बवासीर के ऑपरेशन को अंग्रेजी भाषा में हेमरॉयडेक्टमी के नाम से जाना जाता है। डॉक्टर हेमरॉयडेक्टमी का सुझाव तब देते हैं, जब गुदा के अंदर या फिर आस-पास गांठ बन जाती है, और इसके कारण गुदा में दर्द, खुजली और असहजता होती है। बवासीर के कई कारण हो सकते हैं, जैसे आपका असवस्थ जीवनशैली, ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहना, ज्यादा तला-भुना भोजन आदि।
बवासीर के ऑपरेशन को अंग्रेजी भाषा में हेमरॉयडेक्टमी के नाम से जाना जाता है। डॉक्टर हेमरॉयडेक्टमी का सुझाव तब देते हैं, जब गुदा ... और पढ़ें
निशुल्क परामर्श
मुफ्त कैब सुविधा
नो-कॉस्ट ईएमआई
बीमा क्लेम में सहायता
सिर्फ एक दिन की प्रक्रिया
यूएसएफडीए द्वारा प्रमाणित
Choose Your City
It help us to find the best doctors near you.
अहमदाबाद
बैंगलोर
भुवनेश्वर
चंडीगढ़
चेन्नई
कोयंबटूर
देहरादून
दिल्ली
हैदराबाद
इंदौर
कोच्चि
कोलकाता
कोझिकोड
लखनऊ
मदुरै
मुंबई
नागपुर
पटना
पुणे
राँची
तिरुवनंतपुरम
विजयवाड़ा
विशाखापट्टनम
दिल्ली
गुडगाँव
नोएडा
अहमदाबाद
बैंगलोर
बवासीर पाइल्स या हेमरॉयड्स के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग बात नहीं करना चाहते हैं, लेकिन यह व्यक्ति के जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें गुदा के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। इसके कारण आपको मल त्याग, एक जगह बैठने और कई सारी गतिविधियों को करने में समस्या आती है।
कुछ मामलों में बवासीर के इलाज के बाद रक्त हानि हो सकती है।
यह ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिसका समय पर इलाज न मिलने पर गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। बवासीर के इलाज के अलग अलग तरीके हैं और कौन सी प्रक्रिया सबसे उत्तम है, यह रोगी के स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है।
इस रोग का सबसे उत्तम इलाज ऑपरेशन से ही संभव है। बवासीर के ऑपरेशन में बेहोशी की दवा या सीडेटिव का उपयोग होता है और इस पूरे ऑपरेशन में लगभग 45 मिनट से 1 घंटे का समय लग सकता है।
वास्तविक कीमत जाननें के लिए जानकारी भरें
बवासीर के ऑपरेशन से पहले निदान (जांच) महत्वपूर्ण होता है। कुछ लक्षण है, जिससे बवासीर के शुरुआती संकेत मिलते हैं। बवासीर का सबसे सामान्य कारण या लक्षण कब्ज है। बवासीर होने के निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं –
इन लक्षणों की पहचान के बाद डॉक्टर कुछ टेस्ट करवा सकते हैं जैसे –
इन परीक्षण के परिणाम के आधार पर ऑपरेशन के विकल्प पर चर्चा होती है।
बवासीर का समय पर ऑपरेशन आपको लक्षणों से राहत दिलवा सकता है। इस ऑपरेशन के बाद व्यक्ति को ठीक होने में दो से तीन हफ्ते का समय भी लग सकता है। रिकवरी का समय चयनित ऑपरेशन की प्रक्रिया पर निर्भर करता है। बवासीर का ऑपरेशन अलग अलग तरीकों से किया जाता है जैसे –
बवासीर के ऑपरेशन के लिए किस प्रक्रिया का प्रयोग होगा, इसका निर्णय डॉक्टर रोगी के स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर लेते हैं। चलिए बवासीर के अलग अलग प्रकार के बारे में समझते हैं कि इस ऑपरेशन में कितना समय लगता है, ऑपरेशन के बाद कितने समय में आप रिकवर हो सकते हैं और इस पूरे प्रक्रिया को कैसे किया जाता है।
रोगी को इस प्रकार लिटाया जाता है, जिससे ऑपरेशन करने में कोई समस्या न हो। इसके बाद मरीज को जनरल/लोकल एनेस्थीसिया दिया जाएगा। एनेस्थीसिया के देने के बाद निम्नलिखित चरण किए जाते हैं –
प्रक्रिया का समय
लेजर ऑपरेशन बवासीर के लिए एक प्रभावी ऑपरेशन है, क्योंकि इस ऑपरेशन में 30 मिनट का समय लगता है और इसमें कोई भी ब्लीडिंग या रक्त हानि नहीं होती है। ऑपरेशन के बाद रिकवर होने में बहुत कम समय लगता है और रिकवरी के समय के दौरान कोई दर्द भी नहीं होता है। संक्रमण होने की संभावना भी बहुत कम होती है, क्योंकि गुदा क्षेत्र में कोई कट या चीरा नहीं लगता है।
