location
Get my Location
search icon
phone icon in white color

कॉल करें

निःशुल्क परामर्श बुक करें

महिलाओं में बवासीर के लक्षण, कारण, उपाय और ऑपरेशन से इलाज

महिलाओं में बवासीर एक गंभीर समस्या है, जो अक्सर खाने-पीने की गलत आदतों और सुस्त जीवनशैली के कारण उनको परेशान करती है। इसके अलावा कुछ अन्य कारण भी हैं, जैसे तीखा खाना, कब्ज होना, भारी सामान उठाना, प्रेगनेंसी, व्यायाम कम करना और ज्यादा स्ट्रेस लेना बवासीर के मुख्य कारण हैं। इस स्थिति का इलाज और निदान बहुत ज्यादा आवश्यक है, अन्यथा यह आपकी जीवनशैली को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। आप प्रिस्टीन केयर के शीर्ष चिकित्सा तकनीकों और उपकरणों की सहायता से महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स में बवासीर का उत्तम इलाज प्राप्त कर सकते हैं।

महिलाओं में बवासीर एक गंभीर समस्या है, जो अक्सर खाने-पीने की गलत आदतों और सुस्त जीवनशैली के कारण उनको परेशान करती है। इसके ... और पढ़ें

anup_soni_banner
डॉक्टर से फ्री सलाह लें
cost calculator
Anup Soni - the voice of Pristyn Care pointing to download pristyncare mobile app
i
i
i
i
Call Us
स्टार रेटिंग
2 M+ संतुष्ट मरीज
700+ हॉस्पिटल
45+ शहर

आपके द्वारा दी गई जानकारी सुनिश्चित करने के लिए कृप्या ओटीपी डालें *

i

45+

शहर

Free Consultation

निशुल्क परामर्श

Free Cab Facility

मुफ्त कैब सुविधा

No-Cost EMI

नो-कॉस्ट ईएमआई

Support in Insurance Claim

बीमा क्लेम में सहायता

1-day Hospitalization

सिर्फ एक दिन की प्रक्रिया

USFDA-Approved Procedure

यूएसएफडीए द्वारा प्रमाणित

महिलाओं में बवासीर के इलाज के लिए डॉक्टर

Choose Your City

It help us to find the best doctors near you.

अहमदाबाद

बैंगलोर

भुवनेश्वर

चंडीगढ़

चेन्नई

कोयंबटूर

दिल्ली

हैदराबाद

इंदौर

जयपुर

कोच्चि

कोलकाता

कोझिकोड

लखनऊ

मदुरै

मुंबई

नागपुर

पटना

पुणे

रायपुर

राँची

तिरुवनंतपुरम

विजयवाड़ा

विशाखापट्टनम

दिल्ली

गुडगाँव

नोएडा

अहमदाबाद

बैंगलोर

  • online dot green
    Dr. Ramesh Das (gJjDWhfO8B)

    Dr. Ramesh Das

    MBBS, MS-General Surgery
    27 Yrs.Exp.

    4.7/5

    27 Years Experience

    location icon The Curesta House, Deepatoli, Jai Prakash Nagar, Ranchi, Jharkhand 834009
    Call Us
    6366-421-435
  • online dot green
    Dr. Chethan Kishanchand  (8ZzAAFolsr)

    Dr. Chethan Kishanchand

    MBBS, MS-General Surgery
    26 Yrs.Exp.

    4.8/5

    26 Years Experience

    location icon 4M-403 2nd Floor, TRINE House, Kammanahalli Main Rd, HRBR Layout 3rd Block, HRBR Layout, Kalyan Nagar, Bengaluru, Karnataka 560043
    Call Us
    6366-528-013
  • online dot green
    Dr. Amol Gosavi (Y3amsNWUyD)

    Dr. Amol Gosavi

    MBBS, MS - General Surgery
    26 Yrs.Exp.

    4.7/5

    26 Years Experience

    location icon 1st floor, GM House, next to hotel Lerida, Majiwada, Thane, Maharashtra 400601
    Call Us
    6366-528-316
  • online dot green
    Dr. Milind Joshi (g3GJCwdAAB)

    Dr. Milind Joshi

    MBBS, MS - General Surgery
    26 Yrs.Exp.

    4.9/5

    26 Years Experience

    location icon Kimaya Clinic, 501B, 5th floor, One Place, SN 61/1/1, 61/1/3, near Salunke Vihar Road, Oxford Village, Wanowrie, Pune, Maharashtra 411040
    Call Us
    6366-528-292

बवासीर क्या है?

