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ग्रेड 3 बीपीएच (बढ़े हुए प्रोस्टेट) का इलाज

बीपीएच या बेनिग्न प्रोस्टेट हाइपरप्लासिया एक सामान्य चिकित्सा स्थिति है, जिसमें प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ता आकार मूत्र संबंधी समस्याओं का कारण बन जाता है। आज ही प्रिस्टीन केयर से संपर्क करें और ग्रेड-3 बीपीएच के लिए सबसे आधुनिक इलाज प्राप्त करें। प्रिस्टीन केयर से आज ही संपर्क करें और हमारे मूत्र रोग विशेषज्ञ से निःशुल्क परामर्श बुक करें।

बीपीएच या बेनिग्न प्रोस्टेट हाइपरप्लासिया एक सामान्य चिकित्सा स्थिति है, जिसमें प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ता आकार मूत्र संबंधी समस्याओं का कारण बन जाता ... और पढ़ें

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ग्रेड-3 बीपीएच क्या है?

ग्रेड-3 बीपीएच या बेनिग्न प्रोस्टेट हाइपरप्लासिया को प्रोस्टेट बढ़ने का गंभीर चरण माना जाता है, जिसमें स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर हो जाती है। इसके कारण मूत्र के सामान्य प्रवाह में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इस समस्या का अंतिम इलाज ऑपरेशन माना जाता है। ऑपरेशन से पहले मूत्र रोग विशेषज्ञ आपको कुछ मूत्र संबंधी लक्षणों को कम करने के लिए कुछ दवाओं का सुझाव दे सकते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में, ऑपरेशन को ही सर्वोत्तम इलाज माना जाता है। 

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ग्रेड-3 बीपीएच के ऑपरेशन में क्या होता है?

निदान

ऑपरेशन से पहले, कुछ नैदानिक परीक्षण का होना बेहद अनिवार्य होता है। इस बात की संभावना है कि आपका मूत्र रोग विशेषज्ञ आपके समग्र स्वास्थ्य के आकलन के लिए सरल परीक्षणों और निदानों का सुझाव दे। इन परीक्षण के माध्यम से वह सुनिश्चित करेंगे कि आप ऑपरेशन से गुजरने के लिए तैयार है या नहीं। इसके साथ साथ इस परीक्षण के परिणाम आपके डॉक्टर को इस बात की पुष्टि करने में सहायता करते हैं कि ऑपरेशन के बाद में या दौरान कोई जटिलता उत्पन्न न हो, और यदि हो भी तो उससे बचने के लिए किन प्रयासों को करने की आवश्यकता होगी। इसके साथ साथ वह आपसे कुछ सवाल पूछ सकते हैं जैसे – इससे पहले आपको कोई ऑपरेशन हुआ है या नहीं, किन स्वास्थ्य समस्या से आप गुजर रहे हैं और किन दवाओं का आप सेवन कर रहे हैं। नीचे कुछ परीक्षणों के बारे में बताया गया है जिसका सुझाव आपके मूत्र रोग विशेषज्ञ के द्वारा दिया जा सकता है। 

