बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या बीपीएच एक चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें पुरुषों की श्रोणि में प्रोस्टेट बढ़ जाता है और मूत्रमार्ग पर दबाव डालना शुरू कर देता है। इसके कारण व्यक्ति को इस रोग से संबंधित बहुत सारे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। प्रिस्टीन केयर से संपर्क करें और अपने स्वास्थ्य स्थिति के सर्वोत्तम इलाज के लिए हमारे मूत्र रोग विशेषज्ञ से मुफ्त परामर्श लें।
बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या बीपीएच एक चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें पुरुषों की श्रोणि में प्रोस्टेट बढ़ जाता है और मूत्रमार्ग पर दबाव डालना ... और पढ़ें
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ग्रेड-1 बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या बढ़ा हुआ प्रोस्टेट, बीपीएच का प्रारंभिक अवस्था है। ग्रेड -1 बीपीएच के दौरान, प्रोस्टेट में हल्की वृद्धि होती है और इससे संबंधित मूत्र संबंधी समस्या के लक्षण भी कम दिखते हैं। जबकि आप कुछ हल्के मूत्र संबंधी लक्षण महसूस कर सकते हैं, जैसे कि कमजोर मूत्र प्रवाह या पेशाब करने में कठिनाई। यह लक्षण चिंता का कारण नहीं होते हैं और इसमें ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होती है। यदि लक्षण आपको ज्यादा परेशान करते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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निदान
इलाज से पहले मूत्र रोग विशेषज्ञ आपके स्वास्थ्य का आकलन करते हैं। निदान के लिए वह आपके मेडिकल एवं सर्जिकल इतिहास के बारे में आप से कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं। इसके साथ साथ आप जिन लक्षणों का सामना कर रहे हैं, उनके बारे में आप से कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं। इसके साथ साथ वह कुछ अन्य परीक्षण का भी सुझाव दे सकते हैं, जिससे आपके स्वास्थ्य का पूर्ण आकलन किया जा सके। परीक्षण के परिणाम आपको ऑपरेशन के दौरान जटिलता से बचने में सहायता कर सकते हैं। नीचे बताए गए परीक्षण का सुझाव आपके डॉक्टर दे सकते हैं।
इलाज
आमतौर पर ग्रेड-1 बीपीएच में किसी भी ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होती है और इसके लक्षणों का इलाज जीवन शैली में कुछ बदलाव और दवाओं के माध्यम से संभव है। प्रोस्टेट में वृद्धि के कारण उत्पन्न होने वाले हल्के लक्षणों का बिना ऑपरेशन के इलाज के तरीकों को नीचे दिया गया है।
यहां आप सभी को समझने की आवश्यकता है कि ऊपर बताए गए इलाज के तरीकों से सिर्फ उन्हीं मामलों में राहत मिलती है, जिनमें कम या मध्यम लक्षण दिखाई देते हैं। साधारण भाषा में कहें तो ग्रेड -1 बीपीएच के मामले में ऊपर बताए गए तरीके कारगर इलाज साबित हो सकते हैं। यदि इन प्रक्रिया का पालन करने के पश्चात भी आप बढ़े हुए प्रोस्टेट का इलाज नहीं कर पाते हैं, तो बीपीएच और इसकी गंभीरता के बारे में अपने मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें। संपूर्ण निदान के बाद, मूत्र रोग विशेषज्ञ आपके लिए एक उपयुक्त इलाज पद्धति का सुझाव दे सकते हैं।
लगभग हर रोग की शुरुआत आपके खराब जीवनशैली के कारण होती है। आपकी जीवनशैली में बदलाव ग्रेड-1 बीपीएच के हल्के से मध्यम लक्षणों से राहत दिलाने में प्रमुख भूमिका निभा सकता है। एक अच्छा मूत्र रोग विशेषज्ञ दवाओं के साथ साथ जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों का भी सुझाव देते हैं। इनमें से कुछ परिवर्तन इस प्रकार है –
प्रारंभिक अवस्था में बढ़े हुए प्रोस्टेट का इलाज करने के कई फायदे हो सकते हैं जैसे:
यदि इस स्थिति का समय पर इलाज नहीं होता है, तो इस बात की अधिक संभावना है कि यह रोग अगले ग्रेड तक चला जाए और गंभीर मूत्र संबंधी रोग उत्पन्न करे। हालांकि इस बात में भी सच्चाई है कि समय पर बढ़े हुए प्रोस्टेट का इलाज इसकी वृद्धि को पूर्ण रूप से नहीं रोक सकता है, लेकिन उनकी प्रगति को धीमा कर सकता है, जिससे इसके लक्षण भी कम उत्पन्न होते हैं।
भोजन और जीवनशैली से जुड़े सुझाव
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बीपीएच को 4 अलग-अलग ग्रेड में वर्गीकृत किया गया है। ग्रेड-1 बीपीएच प्रोस्टेट वृद्धि का प्रारंभिक चरण है और केवल हल्के लक्षण प्रदर्शित करते हैं। इसके आगे के चरणों में लक्षणों की गंभीरता बढ़ती जाती है।
यदि आप पेशाब करने में असमर्थता, पेशाब करते समय दर्द, कमजोर मूत्र प्रवाह या निशामेह जैसे गंभीर लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को इन लक्षणों के बारे में जल्द से जल्द सूचित करें।
यदि इस स्थिति को अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो प्रोस्टेट ग्लैंड का आकार निरंतरता से साथ बढ़ता जाएगा और अंत में गंभीर मूत्र रोग संबंधी समस्या उत्पन्न करेगा। यदि बीपीएच का इलाज नहीं किया जाता है, तो इससे मूत्र पथ पर संक्रमण (यूटीआई), मूत्राशय की पथरी, गुर्दे की पथरी या गुर्दे को क्षति भी हो सकती है।
ग्रेड-1 बीपीएच में आमतौर पर किसी भी तरह के ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होती है और दवाओं के उपयोग से इसके हल्के लक्षणों को कम भी किया जा सकता है। यदि यह दवाएं प्रभावी नहीं हो रही है तो टीयूआरपी और होलेप जैसी प्रक्रिया सबसे प्रभावी इलाज माने जाते हैं।
बढ़े हुए प्रोस्टेट के दवाओं के उपयोग के कुछ दुष्प्रभाव हैं जैसे –