बवासीर के लेजर ऑपरेशन का खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे – नैदानिक परीक्षण का खर्च, सर्जन की फीस, अस्पताल और शहर का चुनाव, दवाओं का खर्च इत्यादि। प्रिस्टीन केयर से बवासीर के ऑपरेशन कराने का अनुमानित खर्च लगभग 45,000 रुपये से लेकर 55,000 रुपये तक हो सकता है।
सामान्यतः बवासीर के लेजर ऑपरेशन के बाद रोगी को रिकवरी में कोई दर्द नहीं होता है, क्योंकि 48 घंटे में रोगी की पार्शियल रिकवरी हो जाती है, जिसमें वह अपने सभी सामान्य काम कर सकता है। यदि इस अंतराल में कोई दर्द होता भी है तो सामान्य पेनकिलर को खाकर इसे कम किया जा सकता है। बवासीर के ऑपरेशन के बाद से जल्द स्वस्थ होने के लिए डॉक्टर के द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। ऑपरेशन के बाद फॉलो-अप लेना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
भोजन और जीवनशैली से जुड़े सुझाव
सर्जरी के बाद मुफ्त चैकअप
मुफ्त कैब सुविधा
24*7 सहायता
बवासीर की ओपन सर्जरी को ओपन हेमरॉयडेक्टमी कहते हैं। यह बवासीर के ऑपरेशन का एक पुराना तरीका है, जिसमें सर्जरी के तुरंत बाद घाव को बंद करने के बजाय खुला छोड़ दिया जाता है। इस प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं –
ओपन हेमोराहाइडेक्टोमी में लगने वाला समय कई कारकों के आधार पर भिन्न हो सकता है। आमतौर पर, प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग 30 मिनट से 1 घंटे का समय लगता है। हालांकि, यह एक अनुमान है, और वास्तविक समय व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर कम या अधिक हो सकता है। इस स्थिति में आपको एक अनुभवी सर्जन या गुदा रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
ओपन हेमोराहाइडेक्टोमी का खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे – डायग्नोस्टिक टेस्ट का खर्च, स्थिति की जटिलता, सर्जन की फीस, अस्पताल और शहर का चुनाव, दवाओं का खर्च, एनेस्थीसिया देने वाले सर्जन की फीस इत्यादि। प्रिस्टीन केयर से बवासीर के ऑपरेशन कराने का अनुमानित खर्च लगभग 35,000 रुपये से लेकर 95,000 रुपये तक हो सकता है। महानगरों में ऑपरेशन का खर्च थोड़ा ज्यादा ही होता है।
ओपन सर्जरी के बाद रोगी को रिकवर होने में थोड़ा ज्यादा समय लगता है। सामान्यतः ओपन हेमोराहाइडेक्टोमी के बाद रोगी 2 से 4 सप्ताह के भीतर पूर्ण रूप से रिकवर हो जाता है। हालांकि ऑपरेशन के कुछ दिनों तक रोगी गुदा में दर्द, असहजता और सूजन का सामना करना पड़ सकता है। जल्द से जल्द स्वस्थ होने के लिए अपने डॉक्टर की सलाह मानें।
स्टेपरल हेमोराहाइडेक्टोमी में लगने वाला समय कई कारकों के आधार पर भिन्न हो सकता है। आमतौर पर, प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग 30 मिनट से 1 घंटे का समय लगता है। हालांकि, यह एक अनुमानित समय है और इस बात की अधिक संभावना है कि प्रक्रिया में कम समय लगे। इस स्थिति में आपको एक अनुभवी सर्जन या गुदा रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए, क्योंकि वह आपको इस संदर्भ में बेहतर सलाह दे पाएंगे।
स्टेपरल हेमोराहाइडेक्टोमी का खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे – सर्जन की फीस, अस्पताल और शहर का चयन, दवाओं का खर्च, एनेस्थीसिया देने वाले सर्जन की फीस, टेस्ट का खर्च इत्यादि। यदि आप इस प्रक्रिया को प्रिस्टीन से करवाते हैं, तो इस प्रक्रिया में 60,000 रुपये से लेकर 1,15,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है। इस खर्च में लगभग सभी कारक आ जाते हैं।