  • आईपीएसएस परीक्षण: किसी भी तरह के शारीरिक परीक्षण से पहले मूत्र रोग विशेषज्ञ आपसे लगभग 7 प्रश्न पूछते हैं, जिनके जवाब से डॉक्टर आपके स्थिति का सटीक आकलन कर सकते हैं। यह प्रश्न आपके द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षणों से संबंधित होते हैं। इस परीक्षण को अंतर्राष्ट्रीय प्रोस्टेट लक्षण स्कोर टेस्ट  कहा जाता है। इसके द्वारा आपके डॉक्टर इलाज की सही योजना बनाने में सक्षम हो पाते हैं। 
  • डिजिटल रेक्टल परीक्षण: इस परीक्षण में, मूत्र रोग विशेषज्ञ आपके प्रोस्टेट ग्लैंड के आकार की जांच करने के लिए आपके मलाशय के अंदर एक चिकनाई वाली उंगली डालते हैं और प्रोस्टेट को महसूस करने का प्रयास करते हैं। 
  • पीएसए परीक्षण: पीएसए परीक्षण एक सरल रक्त परीक्षण है, जिसे आपका मूत्र रोग विशेषज्ञ प्रोस्टेट वृद्धि की गंभीरता का आकलन करने के लिए कर सकता है। आपके शरीर में इस प्रोटीन की बढ़ी मात्रा बढ़े हुए प्रोस्टेट की तरफ इशारा करता है। 
  • मूत्र प्रवाह अध्ययन: मूत्र प्रवाह के परीक्षण के दौरान, मूत्र रोग विशेषज्ञ आपको अपने मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करने के लिए कह सकते हैं। यदि विशेषज्ञ को मूत्र प्रवाह में कमी दिखाई देती है तो यह बीपीएच की तरफ संकेत करता है। 
  • सिस्टोस्कोपी: सिस्टोस्कोपी परीक्षण में आपका मूत्र रोग विशेषज्ञ आपके लिंग के माध्यम से आपके मूत्रमार्ग में दूरबीन की सहायता से एक कैमरे को डालते हैं, जिसे सिस्टोस्कोप कहा जाता है। यह सिस्टोस्कोप आपके मूत्र रोग विशेषज्ञ को आपके प्रोस्टेट के अंदर देखने और इसके ऊतक के अस्तर के निरीक्षण करने में मदद कर सकते हैं। 

 

इलाज

ऑपरेशन से पहले आपका मूत्र रोग विशेषज्ञ मूत्र संबंधी लक्षणों को कम करने के लिए आपको कुछ दवाएं दे सकता है। इन दवाओं में आम तौर पर अल्फा ब्लॉकर्स और 5-अल्फा रिडक्टेस इनहिबिटर शामिल होते हैं। हालांकि, ग्रेड-3 बीपीएच के ज्यादातर मामलों में, ऑपरेशन इलाज का एकमात्र प्रभावी रूप होता है। ग्रेड -3 बीपीएच के इलाज के लिए सबसे अधिक की जाने वाले ऑपरेशन के बारे में नीचे बताया गया है – 

