USFDA Approved Procedures
No Cuts. No Wounds. Painless*.
Insurance Paperwork Support
1 Day Procedure
खतना एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें पेनिस के ऊपरी स्किन (फोरस्किन ) हटा दिया जाता है। आधुनिक स्टेपलर की मदद से खतना की सर्जरी की जाती है। इसकी मदद से पेनिस के फोरस्किन को काटकर आसानी से अलग कर दिया जाता है। सर्जरी की इस प्रक्रिया में दर्द और टांके नहीं होते हैं और कम से कम खून निकलता है। स्टैप्लर द्वारा खतना सुरक्षित होता है। इस सर्जरी के बाद मरीज को ठीक होने में बहुत कम समय लगता है। साथ ही साथ इंफेक्शन होने का खतरा भी कम होता है।
उपचार
फाइमोसिस की स्थिति को अच्छे से समझने के लिए पेनिस और उसकी ऊपरी स्किन का परीक्षण किया जाता है जो कि बहुत ही आसान प्रक्रिया है और बहुत कम समय में पूरा हो जाता है। इसके अलावा डॉक्टर मरीज की मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी लेते हैं। जिससे उन्हें यह जानने में मदद मिलती हैं कि मरीज को पहले कभी पेनिस में इंफेक्शन या चोट थी या नहीं। साथ ही वह यौन गतिविधियों के समय होने वाले लक्षणों और प्रभावों के बारे में भी पूछ सकते हैं।
फाइमोसिस की जांच करने के लिए डॉक्टर दूसरी जरूरी जांच भी लिख सकते हैं जिसमें पेशाब में इंफेक्शन की जांच करने के लिए यूरिन टेस्ट, पेनिस में बैक्टीरिया का पता लगाने के लिए फोरस्किन स्वैब की जांच और शुगर लेवल की जांच करने के लिए यूरिन और खून की जांच आदि शामिल हैं।
दवा, क्रीम या दूसरे उपचार का इस्तेमाल करने के बाद भी फाइमोसिस ठीक नहीं होता है तब खतना ही एकमात्र बेहतर विकल्प बचता है। खतना एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके जरिए फोरस्किन को काटकर हटाया जाता है।
खतना की मदद से ऐसे फाइमोसिस का भी इलाज किया जाता है जो बार बार यूरिन के रास्ते (Urinary Tract) या फोरस्किन में इंफेक्शन होने की वजह से होता है। अगर फाइमोसिस के कारण आपके बच्चे को पेशाब करने में तकलीफ होती है तब भी खतना करवाने की जरूरत पड़ सकती है। भविष्य में इससे बचने के लिए पेरेंट्स अक्सर 2 साल की उम्र में ही अपने बच्चों की खतना करवा देते हैं।
बच्चों की खतना करते समय पेनिस में सुन्न करने वाली दवा (Local Anaesthetic) इंजेक्शन द्वारा लगाई जाती है। यह सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान होने वाले दर्द को कम कर देती है। लेकिन जब वयस्कों का खतना किया जाता है तब उनकी सर्जिकल प्रक्रिया के लिए जनरल एनेस्थीसिया की मदद से उन्हें बेहोश किया जाता है। खतना करने के बाद के नीचे की स्किन को पेनिस की स्किन के साथ जोड़ने के बाद जख्म को पेट्रोलियम जैली या किसी दूसरे एंटीबायोटिक मलहम से भरी हुई रुई के टुकड़े के साथ बैंडेज बांध देते हैं।
स्टैप्लर द्वारा फाइमोसिस का इलाज
स्टैप्लर द्वारा खतना की प्रक्रिया के दौरान मरीज को कम दर्द का सामना करना पड़ता है। फाइमोसिस का इलाज करने के लिए इस तकनीक को सबसे बेहतरीन माध्यम माना जाता है। इस सर्जरी का इस्तेमाल वयस्क के साथ-साथ बच्चों का खतना करने के लिए भी कर सकते हैं। इससे खतना के दौरान या खतना के बाद किसी भी तरह का कोई खतरा होने का चांस बहुत ही कम हो जाता है।