बवासीर एक गंभीर बीमारी है, जो गुदा या मलाशय क्षेत्र को प्रभावित करती है। पाइल्स या बवासीर लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली समस्या है। बवासीर वह स्थिति है, जिसमें गुदा या उसके आसपास के क्षेत्र में मौजूद नसों में सूजन आ जाती है। इस सूजन के कारण व्यक्ति को गुदा में दर्द, मल त्याग के दौरान असहजता, रक्त हानि जैसे लक्षणों का अनुभव होता है। यह समस्या महिलाएं और पुरुष दोनों को प्रभावित कर सकती है। 

कुछ लोग समझते हैं कि घरेलु उपचार से बवासीर का इलाज संभव है, लेकिन बवासीर के इलाज के लिए लेजर ऑपरेशन सबसे सटीक और सुरक्षित प्रक्रिया है। 

cost calculator

बवासीर सर्जरी की कीमत जांचे

वास्तविक कीमत जाननें के लिए जानकारी भरें

i
i
i

आपके द्वारा दी गई जानकारी सुनिश्चित करने के लिए कृप्या ओटीपी डालें *

i

महिलाओं में पाइल्स कितने प्रकार के होते हैं?

महिलाओं में पाइल्स चार प्रकार के होते हैं – 

  • बाहरी बवासीर: बाहरी बवासीर में सूजी हुई गांठ बाहर दिखाई देती है, जिससे लोगों को बहुत असहजता होती है। महिलाओं में इस प्रकार की बवासीर अक्सर शौच करने, बैठने या दिन-प्रतिदिन की शारीरिक गतिविधियों के दौरान परेशान करती है।
  • अंदरूनी बवासीर: यह बवासीर मलाशय के भीतर होती हैं, इसलिए यह बाहरी रूप से दिखाई नहीं देती हैं। मलाशय के नसों में दर्द नहीं होता है, इसलिए कई मामलों में इसका कोई प्रमुख लक्षण नहीं दिखता है। बार-बार दबाव और घर्षण के कारण यह गुदा से बाहर निकल जाता है, जिसे प्रोलैप्सड बवासीर भी कहा जाता है।
  • प्रोलैप्सड बवासीर: जब आंतरिक बवासीर गुदा से बाहर आ जाता है, तब उसे प्रोलैप्सड बवासीर के रूप में जाना जाता है। महिला बवासीर के लक्षण के आधार पर, ऐसे बवासीर को अलग अलग ग्रेड में वर्गीकृत किया जाता है:
    • ग्रेड I: महिलाओं में बवासीर दबाव या तनाव पूर्ण शौच के कारण होता है। यह एक स्थायी चिकित्सा स्थिति नहीं है, क्योंकि बवासीर कुछ ही समय बाद मलाशय में वापस आ जाता है।
    • ग्रेड II: इस ग्रेड में बवासीर अपने आप वापस नहीं आता है। बल्कि उन्हें अंदर की ओर धकेलने की आवश्यकता पड़ती है।
    • ग्रेड III: यह महिलाओं में बवासीर का गंभीर ग्रेड है, जहां बवासीर को वापस अंदर धकेला नहीं जा सकता है। ग्रेड III पाइल्स खतरनाक होता है, और व्यक्ति को इसमें बहुत दर्द होता है।
  • थ्रोम्बोस्ड बवासीर: थ्रोम्बोस्ड बवासीर में रक्त का थक्का विकसित होता है। जब बवासीर को लंबे समय तक अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो यह इस स्थिति में परिवर्तित हो जाता। थ्रोम्बोस्ड बवासीर के इलाज के लिए थक्के को हटाया और निकाला जाता है। इस प्रक्रिया को थ्रोम्बेक्टोमी कहा जाता है।

Experiencing Any Of These Piles Symptoms?

महिलाओं में बवासीर के लक्षण

लक्षण

मलाशय में मौजूद नसें मल त्याग करने में सहायता करती हैं। लेकिन जब यह नसें सूज जाती हैं, तो यह बवासीर का रूप ले लेती है और व्यक्ति को परेशान करने लगती है। अधिकांश लोग इस समस्या के संदर्भ में हल्के लक्षणों का अनुभव करती हैं। महिलाओं में बवासीर के लक्षण इस प्रकार हैं:

  • गुदा के आसपास सूजन या दर्दनाक गांठ
  • मल त्याग के दौरान दर्द और परेशानी
  • बैठने या किसी शारीरिक गतिविधि के दौरान अचानक दर्द होना
  • मल में खून आना
  • शौच करते समय चिपचिपा तरल पदार्थ का निकलना
  • शौच के बाद रक्त हानि
  • कब्ज महसूस होना
  • गुदा के आसपास खुजली
  • बवासीर का गुदा से बाहर निकलना

