जांच के दौरान डॉक्टर आपके लक्षणों को पूछेंगे और आपके पुराने स्वास्थ्य के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। हर्निया की पुष्टि के लिए डॉक्टर कुछ खास इमेजिंग टेस्ट (जैसे- सीटी स्कैन,एमआरआई स्कैन, एक्स-रे और एंडोस्कोपी) कर सकते हैं।
इलाज
परीक्षण
प्रक्रिया
हर्निया का ऑपरेशन दो तरह से होता है।
- ओपन सर्जरी
- लेप्रोस्कोपिक सर्जरी
ओपन सर्जरी में डॉक्टर बड़ा चीरा लगाते हैं और हर्निया का इलाज करते हैं। जबकि, लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया में डॉक्टर कुछ छोटे-छोटे आधा इंच के छेद की मदद से ही इलाज कर लेते हैं।
लेप्रोस्कोपिक ट्रीटमेंट ओपन सर्जरी के मुकाबले कई गुना बेहतर है क्योंकि, प्रक्रिया के दौरान अधिक खून नहीं निकलता है। वहीं, छोटे कट होने के कारण रोगी तीन दिन बाद सामान्य जिंदगी जीना शुरू कर सकता है। जबकि, ओपन सर्जरी से किए गए इलाज में रोगी को महीने भर के आराम की जरूरत होती है।
लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया
Pristyn Care में हर्निया का लेप्रोस्कोपिक इलाज करने के इए 3D मेष का उपयोग होता है। यह एक एडवांस मेष है। सामान्य सर्जरी में सिंथेटिक जाल का उपयोग होता है जबकि, 3D मेष सर्जरी में पॉलीमर जाल का इस्तेमाल होता है। यह सर्जरी बड़े आकार की हर्निया को ठीक करने के लिए इस्तेमाल होती है। इस सर्जरी के बाद हर्निया के दोबारा विकसित होने की संभावना बहुत कम होती है।
हर्निया की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में, सर्जन रोगी के प्रभावित हिस्से को सामान्य/लोकल एनेस्थीसिया की मदद से सुन्न करते हैं और आधा इंच से भी छोटा कट लगाते हैं। इस कट के जरिए लेप्रोस्कोप को शरीर के भीतर डाला जाता है जिसकी मदद से डॉक्टर हर्निया का सफलतापूर्वक इलाज करता है। लेप्रोस्कोप एक पतली ट्यूब है जिसमें छोटा कैमरा लगा होता है।
ज्यादातर मरीज लेप्रोस्कोपिक सर्जरी का चयन इसलिए करते हैं क्योंकि सर्जरी के बाद हर्निया के पुनः विकसित होने की संभावना न के बराबर होती है। वहीं, सर्जरी के बाद रोगी 48 घंटों के भीतर अपनी जीवनशैली को एन्जॉय कर सकता है।