा होने में लगभग 30 मिनट का समय लगता है।
भारत में सर्वश्रेष्ठ सर्जिकल अनुभव
कार्पल टनल सिंड्रोम के आधुनिक इलाज के लिए हम विश्व के सबसे सुरक्षित और सर्वश्रेष्ठ तकनीक का प्रयोग करते हैं, जिसमें प्रक्रिया की शुरुआत नैदानिक परीक्षण और परामर्श सत्र के साथ होती है।
प्रिस्टीन केयर में हमारे पास हड्डियों के सर्जन की एक विशेष टीम है, जो कार्पल टनल सिंड्रोम के इलाज के लिए प्रशिक्षित और अनुभव से परिपूर्ण है। वह सभी सर्जन अपनी अच्छी सफलता दर के लिए जाने जाते हैं।
कार्पल टनल सिंड्रोम के ऑपरेशन से पहले होने वाली सभी चिकित्सीय जांच में रोगी को हर प्रकार की मेडिकल सहायता दी जाती है। हमारे क्लीनिकों में कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज आधुनिक तकनीक के माध्यम से होता है, जो USFDA के द्वारा प्रमाणित है।
हम कार्पल टनल सिंड्रोम के बाद सर्जन के साथ निःशुल्क परामर्श का विकल्प भी प्रदान करते हैं, ताकि प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद रोगी जल्द से जल्द अपने दैनिक जीवन में फिर से वापस आ जाए।
कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज कई तरह से किया जाता है जिसमें स्प्लिटिंग, दवाएं, कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स और सर्जरी शामिल हैं। अगर कार्पल टनल सिंड्रोम माइल्ड है तो स्प्लिंटिंग, कॉस्टिकोस्टेरॉयड्स और दवाओं से इसका इलाज संभव है। लेकिन जब इन सबसे कोई फायदा नहीं है तो डॉक्टर सर्जरी का सुझाव देते हैं। कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला एंडोस्कोपिक सर्जरी और दूसरा ओपन सर्जरी है।
एंडोस्कोपिक सर्जरी को कार्पल टनल सिंड्रोम का बेस्ट इलाज माना जाता है। क्योंकि यह एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे कार्पल टनल सिंड्रोम को कम से कम समय में बहुत ही आसानी से दूर किया जा सकता है। इस सर्जरी के निम्नलिखित फायदे हैं:-
छोटा सा चीरा लगता है,सुरक्षित प्रक्रिया है,रिकवरी जल्दी होती है,बेहतर रिजल्ट आता है,सर्जरी के दौरान या बाद में जटिलताओं का खतरा शून्य होता है
कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी को पूरा होने में लगभग 30 मिनट का समय लगता है। लेकिन सर्जरी के प्रकार और स्थिति की गंभीरता के आधार पर इसमें बदलाव आ सकता है। अगर आप कम से कम समय में कार्पल टनल सिंड्रोम का बेस्ट इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे संपर्क कर सकते हैं। हमारी क्लिनिक में मॉडर्न और एडवांस एंडोस्कोपिक सर्जरी से इस बीमारी का सफल इलाज किया जाता है।
कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी का खर्च तय नहीं है। इस सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है। कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी के खर्च को प्रभावित करने वाले कारक निम्न हैं:-
सर्जरी का प्रकार,डॉक्टर का अनुभव,हॉस्पिटल की विश्वसनीयता,सर्जरी से पहले किए जाने वाले जांच,सर्जरी के बाद की दवाएं,सर्जरी के बाद फॉलो-अप्स मीटिंग
अगर आप नोएडा में कॉस्ट इफेक्टिव और बेस्ट सर्जरी से कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज कराना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
हमारी क्लिनिक में एडवांस एंडोस्कोपिक सर्जरी से कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज किया जाता है। इस सर्जरी को पूरा होने में लगभग आधा घंटा का समय लगता है। कार्पल टनल सिंड्रोम की एंडोस्कोपिक सर्जरी के 1-2 सप्ताह के भीतर मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को दोबारा शुरू कर सकते हैं। हालांकि, सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 4-8 सप्ताह तक का समय लग सकता है।
मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, थायराइड डिसफंक्शन, कलाई में फ्रैक्चर या चोट, गर्भावस्था या मेनोपॉज से द्रव प्रतिधारण या ऑटोइम्यून डिसॉर्डर जैसे कि रूमेटाइड आर्थराइटिस के कारण कई तरह की बीमारियां होती हैं, कार्पल टनल सिंड्रोम भी उन्हीं में से एक है। अगर आप इस बीमारी के लक्षणों जैसे कि हाथ में दर्द और जलन, रात के समय कलाई में दर्द, हाथ की मांसपेशियों में कमजोरी, कलाई के दर्द के कारण नींद सोने में परेशानी, अंगूठे और हाथ की पहली तीन उंगलियों में झुनझुनी, सुन्नता या दर्द से परेशान हैं तो अब आपको ज्यादा तकलीफ झेलने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि नोएडा जैसे शहर में कार्पल टनल सिंड्रोम का एडवांस एंडोस्कोपिक सर्जरी से इलाज संभव है। अगर आप कार्पल टनल सिंड्रोम का मॉडर्न और एडवांस पाना चाहते हैं यो एक अनुभवी और कुशल हड्डी रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने के बाद एंडोस्कोपिक सर्जरी का चुनाव कर सकते हैं।
प्रिस्टीन केयर में एंडोस्कोपिक सर्जरी से कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज किया जाता है। इस सर्जरी को एक अनुभवी, विश्वसनीय और कुशल हड्डी रोग विशेषज्ञ के द्वारा पूरा किया जाता है। हमारी क्लिनिक में कॉस्ट इफेक्टिव कार्पल टनल सिंड्रोम की एंडोस्कोपिक सर्जरी करने के साथ-साथ मरीजों को ढेरों सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं जिसमें सर्जरी वाले दिन फ्री पिकअप और ड्रॉप (सर्जरी से पहले मरीज को घर से हॉस्पिटल लाना और सर्जरी खत्म होने के बाद हॉस्पिटल से वापस घर छोड़ना), सभी जांचों पर 30% तक की छूट और सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक डॉक्टर के साथ फ्री फॉलो-अप्स मीटिंग आदि शामिल हैं।