महिलाओं में बवासीर के कारण

कारण

मलाशय के निचले भाग पर बढ़ते दबाव के कारण पाइल्स होता है, जिससे नसें बाहर निकल जाती है और गांठ बन जाती है। महिलाओं में बवासीर के निम्न कारण हो सकते हैं:

  • अधिक वजन बढ़ना – अक्सर गर्भावस्था के कारण श्रोणि पर दबाव बढ़ता है और महिलाओं में बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • कब्ज – कब्ज के कारण मल त्याग करते समय अत्यधिक जोर लगाना पड़ता है जिससे मलाशय और गुदा के नसों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। इस दबाव के परिणामस्वरूप नसों में सूजन और बवासीर की संभावना बनती है। 
  • अधिक भार उठाना – जब आप अधिक भार उठाते हैं, तो इसका पूरा भार आपके मलाशय पर पड़ता है, जिसके कारण व्यक्ति को बवासीर की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 
  • कम फाइबर वाला आहार – यदि आप फाइबर का सेवन नहीं करते हैं और उचित मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, तो बवासीर होने का खतरा सबसे अधिक होता है। 

सर्जरी के बाद प्रिस्टीन केयर द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क सेवाएँ

भोजन और जीवनशैली से जुड़े सुझाव

सर्जरी के बाद मुफ्त चैकअप

मुफ्त कैब सुविधा

24*7 सहायता

List of Top Health Insurance Provider for Piles Surgery
Insurance Providers FREE Quotes
Aditya Birla Health Insurance Co. Ltd. Aditya Birla Health Insurance Co. Ltd.
National Insurance Co. Ltd. National Insurance Co. Ltd.
Bajaj Allianz General Insurance Co. Ltd Bajaj Allianz General Insurance Co. Ltd
Bharti AXA General Insurance Co. Ltd. Bharti AXA General Insurance Co. Ltd.
Future General India Insurance Co. Ltd. Future General India Insurance Co. Ltd.
HDFC ERGO General Insurance Co. Ltd. HDFC ERGO General Insurance Co. Ltd.

महिलाओं में बवासीर का क्या इलाज है?

महिलाओं में बवासीर का निदान

इलाज से पहले महिला बवासीर का निदान बेहद अनिवार्य है। निदान के लिए डॉक्टर शारीरिक जांच कर सकते हैं, जिससे डॉक्टर को बवासीर के संबंध में पूर्ण जानकारी मिल जाती है। यदि डॉक्टर को लगता है कि आप बवासीर से पीड़ित हैं, तो वह आपसे निम्नलिखित सवाल पूछ सकते हैं। 

  • क्या परिवार में किसी को बवासीर है?
  • आप किन महिला बवासीर के लक्षण का सामना कर रही हैं?
  • क्या मल में बलगम या खून आता है?
  • क्या हाल ही में आपका वजन कम हुआ है?
  • क्या हाल ही में मल त्यागने के दौरान परेशानी हुई है?
  • मल किस रंग का होता है?

डॉक्टर महिलाओं में आंतरिक बवासीर के लिए एक डिजिटल रेक्टल परीक्षण (डीआरई) का सुझाव भी दे सकते हैं या इस रोग की पुष्टि के लिए दूरबीन का भी उपयोग कर सकते हैं। इस दूरबीन में एक लाइट और एक कैमरा लगा होता है, जिसके कारण डॉक्टर आपके गुदा के अंदर का दृश्य स्पष्ट रूप से देख पाते हैं। इसके पश्चात, वह आगे की जांच के लिए आपके मलाशय से एक छोटा ऊतक का नमूना भी ले सकते हैं।

यदि बवासीर वाले व्यक्ति में ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, जो पाचन तंत्र की किसी अन्य बीमारी का संकेत देते है या कोलोरेक्टल कैंसर के लिए किसी भी जोखिम कारक को प्रदर्शित करते हैं, तो डॉक्टर कोलोनोस्कोपी प्रक्रिया का सुझाव भी दे सकते हैं।

महिलाओं में बवासीर का इलाज

बवासीर का लेजर ऑपरेशन महिलाओं को दर्द, बेचैनी और खुजली को कम करने में मदद करता है। महिलाओं में पाइल्स के लिए लेजर-असिस्टेड ऑपरेशन सबसे सफल और लोकप्रिय विकल्पों में से एक है। यह एक आउट पेशेंट प्रक्रिया है, जिसमें महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स के बवासीर को निकालने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में कोई चीरा नहीं लगाया जाता है। यही कारण है कि बहुत सारी महिलाएं इस इलाज की प्रक्रिया का चुनाव करती हैं।