स्टेपलर सर्जरी के बाद रिकवरी का समय हर व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकता है। ऑपरेशन के बाद पूरी तरह से स्वस्थ होने में 1 से 2 सप्ताह का समय लग सकता है। लेकिन जल्द से जल्द स्वस्थ आप तभी हो पाएंगे, जब आप डॉक्टर की सलाह का पालन करेंगे। यहां आपको एक बात का खास ख्याल रखना होगा कि हर व्यक्ति के रिकवरी का समय अलग अलग हो सकता है, इसलिए प्रभावित क्षेत्र की उचित देखभाल करें।
इस प्रक्रिया के लिए आपको अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ता है। चलिए समझते हैं कि यह प्रक्रिया कैसे होती है –
सामान्य तौर पर बवासीर के मस्से को खत्म करने के लिए इस प्रक्रिया में 30 मिनट से भी कम का समय लगता है। प्रक्रिया का समय तब ज्यादा हो जाता है, जब गुदा में सर्जन को रक्त के थक्के या फिर बवासीर के मस्सों की संख्या एक से अधिक हो।
इस प्रक्रिया में सामान्य तौर पर 25000 रुपये से लेकर 75000 रुपये तक का खर्च आ सकता है। यह एक अनुमानित खर्च है और इस खर्च को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं, जैसे – बवासीर के गांठ की संख्या, अन्य गुदा समस्या, इत्यादि। यदि आप इस स्थिति के ऑपरेशन के लिए खर्च का अनुमान जानना चाहते हैं, तो तुरंत हमारे विशेषज्ञों से संपर्क करें।
प्रक्रिया के बाद, बवासीर के मस्से सूख जाते हैं और अपने आप गिर जाते हैं। ऐसा होने में एक से दो सप्ताह का समय लग सकता है। इस बात संभावना अधिक है कि बवासीर के मस्से निकल जाएं और आपको पता भी न चले। आमतौर पर जब बवासीर के मस्से सूख जाते हैं, तो यह मल त्याग के साथ निकल जाते हैं।
डॉक्टर रोगी को कब्ज और सूजन को रोकने में मदद के लिए कुछ दवाएं जैसे मल मुलायम करने की दवा का सुझाव दे सकते हैं। प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों तक रोगी को उसके शरीर में खून की कमी का अनुभव हो सकता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सामान्य है, लेकिन अगर यह स्थिति दो या तीन दिनों के बाद भी बदलती नहीं है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
बवासीर के ऑपरेशन को पूरा होने में जो भी समय लगेगा, वो इस बात पर निर्भर करेगा कि बवासीर के गांठ का स्थान कहां है, और इसकी कुल संख्या कितनी है। आमतौर पर इस प्रक्रिया में 15 से 45 मिनट तक का समय लगता है।
ऑपरेशन के बाद रोगी को दूसरे कमरे में भेज दिया जाता है और वहां उनको तब तक रखा जाता है, जब तक वह एनेस्थीसिया के प्रभाव में रहते हैं। डॉक्टर रोगी को विशेष निर्देश देते हैं, और उसके बाद उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
यदि रोगी को थकावट महसूस होती है, तो डॉक्टर कुछ और समय के लिए अस्पताल में रहने की सलाह दे सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रोगी अभी भी एनेस्थीसिया के प्रभाव में होता है। जैसे ही जनरल एनेस्थीसिया का प्रभाव कम होता है, डॉक्टर सुनिश्चित करते हैं कि रोगी को किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट न हो।
बवासीर के पारंपरिक ऑपरेशन के बाद रिकवरी में 5 से 15 दिनों तक का वक्त लग सकता है। एनेस्थीसिया के प्रभाव में होने के कारण सर्जरी के दौरान रोगी को कोई भी दर्द नहीं होता है, लेकिन रिकवरी के दौरान रोगी को दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
लेजर सर्जरी के मामले में रिकवरी का समय कम हो जाता है। आमतौर पर 1 से 3 दिन में रोगी अपनी सामान्य गतिविधियों को शुरू कर सकता है। लेकिन, सर्जरी से पहले रोगी को यह जानना चाहिए कि ऑपरेशन के बाद रोगी को कितने दिनों तक दर्द सहन करना पड़ सकता है। इस सवाल का जवाब कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे –
बवासीर का उपचार करने के लिए कई तरह की सर्जिकल प्रक्रियाएं हैं। बवासीर के ऑपरेशन के बाद का दर्द सर्जरी के प्रकार पर भी निर्भर करता है। लेजर सर्जरी के बाद कोई दर्द नहीं होता है। यदि बवासीर अधिक गंभीर है, तो थोड़ा दर्द हो सकता है, लेकिन सामान्य पेन किलर से स्थिति में सुधार हो सकता है।
वहीं अन्य सर्जिकल प्रक्रिया जैसे ओपन सर्जरी और स्टेपलर सर्जरी के बाद रोगी 5 से 15 दिन में रिकवर हो सकता है। यदि 15 दिन बाद भी दर्द कम नहीं होता है, तो आपको अपने डॉक्टर/सर्जन से बात करनी चाहिए।
40 से अधिक उम्र के व्यक्ति और 16 से कम उम्र के बच्चों में दर्द सहन करने की उच्चतम क्षमता कम होती है और इसलिए उन्हें अधिक दर्द होता है। 18 से 40 वर्ष तक के व्यक्ति को ज्यादा दर्द नहीं होता है।
बवासीर के गांठ का आकार जितना बड़ा होगा और वह जितना गंभीर होगा, रिकवरी में उतना ही अधिक समय लगेगा और दर्द भी ही अधिक होगा।
बवासीर की सर्जरी करने के लिए लोकल या जनरल एनेस्थीसिया में से किसी एक का उपयोग किया जाता है। यदि सर्जरी के दौरान जनरल एनेस्थीसिया दिया जाता है, तो दर्द 1 से 2 दिन तक रह सकता है। वहीं, उपचार के दौरान एनेस्थीसिया का डोज सही नहीं होने पर भी रोगी को सर्जरी के बाद दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
बवासीर का ऑपरेशन एक प्रभावी और सुरक्षित प्रक्रिया है। सामान्यतः इस प्रक्रिया के कोई खास जोखिम और जटिलताएं नहीं होती है। लेकिन सभी ऑपरेशन की तरह ही मरीज को बवासीर के ऑपरेशन के बाद कुछ जोखिम और जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे –
बवासीर के ऑपरेशन से पहले रोगी को निम्न चीज़ों का ध्यान रखना होगा –
ऑपरेशन के बाद रिकवरी के लिए सही देखभाल करना बहुत आवश्यक है। इसमें डॉक्टर के द्वारा बताए गए दवाओं का सेवन, पर्याप्त पानी पीना, और डॉक्टर के आदेशों का पालन करना शामिल है। बवासीर के ऑपरेशन के बाद फॉलोअप एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अंत में, स्वस्थ जीवनशैली में कुछ सकारात्मक बदलाव करने की आवश्यकता होगी। आहार में फाइबर और तरल पदार्थ की मात्रा को बढ़ाएं। रोगी को प्रयास करना होगा कि ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर न बैठें।
योग और व्यायाम को अपने दैनिक जीवन में जरूर अपनाएं। बवासीर के ऑपरेशन में यह सारे कदम लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं।
प्रिस्टीन केयर रोगियों के असहजता को कम करने और उनके सर्जरी के अनुभव को सुगम बनाने के लिए निम्न सुविधाएं देता है-
यह सभी सुविधाएं मिलकर प्रिस्टीन केयर को बवासीर समेत सभी इलेक्टिव सर्जरी के लिए उत्तम स्वास्थ्य सेवा केंद्र बनाता है।
गुदा रोग विशेषज्ञ बवासीर के ऑपरेशन का सुझाव निम्न कारणों से देते हैं –
निम्न स्थितियों में डॉक्टर रोगी को बवासीर के ऑपरेशन की सलाह नहीं देते हैं –
वर्तमान में बवासीर के लिए लेजर ऑपरेशन सबसे सुरक्षित और सफल ऑपरेशन है। यह कम से कम जटिलता के साथ सर्वोत्तम परिणाम देता है। इसके साथ साथ रोगी जल्द से जल्द दुरुस्त हो जाता है।
नहीं, लेजर प्रक्रिया के दौरान दर्द नहीं होता है, क्योंकि प्रक्रिया के दौरान बेहोशी की दवा का प्रयोग होता है। ज्यादातर मामलों में ऑपरेशन के बाद भी दर्द नहीं होता है।
सामान्य तौर पर आधुनिक ऑपरेशन के बाद रोगी 2 से 3 दिनों में ही रिकवर हो जाता है। रिकवरी का समय चयनित प्रक्रिया पर निर्भर करती है। लेजर प्रक्रिया के बाद 2-3 दिन में रिकवरी होती है, वहीं पर ओपन सर्जरी के बाद 2 सप्ताह तक का समय लग सकता है।
Aparna J
Had a great experience with pristyncare right from consultation till the time of discharge. Thanks to team pristyncare
Govind Chauhan
Meet with the doctor, he examine and gave medicines.
Maharaja Saminathan
Recommends
Thanks for all support and made recover.