स्टैप्लर स्टेपलर के द्वारा खतना उन लोगों के लिए सबसे बेस्ट हैं जिन्हे हीमोफीलिया जैसी खून की बीमारी है। प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल वसई-विरार में स्टैप्लर खतना के बेस्ट सर्जन मौजूद हैं जो एडवांस टेक्नोलॉजी के जरिए खतना करते हैं। यह सर्जरी दस से पंद्रह मिनट में पूरी हो जाती है और इसकी रिकवरी भी दूसरे इलाज की तुलना में ज्यादा जल्दी होती है।
स्टैप्लर सर्जरी के फायदे
सुरक्षित।,कम से कम दर्द और ब्लीडिंग।,तेज रिकवरी।,हॉस्पिटल में रुकने की जरूरत नहीं।,पेनिस को साफ रखना आसान।,संक्रमण से बचना आसान।,यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) होने का रिस्क कम।
हमारे डॉक्टर के शब्दों में
"एक सर्जन के रूप में, मैं समझता हूं कि मरीजों के लिए अपने लिंग से संबंधित स्थितियों के बारे में खुलकर बात करना कितना मुश्किल हो सकता है। फिमोसिस या बैलेनाइटिस जैसी चमड़ी की समस्याओं से जूझ रहे मरीज अक्सर अपनी स्थिति के साथ जीना पसंद करते हैं, उम्मीद करते हैं कि वे ठीक हो जाएंगे। अपना। हालाँकि, उपचार में देरी करने से केवल और अधिक जटिलताएँ होती हैं। इसलिए यदि आप किसी भी प्रकार की चमड़ी की स्थिति से जूझ रहे हैं, तो मैं इसके बारे में खुलकर बात करने और एक योग्य मूत्र रोग विशेषज्ञ से बात करने का सुझाव दूँगा। समय पर उपचार न केवल आगे की जटिलताओं को रोक सकता है, बल्कि मदद भी कर सकता है आप बेहतर जीवन जीते हैं।"
भारत में सर्वश्रेष्ठ सर्जिकल अनुभव
खतना के लिए हम विश्व के सबसे सुरक्षित और सर्वश्रेष्ठ तकनीक का प्रयोग करते हैं, जिसमें प्रक्रिया की शुरुआत नैदानिक परीक्षण और परामर्श सत्र के साथ होती है। अभी अपना गोपनीय परामर्श बुक कराएं।
प्रिस्टीन केयर में हमारे पास विशेषज्ञों की एक टीम है, जो लिंग की चमड़ी की समस्या का सर्वश्रेष्ठ इलाज प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित और अनुभव से परिपूर्ण है।
स्टैपलर खतना से पहले होने वाली सभी चिकित्सीय जांच में रोगी को मेडिकल सहायता दी जाती है। हमारे क्लीनिकों में खतना के लिए स्टेपलर का प्रयोग किया जाता है, जो USFDA द्वारा प्रमाणित है।
हम खतना के बाद डॉक्टर के साथ निःशुल्क परामर्श का विकल्प भी प्रदान करते हैं ताकि प्रक्रिया के बाद रोगी जल्द से जल्द दुरुस्त हो जाए और अपने दैनिक जीवन में फिर से वापस जा पाए।
खतना काफी तरीकों से किया जाता है जैसे कि गोमको क्लैम्प, मोगेन क्लैम्प, लेजर और प्लास्टिबेल तकनीक। प्रिस्टीन केयर वसई-विरार में लेजर तकनीक उपलब्ध है जो सबसे विकसित, प्रभावशाली और बेहतर माना जाता है।
बच्चों का खतना करने से पहले उन्हें लोकल या जनरल एनेस्थीसिया दिया जाता हैं जिससे उन्हें खतना करते समय दर्द महसूस नहीं होता हैं।
लेजर खतना के अगले दिन से ही मरीज अपने दैनिक जीवन के काम को शुरू कर सकता है। लेकिन खतना को पूरी तरह से ठीक होने में 3-4 हफ्ते का समय लगता है। इसके साथ ही मरीज को कुछ छोटी-मोटी बातों का ध्यान रखना होता है जो उसे जल्दी ठीक होने में मदद करते हैं।
खतना वैजाइनल सेक्स के दौरान पुरुषों में एचआईवी (HIV) और दूसरी यौन संचारित बीमारियों को होने से रोकती है। लेकिन अभी तक इस बात की पृष्टि नहीं हो पायी है कि यह ओरल या एनल सेक्स के दौरान इंफेक्शन को कम करती है या फिर महिला पार्टनर में एचआईवी ट्रांसमिशन के रिस्क को कम करता है कि नहीं।