महिलाओं में लेजर से पाइल्स के इलाज के फायदे

इन दिनों महिलाओं में बवासीर के लिए लेजर इलाज निम्नलिखित कारणों से लोकप्रिय है:

  • महिलाओं में बवासीर के लिए अन्य सर्जिकल प्रक्रियाओं की तुलना में कम दर्द होता है।
  • अस्पताल में रहने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
  • लेजर सुरक्षित और अधिक प्रभावी इलाज का विकल्प है।
  • पाइल्स के ऑपरेशन के दौरान कम रक्त हानि होती है। 
  • व्यक्ति जल्दी ठीक होने लगता है। 
  • कोई चीरा, या टांके नहीं लगाए जाते हैं, जिससे खुले घाव कम होते हैं। 
  • आप जल्द अपने दैनिक कार्यों को करने के लिए सक्षम हो जाते हैं। 
  • महिलाओं में बवासीर के इलाज को पूरा करने में कम समय लगता है।
  • लेजर प्रक्रिया की सफलता दर अच्छी है। 
  • परामर्श के लिए बार बार आने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • फिर से बवासीर होने का जोखिम कम होता है। 
  • ऑपरेशन के पश्चात संक्रमण का खतरा कम या बिल्कुल नहीं होता है।
  • गुदा के आसपास के ऊतकों को कम या बिल्कुल क्षति नहीं होती है।

महिलाओं में बवासीर के लक्षण को कैसे रोकें?

अधिकांश महिलाएं स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर बवासीर के लक्षणों से कुछ समय के लिए राहत पा सकती हैं। महिलाओं में बवासीर के लक्षणों से राहत पाने के लिए नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं – 

  • ज्यादा देर शौच में बैठने से बचें: लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से गुदा के अंदर और आसपास की नसों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है, जिससे महिलाओं में बवासीर होने का खतरा अधिक हो जाता है। 
  • शौच में देरी न करें – जाने अनजाने में यदि आप अपने मल को ज्यादा समय तक रोक लेते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। यदि आप ऐसा करते हैं तो मल मलाशय में ही कठोर हो जाएगा और यह शरीर से निकलते समय गुदा क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। 
  • अपने आहार में बदलाव करें: मल त्याग में स्थिरता के लिए आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप नहीं चाहते कि मल सख्त हो और कब्ज हो, क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में, मल त्याग के दौरान दबाव के कारण बवासीर होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। एक स्वस्थ आहार खाने और भरपूर पानी के सेवन से कब्ज होने की संभावना कम हो जाती है और इस प्रकार बवासीर से बचा जा सकता है। एक स्वस्थ आहार फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर होता है। डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना बेहद जरूरी है। इससे मल त्यागने में बहुत आसानी होती है। 
  • व्यायाम: कब्ज को रोकने के लिए सक्रिय रहें और लंबे समय तक एक जगह पर न बैठें। व्यायाम आपको अपने शरीर से अतिरिक्त वजन को कम करने में सहायक सिद्ध हो सकता है, जो आपको बवासीर से बचने में भी मदद कर सकता है। 
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: अकसर देखा गया है कि जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है, उनको बवासीर का खतरा सबसे अधिक होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अधिक वजन होने से मलाशय और गुदा नलिका के आसपास की नसों पर दबाव बढ़ जाता है। इसलिए महिलाओं में बवासीर को रोकने के लिए शरीर का पर्याप्त वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है। फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें, और अपने शरीर से अतिरिक्त भार को कम करें। 

यह सभी दिशा निर्देश ऑपरेशन के बाद आपको स्वस्थ रहने में मददगार साबित हो सकते हैं। गुदा रोग विशेषज्ञ भी आपको स्वस्थ रहने के लिए इन उपायों को करने का सुझाव दे सकते हैं।

महिलाओं को पाइल्स के इलाज में देरी क्यों नहीं करनी चाहिए?

बवासीर एक ऐसी समस्या है, जिससे 40 से 50% आबादी प्रभावित होती है। महिलाओं में बवासीर के इलाज में देरी करने से कुछ जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे:

  • रक्त का पतला होना
  • त्वचा पर गांठ बनना
  • गंभीर संक्रमण
  • ग्रेड I से ग्रेड IV तक रोग की प्रगति
  • बवासीर के कारण रक्त का बहना
  • मल त्यागते समय लगातार दबाव पड़ने से रेक्टल प्रोलैप्स का जोखिम होना।

महिलाओं में बवासीर के इलाज के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या महिलाओं में बवासीर एक आम समस्या है?

