डीजे स्टेंट एक पतली, लचीली प्लास्टिक ट्यूब है, जिसे अस्थायी रूप से मूत्रवाहिनी में रखा जाता है, ताकि किसी भी तरह की रुकावट की स्थिति में गुर्दे से मूत्राशय तक मूत्र की निकासी में सहायता मिल सके। यदि आपको पता चलता है कि आपके गुर्दे में पथरी है और इसके कारण मूत्र के प्रवाह में बाधा उत्पन्न हो रही है, तो हो सकता है कि आपको डीजे स्टेंट लगाने की आवश्यकता पड़े। इस संबंध में आप प्रिस्टीन केयर के सर्वश्रेष्ठ मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।
डीजे स्टेंट एक पतली, लचीली प्लास्टिक ट्यूब है, जिसे अस्थायी रूप से मूत्रवाहिनी में रखा जाता है, ताकि किसी भी तरह की रुकावट ... और पढ़ें
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डीजे स्टेंट डबल ‘जे’ स्टेंट का ही एक स्वरूप है। डीजे स्टेंट एक पतला, लचीला ट्यूब होता है, जिसे शरीर में गुर्दे से मूत्राशय में लगाया जाता है। डबल-जे (डीजे) स्टेंट का प्रयोग 1967 में पहली बार हुआ था। इसके बाद इस उपकरण का कई बार प्रयोग हो चुका है और लोगों को समस्या से राहत दिलाई जा चुकी है।
यह स्टेंट लचीला होता है और इसे आपके गुर्दे में तब डाला जाता है जब आपको मूत्र प्रवाह को बनाए रखने में परेशानी होती है। स्टेंट पथरी के चारों तरफ से जल निकासी में मदद करता है और इससे गुर्दे की पथरी के इलाज के बाद पूर्ण रूप से रिकवर होने में भी सहायता मिलती है। आवश्यकता के अनुसार, इस प्रक्रिया की समय अवधि निर्धारित होती है। डीजे स्टेंट शरीर में कुछ दिनों, हफ्तों, या महीनों तक रह सकती है।
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प्रिस्टीन केयर में भारत के कुछ बेहतरीन यूरोलॉजिस्ट है, जिनके पास गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन) के विभिन्न सर्जिकल तरीकों से इलाज करने का वर्षों का अनुभव है। उन्होंने कई रोगियों को इस समस्या से निजात दिलाई है, जिसमें डीजे स्टेंट लगाने और हटाने की प्रक्रिया शामिल थी। प्रिस्टीन केयर भारत के कई शहरों में कुछ बेहतरीन अस्पतालों से जुड़ा हुआ है, जो अपने आधुनिक इलाज प्रक्रिया और सभी बुनियादी ढांचे के लिए विख्यात है। यह सभी बातें बताती हैं कि प्रिस्टीन केयर डीजे स्टेंटिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा केंद्र है।
डीजे स्टेंट निम्न कार्यों के लिए जाना जाता है –
मुख्य रूप से डीजे स्टेंट गुर्दे की पथरी के रोगियों को लगाया जाता है। इसे लगाने के अलग अलग कारण होते हैं। गुर्दे की पथरी के कारण होने वाले तेज दर्द को कम करने के लिए मूत्रवाहिनी में स्टेंट डाला जा सकता है। यदि मूत्र प्रणाली में कोई संक्रमण है या फिर पथरी गुर्दे को पर्याप्त रूप से काम करने से रोकती है, तो मूत्र निकासी को सुगम बनाने के लिए भी स्टेंट लगाया जाता है। आमतौर पर स्टेंट गुर्दे की पथरी के ऑपरेशन के बाद लगाया जाता है ताकि व्यक्ति जल्दी ठीक हो जाए और ऑपरेशन के बाद सूजन के कारण मूत्र प्रवाह में बाधा उत्पन्न न हो।