एक महीने के बाद आप सेक्सुअल एक्टिविटी शुरू कर सकते हैं लेकिन पहले इस बारे में डॉक्टर से जरूर बात कर लें।
मॉडर्न टेक्नोलॉजी आने से लोगों ने लेजर के जरिए खतना का चुनाव करना शुरू कर दिया है। प्रिस्टीन केयर ने सफलतापूर्वक कई बच्चों और वयस्कों की इस प्रॉब्लम को ठीक किया है।
ज्यादातर केसेस में यह एक गंभीर समस्या नहीं है और यह अपने आप ठीक भी नहीं होती है। इसमें मेडिकल इलाज की जरूरत पड़ती है। अगर इसका इलाज समय पर नहीं हुआ तो यह दूसरे कई सीरियस बीमारियों का कारण बन सकती है।
लेजर खतना के ऐसे कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं जो पारंपरिक खतना में पाए जाते हैं जैसे कि ज्यादा ब्लीडिंग, चीरा और दाग। यह प्रक्रिया पूरी तरह से रिस्क-फ्री और आसान है। इसमें किसी तरह का कोई इंफेक्शन होने का खतरा नहीं है।
पेनिस की ऊपरी स्किन बहुत टाइट हो जाती है जिससे इसे वापस पीछे करने में परेशानी होती है। इस वजह से उसके आसपास की जगह में गंदगी हो जाती है जो आगे जाकर संक्रमण का कारण बनती है। और संक्रमण की वजह से दूसरी कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। इस सभी चीजों से परमानेंट तौर पर छुटकारा पाने के लिए लेजर सर्जरी के द्वारा खतना करवाना बेहतर उपाय है।
आमतौर पर सर्जरी के बाद किसी खास तरह के डाइट को फॉलो करने की कोई हिदायत नहीं दी जाती है। लेकिन इस चीज को कंफर्म करने के लिए डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। आप अपने शहर वसई-विरार के प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल में मौजूद बेस्ट यूरोलॉजिस्ट से मिल सकते हैं।
स्टैप्लर खतना प्रभावशाली इलाज है लेकिन वसई-विरार में लोग स्टैप्लर खतना कराने के बजाय लेजर द्वारा खतना कराने को प्राथमिकता देते हैं। लेजर द्वारा खतना एक आसान प्रक्रिया है। लेजर खतना के जरिए फाइमोसिस, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और पेनिस में इंफेक्शन जैसी तमाम बीमारियों को ठीक किया जाता है। लेजर सर्जरी बिलकुल सुरक्षित प्रक्रिया है क्योंकि इसमें किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। अगर आप फाइमोसिस से परेशान हैं तो प्रिस्टीन केयर वसई-विरार में लेजर खतना करवा सकते है। हमारे पास बेहतरीन सर्जन हैं जिन्हें लेजर सर्जरी के साथ साथ मॉडर्न टेक्नोलॉजी में महारत हासिल हैं।
लेजर के जरिए खतना करने पर मरीज को जरा सा भी दर्द का एहसास नहीं होता है। क्योंकि इस सर्जरी को करने से पहले डॉक्टर मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं। जो मरीज और डॉक्टर को बिना किसी तरह की परेशानी के सर्जरी को पूरा करने में मदद करता है। यह सर्जरी प्रक्रिया मात्र 20 मिनट में पूरी हो जाती है। सर्जरी खत्म होने के बाद मरीज को कुछ घंटों के लिए हॉस्पिटल में रखा जाता है फिर डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