बवासीर पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करती है। कई महिलाओं को गर्भावस्था और प्रसव के दौरान बवासीर का सामना करना पड़ता है। पेट में बच्चे के होने के कारण श्रोणि क्षेत्र की रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है, जिससे गुदा के आसपास की नसें सूज जाती है। 

महिलाओं में बवासीर कैसा दिखता है?

आमतौर पर बवासीर छोटे, फीके पड़े गांठ की तरह दिखते हैं। उन्हें आप अपने गुदा पर महसूस कर सकते हैं। मल त्यागते समय बाहरी बवासीर परेशानी उत्पन्न कर सकते हैं। 

महिलाओं में बवासीर किस उम्र में होता है?

35% गर्भवती महिलाएं बवासीर से पीड़ित होती हैं। यह 50 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों में सबसे आम है। हालांकि, युवा और बच्चों में भी इस रोग के संकेत दिखाई देते हैं। 

क्या स्त्री रोग विशेषज्ञ बवासीर का इलाज कर सकते हैं?

जी हां, स्त्री रोग विशेषज्ञ बवासीर का इलाज कर सकते हैं। हालांकि, बवासीर को ठीक करने के लिए प्रोक्टोलॉजिस्ट से संपर्क करना सबसे अच्छा विकल्प साबित होगा। गुदा रोग विशेषज्ञ इस समस्या का सटीक इलाज खोजने में आपकी मदद कर सकते हैं। बवासीर के सुरक्षित इलाज के लिए प्रिस्टीन केयर से अभी संपर्क करें।

क्या बवासीर महिलाओं के वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है?

हां, बवासीर का असर महिलाओं के वैवाहिक जीवन पर भी पड़ सकता है। यौन क्रियाओं में उत्तेजना के साथ साथ रक्त के प्रवाह में तेजी देखी जाती है, जिसके कारण गुदा क्षेत्र में और उसके आसपास स्वचालित रूप से दबाव बढ़ जाता है। इस तरह के बढ़ते हुए दबाव के कारण बवासीर की स्थिति और बिगड़ सकती है।

क्या गर्भावस्था के दौरान बवासीर की सर्जरी की जा सकती है?

बवासीर का ऑपरेशन गर्भवती महिलाओं के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। लेकिन ऑपरेशन में बेहोशी की दवा का प्रयोग होता है, जिससे जटिलताएं उत्पन्न हो सकती है, जिसके कारण इस प्रक्रिया को गर्भवती महिलाओं के लिए उत्तम नहीं माना जाता है। 

क्या गर्भावस्था बवासीर के लिए एक जोखिम कारक है?

हां, गर्भावस्था में हार्मोनल परिवर्तन और पेट के दबाव में वृद्धि के कारण बवासीर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, जैसे जैसे भ्रूण परिवर्तित होता है, वैसे वैसे महिला के गुदा क्षेत्र की नसों पर दबाव बढ़ता है। 

महिलाओं में बवासीर के लक्षण और उपाय क्या है?

महिला बवासीर के लक्षण सामान्य बवासीर की तरह ही होते हैं, लेकिन इसका उपाय सिर्फ ऑपरेशन ही है। बवासीर के ऑपरेशन के बाद स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर बवासीर की समस्या से हमेशा के लिए राहत मिल सकता है।

और प्रश्न पढ़ें downArrow
green tick with shield icon
Medically Reviewed By
doctor image
Dr. Ramesh Das
27 Years Experience Overall
Last Updated : February 21, 2025

हमारे मरीजों की प्रतिक्रिया

  • YU

    Yusaf

    4/5

    Good

    City : CHENNAI
  • AK

    Arpna Khatri

    4/5

    Dr read all my reports n explained all the things properly . Responded me in very details n answered all my queries. Examined me in very polite manner. N gave me best treatment

    City : HYDERABAD
  • TS

    T S Lakshmi

    4/5

    Had a very good experience with dr.mohan ram

    City : BANGALORE
    Doctor : Dr. Mohan Ram
  • TS

    Thangapalani Sethubasnaran

    5/5

    மிகவும் சிறப்பாக நோயின் தன்மையை கேட்டு, நோய் இருக்கிறதா? இல்லையா என்பதை எனக்கு அறிவுறுத்தினார்.

    City : MADURAI
    Doctor : Dr. Rohit
  • GR

    Gautham Raj

    5/5

    Good just had consultation

    City : HYDERABAD
  • MP

    Mohan prabhu

    5/5

    Dr Haridarshan sir surgery in the ICU was came confident on my life . The doctor whom I wanted like this . His hands are fantastic. God bless them. And pristyncare too through out my appointment to surgery and post surgery too. Thank you. One and all for my quick recovery.

    City : BANGALORE