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डीजे स्टेंट हटाने की आवश्यकता स्टेंट में उपयोग होने वाली सामग्री पर निर्भर करती है। आमतौर पर डीजे स्टेंट को हटाने या बदलने की आवश्यकता तब होती है, जब डीजे स्टेंट में प्रयोग होने वाली सामग्री का जीवनकाल समाप्त हो जाए। यदि निर्दिष्ट समय के भीतर स्टेंट को नहीं हटाया जाता है, तो विभिन्न जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। उनमें से कुछ प्रमुख जटिलताएं इस प्रकार है –
यदि आप डीजे स्टेंट को लगाने के बाद इसे भूल गए हैं, तो यह आपकी स्थिति के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यदि मूत्राशय में स्टेंट को एक वर्ष से अधिक समय तक रखा जाता है, तो इसे निकालने के लिए शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (एसडब्ल्यूएल), यूरेरोस्कोपी (यूआरएस) और परक्यूटीनियस नेफ्रो लिथोटोमी (पीसीएनएल) जैसी सहायक प्रक्रियाओं की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए डीजे स्टेंट वाले सभी रोगियों को इस प्रक्रिया से संबंधित सभी जानकारी होनी चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि इसे हटाने और लगाने के लिए एक मूत्र रोग विशेषज्ञ से ही परामर्श प्राप्त करें।
आमतौर पर डीजे स्टेंट को लगाने की प्रक्रिया में एनेस्थीसिया (सुन्न/बेहोश करने की दवा) का प्रयोग किया जाता है। डॉक्टर लोकल या जनरल एनेस्थीसिया का उपयोग करने का निर्णय लेते हैं। एक बार जब व्यक्ति बेहोश हो जाता है, तो डॉक्टर मूत्रमार्ग में एक छोटे से ऑप्टिकल कैमरे के साथ एक पतली ट्यूब डालते हैं। कैमरे का उपयोग करते हुए, डॉक्टर मूत्र प्रणाली में समस्या की गंभीरता को देखता है। मूत्र पथ का विश्लेषण करने और रुकावट का पता लगाने के लिए यूरोलॉजिस्ट एक्स-रे का उपयोग कर सकते हैं। स्टेंट को मूत्रवाहिनी में डालने के लिए डॉक्टर ग्लाइड वायर का उपयोग कर सकते हैं।
हां, डीजे स्टेंट का उपयोग करने के बाद कई लोगों को असहज महसूस होता है। आमतौर पर मूत्राशय में जलन, पेट के निचले भाग में दर्द, पेशाब में खून आना, पेशाब करते समय जलन होना, बार-बार पेशाब आना और मूत्रवाहिनी या मूत्राशय में ऐंठन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यदि लक्षण लगातार बने रहते हैं, तो जल्द से जल्द किसी यूरोलॉजिस्ट या मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।
यदि डीजे स्टेंट हटाने का काम किसी मूत्र रोग विशेषज्ञ के द्वारा किया जाता है, तो इस प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा 5 मिनट का समय लगता है। लेकिन मरीज को प्रक्रिया के लिए ले जाने से लेकर वापस लाने में 30 मिनट तक का समय लग सकता है।
ज्यादातर मामलों में, डीजे स्टेंट निकालते समय दर्द नहीं होता है, क्योंकि पूरी प्रक्रिया एनेस्थीसिया के तहत की जाती है। प्रक्रिया के पश्चात थोड़ी सी समस्या हो सकती है।
हां, डीजे स्टेंट हटाना एक आउट पेशंट प्रक्रिया क्योंकि इस प्रक्रिया को करने में कुछ ही मिनटों का समय लगता है।
आमतौर पर, स्टेंट निकालने के अगले दिन आप अपने सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं। लेकिन डॉक्टर उन गतिविधियों को करने से दूरी बनाने का सुझाव देते हैं, जिनमें आपको ज्यादा जोर लगाना पड़ता है।