फाइमोसिस की जांच
फाइमोसिस की स्थिति को अच्छे से समझने के लिए पेनिस और उसकी ऊपरी स्किन का परीक्षण किया जाता है जो कि बहुत ही आसान प्रक्रिया है और बहुत कम समय में पूरा हो जाता है। इसके अलावा डॉक्टर मरीज की मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी लेते हैं। जिससे उन्हें यह जानने में मदद मिलती हैं कि मरीज को पहले कभी पेनिस में इंफेक्शन या चोट थी या नहीं। साथ ही वह यौन गतिविधियों के समय होने वाले लक्षणों और प्रभावों के बारे में भी पूछ सकते हैं।
फाइमोसिस की जांच करने के लिए डॉक्टर दूसरी जरूरी जांच भी लिख सकते हैं जिसमें पेशाब में इंफेक्शन की जांच करने के लिए यूरिन टेस्ट, पेनिस में बैक्टीरिया का पता लगाने के लिए फोरस्किन स्वैब की जांच और शुगर लेवल की जांच करने के लिए यूरिन और खून की जांच आदि शामिल हैं।
प्लास्टिक सर्जरी या खतना का विकल्प
दवा, क्रीम या दूसरे उपचार का इस्तेमाल करने के बाद भी फाइमोसिस ठीक नहीं होता है तब खतना ही एकमात्र बेहतर विकल्प बचता है। खतना एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके जरिए फोरस्किन को काटकर हटाया जाता है।
खतना की मदद से ऐसे फाइमोसिस का भी इलाज किया जाता है जो बार बार यूरिन के रास्ते (Urinary Tract) या फोरस्किन में इंफेक्शन होने की वजह से होता है। अगर फाइमोसिस के कारण आपके बच्चे को पेशाब करने में तकलीफ होती है तब भी खतना करवाने की जरूरत पड़ सकती है। भविष्य में इससे बचने के लिए पेरेंट्स अक्सर 2 साल की उम्र में ही अपने बच्चों की खतना करवा देते हैं।
बच्चों की खतना करते समय पेनिस में सुन्न करने वाली दवा (Local Anaesthetic) इंजेक्शन द्वारा लगाई जाती है। यह सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान होने वाले दर्द को कम कर देती है। लेकिन जब वयस्कों का खतना किया जाता है तब उनकी सर्जिकल प्रक्रिया के लिए जनरल एनेस्थीसिया की मदद से उन्हें बेहोश किया जाता है। खतना करने के बाद के नीचे की स्किन को पेनिस की स्किन के साथ जोड़ने के बाद जख्म को पेट्रोलियम जैली या किसी दूसरे एंटीबायोटिक मलहम से भरी हुई रुई के टुकड़े के साथ बैंडेज बांध देते हैं।
स्टैप्लर द्वारा फाइमोसिस का इलाज
स्टैप्लर द्वारा खतना की प्रक्रिया के दौरान मरीज को कम दर्द का सामना करना पड़ता है। फाइमोसिस का इलाज करने के लिए इस तकनीक को सबसे बेहतरीन माध्यम माना जाता है। इस सर्जरी का इस्तेमाल वयस्क के साथ-साथ बच्चों का खतना करने के लिए भी कर सकते हैं। इससे खतना के दौरान या खतना के बाद किसी भी तरह का कोई खतरा होने का चांस बहुत ही कम हो जाता है।
स्टैप्लर स्टेपलर के द्वारा खतना उन लोगों के लिए सबसे बेस्ट हैं जिन्हे हीमोफीलिया जैसी खून की बीमारी है। प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल सतना में स्टैप्लर खतना के बेस्ट सर्जन मौजूद हैं जो एडवांस टेक्नोलॉजी के जरिए खतना करते हैं। यह सर्जरी दस से पंद्रह मिनट में पूरी हो जाती है और इसकी रिकवरी भी दूसरे इलाज की तुलना में ज्यादा जल्दी होती है।
स्टैप्लर सर्जरी के फायदे
सुरक्षित।,कम से कम दर्द और ब्लीडिंग।,तेज रिकवरी।,हॉस्पिटल में रुकने की जरूरत नहीं।,पेनिस को साफ रखना आसान।,संक्रमण से बचना आसान।,यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) होने का रिस्क कम।