    • टीयूआरपी: प्रोस्टेट ऑपरेशन का एक ट्रांसयूरेथ्रल रिसेक्शन सामान्य तौर पर की जाने वाले सबसे सामान्य सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसे अक्सर बढ़े हुए प्रोस्टेट के सभी ग्रेड के लिए एक प्रभावी उपचार माना जाता है। आपके समग्र स्वास्थ्य के आधार पर, आपका सर्जन या तो सामान्य या स्पाइनल एनेस्थीसिया (बेहोशी की दवा) का उपयोग करता है और जब इस दवा का प्रभाव शुरू हो जाता है तो वह प्रक्रिया को चालू कर देते हैं। इस प्रक्रिया में, सर्जन एक पतले, लचीले, ट्यूब जैसे उपकरण का उपयोग करता है जिसे रेक्टोस्कोप या दूरबीन कहा जाता है। मूत्र रोग विशेषज्ञ इस रेक्टोस्कोप को आपके लिंग के माध्यम से प्रोस्टेट ग्लैंड तक पहुंचाते हैं, जिसे मूत्रमार्ग से गुजरा जाता है। रेक्टोस्कोप में एक छोटा सर्जिकल उपकरण भी लगा होता है, जिसका उपयोग आपका मूत्र रोग विशेषज्ञ प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़े हुए टुकड़ों को हटाने के लिए करते हैं। एक बार रेक्टोस्कोप ग्लैंड तक पहुंच जाए तो सर्जन अतिरिक्त ऊतक को हटा देते हैं, जिसके बाद उस ऊतक को मूत्रमार्ग के माध्यम से निकाल लिया जाता है। जब मूत्रमार्ग पर पड़ रहा प्रभाव कम हो जाता हो तो रेक्टोस्कोप को हटा दिया जाता है और आपको रिकवरी क्षेत्र में ले जाया जाता है।
    • एचओएलईपी: होल्मियम लेजर एन्यूक्लिएशन, प्रोस्टेट के ऑपरेशन का आधुनिक तरीका है। यह प्रक्रिया बिल्कुल टीयूआरपी की तरह ही होती है। इसी तरह बेहोशी की दवा का प्रयोग होता है और लिंग में दूरबीन का प्रवेश कराया जाता है। एक बार जब जब रेक्टोस्कोप प्रोस्टेट ग्लैंड तक पहुंच जाता है दूरबीन में लगे छोटे शल्य चिकित्सा उपकरण बढ़े हुए प्रोस्टेट के ऊतक के टुकड़ों में काटने के लिए होल्मियम लेजर का उपयोग करते हैं। कटे गए ऊतक को बाद में मूत्रमार्ग के माध्यम से निकाल लिया जाता है। एक बार प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, मूत्र रोग विशेषज्ञ रेक्टोस्कोप को निकाल लेते हैं और ऑपरेशन के बाद आपको रिकवरी कक्ष में ले जाया जाता है, जहां पर डॉक्टर आपकी पूर्ण रूप से देखरेख करते हैं। 
    • टीयूआईपी: यह प्रक्रिया बढ़े हुए प्रोस्टेट के इलाज की वह प्रक्रिया है, जिसके लिए कम से कम चीरा लगाने की आवश्यकता पड़ती है। यह प्रक्रिया उन पुरुषों के लिए उत्तम प्रक्रिया साबित होती है, जो अपनी प्रजनन क्षमता के बारे में हमेशा चिंतित रहते हैं। टीयूआईपी प्रक्रिया में, सर्जन आपके लिंग के सिरे के माध्यम से आपके मूत्रमार्ग में एक रेक्टोस्कोप का प्रवेश कराते हैं। एक बार जब रेक्टोस्कोप जब प्रोस्टेट ग्लैंड तक पहुंच जाता है, तो सर्जिकल उपकरण या लेजर की सहायता से सर्जन उस क्षेत्र में 1-2 बहुत छोटे चीरे लगाता है जहां से मूत्राशय और प्रोस्टेट ग्लैंड से जुड़े हुए होते हैं। यह चीरे मूत्रमार्ग को चौड़ा करने में मदद करते हैं और बीपीएच के कारण होने वाले मूत्र संबंधी लक्षणों को कम करने में सहायता करते हैं। अन्य प्रक्रियाओं के विपरीत, प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड इजैक्युलेशन) की संभावना इस ऑपरेशन में बहुत कम होती है। 

ग्रेड-3 के ऑपरेशन के बाद बीपीएच के लिए जीवनशैली में बदलाव

बीपीएच के मामले में, आपका मूत्र रोग विशेषज्ञ आपकी जीवनशैली में कुछ बदलावों का सुझाव दे सकते हैं, जो आपके सामने आने वाले मूत्र संबंधी कुछ लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। आपके मूत्र रोग विशेषज्ञ के द्वारा इन जीवनशैली का सुझाव दिया जा सकता है – 

  • शराब और कैफीन के सेवन से बचें या इसकी मात्रा सीमित करें
  • लंबे समय तक पेशाब रोकने से बचें। सोने और लंबी यात्रा से पहले अपने मूत्राशय को खाली ज़रूर करें। 
  • एक स्वस्थ आहार और एक सक्रिय जीवन शैली बनाए रखें।
  • उन दवाओं को खोने से बचें जिनसे प्रोस्टेट में फिर से वृद्धि हो सकती है। किन दवाओं का सेवन करना है और किसका नहीं, इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करना चाहिए। 

ग्रेड-3 बीपीएच इलाज के फायदे

बीपीएच के लक्षणों को नजरअंदाज करने या ऑपरेशन में देरी करने से आपके मूत्र संबंधी लक्षण बिगड़ सकते हैं और जटिलताएं उत्पन्न हो सकती है। हालांकि, बीपीएच का समय पर इलाज के कई लाभ होते हैं जैसे:

  • बीपीएच ऑपरेशन के बाद, मुख्य लाभों में से एक यह है कि यह बीपीएच के लक्षणों से राहत प्रदान करता है।
  • समय पर इलाज आपके प्रोस्टेट के बढ़ने और खराब होने की संभावना को काफी हद तक कम कर सकता है, या यहां तक कि इस समस्या को खत्म कर सकता है।
  • बीपीएच के लिए समय पर इलाज आपको अपने दैनिक जीवन में फिर से वापस जाने में मदद मिल सकती है। 

सर्जरी के बाद प्रिस्टीन केयर द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क सेवाएँ

भोजन और जीवनशैली से जुड़े सुझाव

Post-Surgery Follow-Up

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प्रिस्टीन केयर है ग्रेड-3 बीपीएच के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ -स्वास्थ्य सेवा केंद्र

सबसे अच्छा और सटीक इलाज के प्रदान करने के लिए प्रिस्टीन केयर ने भारत के कुछ बेहतरीन अस्पतालों के साथ साझेदारी की है। यह सभी अस्पताल आधुनिक तकनीकों और सभी सुविधाओं के लिए जाने जाते हैं। हमारे पैनल में मूत्र रोग विशेषज्ञ की एक विशेष टीम है जो बीपीएच के सभी ग्रेड का सबसे उत्तम इलाज प्रदान करने के लिए जाना जाता है। साथ ही, आपके अनुभव को लगातार बेहतर बनाने के लिए, हम कुछ सहायक सेवाएं भी प्रदान करते हैं जैसे:

  • नि:शुल्क परामर्श और ऑपरेशन के बाद की जांच
  • आसान किस्तों में बिना ब्याज दर के भुगतान की सुविधा 
  • ऑपरेशन के दिन कैब की सुविधा
  • चौबीसों घंटे चिकित्सा सहायता के लिए समर्पित केयर कोऑर्डिनेटर

प्रिस्टीन केयर से आज ही संपर्क करें और आज ही हमारे विशेषज्ञ मूत्र रोग विशेषज्ञ से निःशुल्क परामर्श प्राप्त करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

ग्रेड-3 बीपीएच ऑपरेशन के बाद ठीक होने में कितना समय लगता है?

ज्यादातर मामलों में, बीपीएच ऑपरेशन के पश्चात ठीक होने में लगभग 3-4 सप्ताह का समय लगता है। हालांकि, आपको सामान्य गतिविधियों पर वापस लौटने में कुछ और सप्ताह लग सकते हैं। यहां एक बात हर किसी को समझने की आवश्यकता है कि ऑपरेशन के बाद हर व्यक्ति का रिकवरी का समय अलग अलग होता है। इसका कारण हर व्यक्ति का शारीरिक ढांचा होता है। 

क्या ऑपरेशन के बाद बीपीएच दोबारा हो सकता है?

इस बात की अधिक संभावना है कि ऑपरेशन के बाद भी आपके प्रोस्टेट का आकार बढ़ता जाए। हालांकि ज्यादातर मामलों में, प्रोस्टेट में वृद्धि की दर इतनी धीमी होती है कि बीपीएच पुनरावृत्ति की संभावना बहुत कम होती है।

ग्रेड -3 बीपीएच के लिए सबसे अच्छा इलाज क्या है?

आमतौर पर बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए टीयुआरपी को सबसे उत्तम सर्जिकल उपचार माना जाता है। इस प्रक्रिया के द्वारा बीपीएच के सभी ग्रेड का इलाज संभव है। 

बीपीएच ऑपरेशन में क्या जटिलताएं होती हैं?

बीपीएच ऑपरेशन के दौरान या बाद में जटिलताएं होने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन फिर भी कुछ जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। कुछ सबसे आम जटिलताओं में मूत्र मार्ग में समस्या, यौन क्रिया में समस्या, मूत्र में रक्त या मूत्र पथ पर संक्रमण (यूटीआई) है।