लेजर-आधारित डिवाइस स्किन के टिशूज को खत्म करने के लिए प्रकाश की किरण का उपयोग करते हैं। इस प्रक्रिया में चाकू या छुरी का इस्तेमाल नहीं होता है। सर्जन हाथ से पकड़े जाने वाली इस डिवाइस की एनर्जी कंट्रोल करते हैं, जिससे मरीज को कम दर्द के साथ इलाज किया जा सकें। साथ ही साथ फोकस्ड लाइट आसपास के टिशूज को बिना नुकसान पहुंचाए सर्जरी को कामयाब कर देते हैं। इन्हीं खूबियों की वजह से लेजर सर्जरी या लेजर खतना पेनाइल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए सबसे तेज और आसान इलाज माना जाता है। इस इलाज के दौरान दर्द नहीं होता है और न ही टांकों की जरुरत पड़ती है। सर्जरी के बाद यूरिन करते समय मरीज को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती है। स्टैप्लर खतना और लेजर खतना की प्रोसेस कुछ हद तक एक जैसी है। लेकिन आमतौर पर लोग लेजर सर्जरी को प्राथमिकता देते हैं।
ज्यादा जानकारी के लिए आप वसई-विरार में प्रिस्टीन केयर से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप वसई-विरार में या इसके आसपास रहते हैं तो आसानी से लेजर सर्जरी के जरिए खतना करवा सकते हैं।
प्रिस्टीन केयर में लेजर सर्जरी द्वारा खतना बहुत ही अनुभवी और कुशल सर्जन के द्वारा किया जाता है। लेजर सर्जरी के जरिए काफी बीमारियों का इलाज किया जाता है। ज्यादातर लोग इस मेथड का चुनाव करते हैं क्योंकि लेजर सर्जरी के दौरान कम दर्द और ब्लड लॉस होता है। साथ ही साथ सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है क्योंकि इसमें किसी तरह का कोई चीरा नहीं लगाया जाता है।
ऑपरेशन के बाद मरीज को ज्यादा समय तक हॉस्पिटल में रुकने की जरुरत नहीं पड़ती है। कुछ घंटों के आराम के बाद मरीज अपने घर जाने के लिए फिट हो जाता है। वसई-विरार में फाइमोसिस का इलाज लेजर सर्जरी की मदद से किया जाता है जिसके बेस्ट डॉक्टर मौजूद हैं। आप फाइमोसिस की सर्जरी कराने के लिये प्रिस्टीन केयर से संपर्क कर सकते हैं। हम मॉडर्न तकनीक द्वारा खतना करते हैं जिसमें कम से कम दर्द होता है। वसई-विरार में लेजर खतना कम लागत में असरदायक इलाज है जिसकी लेजर सर्जरी के बीच एक अपनी पहचान बन गयी है।
खतना की पारंपरिक प्रक्रिया की तुलना में स्टैप्लर द्वारा खतना सुरक्षित है। लेकिन लेजर सर्जरी सबसे बेस्ट मानी जाती है। क्योंकि इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को बहुत ही कम दर्द का सामना करना पड़ता है। फाइमोसिस का इलाज करने के लिए इस तकनीक को सबसे बेहतरीन माध्यम माना जाता है। लेजर सर्जरी का इस्तेमाल वयस्क के साथ-साथ बच्चों का खतना करने के लिए भी कर सकते हैं। इससे खतना के दौरान या खतना के बाद किसी भी तरह का कोई खतरा होने का चांस बहुत ही कम होता है। लेजर सर्जरी की तरह स्टैप्लर खतना में भी कम समय लगता है। वसई-विरार में स्टैप्लर खतना का खर्च ज्यादा हो सकता है।
कई लोग स्टैप्लर के बजाय लेजर सर्जरी के जरिए खतना करवाते हैं। अगर आप चाहे तो वसई-विरार में स्टैप्लर खतना के बेस्ट डॉक्टर हैं, उनसे आप ज्यादा जानकारी ले सकते हैं। प्रिस्टीन केयर वसई-विरार में स्टैप्लर खतना का बेस्ट हॉस्पिटल है, जहां सर्जरी के लिए आने जाने से लेकर फॉलोअप तक की फ्री सुविधा उपलब्ध है। वसई-विरार के प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल में मॉडर्न उपकरण की मदद से खतना किया जाता है। यह सर्जरी दस से पंद्रह मिनट में पूरी हो जाती है और इसकी रिकवरी भी दूसरे इलाज की तुलना में ज्यादा तेज होती है।
अगर आप लेजर सर्जरी की मदद से खतना करवाना और हमेशा के लिए फाइमोसिस बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो वसई-विरार में प्रिस्टीन केयर हॉस्पिटल से संपर्क कर सकते हैं। हम आपसे बस एक फोन कॉल की दुरी पर हैं।